छात्रा पर गिरा 250Kg का गेट…सिर फटा, आंखें बाहर आईं:प्रयागराज में नगर निगम अधिकारियों पर केस, मां बोलीं- डॉक्टर बेटी अब नहीं आएगी

छात्रा पर गिरा 250Kg का गेट…सिर फटा, आंखें बाहर आईं:प्रयागराज में नगर निगम अधिकारियों पर केस, मां बोलीं- डॉक्टर बेटी अब नहीं आएगी

मेरी तीनों बेटियां सुबह पार्क में टहलने गई थीं। गेट से निकलते वक्त अमान्या पर ढाई क्विंटल का गेट गिर गया, मेरी बच्ची का सिर फट गया। आंख तक बाहर निकल आई। ये कहना है प्रयागराज की संगीता का, जिनकी 17 साल की बेटी की गेट के नीचे दबकर मौत हो गई। मां ने कहा- वो कहती थी कि डॉक्टर बनूंगी, पापा का सपना पूरा करूंगी। अब सब सपने टूट गए। पुलिस ने पिता की शिकायत पर नगर निगम के जिम्मेदार अफसर समेत पार्क का सौंदर्यीकरण करने वाले ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 11वीं की स्टूडेंट किसी हादसे का शिकार हुई या सरकारी सिस्टम की लापरवाही है। इसकी पड़ताल करने दैनिक भास्कर की टीम पीड़ित परिवार, चश्मदीद और निगम के जिम्मेदार लोगों तक पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… पहले एक नजर में हादसा गेट भारी था, अचानक अमान्या पर गिरा, वो संभल नहीं सकी
बुधवार की सुबह करीब 6 बजे कीडगंज मोहल्ले के रहने वाले नगर निगम के रिटायर्ड कर्मचारी उमेश चंद्र गुप्ता का परिवार मॉर्निंग वॉक के लिए यमुना बैंक रोड पार्क में गया। अमान्या रोज की तरह अपनी दो बड़ी बहन, नेहा और नीलम के साथ सैर के बाद पार्क से बाहर निकलने लगे। उसी वक्त पार्क का मुख्य गेट अचानक उसके सिर पर आ गिरा। 17 साल की अमान्या गुप्ता 11वीं की स्टूडेंट थी। अब पढ़िए परिजनों से बातचीत… नेहा कहती हैं- गेट बाहर की तरफ गिरा। अमान्या ने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन लोहे का ढांचा इतना भारी था कि पूरी तरह उसी पर गिर पड़ा। जब तक हम लोग कुछ कर पाते, बहुत देर हो चुकी थी। हम चिल्ला रहे थे, हमारी मदद के लिए लोग दौड़कर आए, गेट बहुत भारी था। 4-5 लोगों ने मिलकर हटाया और अमान्या को पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल फिर एसआरएन लाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि अमान्या नहीं रही, उसकी सांस थम चुकी हैं। मां ने कहा- घर में सब उसको डॉक्टर बेटी कहते थे
घर पर मां संगीता गुप्ता का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपनी बेटी की चुलबुली हरकतें याद करके कभी हंस पड़ती हैं, तो कभी रोने लगती हैं। उनका बेटा पैर से दिव्यांग है। वह कहती हैं, ‘अमान्या अपने भाई का बहुत ख्याल रखती थी। हादसे के बाद वह अपनी बहन को याद करके सिर्फ रो रहा है। उसने खाना भी नहीं खाया है। उन्होंने बताया, ‘मेरी बेटी घर में सबसे लाडली थी। कोई उसे नाम लेकर नहीं बुलाता था। बेटी डॉक्टर बनने का सपना संजोकर पढ़ाई कर रही थी। कहती थी, मैं पापा की डॉक्टर बेटी हूं। अब डॉक्टर बेटी कहां मिलेगी? पार्क बनाने वाले लोगों की लापरवाही ने उसे मार दिया। वहां मौजूद लोगों ने कहा था कि गेट से पहले भी 2 लोग चोटिल हो चुके है, तो उसे बंद करके रखना चाहिए था या फिर बोर्ड लगा देते। कम से कम आज मेरी बेटी की जान तो नहीं जाती, लेकिन अब मुझे इंसाफ चाहिए।’ पिता सदमे में, जीजा ने कहा- गेट की मरम्मत नहीं करवाई
अमान्या के पिता उमेश चंद्र गुप्ता, जो नगर निगम से सेवानिवृत्त (फोर्थ क्लास कर्मी) हैं, गहरे सदमे में हैं। जीजा शनि मोदनवाल का कहना है, ‘पार्क की हालत खराब थी। गेट की फिटिंग पहले से ही ढीली थी, लेकिन किसी ने मरम्मत नहीं कराई। इसके पहले भी गेट को लेकर हादसे हुए है। लेकिन किसी ने उसे ठीक करने की जरूरत नहीं समझी। सरकार को अब अमान्या के मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा देनी चाहिए।’ भाभी रूपा गुप्ता कहती हैं, ‘अमान्या के बिना पूरा घर काटने को दौड़ता है, बस ऐसा लगता है कि बेटी अभी आकर सबसे दुलार करके सबको हंसा देगी। लेकिन अब वह कभी वापस नहीं आएगी। उसे अपने हाथ से हमेशा के लिए विदा कर आए हैं। घटना के बाद मोहल्ले में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं थी। पहले भी इस गेट से जुड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन नगर निगम और ठेकेदारों ने कभी स्थायी मरम्मत नहीं कराई। मोहल्ले में रहने वाली रूपा गुप्ता सवाल उठाती हैं, ‘अगर उद्घाटन से पहले ही गेट गिर जाए तो फिर क्या उम्मीद करें हम, इस पार्क का उद्घाटन होना बाकी है।’ अब घटनास्थल की स्थिति समझिए… 26 अप्रैल को पार्क का जीर्णोद्धार पूरा हुआ
कीडगंज इलाके के यमुना बैंक रोड पर मनकामेश्वर मंदिर जाने वाली रोड से पहले यमुना बैंक पार्क बना है। पार्क का जीर्णोद्धार 26 अप्रैल, 2025 को कराया गया था, इसका एक शिलापट्ट भी लगाया गया है। पार्क के करीब रहने वाले राजा ने बताया- यह कोई पहली बार नहीं हुआ। जब से पार्क बना 4-5 बार गेट गिर चुका है। 2 बार तो लोग चोटिल हो गए हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी इसे ठीक कराने के नाम पर केवल मामूली वेल्डिंग करके चले जाते हैं। यहां तक कि गेट जिस लोहे की रॉड पर लगी है, वह भी बेहद कमजोर है। अब अमान्या के पिता की पुलिस शिकायत, हूबहू पढ़िए… मेरी तीन बेटियां एक साथ बुधवार सुबह 7 बजे यमुना बैंक रोड स्थित पार्क में टहलने गईं थीं। पार्क में घूमने के बाद जब वह वापस आ रही थीं, तब बेटी अमन्या गुप्ता के बाहर निकलते वक्त अचानक पार्क का मेन गेट गिर गया। मेरी दो बेटियां नेहा गुप्ता और नीलम गुप्ता उसके पीछे थीं, इसलिए वो बच गईं। मेरी बेटी अमन्या को सिर में गंभीर चोटें आई, जिसका प्राथमिक उपचार गंगोत्री हॉस्पिटल कीडंगज में कराया गया। हॉस्पिटल के डॉक्टर ने गंभीर स्थिति होने के कारण स्वरुप रानी चिकित्सालय के लिए रेफर किया। मगर उसको बचाया नहीं जा सका। इस घटना के जिम्मेदार मुख्य अभियंता नगर निगम, नगर अभियंता नगर निगम, सहायक अभियंता नगर निगम, अवर अभियंता नगर निगम और ठेकेदार सुजान सिंह हैं। उचित कार्रवाई करें। इंस्पेक्टर ने कहा- ये लापरवाही का मामला
कीडगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया- प्रथम दृष्टया यह लापरवाही का मामला है। परिजनों की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। ठेकेदार, निर्माण एजेंसी और नगर निगम की जिम्मेदारी की जांच की जा रही है। ———————— यह भी पढ़ें : आगरा में चांदी फैक्ट्री में भीषण विस्फोट का VIDEO:युवक तीसरी मंजिल से जलता हुआ नीचे गिरा; सर्राफ कारोबारी समेत 2 की मौत आगरा में गुरुवार दोपहर चांदी फैक्ट्री में विस्फोट हो गया। एक के बाद एक 3 सिलेंडर फट गए, जो भट्ठियों में इस्तेमाल होते थे। फैक्ट्री मालिक जिंदा जल गए। बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से एक युवक बाहर सड़क पर आकर गिरा, उसकी भी मौत हो गई। हादसे में चार गंभीर झुलस गए। सड़क पर राहगीरों को भी हल्की चोटें आई हैं। धमाका इतना तेज था कि पूरे इलाकों में धुएं का गुबार फैल गया। पढ़िए पूरी खबर… मेरी तीनों बेटियां सुबह पार्क में टहलने गई थीं। गेट से निकलते वक्त अमान्या पर ढाई क्विंटल का गेट गिर गया, मेरी बच्ची का सिर फट गया। आंख तक बाहर निकल आई। ये कहना है प्रयागराज की संगीता का, जिनकी 17 साल की बेटी की गेट के नीचे दबकर मौत हो गई। मां ने कहा- वो कहती थी कि डॉक्टर बनूंगी, पापा का सपना पूरा करूंगी। अब सब सपने टूट गए। पुलिस ने पिता की शिकायत पर नगर निगम के जिम्मेदार अफसर समेत पार्क का सौंदर्यीकरण करने वाले ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 11वीं की स्टूडेंट किसी हादसे का शिकार हुई या सरकारी सिस्टम की लापरवाही है। इसकी पड़ताल करने दैनिक भास्कर की टीम पीड़ित परिवार, चश्मदीद और निगम के जिम्मेदार लोगों तक पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… पहले एक नजर में हादसा गेट भारी था, अचानक अमान्या पर गिरा, वो संभल नहीं सकी
बुधवार की सुबह करीब 6 बजे कीडगंज मोहल्ले के रहने वाले नगर निगम के रिटायर्ड कर्मचारी उमेश चंद्र गुप्ता का परिवार मॉर्निंग वॉक के लिए यमुना बैंक रोड पार्क में गया। अमान्या रोज की तरह अपनी दो बड़ी बहन, नेहा और नीलम के साथ सैर के बाद पार्क से बाहर निकलने लगे। उसी वक्त पार्क का मुख्य गेट अचानक उसके सिर पर आ गिरा। 17 साल की अमान्या गुप्ता 11वीं की स्टूडेंट थी। अब पढ़िए परिजनों से बातचीत… नेहा कहती हैं- गेट बाहर की तरफ गिरा। अमान्या ने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन लोहे का ढांचा इतना भारी था कि पूरी तरह उसी पर गिर पड़ा। जब तक हम लोग कुछ कर पाते, बहुत देर हो चुकी थी। हम चिल्ला रहे थे, हमारी मदद के लिए लोग दौड़कर आए, गेट बहुत भारी था। 4-5 लोगों ने मिलकर हटाया और अमान्या को पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल फिर एसआरएन लाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि अमान्या नहीं रही, उसकी सांस थम चुकी हैं। मां ने कहा- घर में सब उसको डॉक्टर बेटी कहते थे
घर पर मां संगीता गुप्ता का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपनी बेटी की चुलबुली हरकतें याद करके कभी हंस पड़ती हैं, तो कभी रोने लगती हैं। उनका बेटा पैर से दिव्यांग है। वह कहती हैं, ‘अमान्या अपने भाई का बहुत ख्याल रखती थी। हादसे के बाद वह अपनी बहन को याद करके सिर्फ रो रहा है। उसने खाना भी नहीं खाया है। उन्होंने बताया, ‘मेरी बेटी घर में सबसे लाडली थी। कोई उसे नाम लेकर नहीं बुलाता था। बेटी डॉक्टर बनने का सपना संजोकर पढ़ाई कर रही थी। कहती थी, मैं पापा की डॉक्टर बेटी हूं। अब डॉक्टर बेटी कहां मिलेगी? पार्क बनाने वाले लोगों की लापरवाही ने उसे मार दिया। वहां मौजूद लोगों ने कहा था कि गेट से पहले भी 2 लोग चोटिल हो चुके है, तो उसे बंद करके रखना चाहिए था या फिर बोर्ड लगा देते। कम से कम आज मेरी बेटी की जान तो नहीं जाती, लेकिन अब मुझे इंसाफ चाहिए।’ पिता सदमे में, जीजा ने कहा- गेट की मरम्मत नहीं करवाई
अमान्या के पिता उमेश चंद्र गुप्ता, जो नगर निगम से सेवानिवृत्त (फोर्थ क्लास कर्मी) हैं, गहरे सदमे में हैं। जीजा शनि मोदनवाल का कहना है, ‘पार्क की हालत खराब थी। गेट की फिटिंग पहले से ही ढीली थी, लेकिन किसी ने मरम्मत नहीं कराई। इसके पहले भी गेट को लेकर हादसे हुए है। लेकिन किसी ने उसे ठीक करने की जरूरत नहीं समझी। सरकार को अब अमान्या के मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा देनी चाहिए।’ भाभी रूपा गुप्ता कहती हैं, ‘अमान्या के बिना पूरा घर काटने को दौड़ता है, बस ऐसा लगता है कि बेटी अभी आकर सबसे दुलार करके सबको हंसा देगी। लेकिन अब वह कभी वापस नहीं आएगी। उसे अपने हाथ से हमेशा के लिए विदा कर आए हैं। घटना के बाद मोहल्ले में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं थी। पहले भी इस गेट से जुड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन नगर निगम और ठेकेदारों ने कभी स्थायी मरम्मत नहीं कराई। मोहल्ले में रहने वाली रूपा गुप्ता सवाल उठाती हैं, ‘अगर उद्घाटन से पहले ही गेट गिर जाए तो फिर क्या उम्मीद करें हम, इस पार्क का उद्घाटन होना बाकी है।’ अब घटनास्थल की स्थिति समझिए… 26 अप्रैल को पार्क का जीर्णोद्धार पूरा हुआ
कीडगंज इलाके के यमुना बैंक रोड पर मनकामेश्वर मंदिर जाने वाली रोड से पहले यमुना बैंक पार्क बना है। पार्क का जीर्णोद्धार 26 अप्रैल, 2025 को कराया गया था, इसका एक शिलापट्ट भी लगाया गया है। पार्क के करीब रहने वाले राजा ने बताया- यह कोई पहली बार नहीं हुआ। जब से पार्क बना 4-5 बार गेट गिर चुका है। 2 बार तो लोग चोटिल हो गए हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी इसे ठीक कराने के नाम पर केवल मामूली वेल्डिंग करके चले जाते हैं। यहां तक कि गेट जिस लोहे की रॉड पर लगी है, वह भी बेहद कमजोर है। अब अमान्या के पिता की पुलिस शिकायत, हूबहू पढ़िए… मेरी तीन बेटियां एक साथ बुधवार सुबह 7 बजे यमुना बैंक रोड स्थित पार्क में टहलने गईं थीं। पार्क में घूमने के बाद जब वह वापस आ रही थीं, तब बेटी अमन्या गुप्ता के बाहर निकलते वक्त अचानक पार्क का मेन गेट गिर गया। मेरी दो बेटियां नेहा गुप्ता और नीलम गुप्ता उसके पीछे थीं, इसलिए वो बच गईं। मेरी बेटी अमन्या को सिर में गंभीर चोटें आई, जिसका प्राथमिक उपचार गंगोत्री हॉस्पिटल कीडंगज में कराया गया। हॉस्पिटल के डॉक्टर ने गंभीर स्थिति होने के कारण स्वरुप रानी चिकित्सालय के लिए रेफर किया। मगर उसको बचाया नहीं जा सका। इस घटना के जिम्मेदार मुख्य अभियंता नगर निगम, नगर अभियंता नगर निगम, सहायक अभियंता नगर निगम, अवर अभियंता नगर निगम और ठेकेदार सुजान सिंह हैं। उचित कार्रवाई करें। इंस्पेक्टर ने कहा- ये लापरवाही का मामला
कीडगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया- प्रथम दृष्टया यह लापरवाही का मामला है। परिजनों की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। ठेकेदार, निर्माण एजेंसी और नगर निगम की जिम्मेदारी की जांच की जा रही है। ———————— यह भी पढ़ें : आगरा में चांदी फैक्ट्री में भीषण विस्फोट का VIDEO:युवक तीसरी मंजिल से जलता हुआ नीचे गिरा; सर्राफ कारोबारी समेत 2 की मौत आगरा में गुरुवार दोपहर चांदी फैक्ट्री में विस्फोट हो गया। एक के बाद एक 3 सिलेंडर फट गए, जो भट्ठियों में इस्तेमाल होते थे। फैक्ट्री मालिक जिंदा जल गए। बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से एक युवक बाहर सड़क पर आकर गिरा, उसकी भी मौत हो गई। हादसे में चार गंभीर झुलस गए। सड़क पर राहगीरों को भी हल्की चोटें आई हैं। धमाका इतना तेज था कि पूरे इलाकों में धुएं का गुबार फैल गया। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर