हरियाणा के चरखी दादरी शहर के रोहतक चौक स्थित एक किरयाणा स्टोर पर काम करने वाले प्रवासी नौकर दुकान मालिक के 3 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। दुकान मालिक ने नौकर के खिलाफ सिटी पुलिस थाना में शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में चरखी दादरी शहर के वार्ड 15 सिंघान मोहल्ला निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उसने रोहतक चौक के समीप एक किरयाणा की दुकान कर रखी है। दुकान पर उत्तर प्रदेश निवासी रामजीत बीते करीब दो साल से काम कर रहा था। रमेश ने बताया कि रात करीब 9 बजे वह दुकान से अपनी मोटरसाइकिल पर घर जा रहा था। उस दौरान बाइक पर उसके पीछे रामजीत व रामजीत के पीछे ओमबीर बैठा हुआ था। उसने बताया कि इस दौरान उसने तीन लाख रुपए व कुछ घरेलू सामान बाइक के हैंडल पर थैले में लटका रखा था। जब वे छोटी बाजारी में पहुंचे तो रामजीत ने एक बिस्कुट का पैकेट थैले में से निकाल कर जानबूझकर नीचे गिरा दिया। रामजीत के पीछे बैठे लड़के ओमबीर ने बाइक रुकवाई और बिस्कुट का पैकेट उठाने के लिए चला गया। इसी दौरान बाइक पर बैठे रामजीत ने थैले में तीन लाख रुपए निकाले और वहां से भाग गया। उसने पुलिस को शिकायत देकर रामजीत की तलाश कर कानूनी कार्रवाई व रुपए बरामद करने की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के चरखी दादरी शहर के रोहतक चौक स्थित एक किरयाणा स्टोर पर काम करने वाले प्रवासी नौकर दुकान मालिक के 3 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। दुकान मालिक ने नौकर के खिलाफ सिटी पुलिस थाना में शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में चरखी दादरी शहर के वार्ड 15 सिंघान मोहल्ला निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उसने रोहतक चौक के समीप एक किरयाणा की दुकान कर रखी है। दुकान पर उत्तर प्रदेश निवासी रामजीत बीते करीब दो साल से काम कर रहा था। रमेश ने बताया कि रात करीब 9 बजे वह दुकान से अपनी मोटरसाइकिल पर घर जा रहा था। उस दौरान बाइक पर उसके पीछे रामजीत व रामजीत के पीछे ओमबीर बैठा हुआ था। उसने बताया कि इस दौरान उसने तीन लाख रुपए व कुछ घरेलू सामान बाइक के हैंडल पर थैले में लटका रखा था। जब वे छोटी बाजारी में पहुंचे तो रामजीत ने एक बिस्कुट का पैकेट थैले में से निकाल कर जानबूझकर नीचे गिरा दिया। रामजीत के पीछे बैठे लड़के ओमबीर ने बाइक रुकवाई और बिस्कुट का पैकेट उठाने के लिए चला गया। इसी दौरान बाइक पर बैठे रामजीत ने थैले में तीन लाख रुपए निकाले और वहां से भाग गया। उसने पुलिस को शिकायत देकर रामजीत की तलाश कर कानूनी कार्रवाई व रुपए बरामद करने की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पैक्स चुनाव से 5 दिन पहले डायरेक्टर का अपहरण:दूसरे डायरेक्टर पर आरोप लगाया, कहा- शराब में नशीली चीज मिलाई, चुनाव बाद छोड़ा सिरसा में दी सुचान बहुद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समिति की प्रबंधन कमेटी (पैक्स) के डायरेक्टर ने दूसरे डायरेक्टर के खिलाफ अपहरण कर बंधन बनाने का आरोप लगाया है। शेरपुरा गांव के चंद्रभान ने बताया कि वह सुचान पैक्स में डायरेक्टर है। 13 नवंबर को प्रधान और उप प्रधान पद का चुनाव होना था। 5 दिन पहले 8 नवंबर को शाम को करीब 6 बजे कंवरपुरा गांव के रहने वाले अतीश कुमार का फोन आता है सुचान पैक्स में डायरेक्टर है कि आपसे मिलना है। अतिश कुमार गाड़ी लेकर मेरे घर के पास आ गया। अतिश की गाड़ी में उसका एक दोस्त भी बैठा था। गाड़ी में शराब पीने के दौरान कोई नशीला पदार्थ मिलाकर दे दिया जिससे मैं बेहोश हो गया। जब मुझे होश आया तो देखा मैं सुचानगढ़ था। यहां दो व्यक्तियों ने मेरा मोबाइल फोन छीनकर मुझे जबरन कैद में रखा। मैने दो दिन बाद 10 नवंबर को किसी तरह छिपकर अपने दोस्त को फोन किया और सारी बात बताई। मैंने भागने की कोशिश की तो दोबारा पकड़कर कैद में रखा। इसके बाद तारा नगर होटल में रखा और दो बार घर पर फोन करवाया कि मैं कि मैं ठीक ठाक हूं कहीं आया हुआ हूं। इसके बाद किसी दूसरी जगह ले जाकर खेत में रखा। 13 नवंबर को पैक्स का चुनाव था। उन लोगों ने शाम तक कैद में रखा और उसके बाद शाम करीब 4 बजे सिरसा के बाजेकां मोड पर छोड़ दिया। इसके बाद बदहवास हालत में मैंने थाना डिंग में शिकायत दी। नोटिस देने के बाद भी हाजिर नहीं हुआ
चंद्रभान ने बताया कि 18 नवंबर को अतीश कुमार को एक नोटिस देकर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया मगर वह हाजिर नहीं हुआ। 22 नंबर को दोबारा नोटिस दिया तब भी वह नहीं आया। उसकी काल डिटेल निकलवाई तो पता चला वह उसकी लोकेशन सुजानगढ चुरु राजस्थान में मिली। इसके बाद उसकी पिछली कॉल डिटेल निकलवाई तो उसकी लोकेशन सिरसा और राजस्थान की मिली। इसके बाद पुलिस ने अतीश कुमार पर धारा 171,127(3), 351(2),123, 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है। दो महीने पहले हुए थे चुनाव बता दें करीब 2 महीने पहले दी सुचान बहुद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समिति की प्रबंधन कमेटी के चुनाव में आतिश लाखलान ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। सुचान पैक्स चुनाव में 10 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे, जिसमें 2 सदस्यों को सर्वसहमति से चुन लिया गया, जबकि एक सीट नोमिनेशन नहीं आने की वजह से रिक्त रह गई। इस चुनाव में कई चर्चित चेहरे मैदान में थे, जिसमें आतिश लाखलान ने सबसे अधिक 253 वोट हासिल किए, जबकि दूसरे प्रत्याशी ने 229 वोट प्राप्त किए। सामान्य वर्ग में महिंद्र सिंह को 131, शेर सिंह को 86 वोट मिले। सामान्य वर्ग (महिला) में अनीता रानी 63 वोट, पिछड़ा वर्ग में चंद्रभान 105 व अनुसूचित जाति वर्ग में मंगत राम 46 वोट लेकर विजयी बने। जबकि इस चुनाव में गुड्डी देवी को सबसे कम 11 वोट मिले।
हरियाणा के पूर्व मंत्री का निधन, अंतिम संस्कार आज:राव वीरेंद्र, बंसीलाल और चौटाला सरकार में मंत्री रहे, निजीकरण के विरोध में मंत्रीपद छोड़ा
हरियाणा के पूर्व मंत्री का निधन, अंतिम संस्कार आज:राव वीरेंद्र, बंसीलाल और चौटाला सरकार में मंत्री रहे, निजीकरण के विरोध में मंत्रीपद छोड़ा हरियाणा के पूर्व मंत्री चौधरी जसवंत सिंह का आज हिसार के सेक्टर 16-17 अंतिम संस्कार होगा। उनका कल शुक्रवार को 92 साल उम्र में निधन हुआ था। चौधरी जसवंत सिंह राव वीरेंद्र सिंह, बंसीलाल और ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में 3 बार हरियाणा में मंत्री बने। वह संयुक्त पंजाब से हरियाणा बनने के बाद हुए पहले चुनाव में निर्दलीय विधायक बने थे। बिजली निगम के निजीकरण के विरोध में उन्होंने मंत्रीपद तक छोड़ दिया था। वह हिसार की नारनौंद विधानसभा के गांव खांडा खेड़ी के रहने वाले थे। इस गांव की संयुक्त पंजाब (पाकिस्तान समेत) में राजनीतिक तौर पर सक्रिय भूमिका रही। पूर्व मंत्री के बेटे डॉ. जसपाल सिंह ने बताया कि उनके पिता को राजनीति विरासत में मिली थी। उनके दादा सूरजमल संयुक्त पंजाब में 1937 में हुए चुनाव में हांसी ग्रामीण से पहली बार विधायक बने थे। उनके पिता का जन्म 17 सितंबर 1932 को हुआ था। जसपाल सिंह ने बताया कि उनके पिता करीब एक महीने से लीवर की दिक्कत से जूझ रहे थे। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। शुक्रवार शाम 6 बजे उन्होंने हिसार के लाजपत नगर स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। 3 सरकारों में मंत्री बने जसवंत सिंह
पूर्व मंत्री जसवंत सिंह के चचेरे भाई सतीश कुमार ने बताया कि हरियाणा प्रदेश अलग होने के बाद चौधरी जसवंत सिंह 1967 में मुंढाल विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीतकर पहली बार विधायक चुने गए थे। उसके बाद राव वीरेंद्र सिंह की विशाल हरियाणा पार्टी की सरकार की कैबिनेट में स्वास्थ्य, कृषि एवं कानून मंत्री बने थे। उसके बाद दूसरी बार नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से 1996 में हरियाणा विकास पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक चुने गए और बंसीलाल सरकार की कैबिनेट में बिजली, पब्लिक हेल्थ और पशुपालन मंत्री बन गए। इस दौरान बिजली निगम के निजीकरण के विरोध में उन्होंने 25 जनवरी 1997 को बंसीलाल सरकार से मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद 1999 में बंसीलाल की सरकार टूट गई और जोड़तोड़ कर ओमप्रकाश चौटाला ने सरकार बनाई। उसमें चौधरी जसवंत सिंह को चौटाला सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री बन गए। पिता भी मंत्री रहे, उन्होंने जिन्ना को हराया था
सतीश कुमार ने बताया कि जसवंत सिंह के पिता स्वर्गीय चौधरी सूरजमल ने 1936 चौधरी छोटू राम के साथ मिलकर यूनियनिस्ट पार्टी (जमीदारा पार्टी) की स्थापना की थी। चौधरी सूरजमल 1937 में हांसी ग्रामीण से पहली बार संयुक्त पंजाब से विधायक चुने गए और छोटूराम के साथ स्वास्थ्य, लोक निर्माण एवं भवन निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री बने। वे 1927 से लेकर 1947 तक हरियाणा जिला बोर्ड के चेयरमैन भी रहे। उसके बाद वो लियाकत अली खां की सरकार में छोटू राम के साथ 1941 से 1946 संसदीय सचिव रहे। 1952 से 1957 तक विपक्ष के नेता बने। चौधरी सूरजमल जिन्ना को हराकर 20 जुलाई 1946 को विधानसभा के सदस्य भी चुने गए थे।
पानीपत में रेप के दोषी को 10 साल की सजा:8 साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला, बड़ी बहन से भी छेड़छाड़
पानीपत में रेप के दोषी को 10 साल की सजा:8 साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला, बड़ी बहन से भी छेड़छाड़ हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली में दो साल पहले 11 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म करने, जान से मारने की धमकी देने के दोषी को सजा सुनाई गई है। ADA कुलदीप ढुल ने बताया कि दोषी राजेश उर्फ डेला को न्यायधीश ASJ सुखप्रीत सिंह की फास्ट्रैक कोर्ट ने 10 साल की सजा, 50 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर दोषी को 1 साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। वहीं, इस अपराध को हरियाणा सरकार की चिन्हित अपराध योजना की श्रेणी में लिया गया था। जिसके चलते 2 साल से भी कम समय में दोषी को सजा सुनाई गई है। छोटी से किया दुष्कर्म, तो बड़ी ने आपबीती बताई बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता के दादा ने बताया था कि वह थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। 29 अक्टूबर 2022 को उसकी 8 साल की पोती के साथ राजेश उर्फ डेला ने गलत काम किया था। इसके बाद उसे जान से मारने के लिए उसका गला भी दबाया। शिकायत के मुताबिक, गला दबाने से बच्ची की हालत नाजुक हो गई थी। जिससे उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया। बुजुर्ग ने बताया कि इस संबंध में उसके बेटे ने आरोपी राजेश के खिलाफ केस दर्ज करवाया हुआ है। वहीं, आज उसकी 11 वर्षीय पोती ने बताया था कि उसके साथ जून 2019 में राजेश ने गांव के जोहड़ के पास झाड़ियों में गलत काम करने की कोशिश की थी। साथ ही धमकी दी थी कि अगर वह ये बात किसी को बताएगी, तो वह उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा। इसी डर की वजह पोती ने ये बात किसी को नहीं बताई थी।