वाराणसी में बुधवार को एक युवक ने गंगा नदी में कूदकर जान दे दी। आरोप है कि सुबह एक छात्रा स्कूल जा रही थी, तभी विशाल सोनकर ने उसे रोका। छेड़खानी और कहासुनी करने लगा। विरोध पर डांटने पर लगा। तभी सिपाही आया। उसने विशाल को थप्पड़ थड़ दिया। इसके बाद छात्रा ने भी पीटा। इस बात से आहत होकर विशाल ने कूदकर सुसाइड कर लिया। एनडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने शव को बरामद कर लिया। देर रात 100 से अधिक लोग लंका थाने को घेरने जा रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें रोक दिया। भीड़ को काबू करने के लिए चितईपुर, भेलूपुर, सिगरा, लंका, मडूआड़ीह थाने की फोर्स बुलाई गई। परिवार वालों ने थाने के बाहर शव रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि अगर सिपाही ने सिर्फ समझा दिया होता, तो आज मेरा बेटा जिंदा होता। हालांकि देर रात DCP सूर्यकांत त्रिपाठी परिजनों से मिले। कहा कि जल्द ही इंस्पेक्टर और दरोगा को सस्पेंड किया जाएगा। इसके बाद परिजन शांत हुए। परिजन बोले-इंस्पेक्टर, दरोगा पर दर्ज हो FIR परिजनों की मांग है कि इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्रा, दरोगा लक्ष्मीकांत समेत उनके सहयोगी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए। पिता ने एसीपी भेलूपुर को तहरीर भी दी है। पुलिस का कहना है कि विशाल को महज चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। वहीं, घटना से जुड़ा CCTV फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमें सिपाही थप्पड़ मारते दिखाई दे रहा है। विशाल के पिता लंका थाने में होमगार्ड लंका थाने में शारदा प्रसाद होमगार्ड हैं। उनका बेटा विशाल सोनकर फल-सब्जी की ठेला लगाता है। सुबह विशाल ठेले के पास था। तभी नगवां क्षेत्र की एक छात्रा साइकिल से वहां से निकली। ठेले के सामने आने पर विशाल ने छात्रा पर कुछ टिप्पणी कर दी। इसके बाद छात्रा ने साइकिल रोककर उसकी बात का विरोध किया। फिर सड़क पर ही दोनों में कहासुनी और झगड़ा होने लगा। विशाल ने छात्रा को डांटा, तो वह रोने लगी। इसके बाद उसने विशाल पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। इसी दौरान मॉर्निंग वॉक पर निकले लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल के साथ वहां पहुंच गए। हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल ने विशाल को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद छात्रा को बुलाया और उससे भी तीन थप्पड़ मरवाए। फिर छात्रा स्कूल चली गई। पुलिस वाले भी विशाल को छोड़कर आगे चले गए। CCTV में पहले सिपाही, फिर लड़की ने मारे थप्पड़ सरेराह चौराहे पर पुलिस और छात्रा की पिटाई से विशाल को बेइज्जती महसूस हुई। इसके बाद वह गंगा नदी के किनारे पहुंचा और छलांग लगा दी। नाविक ने उसको बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। गंगा में कूदने के बाद विशाल ने पहले तैरकर बचने का प्रयास किया। लेकिन, तेज प्रवाह में बह गया। कुछ दूर जाकर डूब गया और उसकी मौत हो गई। वाराणसी में बुधवार को एक युवक ने गंगा नदी में कूदकर जान दे दी। आरोप है कि सुबह एक छात्रा स्कूल जा रही थी, तभी विशाल सोनकर ने उसे रोका। छेड़खानी और कहासुनी करने लगा। विरोध पर डांटने पर लगा। तभी सिपाही आया। उसने विशाल को थप्पड़ थड़ दिया। इसके बाद छात्रा ने भी पीटा। इस बात से आहत होकर विशाल ने कूदकर सुसाइड कर लिया। एनडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने शव को बरामद कर लिया। देर रात 100 से अधिक लोग लंका थाने को घेरने जा रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें रोक दिया। भीड़ को काबू करने के लिए चितईपुर, भेलूपुर, सिगरा, लंका, मडूआड़ीह थाने की फोर्स बुलाई गई। परिवार वालों ने थाने के बाहर शव रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि अगर सिपाही ने सिर्फ समझा दिया होता, तो आज मेरा बेटा जिंदा होता। हालांकि देर रात DCP सूर्यकांत त्रिपाठी परिजनों से मिले। कहा कि जल्द ही इंस्पेक्टर और दरोगा को सस्पेंड किया जाएगा। इसके बाद परिजन शांत हुए। परिजन बोले-इंस्पेक्टर, दरोगा पर दर्ज हो FIR परिजनों की मांग है कि इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्रा, दरोगा लक्ष्मीकांत समेत उनके सहयोगी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए। पिता ने एसीपी भेलूपुर को तहरीर भी दी है। पुलिस का कहना है कि विशाल को महज चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। वहीं, घटना से जुड़ा CCTV फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमें सिपाही थप्पड़ मारते दिखाई दे रहा है। विशाल के पिता लंका थाने में होमगार्ड लंका थाने में शारदा प्रसाद होमगार्ड हैं। उनका बेटा विशाल सोनकर फल-सब्जी की ठेला लगाता है। सुबह विशाल ठेले के पास था। तभी नगवां क्षेत्र की एक छात्रा साइकिल से वहां से निकली। ठेले के सामने आने पर विशाल ने छात्रा पर कुछ टिप्पणी कर दी। इसके बाद छात्रा ने साइकिल रोककर उसकी बात का विरोध किया। फिर सड़क पर ही दोनों में कहासुनी और झगड़ा होने लगा। विशाल ने छात्रा को डांटा, तो वह रोने लगी। इसके बाद उसने विशाल पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। इसी दौरान मॉर्निंग वॉक पर निकले लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल के साथ वहां पहुंच गए। हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल ने विशाल को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद छात्रा को बुलाया और उससे भी तीन थप्पड़ मरवाए। फिर छात्रा स्कूल चली गई। पुलिस वाले भी विशाल को छोड़कर आगे चले गए। CCTV में पहले सिपाही, फिर लड़की ने मारे थप्पड़ सरेराह चौराहे पर पुलिस और छात्रा की पिटाई से विशाल को बेइज्जती महसूस हुई। इसके बाद वह गंगा नदी के किनारे पहुंचा और छलांग लगा दी। नाविक ने उसको बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। गंगा में कूदने के बाद विशाल ने पहले तैरकर बचने का प्रयास किया। लेकिन, तेज प्रवाह में बह गया। कुछ दूर जाकर डूब गया और उसकी मौत हो गई। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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इंदौर में रजिस्ट्रेशन निरस्त रद्द कर यशलोक अस्पताल बंद करने के आदेश, महिला की मौत पर बड़ा एक्शन
इंदौर में रजिस्ट्रेशन निरस्त रद्द कर यशलोक अस्पताल बंद करने के आदेश, महिला की मौत पर बड़ा एक्शन <p><strong>MP News:</strong> इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने सुदामा नगर में संचालित होने वाले यश‌लोक अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त करते हुए उसे बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं. अस्पताल के खिलाफ कई गंभीर शिकायत जनसुनवाई के दौरान मिली थी. एक महिला की मौत का आरोप भी अस्पताल प्रशासन पर लगा था. इसके बाद कलेक्टर कड़े कदम उठाए हैं.</p>
<p>इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि यह श्लोक अस्पताल में मैटरनिटी और लेबर रूम की सेवाएं बिना पात्रता के प्रदान की जा रही थी. अस्पताल के पास इस प्रकार की सेवाएं देने की वैध अनुमति नहीं थी.इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन द्वारा डिलीवरी करवाई जा रही थी.</p>
<p>मध्य प्रदेश नर्सिंग होम अधिनियम के तहत रिकॉर्ड का संधारण भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा था. इसी के चलते अस्पताल प्रशासन से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा गया था. कलेक्टर के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच भी की थी. कलेक्टर ने नियमों का उल्लंघन करने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया है. इसके अलावा अस्पताल को बंद करने के आदेश भी दिए गए हैं. बताया जाता है कि कलेक्टर आशीष सिंह के पास कुछ लोगों ने अस्पताल के संबंध में शिकायत की थी. यह भी कहा गया था कि अस्पताल की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई थी. </p>
<p><strong>निजी अस्पतालों पर कलेक्टर की नजर</strong></p>
<p>इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि और भी निजी अस्पतालों को लेकर नजर रखी जा रही है. जहां भी नियम विरुद्ध कार्य होगा, वहां अस्पताल का पंजीयन तुरंत निरस्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं काफी गंभीर विषय है. यदि त्रुटि पूर्ण स्वस्थ व्यवस्थाएं किसी भी अस्पताल की पाई गई तो कार्रवाई होगी. जिला प्रशासन द्वारा सतत नजर रखी जा रही है.</p>
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नगर निगम ने करोड़ों की जमीन को कराया कब्जा मुक्त:लखनऊ में तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा; प्लाटिंग कर बेचने की थी योजना
नगर निगम ने करोड़ों की जमीन को कराया कब्जा मुक्त:लखनऊ में तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा; प्लाटिंग कर बेचने की थी योजना लखनऊ नगर निगम ने करोड़ों की जमीन कब्जा मुक्त कराई है। सरोजनी नगर में अवैध कब्जेदारों के निर्माण को बुलडोजर से हटाया गया है। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देश पर नगर निगम लगातार अभियान चला रहा है। खसरा संख्या 46 तालाब खाते के रूप में दर्ज है। इस पर कई साल से अवैध कब्जा था। जमीन के लगभग 1500 वर्ग फुट पर अस्थाई अतिक्रमण का कार्य किया गया था, जिसे नीरज कटियार नायब तहसीलदार, नगर निगम के नेतृत्व में लेखपाल मनोज आर्य के साथ अन्य प्रवर्तन दल ने यह अभियान चलाया है। प्लाटिंग करके जमीन को बेचने की थी योजना
तालाब की जमीन को प्लाटिंग करके बेचने की योजना थी। नगर निगम से मामले की शिकायत हुई। इसके बाद जमीन की पैमाइश की गई। इसमें सामने आया कि यह जमीन तालाब के रूप में सरकारी जमीन के रूप में दर्ज है। इसके बाद इसपर से अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम ने अभियान चलाया है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि आगे भी इसी तरह से अभियान चलाकर अवैध निर्माण हटाया जाएगा।
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कांगड़ा में भारी बारिश, जलमग्न हुआ बस स्टैंड:घरों व दुकानों में घुसा पानी; लोग परेशान, नगर पालिका ग्राउंड में गिरा बड़ा पेड़ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में शनिवार सुबह मूसलाधार बारिश हुई। इससे कांगड़ा बस अड्डा पूरी तरह जलमग्न हो गया। कांगड़ा बस अड्डे से जमानाबाद सड़क तक कई दुकानों और घरों में पानी घुस गया। क्षेत्र में भारी बारिश ने शहर में जल निकाली की भी पोल खोल कर रख दी है। जल भराव के कारण दुकानों व घरों में लाखों रुपए का सामान खराब हो गया है। सड़कों पर पानी भरने के बाद लोगों को सुबह के वक्त आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी। कांगड़ा के नगर पालिका मैदान के किनारे पर लगभग 100 साल पुराना बरगद का पेड़ भी जड़ से उखड़ गया। गनीमत यह रहीं की कोई इसकी चपेट में नहीं आया। सुबह साढ़े चार बजे से क्षेत्र में तेज बारिश हो रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें वाहनों के लिए बंद हो गई है। सड़कों की बहाली में जुटा PWD: SDM एसडीएम ईशांत जसवाल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की टीमें सड़क बहाल करने मे जुटी हैं। सभी सड़कों को जल्द बहाल कर दिया जाएगा। मौसम विभाग ने आज कांगड़ा जिला में भारी बारिश की चेतावनी दे रखी है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है।