छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में 15 ठिकानों पर रेड, जेल में बंद कवासी लखमा के करीबियों के घर दबिश

छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में 15 ठिकानों पर रेड, जेल में बंद कवासी लखमा के करीबियों के घर दबिश

<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Liquor Scam:</strong> छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में शनिवार (17 मई) को कई जगहों पर छापेमारी की गई. EOW और ACB की टीम ने प्रदेश के 15 से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे. जांच एजेंसियों ने रायपुर, जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और अम्बिकापुर में एक साथ रेड की कार्रवाई को अंजाम दिया. जानकारी के मुताबिक शराब घोटाले में ही जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर EOW और ACB ने दबिश दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>EOW की टीम ने रायपुर के देवेंद्र नगर के शहीद हेमू कालाणी वार्ड में जी नागेश्वर राव के घर पर छापेमारी की कार्रवाई की. जी नागेश्वर राव कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं. जानकारी के मुताबिक EOW-ACB की टीम नागेश्वर राव के यहां से कई महत्वपूर्व दस्तावेज और डिजिटल एविडेन्स जप्त कर ले गई है. जी नागेश्वर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के बेहद करीबी माने जाते हैं. जानकारी के मुताबिक सुबह 2 गाड़ियों में आठ से दस अधिकारियों ने नागेश्वर के ठिकाने पर दबिश दी. इसके साथ ही रायपुर के संतोषी नगर स्थित कमलेश नाहटा के घर भी छापा मारा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दंतेवाड़ा, सुकमा में भी छापे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सुकमा में भी 4 ठिकानों पर छापेमारी की गई है. सुकमा जिला मुख्यालय में 3 जगह और तोंगपाल में 1 जगह रेड मारी गई है. हार्डवेयर और पेट्रोलपंप पर भी छापे मारे गए हैं. इसके साथ ही दंतेवाड़ा जिले में कांग्रेस नेता राजकुमार तामो के घर भी EOW की टीम ने छापा मारा है. ये सभी लोग पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेहद करीबी माने जाते हैं।</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अम्बिकापुर में कपड़ा कारोबारी के यहां दबिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>EOW-ACB की टीम ने अम्बिकापुर में भी छापा मारा. यहां कपड़ा व्यवसाय से जुड़ी फर्म धजाराम- विनोद कुमार एंड संस के संचालकों के ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई. ये फर्म पहले भी विवादों में रह चुकी है. जानकारी के मुताबिक इसी फर्म का नाम छत्तीसगढ़ के हुए चर्चित डीएमएफ (DMF) घोटाले में भी आ चुका है. इस मामले में फर्म के संचालकों पर FIR दर्ज है. इससे पहले इस फर्म पर ED और IT की टीमें भी दबिश दे चुकी हैं. फर्म के संचालकों मुकेश अग्रवाल और विनोद अग्रवाल के ठिकानों पर शनिवार सुबह से रेड चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच एजेंसियां अपना काम कर रही- विष्णुदेव साय</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं प्रदेश के 15 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ हुई EOW और ACB की रेड पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बयान भी सामने आया है. मुख्यमंत्री ने कहा, ”शराब घोटाले की जांच केंद्रीय और राज्य की एजेंसियां कर रही हैं. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच ED कर रही है. ईडी ने उसे लेकर ACB में केस दर्ज किया है. ईडी की जांच में सामने आया कि छत्तीसगढ़ में तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार के दौरान आबकारी मंत्री कवासी लखमा ,IAS अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी, कारोबारी अनिल ढेबर और अरविंद सिंह ने मिलकर एक सिंडिकेट तैयार किया, जिसके जरिए छत्तीसगढ़ आबकारी नीति में कुछ चुनिंदा शराब कारोबारी को फायदा पहुंचाने की नीयत से बदलाव किए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही शराब की बोतलों में नकली होलोग्राम लगाकर भी करोड़ों की चपत आबकारी विभाग को लगाई गई. जिसके कमीशन के तौर पर भी सिंडिकेट में करोड़ों रुपए कमाए. इस मामले में तत्कालीन आपकारी मंत्री कवासी लखमा, तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा, कारोबारी अनिल ढेबर और अरविंद सिंह समेत कई अधिकारी जेल में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Liquor Scam:</strong> छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में शनिवार (17 मई) को कई जगहों पर छापेमारी की गई. EOW और ACB की टीम ने प्रदेश के 15 से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे. जांच एजेंसियों ने रायपुर, जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और अम्बिकापुर में एक साथ रेड की कार्रवाई को अंजाम दिया. जानकारी के मुताबिक शराब घोटाले में ही जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर EOW और ACB ने दबिश दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>EOW की टीम ने रायपुर के देवेंद्र नगर के शहीद हेमू कालाणी वार्ड में जी नागेश्वर राव के घर पर छापेमारी की कार्रवाई की. जी नागेश्वर राव कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं. जानकारी के मुताबिक EOW-ACB की टीम नागेश्वर राव के यहां से कई महत्वपूर्व दस्तावेज और डिजिटल एविडेन्स जप्त कर ले गई है. जी नागेश्वर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के बेहद करीबी माने जाते हैं. जानकारी के मुताबिक सुबह 2 गाड़ियों में आठ से दस अधिकारियों ने नागेश्वर के ठिकाने पर दबिश दी. इसके साथ ही रायपुर के संतोषी नगर स्थित कमलेश नाहटा के घर भी छापा मारा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दंतेवाड़ा, सुकमा में भी छापे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सुकमा में भी 4 ठिकानों पर छापेमारी की गई है. सुकमा जिला मुख्यालय में 3 जगह और तोंगपाल में 1 जगह रेड मारी गई है. हार्डवेयर और पेट्रोलपंप पर भी छापे मारे गए हैं. इसके साथ ही दंतेवाड़ा जिले में कांग्रेस नेता राजकुमार तामो के घर भी EOW की टीम ने छापा मारा है. ये सभी लोग पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेहद करीबी माने जाते हैं।</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अम्बिकापुर में कपड़ा कारोबारी के यहां दबिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>EOW-ACB की टीम ने अम्बिकापुर में भी छापा मारा. यहां कपड़ा व्यवसाय से जुड़ी फर्म धजाराम- विनोद कुमार एंड संस के संचालकों के ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई. ये फर्म पहले भी विवादों में रह चुकी है. जानकारी के मुताबिक इसी फर्म का नाम छत्तीसगढ़ के हुए चर्चित डीएमएफ (DMF) घोटाले में भी आ चुका है. इस मामले में फर्म के संचालकों पर FIR दर्ज है. इससे पहले इस फर्म पर ED और IT की टीमें भी दबिश दे चुकी हैं. फर्म के संचालकों मुकेश अग्रवाल और विनोद अग्रवाल के ठिकानों पर शनिवार सुबह से रेड चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच एजेंसियां अपना काम कर रही- विष्णुदेव साय</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं प्रदेश के 15 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ हुई EOW और ACB की रेड पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बयान भी सामने आया है. मुख्यमंत्री ने कहा, ”शराब घोटाले की जांच केंद्रीय और राज्य की एजेंसियां कर रही हैं. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच ED कर रही है. ईडी ने उसे लेकर ACB में केस दर्ज किया है. ईडी की जांच में सामने आया कि छत्तीसगढ़ में तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार के दौरान आबकारी मंत्री कवासी लखमा ,IAS अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी, कारोबारी अनिल ढेबर और अरविंद सिंह ने मिलकर एक सिंडिकेट तैयार किया, जिसके जरिए छत्तीसगढ़ आबकारी नीति में कुछ चुनिंदा शराब कारोबारी को फायदा पहुंचाने की नीयत से बदलाव किए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही शराब की बोतलों में नकली होलोग्राम लगाकर भी करोड़ों की चपत आबकारी विभाग को लगाई गई. जिसके कमीशन के तौर पर भी सिंडिकेट में करोड़ों रुपए कमाए. इस मामले में तत्कालीन आपकारी मंत्री कवासी लखमा, तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा, कारोबारी अनिल ढेबर और अरविंद सिंह समेत कई अधिकारी जेल में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>  छत्तीसगढ़ सपा सरकार में होती थी बिजली की चोरी? शिवपाल यादव के बेटे आदित्य ने खोल दी अपनी ही पार्टी की पोल!