हरियाणा के चरखी दादरी में एसपी पूजा वशिष्ठ ने वर्ष 2021 के दहेज हत्या के एक मामले में उत्कृष्ट पैरवी व उच्च कोटी का अनुसंधान करके अपराधी को सख्त सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाने के मामले में एसआई कप्तान सिंह को नकद राशि व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उनकी प्रशंसा कर पीठ थपथपाई। जानकारी अनुसार थाना बौन्द कलां में वर्ष 2021 में एक महिला ने शिकायत दर्ज करवाई थी। उसका आरोप था कि दहेज को लेकर उसकी बेटी के साथ मारपीट की गई थी। उन्हें सूचना मिली थी कि लड़की ने अंदर से कमरा बंद कर रखा है और जब मायके पक्ष के लोग ससुराल पहुंचे तो उनकी बेटी का शव पंखे पर बंधे फंदे पर लटकता मिला। इस मामले में अप्रैल माह में कोर्ट ने दहेज हत्या के मामले में पति, सास, ससुर को दोषी ठहराते हुए 10-10 साल कैद व जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। इसी केस में उच्च स्तर पर जांच, सबूत जुटाने व दोषियों को सजा दिलाने के चलते जांच अधिकारी कप्तान सिंह को सम्मानित किया गया है। एसपी पूजा ने कहा कि पुलिस की नौकरी जन सेवा का माध्यम है तथा समर्पण का भाव है, इसलिए पुलिस कर्मियों को जहां भी ड्यूटी लगे, वहां पर अपनी बेहतरीन उपस्थिति दर्ज करवा कर सराहनीय कार्य कर समाज सेवा का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करें।उन्होंने कहा कि सेवा, सुरक्षा व सहयोग पुलिस का परम दायित्व है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति की जान एवं माल की सुरक्षा करना पुलिस की पहली प्राथमिकता है। हरियाणा के चरखी दादरी में एसपी पूजा वशिष्ठ ने वर्ष 2021 के दहेज हत्या के एक मामले में उत्कृष्ट पैरवी व उच्च कोटी का अनुसंधान करके अपराधी को सख्त सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाने के मामले में एसआई कप्तान सिंह को नकद राशि व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उनकी प्रशंसा कर पीठ थपथपाई। जानकारी अनुसार थाना बौन्द कलां में वर्ष 2021 में एक महिला ने शिकायत दर्ज करवाई थी। उसका आरोप था कि दहेज को लेकर उसकी बेटी के साथ मारपीट की गई थी। उन्हें सूचना मिली थी कि लड़की ने अंदर से कमरा बंद कर रखा है और जब मायके पक्ष के लोग ससुराल पहुंचे तो उनकी बेटी का शव पंखे पर बंधे फंदे पर लटकता मिला। इस मामले में अप्रैल माह में कोर्ट ने दहेज हत्या के मामले में पति, सास, ससुर को दोषी ठहराते हुए 10-10 साल कैद व जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। इसी केस में उच्च स्तर पर जांच, सबूत जुटाने व दोषियों को सजा दिलाने के चलते जांच अधिकारी कप्तान सिंह को सम्मानित किया गया है। एसपी पूजा ने कहा कि पुलिस की नौकरी जन सेवा का माध्यम है तथा समर्पण का भाव है, इसलिए पुलिस कर्मियों को जहां भी ड्यूटी लगे, वहां पर अपनी बेहतरीन उपस्थिति दर्ज करवा कर सराहनीय कार्य कर समाज सेवा का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करें।उन्होंने कहा कि सेवा, सुरक्षा व सहयोग पुलिस का परम दायित्व है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति की जान एवं माल की सुरक्षा करना पुलिस की पहली प्राथमिकता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
अनिल विज ने खोला CM दावे का राज:बोले- खट्टर-सैनी के टाइम पार्टी में भ्रम फैलाया; हुड्डा को देखकर आज भी छुप जाते हैं किसान
अनिल विज ने खोला CM दावे का राज:बोले- खट्टर-सैनी के टाइम पार्टी में भ्रम फैलाया; हुड्डा को देखकर आज भी छुप जाते हैं किसान हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि वे CM की कुर्सी पर दावेदारी को लेकर अभी भी कायम हैं। हालांकि वे इसे पाने के लिए न कोई रणनीति बनाएंगे और न ही कोई लॉबिंग करेंगे। अंबाला कैंट से BJP उम्मीदवार अनिल विज ने कहा कि वह किसी से मुकाबला नहीं मानते। उनके सामने असली-नकली कांग्रेस आपस में लड़ रही है। भूपेंद्र हुड्डा पर विज ने कहा कि उन्होंने किसानों की जमीन बिल्डर माफिया को बेची, जिसे किसान आज तक भूले नहीं हैं। शंभू बॉर्डर पर विज ने कहा कि किसान पंजाब की तरफ बैठे हैं, पंजाब सरकार को सोचना चाहिए। वे भी इस पक्ष में नहीं हैं कि किसान हरियाणा में आकर बैठ जाएं। हरियाणा विधानसभा के लिए 90 सीटों पर चुनाव के प्रचार के बीच दैनिक भास्कर ने अनिल विज से विस्तृत बातचीत की। उसके प्रमुख अंश पढ़ें… सवाल: आप 6 बार विधायक रह चुके हैं, इस बार चुनाव प्रचार कैसे चल रहा है?
अनिल विज: मैंने 6 हारे चुनाव जीते हैं। अभी तक के चुनावों में सबसे अधिक माहौल इस चुनाव में लग रहा है। सवाल: विपक्षी कह रहे हैं कि आपकी सीट फंसी हुई है। कांग्रेस की बागी चित्रा सरवारा से कितनी टफ फाइट मानते हैं?
अनिल विज: वे तो आपस में ही लड़ रहे हैं। असली कांग्रेस और नकली कांग्रेस का मुकाबला मीडिया में चल रहा है। इन दोनों (चित्रा औैर परविंदर परी) से मैं अपना मुकाबला नहीं मानता। सवाल: क्या आपको लगता है कि BJP के सामने एंटी इनकंबेंसी की चुनौती है।
अनिल विज: देखिए, 10 साल पहले जब कांग्रेस के भूपेंद्र हुड्डा का यहां राज रहा है, उसकी एंटी इनकंबेंसी अधिक है। जिस प्रकार से उन्होंने नौकरियां बेची, तबादले बेचे। आज भी उनके प्रत्याशी सरेआम मंचों से कह रहे है। कांग्रेस ने कानून का दुरुपयोग कर किसानों की जमीनें बिल्डर माफिया के हाथों बेच दीं। किसान आज भी भूपेंद्र हुड्डा का नाम सुनकर छिप जाता है। किसान को कांग्रेस ने इतना डराया हुआ है। वह केस भी अभी चल रहे हैं। एक केस में अभी 384 करोड़ रुपए की जायदाद भी अटैच हुई है। भाजपा ने अपने कार्यकाल में ऑनलाइन तबादले किए हैं। मेरिट के बेस पर नौकरियां दी गई हैं। सवाल: खट्टर और नायब सैनी जब CM बने तो आपने कुछ नहीं कहा। अब अचानक CM पद का दावा ठोक दिया। ऐसी स्थिति क्यों आई?
अनिल विज: खुद को सीएम चेहरा बताने की एक वजह है। वैसे तो मैने आज तक पार्टी से कुछ नहीं मांगा। सारे विश्व में एक भी आदमी ये साबित भी नहीं कर सकता। जब ये मुख्यमंत्री बदले गए तो प्रदेश में एक आवाज उठी कि अनिल विज सीनियर है तो अनिल विज क्यों नहीं। तो उनको लोगों ने जवाब दिया कि अनिल विज तो मानता नहीं। वह बनना नहीं चाहता। मैंने केवल उस बात का जवाब दिया। वहम था लोगों को वो दूर किया। मैंने मांगा नहीं, यदि पार्टी बनाएगी तो मैं स्वीकार करूंगा। वहम था लोगों को वो दूर किया। सवाल: संगठन ने तो आपकी सीएम दावेदारी को नकार दिया। अब दावे को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाएंगे या पीछे हट जाएंगे?
अनिल विज: कोई रणनीति नहीं बनाऊंगा। किसी को जाकर नहीं कहूंगा। किसी तरह की लॉबिंग नहीं करुंगा। लॉबिंग तो मैंने आज तक की भी नहीं। मैंने तो एक बात का जवाब देना था, दे दिया। सवाल: क्या आपको लगता है कि नायब सैनी के बजाय पीएम मोदी के चेहरे या फिर पार्टी के नाम पर चुनाव लड़ना ज्यादा अच्छा होता।
अनिल विज: हम चुनाव पार्टी की विचारधारा को नाम पर लड़ रहे है। हम व्यक्तिनिष्ठ पार्टी न होकर विचारनिष्ठ पार्टी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम कराए, उसका लाभ लोगों को मिल रहा है। भारतीयों की पूरे विश्व में सम्मान मिल रहा है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 समाप्त की। श्रीराम मंदिर बनाया और तीन तलाक खत्म किए। हरियाणा में पारदर्शी सरकार चलाई गई। उन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे है। सवाल: जो प्रचार में आपका विरोध कर रहे हैं, वे कौन लोग हैं, उनको क्या कहना चाहेंगे।
अनिल विज: विपक्ष का काम है विरोध करना, उस पर मैं ध्यान नहीं देता। सवाल: शंभू बॉर्डर खोलने पर आपकी व्यक्तिगत राय क्या है?
अनिल विज: जो किसान बैठे हुए है वह पंजाब की सीमा पर बैठे हुए है। पंजाब में आज आम आदमी पार्टी की सरकार है। वहां के मुख्यमंत्री को उनके बारे सोचना चाहिए। रास्ता खुलने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हम ये नहीं चाहते कि वह हरियाणा में आकर बैठे। वैसे मैं इस मुद्दे पर ज्यादा नहीं कुछ कहना चाहता क्योंकि ये मुद्दा अदालत में विचाराधीन है। सवाल: मंत्री होने के बावजूद भी शहर के प्रोजेक्ट अधूरे रह गए, क्या अफसरों ने अड़ंगे लगाए?
अनिल विज: कोई अफसरों का अड़ंगा नहीं लगा। कुतुबमीनार एक दिन में नहीं बनी। विकास कार्यों को पूरा होने में समय लगता है। सवाल: कांग्रेस में CM चेहरे की लड़ाई चल रही है। सैलजा को अपशब्द कहे जाने के भी आरोप हैं। आप इस पर क्या कहेंगे।
अनिल विज: मैंने कांग्रेस के एक पूर्व प्रधानमंत्री की लिखी हुई पुस्तक पढ़ी है। पढ़कर आंखें झुक गई। वहां महिलाओं और दलितों का कोई सम्मान नहीं। इतनी बड़ी नेत्री को इन्होंने जातिसूचक शब्द कहे। आज हरियाणा का एक-एक आदमी कांग्रेस से नाराज है। लोग कांग्रेस से बदला लेने के लिए तैयार है। हरियाणा के नेताओं के ये VIP इंटरव्यू भी पढ़ें…
1.कुलदीप बिश्नोई बोले-रणजीत चौटाला की बात में वजन नहीं:मैं लोकसभा चुनाव लड़ता तो सबसे बड़ी जीत होती; हुड्डा परिवार से फर्क नहीं पड़ता
2. सैलजा बोलीं- CM का फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा:पार्टी में हुड्डा की चलने जैसी कोई बात नहीं; BJP में तो मुख्यमंत्री-अध्यक्ष के ही सुर अलग-अलग 3. दुष्यंत चौटाला बोले-BJP का प्रोपेगैंडा सफल नहीं होगा:हमारा विरोध वो लोग कर रहे, जिनके लिए हम चैलेंज हैं; हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा होगी 4. किरण चौधरी बोलीं- भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा सेटिंग करने वाले नेता:बापू-बेटे पर लटक रही तलवार; सैलजा के अपमान से दुख हो रहा, BJP में सुकून मिला
हरियाणा में बेटे को 2 नौकरियां मिलीं, लेकिन परिवार दुखी:रिजल्ट से पहले हार्ट अटैक से मौत, जन्मदिन पर परिजनों को मिला नौकरी लगने का मैसेज
हरियाणा में बेटे को 2 नौकरियां मिलीं, लेकिन परिवार दुखी:रिजल्ट से पहले हार्ट अटैक से मौत, जन्मदिन पर परिजनों को मिला नौकरी लगने का मैसेज 17 अक्टूबर 2024
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने ग्रुप-सी और डी की भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया। जिसमें नारनौल के मुकेश का ग्रुप डी और ग्रुप सी में पटवारी के लिए चयन हुआ। मोबाइल पर 2-2 सरकारी नौकरियों में चयन का मैसेज आया तो परिजनों की आंखें नम हो गईं। क्योंकि मुकेश की मौत रिजल्ट से 47 दिन पहले ही हार्ट अटैक से हो गई थी। जिस दिन रिजल्ट आया, उस दिन मुकेश का जन्मदिन था। उसका परिवार कह रहा है कि अब हम इन नौकरियों का क्या करेंगे। जब नौकरी करने वाला ही नहीं है, तो हम क्या करेंगे? मुकेश के पिता नारनौल के मोती नगर के रहने वाले हैं। सीता राम पेशे से व्यवसायी हैं। परिवार को नहीं पता था कि मुकेश ने कब फॉर्म भरा था। जब वह परीक्षा देने गया, तब जाकर परिवार को पता चला कि उसने नौकरी का फॉर्म भरा है। इससे पहले लोको पायलट की भर्ती में हुआ था चयन
बीटेक तक की पढ़ाई कर चुके मुकेश का चयन पहले रेलवे में लोको पायलट के पद पर हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ग्रुप सी और ग्रुप डी के लिए कुल पदों की संख्या क्रमश: 25500 और 2600 थी। इनमें ग्रुप की कुल संख्या 25 और श्रेणियों की कुल संख्या 205 थी। महेंद्रगढ़ में 1980 युवाओं का चयन
इन पदों के लिए करीब 24800 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इस ग्रुप सी और डी की भर्ती परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित किया गया। आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर परिणाम जारी कर दिए गए हैं। भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी दिनभर रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर डालकर परिणाम देखते रहे। इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि तो नहीं हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा जरूर रही कि हरियाणा में सबसे ज्यादा चयनित अभ्यर्थियों की संख्या महेंद्रगढ़ जिले में करीब 1980 रही। जिले का शायद ही कोई गांव हो, जहां एक भी अभ्यर्थी चयनित न हुआ हो।
नारनौल में मंत्री ने नायब तहसीलदार को किया चार्जशीट:रणजीत चौटाला बोले- न सुधरें तो सस्पेंड कर दें; रानिया से लड़ेगे चुनाव
नारनौल में मंत्री ने नायब तहसीलदार को किया चार्जशीट:रणजीत चौटाला बोले- न सुधरें तो सस्पेंड कर दें; रानिया से लड़ेगे चुनाव हरियाणा के नारनौल में बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने ग्रीवेंस की बैठक में डीसी को नांगल चौधरी के नायब तहसीलदार को नोटिस भेजकर चार्जशीट करने तथा आगे भी ऐसा ही रवैया रखने पर सस्पेंड करने के आदेश दिए। इस मौके पर उन्होंने शहर की समस्याओं सहित अन्य समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को कड़ाई से पालन करने के आदेश दिए। बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने स्थानीय पंचायत भवन में ग्रीवेंस की बैठक के ली। इस बैठक में पूर्व निर्धारित परिवादो के अलावा लोगों ने अपनी समस्याएं बताई। इन समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि सरकार जिला और प्रशासन लोगों की समस्याओं का समाधान करने का हर संभव प्रयास कर रहा है। इसी दौरान नांगल चौधरी के ग्रीवेंस कमेटी के सदस्यों ने नांगल चौधरी के नायब तहसीलदार के कार्यालय में न बैठने तथा वहां पर रजिस्ट्रियां न होने की समस्या बताई। इस पर संज्ञान लेते हुए मंत्री ने उपायुक्त व अन्य अधिकारियों से नायब तहसीलदार के काम के बारे में बातचीत की। पता चला कि नायब तहसीलदार अधिकांश समय एब्सेंट रहते हैं। इसके बाद बिजली मंत्री ने डीसी को नायब तहसीलदार को नोटिस भेज कर चार्जशीट करने तथा आगे अब्सेंट रहने पर सस्पेंड करने की बात कही। चौटाला ने बताए अपनी हार के कारण इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिजली मंत्री ने इच्छा जताई कि वे रानिया विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। भारतीय जनता पार्टी उनको रानिया से टिकट देती है तो वे वहां से चुनाव लड़ेंगे। लोकसभा चुनाव में हुई हार के बारे में उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन, पंचायतों के अधिकार कम करना तथा अनेक मुद्दे भाजपा की हार का कारण रहे हैं। वहीं उनके परिवार के दो सदस्य भी उनके सामने चुनाव लड़ रहे थे, जिनकी वजह से भी उनकी हार हुई है। लेकिन उनकी हार कोई ज्यादा मार्जिन से नहीं हुई। उन्होंने 5 लाख से अधिक वोट प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी इन मुद्दों को सुलझाने के काम कर रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा 50 सीटों पर विजय हासिल करेगी।