चक्रव्यूह में फंस गए एकनाथ शिंदे? अजति पवार ने पांच योजनाओं पर चलाई कैंची, बजट में जिक्र नहीं

चक्रव्यूह में फंस गए एकनाथ शिंदे? अजति पवार ने पांच योजनाओं पर चलाई कैंची, बजट में जिक्र नहीं

<p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde News:</strong> एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के ऐसे नेता हैं, जो एक अपने निर्णय से सत्ता पलट देते हैं, लेकिन अब यही एकनाथ शिंदे चक्रव्र्यूह में अटक गए हैं. एक तरफ से सत्ताधारी दल के नेता एकनाथ शिंदे को दबाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष के नेता डिप्टी सीएम पर हमला बोल रहे हैं. एकनाथ शिंदे की योजनाऔं पर कैंची चलाकर उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एकनाथ शिंदे की ये पांच योजनाएं बजट में शामिल नहीं-&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. आनंद का शिधा&nbsp;<br />2. तीर्थ योजना&nbsp;<br />3. बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना&nbsp;<br />4. लाडला भाई&nbsp;<br />5. शिवभोजन थाली&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या एकनाथ शिंदे की पावर हो रही कम?</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल की यह महत्वपूर्ण योजनाएं हैं, लेकिन देवेंद्र फडणवीस की सरकार में इन योजनाओं पर कैंची चल गई है. अजित पवार ने 10 मार्च को जो बजट पेश किया, उसमें इन योजनाओं का नाम भी नहीं लिया गया. इसलिए एकनाथ शिंदे की योजनाएं रद्द करने की बात सामने आई है. महायुति में ऐसी अनबन को देखते हुए विपक्षी पार्टियां हमलावर हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विपक्षी नेता अब एकनाथ शिंदे की ताकत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. उनका कहना है कि महायुति में एकनाथ शिंदे की कीमत कम की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शीतयुद्ध अब नहीं रहा ‘शीत’!</strong><br />शिवसेना प्रमुख शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच शीतयुद्ध तो चल रहा है, लेकिन एकनाथ शिंदे की योजनाएं रद्द करके यह युद्ध अब ‘शीत’ रहना मुश्किल दिख रहा है. जहां-जहां एकनाथ शिंदे की योजना या प्रकल्प है, वहां उनके लिए गए फैसले रद्द किए गए. कई फैसलों पर इन्क्वॉयरी लगाई जा रही है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि महायुती में <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> की ताकत कम हो रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक नजर एकनाथ शिंदे की योजनाओं पर<br />1. आनंद का शिधा<br />महाराष्ट्र में गरीब लोगों के लिए त्योहारों पर दाल-चावल, गेहूं जैसे धान देने की योजना एकनाथ शिंदे ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में बनाई थी. गुढीपाडवा और दिवाली के त्योहार पर गरीबों को यह पैकेट्स दिए जाते थे, लेकिन पर इस बजट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2. तीर्थ योजना<br />महाराषट्र और देश के कई अन्य तीर्थ क्षेत्रों के लिए बुजुर्गों को मुफ्त में ले जाने की योजना थी. इस बजट में तीर्थ योजना का नाम भी नहीं लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>3. बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना<br />एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री कार्यकाल में गरीबों को सेवा देने के लिए 1 रुपए मे चेकअप करने के लिए बालासाहेब ठाकरे दवाखाना शुरू किया था, लेकिन इसका जिक्र भी अजित पवार ने नहीं किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>4. लाडला भाई<br />एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में लाडली बहिन योजना फुल हिट हो गई थी. इस वजह से एकनाथ शिंदे ने भाइयों को नाराज ना करने के लिए लाडला भाई योजना लाई थी. इसकी वजह से इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को पैसे दिए गए, पर अजित पवार के बजट में इसका जिक्र भी नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>5. शिवभोजन थाली<br />उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री कार्यकाल मे शिव भोजन थाली शुरू की थी. महायुती की सरकार में यह योजना शुरू हुई, लेकिन नई सरकार की लिस्ट मे शिवभोजन थाली का जिक्र नहीं है. 10 रुपये में पूरा खाना देने वाली योजना उद्धव ठाकरे ने लाई थी, जो कि लगभग खत्म हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/0CYhB3LsN6M?si=Cetl2BfBmBfODxNX” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde News:</strong> एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के ऐसे नेता हैं, जो एक अपने निर्णय से सत्ता पलट देते हैं, लेकिन अब यही एकनाथ शिंदे चक्रव्र्यूह में अटक गए हैं. एक तरफ से सत्ताधारी दल के नेता एकनाथ शिंदे को दबाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष के नेता डिप्टी सीएम पर हमला बोल रहे हैं. एकनाथ शिंदे की योजनाऔं पर कैंची चलाकर उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एकनाथ शिंदे की ये पांच योजनाएं बजट में शामिल नहीं-&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. आनंद का शिधा&nbsp;<br />2. तीर्थ योजना&nbsp;<br />3. बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना&nbsp;<br />4. लाडला भाई&nbsp;<br />5. शिवभोजन थाली&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या एकनाथ शिंदे की पावर हो रही कम?</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल की यह महत्वपूर्ण योजनाएं हैं, लेकिन देवेंद्र फडणवीस की सरकार में इन योजनाओं पर कैंची चल गई है. अजित पवार ने 10 मार्च को जो बजट पेश किया, उसमें इन योजनाओं का नाम भी नहीं लिया गया. इसलिए एकनाथ शिंदे की योजनाएं रद्द करने की बात सामने आई है. महायुति में ऐसी अनबन को देखते हुए विपक्षी पार्टियां हमलावर हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विपक्षी नेता अब एकनाथ शिंदे की ताकत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. उनका कहना है कि महायुति में एकनाथ शिंदे की कीमत कम की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शीतयुद्ध अब नहीं रहा ‘शीत’!</strong><br />शिवसेना प्रमुख शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच शीतयुद्ध तो चल रहा है, लेकिन एकनाथ शिंदे की योजनाएं रद्द करके यह युद्ध अब ‘शीत’ रहना मुश्किल दिख रहा है. जहां-जहां एकनाथ शिंदे की योजना या प्रकल्प है, वहां उनके लिए गए फैसले रद्द किए गए. कई फैसलों पर इन्क्वॉयरी लगाई जा रही है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि महायुती में <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> की ताकत कम हो रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक नजर एकनाथ शिंदे की योजनाओं पर<br />1. आनंद का शिधा<br />महाराष्ट्र में गरीब लोगों के लिए त्योहारों पर दाल-चावल, गेहूं जैसे धान देने की योजना एकनाथ शिंदे ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में बनाई थी. गुढीपाडवा और दिवाली के त्योहार पर गरीबों को यह पैकेट्स दिए जाते थे, लेकिन पर इस बजट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2. तीर्थ योजना<br />महाराषट्र और देश के कई अन्य तीर्थ क्षेत्रों के लिए बुजुर्गों को मुफ्त में ले जाने की योजना थी. इस बजट में तीर्थ योजना का नाम भी नहीं लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>3. बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना<br />एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री कार्यकाल में गरीबों को सेवा देने के लिए 1 रुपए मे चेकअप करने के लिए बालासाहेब ठाकरे दवाखाना शुरू किया था, लेकिन इसका जिक्र भी अजित पवार ने नहीं किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>4. लाडला भाई<br />एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में लाडली बहिन योजना फुल हिट हो गई थी. इस वजह से एकनाथ शिंदे ने भाइयों को नाराज ना करने के लिए लाडला भाई योजना लाई थी. इसकी वजह से इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को पैसे दिए गए, पर अजित पवार के बजट में इसका जिक्र भी नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>5. शिवभोजन थाली<br />उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री कार्यकाल मे शिव भोजन थाली शुरू की थी. महायुती की सरकार में यह योजना शुरू हुई, लेकिन नई सरकार की लिस्ट मे शिवभोजन थाली का जिक्र नहीं है. 10 रुपये में पूरा खाना देने वाली योजना उद्धव ठाकरे ने लाई थी, जो कि लगभग खत्म हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/0CYhB3LsN6M?si=Cetl2BfBmBfODxNX” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>  महाराष्ट्र ग्रीन चारधाम यात्रा इस डेट से होगी शुरु, तीर्थयात्री पुरखों की याद में लगाएंगे पौधे