हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के चिंतपूर्णी थाना क्षेत्रांतर्गत बधमाणा के जंगल में एक सड़ी गली लाश मिलने से हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, एक स्थानीय व्यक्ति अपनी गाय चराने के लिए बधमाणा के जंगल में पहुंचा तो उसे भयंकर दुर्गंध आने लगी। दुर्गंध के बाद उसने आसपास देखा तो उसे एक लाश दिखाई दी। लाश की सूचना उसने ग्राम पंचायत के प्रधान सुरम सिंह को दी। प्रधान ने मौके पर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। वहीं, सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान हमीरपुर निवासी 48 वर्षीय किशोरी के रुप में हुई है। किशोरी चार दिन पहले चिंतपूर्णी से अपने घर हमीरपुर जाने के लिए निकला था। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के चिंतपूर्णी थाना क्षेत्रांतर्गत बधमाणा के जंगल में एक सड़ी गली लाश मिलने से हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, एक स्थानीय व्यक्ति अपनी गाय चराने के लिए बधमाणा के जंगल में पहुंचा तो उसे भयंकर दुर्गंध आने लगी। दुर्गंध के बाद उसने आसपास देखा तो उसे एक लाश दिखाई दी। लाश की सूचना उसने ग्राम पंचायत के प्रधान सुरम सिंह को दी। प्रधान ने मौके पर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। वहीं, सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान हमीरपुर निवासी 48 वर्षीय किशोरी के रुप में हुई है। किशोरी चार दिन पहले चिंतपूर्णी से अपने घर हमीरपुर जाने के लिए निकला था। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में 8 नशा तस्कर गिरफ्तार:शाही महात्मा गैंग के अबतक पकड़े गए 34 आरोपी, गिरोह में अभी भी 30 सदस्य होने की आशंका
शिमला में 8 नशा तस्कर गिरफ्तार:शाही महात्मा गैंग के अबतक पकड़े गए 34 आरोपी, गिरोह में अभी भी 30 सदस्य होने की आशंका शिमला जिला में पुलिस को चिट्टा तस्करों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। जिला पुलिस ने शनिवार को अंतरराज्यीय चिट्टा गिरोह शाही महात्मा गैंग के 8 तस्करों गिरफ्तार कर किया है। पुलिस ने अब तक इस गैंग के 34 लोग पकड़ लिए हैं। पुलिस को शक है कि इस गैंग में 30 से ज्यादा और सदस्य हो सकते हैं। पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि नशे के खिलाफ जिला में पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है, जिसमें शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर गिरोह शाही महात्मा गैंग के 8 तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी यूपी का रहने वाला
शनिवार को पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान अल्तमस मकरानी बिजनौर उतर प्रदेश उम्र 21 साल, जो वर्तमान में रोहड़ू में रहता था। इसके अलावा नवदीप नेगी उम्र 39 साल, संदीप शर्मा उम्र 29 साल, रानुष पुहारता उम्र 27 वर्ष, खुशी राम ठाकुर उम्र 28 साल, सोमेश्वर उम्र 32 साल, हनीश रांटा उम्र 25 वर्ष व पुरस्कृत वर्मा उम्र 33 वर्ष शामिल है। सभी आरोपी शिमला जिला के रोहड़ू क्षेत्र से सबंध रखने वाले हैं। अब तक 34 लोग गिरफ्तार
SP शिमला ने बताया कि पुलिस ने शाही महात्मा गैंग के अब तक 34 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को शक है कि इस गैंग में अभी भी 30 से ज्यादा और सदस्य हो सकते हैं। SP ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि बीते कुछ समय में पुलिस टीम तीन गैंग का भंडाफोड़ कर चुकी है। 468 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था पहला आरोपी
बता दें कि पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले रोहड़ू क्षेत्र से कश्मीर के एक व्यक्ति को 468 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पुलिस गैंग के सरगना शाही महात्मा (शशि नेगी) तक पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते ही गैंग का भंडाफोड़ किया और इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी जारी है। शनिवार को पुलिस ने इस मामले में 8 और लोगों को गिरफ्तार किया है।
सोलन में अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग श्रमिकों ने किया शक्ति प्रदर्शन:वेतन समझौते पर नहीं बनी सहमति, कामकाज रहा ठप; कंपनी कर रहा कानून की अवहेलना
सोलन में अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग श्रमिकों ने किया शक्ति प्रदर्शन:वेतन समझौते पर नहीं बनी सहमति, कामकाज रहा ठप; कंपनी कर रहा कानून की अवहेलना सोलन जिला के शालूघाट बाड़ूबाड़ा मन्दिर के नजदीक गुरुवार को अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग बागा के श्रमिकों ने वेतन समझौते पर सहमति न बनने पर शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 300 श्रमिकों ने भाग लिया, जिससे उद्योग का कामकाज ठप रहा। अल्ट्राटेक कामगार संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार और महामंत्री सुनील कुमार ने बताया की जो श्रमिक यहां से सेवानिवृत होकर गए हैं उनकी ग्रेच्युटी भी नहीं दी गई। वहीं बहुत से श्रमिक यूनिफार्म, गर्म जैकेट की सुविधा से वंचित हैं। 26 दिन का मिलता है वेतन वार्षिक छुट्टी भी केवल 12 ही देते हैं और मासिक वेतन भी केवल 26 दिन का दिया जाता है। इसके अतिरिक्त वेज बोर्ड में भी दो श्रेणी में बांटा गया है, जबकि कर्मचारी क्रमांक सभी का समान और क्रमबद्ध है लेकिन मासिक वेतन में भिन्नता बहुत अधिक है। अल्ट्राटेक कंपनी श्रमिकों के साथ खुला श्रम क़ानून की अवहेलना कर रहा है, जो हिमाचल सरकार ने 25 रुपए की बढ़ोतरी की है वह भी श्रमिकों को नहीं दिया गया। लगातार हड़ताल करने की चेतावनी उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भाजपा सरकार ने 50 रुपए की बढ़ोतरी की थी वह पैसा भी कंपनी ने खुलेआम नहीं दिया और किसी भी प्रकार का वेतन समझौता भी अल्ट्राटेक प्रबंधक वर्ग नहीं कर रहा। हिमाचल प्रान्त के महामंत्री यशपाल हैटा ने कहा यदि समय पूर्व वेतन समझौता नहीं होता, फिर हम लगातार हड़ताल करेंगे लेकिन श्रमिकों के शोषण को नहीं होने देंगे। सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन अखिल भारतीय सीमेंट महासंघ के महामंत्री ने कहा की इस शक्ति प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश के 6 सीमेंट उद्योगों से पदाधिकारी उपस्थित रहें और सभी ने सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन किया है। इसलिए शीघ्र हिमाचल सीमेंट महासंघ की कार्य समिति का गठन होगा, जिससे सीमेंट उद्योगों में श्रमिकों के शोषण पर रोक लगाने का भरसक प्रयास किया जाएगा। महासंघ बनने के बाद एक ही आवाज से हिमाचल के सारे सीमेंट उद्योग बंद होंगे लेकिन श्रम क़ानून की अनदेखी जो भी करेगा उसके लिए महासंघ एकजुटता से कार्य करेगा। एक दिन के शक्ति प्रदर्शन में सभी ने अपने अपने विचार रखे आगे की रणनीति पर चर्चा का विषय भी रखा गया, जिसमें सभी ने अपनी दुःख भरी पीड़ा और परेशानी व्यक्त की।
हिमाचल में गोमांस पर बवाल:आरोपियों ने गाय के पैर छूकर माफी मांगी; हिंदू संगठन बोले- हमारी भावनाओं से खिलवाड़, पुलिस बोली- सबूत नहीं मिले
हिमाचल में गोमांस पर बवाल:आरोपियों ने गाय के पैर छूकर माफी मांगी; हिंदू संगठन बोले- हमारी भावनाओं से खिलवाड़, पुलिस बोली- सबूत नहीं मिले हिमाचल में शिमला की मस्जिद विवाद के बीच शहर के ओल्ड बस स्टैंड के साथ एक होटल में गोमांस लाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सदर थाना पुलिस को एक होटल में काम करने वाले कर्मचारी ने शिकायत दी है कि उसके होटल में मुस्लिम समुदाय के लोग गोमांस लेकर आते हैं, और खाते हैं। इस शिकायत पर पुलिस होटल पहुंची और मामले की जांच की। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने होटल में बीफ न होने की बात कही है। साथ ही थाने में एक शिकायत दर्ज कर होटल के अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, जिन 2 मुस्लिम युवकों पर आरोप है, वे फरार हैं। आरोपी युवकों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे गाय के पैर छूकर माफी मांग रहे हैं। होटल में नहीं मिला गाय का मांस
सदर थाना प्रभारी धरम नेगी के अनुसार, उन्हें 2 दिन पहले एक होटल के कर्मचारी ने थाने आकर शिकायत दी कि उसके होटल में बीफ आता है। उसने बताया था कि होटल में काम करने के लिए जम्मू-कश्मीर से कुछ युवक आए हैं। वे अक्सर होटल में गोमांस लाते हैं, और पकाकर खाते हैं। इसकी जानकारी हिंदू जागरण मंच के सदस्यों को भी हुई। मामला बिगड़ने से पहले पुलिस होटल पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने अन्य होटल कर्मियों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने होटल में गोमांस होने की बात स्वीकार नहीं की। साथ ही जिन युवकों पर होटल में गोमांस लाने का आरोप है, वे फरार है। थाना प्रभारी का कहना है कि होटल के कर्मियों ने बताया था कि आरोपी युवक अचार लेकर आते थे। गोमांस नहीं था। हालांकि, पुलिस को होटल से आरोपी युवकों का लाया अचार भी बरामद नहीं हुआ है। धरम नेगी ने कहा कि शहर का माहौल इस समय तनावपूर्ण है। ऐसी स्थिति में माहौल ज्यादा खराब करने के लिए यह केवल अफवाह फैलाई गई थी। 2 वीडियो सामने आए
दूसरी तरफ इस मामले से जुड़े 2 वीडियो सामने आए हैं। एक CCTV फुटेज है, जिसमें होटल में काम करने वाले मुस्लिम युवक थैलियों में कुछ लेकर आए हैं। उन थैलियों में गोमांस बताया जा रहा है। यह CCTV 2 अक्टूबर की दोपहर का है। वहीं, दूसरा वीडियो एक गाय का है, जिसमें आरोपी मुस्लिम युवक गाय के पैर छूकर माफी मांग रहे हैं। हालांकि, इस वीडियो की दैनिक भास्कर पुष्टि नहीं करता। इस वीडियो में 2 युवकों से गाय के पैर छुआए गए और उनसे यह बोलने के लिए कहा गया कि भविष्य में गोमांस कभी नहीं खाएंगे। बताया जा रहा है कि ये दोनों युवक की होटल में काम करते और गोमांस लाकर खाते थे। जब हिंदू संगठनों ने इन्हें पकड़ लिया तो गाय के पैर छूकर माफी मंगवाई। इसके बाद इन्हें छोड़ दिया। तब से ही ये दोनों युवक फरार हैं। हिंदू जागरण मंच के नेता ने उठाए सवाल
इधर, हिंदू जागरण मंच के नेता कमल गौतम ने कहा है कि इन दिनों नवरात्र चल रहे है। इन पवित्र दिनों में शिमला के होटलों में विशेष समुदाय के लोग गोमांस लाकर हिंदू समुदाय की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। होटल में ही रहने वाले हिंदू कर्मचारी ने इसका विरोध किया। तब इसका खुलासा हुआ।