<p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की ओर जाते समय नंदप्रयाग के समीप पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास निगम) द्वारा मलबा हटाने का कार्य तो पूरा कर लिया गया है, लेकिन अब तक डामरीकरण नहीं किया गया है. इसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहनों को उड़ती धूल के बीच यात्रा करनी पड़ रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>करीब 120 मीटर के हिस्से में सड़क पर केवल मिट्टी और बजरी बिछी हुई है, जिससे भारी वाहनों के गुजरते ही धूल का गुबार उड़ता है. यह स्थिति न केवल तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है, बल्कि स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल रही है. पर्थाडीप क्षेत्र बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अहम हिस्सा है, इसलिए यहां की सड़क व्यवस्था का ठीक होना बेहद जरूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, नंदप्रयाग बाजार में पार्किंग की समस्या भी जाम का कारण बन रही है. बाजार क्षेत्र से लेकर झूलाबगड़ तक सड़क पर दोनों ओर से वाहनों के आने-जाने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. झूलाबगड़ की सड़क पहले से ही संकरी है, ऐसे में तीर्थयात्रा के दौरान बढ़ा यातायात दबाव और भी समस्या खड़ी कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता तेजवीर कंडारी ने इस स्थिति पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि एनएचआईडीसीएल को जल्द से जल्द पर्थाडीप क्षेत्र में डामरीकरण कार्य पूरा करना चाहिए ताकि तीर्थयात्रियों को धूलभरी यात्रा से राहत मिल सके. साथ ही नंदप्रयाग में स्थायी वाहन पार्किंग व्यवस्था की भी मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, चमोली थाने के थानाध्यक्ष अनुरोध व्यास ने बताया कि नंदप्रयाग क्षेत्र में यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. उन्होंने दावा किया कि जाम की स्थिति को रोकने के प्रयास लगातार जारी हैं और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है. हालांकि, जब तक सड़क का डामरीकरण नहीं होता और पार्किंग की स्थायी व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक यात्रियों और स्थानीय लोगों को असुविधा से राहत मिलना मुश्किल नजर आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले चमोली के जिलाधिकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीपी लाइव ने चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस इलाकेम काफी भूस्खलन हुआ था जिसे ठीक किया गया है साथी केंद्र की एजेंसी के द्वारा उसका काम किया जाना है हमारे द्वारा इनको पत्राचार कर दिया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि एक हफ्ते के अंदर इस सड़क पर डामरीकरण कर दिया जाएगा यात्राम मै किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी हमारे सभी अधिकारी लगतार इस विषय पर नजर बनाए हुए है, और उम्मीद है कि एक हफ्ते में इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की ओर जाते समय नंदप्रयाग के समीप पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास निगम) द्वारा मलबा हटाने का कार्य तो पूरा कर लिया गया है, लेकिन अब तक डामरीकरण नहीं किया गया है. इसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहनों को उड़ती धूल के बीच यात्रा करनी पड़ रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>करीब 120 मीटर के हिस्से में सड़क पर केवल मिट्टी और बजरी बिछी हुई है, जिससे भारी वाहनों के गुजरते ही धूल का गुबार उड़ता है. यह स्थिति न केवल तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है, बल्कि स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल रही है. पर्थाडीप क्षेत्र बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अहम हिस्सा है, इसलिए यहां की सड़क व्यवस्था का ठीक होना बेहद जरूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, नंदप्रयाग बाजार में पार्किंग की समस्या भी जाम का कारण बन रही है. बाजार क्षेत्र से लेकर झूलाबगड़ तक सड़क पर दोनों ओर से वाहनों के आने-जाने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. झूलाबगड़ की सड़क पहले से ही संकरी है, ऐसे में तीर्थयात्रा के दौरान बढ़ा यातायात दबाव और भी समस्या खड़ी कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता तेजवीर कंडारी ने इस स्थिति पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि एनएचआईडीसीएल को जल्द से जल्द पर्थाडीप क्षेत्र में डामरीकरण कार्य पूरा करना चाहिए ताकि तीर्थयात्रियों को धूलभरी यात्रा से राहत मिल सके. साथ ही नंदप्रयाग में स्थायी वाहन पार्किंग व्यवस्था की भी मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, चमोली थाने के थानाध्यक्ष अनुरोध व्यास ने बताया कि नंदप्रयाग क्षेत्र में यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. उन्होंने दावा किया कि जाम की स्थिति को रोकने के प्रयास लगातार जारी हैं और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है. हालांकि, जब तक सड़क का डामरीकरण नहीं होता और पार्किंग की स्थायी व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक यात्रियों और स्थानीय लोगों को असुविधा से राहत मिलना मुश्किल नजर आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले चमोली के जिलाधिकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीपी लाइव ने चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस इलाकेम काफी भूस्खलन हुआ था जिसे ठीक किया गया है साथी केंद्र की एजेंसी के द्वारा उसका काम किया जाना है हमारे द्वारा इनको पत्राचार कर दिया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि एक हफ्ते के अंदर इस सड़क पर डामरीकरण कर दिया जाएगा यात्राम मै किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी हमारे सभी अधिकारी लगतार इस विषय पर नजर बनाए हुए है, और उम्मीद है कि एक हफ्ते में इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड योगी सरकार का डिजिटल कदम, राजस्व विभाग में आएगी पारदर्शिता और काम में तेजी
चारधाम यात्रा 2025: पर्थाडीप में हाईवे की खस्ता हालत, तीर्थयात्री कर रहे धूलभरी यात्रा का सामना
