हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के चिंतपूर्णी में साइबर फ्रॉड का एक नया मामला सामने आया है। चिंतपूर्णी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमन शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दी कि वह शनिवार को चंडीगढ़ गया था। 11:00 के करीब उसका फोन हैक हो गया। फोन पर सिर्फ इनकमिंग आ रही थी इसके अलावा ना ही आउटगोइंग और ना ही फेसबुक और व्हाट्सएप चल रही थी। इसके बाद कुछ लोगों द्वारा उन्हें फोन कर सूचना दी गई कि आपके फोटोग्राफ लगाकर एक व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप चैट के माध्यम से पैसों की मांग की जा रही है, जिसमें व्यक्ति द्वारा अपना स्कैनर भेजा जा रहा है इसके बाद जिन लोगों के फोन आए उन्होंने उनको पैसे ना डालने के लिए कहा परंतु कुछ लोगों ने शातिर के झांसे में आकर पैसे डाल दिए हैं। तीन लोगों के द्वारा 5000,2000,1000 की राशि डाली गई अमन शर्मा द्वारा बताया गया की तीन लोगों के द्वारा 5000,2000,1000 की राशि डाली गई है। इसके बारे में फोन के माध्यम से उन्होंने सूचना दी है। वहीं चिंतपूर्णी थाना प्रभारी अनिल उपाध्याय ने बताया कि अमन शर्मा नाम के व्यक्ति द्वारा चिंतपूर्णी थाना में शिकायत दी गई है पुलिस के साइबर सेल को इसकी सूचना दी गई है आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के चिंतपूर्णी में साइबर फ्रॉड का एक नया मामला सामने आया है। चिंतपूर्णी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमन शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दी कि वह शनिवार को चंडीगढ़ गया था। 11:00 के करीब उसका फोन हैक हो गया। फोन पर सिर्फ इनकमिंग आ रही थी इसके अलावा ना ही आउटगोइंग और ना ही फेसबुक और व्हाट्सएप चल रही थी। इसके बाद कुछ लोगों द्वारा उन्हें फोन कर सूचना दी गई कि आपके फोटोग्राफ लगाकर एक व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप चैट के माध्यम से पैसों की मांग की जा रही है, जिसमें व्यक्ति द्वारा अपना स्कैनर भेजा जा रहा है इसके बाद जिन लोगों के फोन आए उन्होंने उनको पैसे ना डालने के लिए कहा परंतु कुछ लोगों ने शातिर के झांसे में आकर पैसे डाल दिए हैं। तीन लोगों के द्वारा 5000,2000,1000 की राशि डाली गई अमन शर्मा द्वारा बताया गया की तीन लोगों के द्वारा 5000,2000,1000 की राशि डाली गई है। इसके बारे में फोन के माध्यम से उन्होंने सूचना दी है। वहीं चिंतपूर्णी थाना प्रभारी अनिल उपाध्याय ने बताया कि अमन शर्मा नाम के व्यक्ति द्वारा चिंतपूर्णी थाना में शिकायत दी गई है पुलिस के साइबर सेल को इसकी सूचना दी गई है आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल का ऐसा शहर,जहां आज स्वतंत्रता दिवस मनाते:लोगों के दबाव के कारण राजा को गद्दी छोड़नी पड़ी, पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी
हिमाचल का ऐसा शहर,जहां आज स्वतंत्रता दिवस मनाते:लोगों के दबाव के कारण राजा को गद्दी छोड़नी पड़ी, पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी भारत 15 अगस्त को देश का 78वां स्वतंत्रता दिवस मना चुका है। मगर हिमाचल में एक शहर ऐसा है जहां आजादी दिवस आज मनाया जा रहा है। शिमला से लगभग 33 किलोमीटर दूर ठियोग में आजादी दिवस 16 अगस्त को मनाने की परंपरा 1947 से चली आ रही है। यहां आजादी दिवस को ‘जलसा’ फेस्टिवल के तौर पर मनाया जाता है। इसके पीछे का इतिहास गौरवमयी है। नीचे इसके पीछे की पूरी वजह पढ़िए… साल 1946 में देश 360 रियासतों के राजाओं, राणाओं, नवाब और निजाम के शासन से मुक्ति के लिए लड़ रहा था। 1946 में ही ठियोग रियासत की जनता ने राजाओं की सत्ता से मुक्ति पाई। इसी साल ठियोग में देश के पहले प्रजामंडल का गठन किया गया। 16 अगस्त 1947 को लोग बासा ठियोग में राजा कर्मचंद के महल के बाहर इकट्ठे हुए। जनता के दबाव में राजा को को गद्दी छोड़नी पड़ी। देश में पहली डेमोक्रेटिक सरकार ठियोग में बनी
इसी दिन ठियोग में देश की पहली डेमोक्रेटिक सरकार बनी। प्रजामंडल के प्रधानमंत्री सूरत राम प्रकाश बने। इनके साथ गृह मंत्री बुद्धिराम वर्मा, शिक्षा मंत्री सीताराम वर्मा समेत अन्य 8 अन्य ने मंत्री पद की शपथ ली। तब से ठियोग में आजादी दिवस 16 अगस्त को मनाया जा रहा है। देश के लिए बलिदान देने वालों को किया जाता है याद
इस जलसा पर्व में न केवल देश के लिए बलिदान देने वाले महान सपूतों को याद किया जाता है, बल्कि सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम और विभिन्न खेलकूद का भी आयोजन होता है। यह आयोजन 15 और 16 अगस्त दो दिन चलता है। पूरी ठियोग रियासत की जनता इस पर्व के लिए ऐतिहासिक पोटेटो ग्राउंड पहुंचती है। क्षेत्र के ज्यादातर स्कूलों के बच्चे इसमें प्रस्तुतियां देते हैं। वीरभद्र सरकार ने जलसा को जिला स्तरीय का दर्जा दिया
जलसा पर्व के लिए ठियोग में हर साल 16 अगस्त की लोकल छुट्टी रहती है। पूर्व वीरभद्र सरकार ने ठियोग के इस जलसा पर्व को जिला स्तरीय का दर्जा दिया। परंपरा यह रही कि जलसा पर्व के लिए क्षेत्र के लोग हर साल नए कपड़ों की खरीददारी करते हैं। नए कपड़े पहनकर मेले में पहुंचते हैं। मेला स्थल पर अगले 15 से 20 दिन इलाके के लोग खरीदारी के लिए पहुंचते है। कहां बसा है ठियोग शहर
ठियोग कस्बा शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे पर बसा है। शिमला से ठियोग पहुंचने में गाड़ी में एक से डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग के लिए दूसरा कोई जरिया नहीं है। पहले प्रजामंडल के PM के बेटे बोले-
जलसा पर्व को लेकर प्रजामंडल के पहले प्रधानमंत्री रहे सूरत राम प्रकाश के बेटे एवं रिटायर्ड शास्त्री जय प्रकाश ने बताया कि कहा कि देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, मगर ठियोग से पहले कहीं भी न प्रजामंडल बना और न मिनिस्ट्री का गठन हुआ। 16 अगस्त 1947 को ठियोग में प्रधानमंत्री समेत 8 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
चंबा-पठानकोट हाईवे पर खाई में गिरी पिकअप:हादसे में 2 युवक हुए घायल, सब्जी की सप्लाई करने जा रहे थे, मेडिकल कॉलेज रेफर
चंबा-पठानकोट हाईवे पर खाई में गिरी पिकअप:हादसे में 2 युवक हुए घायल, सब्जी की सप्लाई करने जा रहे थे, मेडिकल कॉलेज रेफर पठानकोट से चंबा में सब्जी की सप्लाई करने जा रही महिंद्रा पिकअप पठानकोट-चंबा हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस वाहन दुर्घटना में 2 लोग घायल हो गए। राहत की बात यह रही कि पिकअप अनियंत्रित होकर पैरापिट से टकरा गई। जिसकी वजह से गाड़ी की रफ्तार थोड़ी कम हो गई। लेकिन पिकअप सड़क से करीब 50 फीट नीचे गिर गई। पुलिस थाना डल्हौजी में गाड़ी दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया है। अनियंत्रित होकर पैरापिट से टकराई पिकअप जानकारी के अनुसार पिकअप सवार पठानकोट से सलूणी की ओर जा रहे थे। गोली से जीरो प्वाइंट पर पहुंचने पर गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर पैरापिट से जा टकराई और खाई में जा गिरी। पिकअप गाड़ी गिरने की आवाज लोगों ने सुनी तो वे घटना स्थल की तरफ दौड़े चले आए। राहत की बात यह रही कि इस वाहन हादसे में किसी की जान नहीं गई। इस हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान मोहम्मद सन्नी पुत्र रमजान मोहम्मद गांव निवासी चियुंड और रोहित पुत्र सुरेंद्र कुमार गांव दनेल तहसील सलूणी के रूप में हुई है। मेडिकल कॉलेज में किया रेफर घायलों को उपचार के लिए बाथरी सीएचसी ले जाया गया। जहां उनका प्राथमिक उपचार कर मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया गया। एएसआई कुलदीप ने बताया कि घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटना के कारणों की जांच पुलिस कर रही है। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों हालत स्थिर है।
हिमाचल में कार एक्सीडेंट में 3 की मौत:पति, पत्नी और भाई की गई जान, 2 घायल; आधी रात को हुई दुर्घटना
हिमाचल में कार एक्सीडेंट में 3 की मौत:पति, पत्नी और भाई की गई जान, 2 घायल; आधी रात को हुई दुर्घटना हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र भरमौर में रविवार देर रात भरमौर-भरमाणी सड़क पर सावनपुर के पास एक ऑल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई और 2 व्यक्ति घायल हुए हैं। एक घायल का सिविल अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है, जबकि दूसरे घायल को प्राथमिक उपचार के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इस हादसे में 2 भाई और एक की पत्नी की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान विजय कुमार पुत्र धर्म सिंह, तृप्ता देवी पत्नी विजय कुमार और कमलेश कुमार पुत्र धर्म सिंह गांव संचूई भरमौर के रूप में हुई है। हादसे में नंदिनी देवी पुत्री विजय कुमार घायल हुई हैं। नंदिनी का नागरिक अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है। कार में सवार एक अन्य शिवकुमार पुत्र मानसिंह की हालत को गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया गया है। रात 12.30 बजे हादसा पुलिस के अनुसार, यह हादसा रात करीब करीब 12:30 बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने देर रात तक शव को खाई से निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों का भरमौर में आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। हादसे के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है।