हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार सुबह 3 गांवों के ग्रामीणों ने राजकीय स्कूल को ताला लगा दिया। ग्रामीणों में गुस्सा इस बात का है कि महिला कर्मी और स्कूल के प्रिंसिपल में विवाद है और इसको लेकर स्कूल में बार बार पुलिस आ रही है। इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। तीनों गांवों की पंचायत ने चेतावनी दी कि जब तक दोनों कर्मियों का तबादला नहीं होता, वे स्कूल पर लगा ताला नहीं खोलेंगे। जानकारी के अनुसार हड़ौदी के राजकीय स्कूल में सोमवार सुबह हड़ौदी के साथ को स्कूल खुलने के साथ ही रहड़ौदा कलां व रहड़ौदा के ग्रामीण एकत्रित हुए। उन्होंने बच्चों व स्टाफ को स्कूल जाने से रोक दिया। इसके बाद स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों ने यहां शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जलकरण सिंह व बाढ़रा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। स्कूल को ताला लगाने की सूचना मिलते ही बाढ़ड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से विवाद को लेकर बातचीत की। पुलिस ने स्कूल पर जड़ा ताला खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपे पत्र में कहा कि प्राचार्य उमेश कुमार व एबीआरसी मीनाक्षी के बीच काफी समय से विवाद चल रह है। इसको लेकर पुलिस को शिकायत दी गई। दोनों के बीच चल रहे झगड़े में पुलिस को बार बार स्कूल आना पड़ रहा है। इसी से ग्रामीण खफा हैं। तीनों गांवों की पंचायत दोनों के बीच जारी विवाद को निपटाने का प्रयास कर चुकी है, लेकिन दोनों ही नहीं माने। इससे भड़के ग्रामीणों ने सोमवार को हड़ौदी गांव के राजकीय स्कूल पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण उनके तबादले की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसको लेकर शिक्षा अधिकारी को भी पंचायतों ने पत्र भेजा था। विभाग की ओर से कोई कार्रवाई इस पर नहीं हुई। पुलिस ग्रामीणों को मनाने के प्रयास में लगी है। ग्रामीणों ने बताया कि इस विवाद का पंचायती तौर पर भी कोई समाधान नहीं हुआ और ना ही प्रशासन से कोई हल निकला। उन्होंने बताया कि ग्रामीण बीते 6-7 महीनों से इन दोनों के तबादले की मांग कर रहे हैं और इसके लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा गया है लेकिन अभी तक इस पर संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके चलते वे आज स्कूल गेट पर ताला लगाकर यहां बैठने काे मजबूर हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उक्त दोनों का तबादला यहां से नहीं होगा वे स्कूल गेट का ताला नहीं खोलेंगे। स्कूल पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और ग्रामीणों से बात कर रहे हैं । हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार सुबह 3 गांवों के ग्रामीणों ने राजकीय स्कूल को ताला लगा दिया। ग्रामीणों में गुस्सा इस बात का है कि महिला कर्मी और स्कूल के प्रिंसिपल में विवाद है और इसको लेकर स्कूल में बार बार पुलिस आ रही है। इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। तीनों गांवों की पंचायत ने चेतावनी दी कि जब तक दोनों कर्मियों का तबादला नहीं होता, वे स्कूल पर लगा ताला नहीं खोलेंगे। जानकारी के अनुसार हड़ौदी के राजकीय स्कूल में सोमवार सुबह हड़ौदी के साथ को स्कूल खुलने के साथ ही रहड़ौदा कलां व रहड़ौदा के ग्रामीण एकत्रित हुए। उन्होंने बच्चों व स्टाफ को स्कूल जाने से रोक दिया। इसके बाद स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों ने यहां शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जलकरण सिंह व बाढ़रा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। स्कूल को ताला लगाने की सूचना मिलते ही बाढ़ड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से विवाद को लेकर बातचीत की। पुलिस ने स्कूल पर जड़ा ताला खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपे पत्र में कहा कि प्राचार्य उमेश कुमार व एबीआरसी मीनाक्षी के बीच काफी समय से विवाद चल रह है। इसको लेकर पुलिस को शिकायत दी गई। दोनों के बीच चल रहे झगड़े में पुलिस को बार बार स्कूल आना पड़ रहा है। इसी से ग्रामीण खफा हैं। तीनों गांवों की पंचायत दोनों के बीच जारी विवाद को निपटाने का प्रयास कर चुकी है, लेकिन दोनों ही नहीं माने। इससे भड़के ग्रामीणों ने सोमवार को हड़ौदी गांव के राजकीय स्कूल पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण उनके तबादले की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसको लेकर शिक्षा अधिकारी को भी पंचायतों ने पत्र भेजा था। विभाग की ओर से कोई कार्रवाई इस पर नहीं हुई। पुलिस ग्रामीणों को मनाने के प्रयास में लगी है। ग्रामीणों ने बताया कि इस विवाद का पंचायती तौर पर भी कोई समाधान नहीं हुआ और ना ही प्रशासन से कोई हल निकला। उन्होंने बताया कि ग्रामीण बीते 6-7 महीनों से इन दोनों के तबादले की मांग कर रहे हैं और इसके लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा गया है लेकिन अभी तक इस पर संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके चलते वे आज स्कूल गेट पर ताला लगाकर यहां बैठने काे मजबूर हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उक्त दोनों का तबादला यहां से नहीं होगा वे स्कूल गेट का ताला नहीं खोलेंगे। स्कूल पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और ग्रामीणों से बात कर रहे हैं । हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में CM के बयान पलटवार:पूर्व CM हुड्डा बोले- 10 साल बाद याद आए अपराधी, हरियाणा में हर दिन हत्याएं; इनेलो-बसपा हैं वोट कटवा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के अपराधियों वाले बयान पर कटाक्ष किया। सीएम सैनी ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि गलत काम करने वालों और गुंडागर्दी करने वालों के लिए हरियाणा में कोई जगह नहीं है। इस पर पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि उन्हें 10 साल बाद याद आया। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सबसे असुरक्षित कब हुआ, यह मैं नहीं कह रहा, यह केंद्रीय एजेंसी की रिपोर्ट कह रही है। आए दिन हत्याएं हो रही हैं। रोहतक में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि उनके शासन में युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया गया। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने युवाओं को नशेड़ी बनाने का काम किया है। खुशी की बात है कि हरियाणा के खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। सभी खिलाड़ियों को बधाई। खेल नीति में भी बदलाव किया गया है। पुरस्कार तो बहुत हैं, लेकिन नीति के अनुसार ही पुरस्कार मिलना चाहिए था। लेकिन प्रोत्साहन नहीं मिल रहा। नारों के जरिए वोट पाना चाहती है भाजपा भाजपा ने कांग्रेस पर लोगों को गुमराह कर अनुसूचित जाति के वोट पाने का आरोप लगाया था। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस जाति की राजनीति नहीं करती है। कांग्रेस हमेशा गरीब लोगों के हित के लिए सरकार में रही है। भाजपा सिर्फ नारों के जरिए वोट पाना चाहती है, इसलिए बेनकाब हुई। भाजपा नेताओं ने खुद कहा था कि उन्हें 400 सीटें चाहिए ताकि संविधान में बदलाव किया जा सके। वोट काटने वालों के लिए कोई जगह नहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इनेलो और बसपा के गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लोगों ने साफ संकेत दे दिया है कि मुकाबला सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के बीच है। वोट काटने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। लोग समझते हैं कि वोट कौन काटता है। उनके लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत हम घर-घर जाएंगे। जिसके तहत सरकार से जवाब मांगा जाएगा। हम लोगों को बताएंगे कि भाजपा ने 10 साल में क्या किया। गरीबों को प्लॉट देने को बताया आंख में धूल झोंकना
भाजपा द्वारा गरीबों को दिए जा रहे प्लाटों को लेकर भी भूपेंद्र हुड्डा ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। कांग्रेस की सरकार ने 4 लाख प्लॉट लोगों को दे दिए थे और 3 लाख प्लॉट चिह्नित कर दिए थे। लेकिन भाजपा ने तो आते ही स्कीम बंद कर दी। अब चुनाव आ गए तो लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। सरकार यह तो बताएं प्लॉट हैं कहां, केवल कहने से नहीं होता। ना जमीन है और ना ही पानी। कांग्रेस ने तो विकासित करके प्लॉट दिए थे।