पेरिस ओलंपिक में शिरकत के बाद से भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट शनिवार सुबह स्वदेश लौटी। उनके स्वागत के लिए देशवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। शनिवार सुबह लगभग सवा दस बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वह अपने परिजनों व गणमान्य लोगों के साथ काफिले में एयरपोर्ट से निकली थी। जहां उन्होंने करीब सवा सौ किलोमीटर की दूरी तय कर दादरी जिले के अपने गांव बलाली पहुंचना था। रात को 12:10 पर गांव बलाली पहुंची विनेश इस दौरान उनके स्वागत के लिए जिस प्रकार का हजूम उमड़ा उसके चलते अगला दिन हो गया और वह देर रात रविवार को लगभग 12 बजकर दस मिनट पर पहलवान बजरंग पूनियां, पति सोमबीर राठी आदि सहित बलाली पहुंची। इतनी देर रात तक भी ग्रामीण उनके इंतजार में पलके बिछाए बैठे रहे और उनका जोरदार स्वागत किया गया। बता दें कि विनेश फोगाट ने गांव इमलोटा से चरखी दादरी जिले में प्रवेश किया था, वहां से उनका जोरदार स्वागत हुआ और यह सिलसिला चरखी दादरी शहर होते हुए गांव बलाली तक जारी रहा। बालाजी मंदिर पहुंचकर टेका मत्था गांव बलाली पहुंचने पर कार्यक्रम स्थल द्वारा पर पुष्प वर्षा, जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। सबसे पहले विनेश कार्यक्रम स्थल के समीप स्थित बालाजी मंदिर पहुंची जहां मत्था टेका। उसके बाद उसे कार्यक्रम स्थल पर लाया गया, जहां वह अपनों के बीच पहुंचते ही भावुक हो गई। इस दौरान महिला, छोटे बच्चे, परिवार, खाप-पंचायत, जनप्रतिनिधि, गांव, क्षेत्र, राजनीतिक, सामाजिक संगठन आदि से जुड़े लोगों ने उनको सम्मानित करते हुए हौसला बढ़ाया और विनेश को खरा सोना बताया। डेढ़ घंटे तक चलता रहा सम्मानित करने का सिलसिला कार्यक्रम में लोगों ने फूल मालाओं, नोटों की माला, मोमेंटो, नगद राशि, गोल्ड मेडल, देसी घी, शॉल भेंट कर, तलवार देकर, पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।लोगों ने करीब डेढ घंट तक उनको सम्मानित किया। लोगों के सम्मानित करने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ था, उससे पहले ही उमस भरी गर्मी व दिनभर के कार्यक्रमों की शिरकत के चलते अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे निढाल होकर मंच पर लगे सोफे पर ही लेट गई। हालांकि कुछ देर में पानी व ग्लूकोज आदि पिलाने के बाद वे सामान्य हो गई। जिसके बाद बचे हुए लोगों ने उन्हें सम्मानित किया। पेरिस ओलंपिक में शिरकत के बाद से भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट शनिवार सुबह स्वदेश लौटी। उनके स्वागत के लिए देशवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। शनिवार सुबह लगभग सवा दस बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वह अपने परिजनों व गणमान्य लोगों के साथ काफिले में एयरपोर्ट से निकली थी। जहां उन्होंने करीब सवा सौ किलोमीटर की दूरी तय कर दादरी जिले के अपने गांव बलाली पहुंचना था। रात को 12:10 पर गांव बलाली पहुंची विनेश इस दौरान उनके स्वागत के लिए जिस प्रकार का हजूम उमड़ा उसके चलते अगला दिन हो गया और वह देर रात रविवार को लगभग 12 बजकर दस मिनट पर पहलवान बजरंग पूनियां, पति सोमबीर राठी आदि सहित बलाली पहुंची। इतनी देर रात तक भी ग्रामीण उनके इंतजार में पलके बिछाए बैठे रहे और उनका जोरदार स्वागत किया गया। बता दें कि विनेश फोगाट ने गांव इमलोटा से चरखी दादरी जिले में प्रवेश किया था, वहां से उनका जोरदार स्वागत हुआ और यह सिलसिला चरखी दादरी शहर होते हुए गांव बलाली तक जारी रहा। बालाजी मंदिर पहुंचकर टेका मत्था गांव बलाली पहुंचने पर कार्यक्रम स्थल द्वारा पर पुष्प वर्षा, जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। सबसे पहले विनेश कार्यक्रम स्थल के समीप स्थित बालाजी मंदिर पहुंची जहां मत्था टेका। उसके बाद उसे कार्यक्रम स्थल पर लाया गया, जहां वह अपनों के बीच पहुंचते ही भावुक हो गई। इस दौरान महिला, छोटे बच्चे, परिवार, खाप-पंचायत, जनप्रतिनिधि, गांव, क्षेत्र, राजनीतिक, सामाजिक संगठन आदि से जुड़े लोगों ने उनको सम्मानित करते हुए हौसला बढ़ाया और विनेश को खरा सोना बताया। डेढ़ घंटे तक चलता रहा सम्मानित करने का सिलसिला कार्यक्रम में लोगों ने फूल मालाओं, नोटों की माला, मोमेंटो, नगद राशि, गोल्ड मेडल, देसी घी, शॉल भेंट कर, तलवार देकर, पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।लोगों ने करीब डेढ घंट तक उनको सम्मानित किया। लोगों के सम्मानित करने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ था, उससे पहले ही उमस भरी गर्मी व दिनभर के कार्यक्रमों की शिरकत के चलते अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे निढाल होकर मंच पर लगे सोफे पर ही लेट गई। हालांकि कुछ देर में पानी व ग्लूकोज आदि पिलाने के बाद वे सामान्य हो गई। जिसके बाद बचे हुए लोगों ने उन्हें सम्मानित किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में माइनर में बोरी में मिला महिला का शव:बदबू आने पर ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस; हत्या कर लाश फेंकने का शक
हिसार में माइनर में बोरी में मिला महिला का शव:बदबू आने पर ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस; हत्या कर लाश फेंकने का शक हरियाणा के हिसार जिले के बास क्षेत्र में पुट्ठी माइनर में एक महिला का शव बोरी में बंधा मिला। महिला का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस महिला की पहचान कराने में कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है। मृतका की उम्र करीब 35 वर्ष बताई जा रही है। बास थाना पुलिस छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार गांव बड़छप्पर के पास मालवी स्मैण माइनर में ग्रामीणों को एक बोरी पड़ी हुई मिली। उसमें से बदबू आ रही थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत बास पुलिस को दी। बास थाना प्रभारी पवित्र कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बोरी को माइनर से बाहर निकलवाया। कयास हैं कि महिला की हत्या कर शव को बोरी में डालकर फेंका गया है। पुलिस हा पहलु को ध्यान में रख कर जांच कर रही है। पुलिस ने बोरी को खोला तो उसमें से महिला का शव निकाला। थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने इसकी सूचना नारनौंद के डीएसपी राज सिंह को दी। इसके बाद डीएसपी राज सिंह भी मौके पर पहुंचे। महिला का शव 4 से 5 दिन पुराना लग रहा है। उसके दाएं हाथ पर एक टैटू बना हुआ है और पवन नाम लिखा हुआ है। वहीं पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया और एफएसएल की टीम ने मौके से जरूरी साक्ष्य जुटाए। गुमशुदा मामलों की खंगाल रहे रिपोर्ट थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने बताया कि मृतका की पहचान के लिए आसपास के सभी जिलों में उसकी तस्वीर भेजी गई है। साथ ही जिले के सभी थानों व ग्रुपों में गुमशुदा की शिकायत पर नजर बनाए रखने के लिए भी कहा गया है। जैसे ही कोई सुराग मिलेगा पुलिस उस पर त्वरित कार्रवाई करेगी।
रोहतक में पहलवान को दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली:CCTV में कैद, कार सवार 3 नकाबपोश बदमाशों ने पीछा करके गोलियां मारी
रोहतक में पहलवान को दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली:CCTV में कैद, कार सवार 3 नकाबपोश बदमाशों ने पीछा करके गोलियां मारी रोहतक के गांव गांधरा निवासी बाइक सवार एक व्यक्ति पर शुक्रवार शाम को अंधाधुंध फायरिंग करने की वारदात सामने आई है। कार में सवार होकर आए बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी हैं। वहीं आरोपी वारदात के बाद घटनास्थल से फरार हो गए। वहीं गोली लगने से घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। इधर, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस के अनुसार गांव गांधरा निवासी करीब 35 वर्षीय राजीव उर्फ ढिला पहलवान गोली लगने के कारण घायल हुआ है। राजीव बाइक पर सवार होकर खेत में गया हुआ था। शुक्रवार को वह खेत से वापस आ रहा था। जब वह गांव के बस स्टैंड के समीप पहुंचा तो इसी दौरान एक कार में सवार होकर 3 युवक आए। जिन्होंने राजीव के पीछे गाड़ी लगा दी। वहीं फायरिंग कर दी। इस दौरान राजीव को 2 गोली लगी है। वारदात के बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए। वहीं घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई के ट्रामा सेंटर में लाया गया। इधर, मामले की सूचना मिलते ही सांपला थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची ओर जांच में जुट गई है। फिलहाल आरोपी फरार चल रहे हैं। पीछा करके मारी गोली फायरिंग वारदात की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 3 नकाबपोश आरोपी घायल राजीव का पीछा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। राजीव बचने के लिए पैदल ही भागता दिखाई दे रहा है। बचने के लिए राजीव काफी दूर तक भागता रहा। लेकिन आरोपियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। वहीं आरोपी उसका पीछा करते हुए भाग रहे हैं। वहीं गोली मारने के बाद आरोपी वारदात स्थल से फरार हो गए।
विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा हरियाणा में जींद की जुलाना सीट इस विधानसभा चुनाव में सुर्खियों में है। इसकी वजह रेसलर विनेश फोगाट हैं। विनेश पहले पहलवान आंदोलन और फिर ओलिंपिक डिसक्वालिफिकेशन से चर्चा में आई। अब वे कांग्रेस की टिकट पर जुलाना सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं यहां भाजपा से कैप्टन योगेश बैरागी, इनेलो-बसपा से डॉ. सुरेंद्र लाठर, आम आदमी पार्टी से WWE में जाने वाली पहली महिला रेसलर कविता दलाल और JJP से अमरजीत ढांडा चुनाव लड़ रहे हैं। सोशल मीडिया में विनेश फोगाट को लेकर खूब माहौल है, लेकिन ग्राउंड लेवल पर यह पूरी तरह खरा नहीं उतरता। लोग विनेश को मजबूत तो मानते हैं, लेकिन उसकी बड़ी वजह यहां की दोहरी एंटी इनकंबेंसी है। भाजपा की 10 साल की सरकार और पिछले 5 साल JJP के विधायक से लोग नाराज हैं। लोगों को इसका बेहतर विकल्प कांग्रेस नजर आ रही है। हालांकि जातीय गणित यहां कांग्रेस-विनेश, दोनों के लिए पेंच फंसा सकता है। जुलाना में 1.87 लाख वोटर हैं। सबसे ज्यादा 70 प्रतिशत जाट समाज के वोट हैं। मगर, 5 पार्टियों में से 4 ने उम्मीदवार जाट समाज से उतारे हैं। जिसमें विनेश, लाठर, ढांडा और कविता दलाल शामिल है। ऐसे में जाट वोट बंटे तो विनेश का कड़े मुकाबले में फंसना तय है। जाट वोट एकतरफा हुए तो भाजपा के कैप्टन बैरागी मुकाबले से बाहर नजर आते हैं। मगर, जाट वोट बैंक बंटा और 30% ओबीसी और ब्राह्मण वोट भाजपा के खाते आए तो वह चौंका भी सकते हैं। जुलाना के लोगों का कहना है कि विनेश फोगाट को सहानुभूति, सत्ता विरोधी लहर, भाजपा-जजपा से नाराजगी और सेलिब्रिटी चेहरे का फायदा मिलेगा। लोगों की जुबान पर डॉ. सुरेंद्र लाठर का भी नाम है। वहीं भाजपा के कैप्टन योगेश बैरागी को लेकर लोगों ने कहा कि उन्हें ओबीसी और ब्राह्मण समाज का साथ मिलेगा। 4 पॉइंट में समझिए जुलाना का समीकरण विनेश बहू के नाम पर वोट मांग रहीं
बेशक जुलाना विनेश फोगाट का ससुराल हो, लेकिन वह यहां कम ही आती थीं। उनके पति सोमवीर राठी और ससुराल वाले सोनीपत के खरखौदा में बनाए हुए घर में रह रहे हैं। विनेश का अपना परिवार चरखी दादरी जिले के बलाली गांव में रहता है। कुछ लोग उन्हें भी बाहरी उम्मीदवार कह रहे हैं। इसलिए वह खुद को जुलाना की बहू के रूप में पेश कर वोट मांग रही हैं। पारंपरिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए वह अपना सिर चुन्नी से ढंक रही हैं। अपनी जनसभाओं में क्षेत्र के साथ अपने संबंधों पर जोर दे रही हैं। सभाओं में अक्सर उन्हें यह कहते हुए सुना जाता है कि मैं इस धरती की बहू हूं और इसे कभी नहीं छोडूंगी। विनेश क्षेत्र के किसानों की दुर्दशा पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इसके अलावा, किसानों और कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग के लिए भाजपा सरकार को आड़े हाथों ले रही हैं। वह अपने भाषणों में कहती हैं कि अब बदला लेने और वोट की चोट करने का समय आ गया है। कैप्टन बैरागी को बाहरी का टैग झेलना पड़ रहा
योगेश बैरागी भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश उपाध्यक्ष और भाजपा खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक हैं। वह विस्तारा एयरलाइंस में पायलट रहे हैं। उनके पिता नरेंद्र कुमार बैरागी भी राजनीति से जुड़े हुए हैं। प्रदेश बैरागी सभा के अध्यक्ष भी रहे हैं, लेकिन फिलहाल चुनाव के कारण कार्यकारिणी भंग की गई है। पिछले विधानसभा में उन्होंने भी भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला। कैप्टन योगेश पिछले 7 सालों से राजनीति से जुड़े हुए हैं। सफीदों का होने की वजह से लोग उन्हें बाहरी कह रहे हैं। कविता दलाल खुद को जुलाना की बेटी बता रहीं
AAP की कविता दलाल खुद को जुलाना की बेटी बताकर मैदान में उतर चुकी हैं। वह WWE में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर हैं। 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में 75 किग्रा वर्ग में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। साल 2023 में उन्होंने भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष IPS अफसर हरभजन सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। क्या कहते हैं जुलाना के वोटर… मुकेश बोले- सत्ता परिवर्तन और विनेश से सहानुभूति
छपरा गांव के रहने वाले डेयरी संचालक मुकेश ने कहा कि इस बार हम सत्ता परिवर्तन चाहते हैं, इसलिए हमारा वोट कांग्रेस को है। कांग्रेस ने विनेश फोगाट को दावेदार बनाया है। विनेश के साथ सहानुभूति भी है। हमारा हलके के मुद्दो को लेकर कोई वोट नहीं है। बस यहां से कांग्रेस को जिताना है, इसके लिए वोट करेंगे। ये सीट बहुत समय तक इनेलो के वर्चस्व वाली रही है। हमारी संतुष्टि इस बार कांग्रेस सरकार को लाने में है। वजीर सिंह ने कहा- त्रिकोणीय मुकाबला शादीपुर गांव के रहने वाले वजीर सिंह दलाल ने कहा कि जुलाना में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां मुकाबला कांग्रेस, भाजपा और इनेलो में है। इसका कारण यह है कि डॉ. सुरेंद्र लाठर भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें नहीं दी। इसके बाद वह इनेलो के साथ चले गए। जुलाना में लाठर का बहुत प्रभाव है। विनेश फोगाट के लिए यहां मुश्किलें रहने वाली है, क्योंकि कविता दलाल, सुरेंद्र लाठर, विनेश फोगाट और अमरजीत ढांडा में जाट वोट बंटेगा। अधिकतर ब्राह्मण वोट भाजपा को जाएंगे। इसका सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान होगा। विनेश के ससुरालवालों का यहां कोई ज्यादा सरोकार नहीं है। वे क्षेत्र में मिलनसार भी नहीं है। गूगल राम ने कहा- भूपेंद्र हुड्डा को चाह रहे लोग बुआना गांव के रहने वाले गूगल राम ने बताया कि इस बार कांग्रेस का माहौल है। लोग बदलाव चाहते हैं। यहां विनेश का माहौल इसलिए भी है, क्योंकि एक तो वह खिलाड़ी रही है। दूसरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां आया था, तो वह कह गया था विनेश को खेल मंत्री बनाया जाएगा। अगर, ऐसा होगा तो इस क्षेत्र का विकास होगा। युवा पीढ़ी नशे से दूर होगी ओर खेलों की ओर अग्रसर होगी। जुलाना को कोई नहीं जानता था, लेकिन आज विनेश की वजह से जुलाना को लोग पूरे देश में जान गए हैं। सुरेंद्र बोले- विनेश का खुद का जनाधार नहीं
हथवाला गांव के रहने वाले दुकानदार सुरेंद्र ने कहा कि इस बार यहां बदलाव का माहौल है। यहां न पब्लिक के काम हो रहे हैं और न ही नौकरियां हैं। छोटे दुकानदारों को बहुत पीछे धकेल दिया है। बदलाव का कांग्रेस ही दूसरा विकल्प है। विनेश फोगाट का खुद का जनाधार नहीं है। इनके साथ लोग सहानुभूति के लिए जुड़े हुए हैं।