जगराओं शहर के नगर कौंसिल अधिकारी ने कालोनी मालिको को फायदा पहुंचाने के लिए एसडीएम के नाम का सहारा लेकर एक सरकारी रास्ते को बंद कर दिया है। इस बाबत बाकायदा बोर्ड भी लगा दिया गया है। हुआ यूं कि शहर के सुभाष गेट के पास एक आम रास्ते पर बड़े-बडे पोल और बोर्ड लगाकर आमजन के लिए बने सरकारी रास्ते को एक कौंसिल अधिकारी ने कॉलोनाइजर के इशारे पर बंद कर दिया गया। यहां पर बड़े बडे पोल लगाकर 8-8 फुट के करीब का बोर्ड दो बोर्ड लगा दिए जिस पर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम कुमार भट्ट ने एसडीएम के नाम का इस्तेमाल करते हुए सड़क के बीच में पांच खंभों पर बोर्ड लगा दिया है। उस बोर्ड पर लिखा है, यह एक आम रास्ता है। यहां गंदगी फेंकना सख्त मना है। आप कैमरों की नजर में है। जहां पर कूड़ा फेंकने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। क्या लियाा गया बोर्ड पर बोर्ड पर लिखा गया है कि, अगर कोई व्यक्ति यहां गंदगी फैलाता है तो आप उसकी फोटो खींचकर सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम सुंदर काे भेजे, ताकि गंदगी फैलाने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। इसके साथ ही बड़े अक्षरों में बा-हुक्म एसडीएम जगराओं भी लिखा हुआ है। इस रास्ते को बंद कर दिए जाने के बाद चर्चा शुरू हो गई कि कालोनी मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए नगर कौंसिल अधिकारियों ने खेल खेला है। वहीं इस मामले का पता चलते ही शहर के पार्षद रविंदरपाल सिंह राजी, अमन कपूर व दविंदरपाल सिंह सिद्दू ने मोर्चा खोलते हुए पोल तक उखाड़ डाले। उन्होंने आरोप लगाया कि कहा कि जिस किसी के इशारे पर अधिकारी ने बोर्ड लगाकर आमजन के लिए रास्ता बंद किया है उसके पीछे लाखों का खेल खेला गया है। ताकि कालोनी मालिकों को करोड़ों का फायदा हो सके। पार्षदों ने कहा कि सिर्फ एक कालोनी को फायदा पहुंचाने के लिए रोजाना आने जाने वाले आमजन के लिए रास्ता बंद किया गया है। एसडीएम बोले- नहीं लगवाया कोई बोर्ड इस मामले को लेकर जब एसडीएम गुरवीर सिंह कोहली से बात की गई तो उन्होंने साफ ही कह दिया कि, उन्होंने कोई बोर्ड नहीं लगवाया है।अगर किसी ने उनका नाम इस्तेमाल कर बोर्ड लगाया है उस पर कार्रवाई होगी। ईओ बोले- कोई ऐसे आर्डर नहीं किए वहीं, इस मामले को लेकर नगर कौंसिल के ईओ सुखदेव सिंह रंधावा ने कहा कि उनकी तरफ से रास्ता बंद करने संबंधी ऐसे कोई ऐसे आर्डर जारी नहीं किए गए। अगर किसी ने बोर्ड लगा कर रास्ता बंद किया है तो इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे। वहीं, सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम कुमार भट्ट ने कहा कि उन्होंने रास्ता बंद नहीं किया, सिर्फ कूड़ा ना फेंकने के लिए बोर्ड लगाए थे। लेकिन जब रास्ता बंद होने सबंधी पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जगराओं शहर के नगर कौंसिल अधिकारी ने कालोनी मालिको को फायदा पहुंचाने के लिए एसडीएम के नाम का सहारा लेकर एक सरकारी रास्ते को बंद कर दिया है। इस बाबत बाकायदा बोर्ड भी लगा दिया गया है। हुआ यूं कि शहर के सुभाष गेट के पास एक आम रास्ते पर बड़े-बडे पोल और बोर्ड लगाकर आमजन के लिए बने सरकारी रास्ते को एक कौंसिल अधिकारी ने कॉलोनाइजर के इशारे पर बंद कर दिया गया। यहां पर बड़े बडे पोल लगाकर 8-8 फुट के करीब का बोर्ड दो बोर्ड लगा दिए जिस पर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम कुमार भट्ट ने एसडीएम के नाम का इस्तेमाल करते हुए सड़क के बीच में पांच खंभों पर बोर्ड लगा दिया है। उस बोर्ड पर लिखा है, यह एक आम रास्ता है। यहां गंदगी फेंकना सख्त मना है। आप कैमरों की नजर में है। जहां पर कूड़ा फेंकने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। क्या लियाा गया बोर्ड पर बोर्ड पर लिखा गया है कि, अगर कोई व्यक्ति यहां गंदगी फैलाता है तो आप उसकी फोटो खींचकर सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम सुंदर काे भेजे, ताकि गंदगी फैलाने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। इसके साथ ही बड़े अक्षरों में बा-हुक्म एसडीएम जगराओं भी लिखा हुआ है। इस रास्ते को बंद कर दिए जाने के बाद चर्चा शुरू हो गई कि कालोनी मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए नगर कौंसिल अधिकारियों ने खेल खेला है। वहीं इस मामले का पता चलते ही शहर के पार्षद रविंदरपाल सिंह राजी, अमन कपूर व दविंदरपाल सिंह सिद्दू ने मोर्चा खोलते हुए पोल तक उखाड़ डाले। उन्होंने आरोप लगाया कि कहा कि जिस किसी के इशारे पर अधिकारी ने बोर्ड लगाकर आमजन के लिए रास्ता बंद किया है उसके पीछे लाखों का खेल खेला गया है। ताकि कालोनी मालिकों को करोड़ों का फायदा हो सके। पार्षदों ने कहा कि सिर्फ एक कालोनी को फायदा पहुंचाने के लिए रोजाना आने जाने वाले आमजन के लिए रास्ता बंद किया गया है। एसडीएम बोले- नहीं लगवाया कोई बोर्ड इस मामले को लेकर जब एसडीएम गुरवीर सिंह कोहली से बात की गई तो उन्होंने साफ ही कह दिया कि, उन्होंने कोई बोर्ड नहीं लगवाया है।अगर किसी ने उनका नाम इस्तेमाल कर बोर्ड लगाया है उस पर कार्रवाई होगी। ईओ बोले- कोई ऐसे आर्डर नहीं किए वहीं, इस मामले को लेकर नगर कौंसिल के ईओ सुखदेव सिंह रंधावा ने कहा कि उनकी तरफ से रास्ता बंद करने संबंधी ऐसे कोई ऐसे आर्डर जारी नहीं किए गए। अगर किसी ने बोर्ड लगा कर रास्ता बंद किया है तो इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे। वहीं, सेनेटरी इंस्पेक्टर श्याम कुमार भट्ट ने कहा कि उन्होंने रास्ता बंद नहीं किया, सिर्फ कूड़ा ना फेंकने के लिए बोर्ड लगाए थे। लेकिन जब रास्ता बंद होने सबंधी पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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