लुधियाना के जगराओं में आज सुबह घने कोहरे के कारण गांव मोही के पास हुए जबरदस्त सड़क हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान नवदीप सिंह पुत्र रणजीत सिंह (15 वर्ष) और हरसिमरन सिंह पुत्र अमरजीत सिंह (16 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों छात्र खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ते थे। बाइकों के उड़े परखच्चे जानकारी के अनुसार, एक छात्र हरसिमरन अपनी बहन को छोड़ने के लिए हलवारा में स्कूल में गया, जबकि नवदीप सिंह घरेलू काम बाहर निकला था। इस दौरान दोनों रास्ते में दोनों मिल गए।दोनों अपनी-अपनी बाइक पर सवार होकर वापस गांव लौट रहे थे। जब वह गांव के निकट पहुंचे तो सामने से आ रहे ट्रैक्टर ट्रॉली ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि छात्रों की मोटरसाइकिलों के परखच्चे उड़ गए। हादसा घनी धुंध के कारण हुआ बताया जा रहा है। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है। दोनों छात्र पक्के दोस्त थे सड़क हादसे में मरे दोनों युवक एक ही कक्षा में पढ़ने के साथ साथ दोनों पक्के दोस्त भी थे। छात्रों की मौत के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिए हैं। मृतक हरसिमरन के पिता की मौत हो चुकी है, जिसके चलते उसकी मां, बेटे के सहारे मुश्किल से घर का गुजारा करती थी। लुधियाना के जगराओं में आज सुबह घने कोहरे के कारण गांव मोही के पास हुए जबरदस्त सड़क हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान नवदीप सिंह पुत्र रणजीत सिंह (15 वर्ष) और हरसिमरन सिंह पुत्र अमरजीत सिंह (16 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों छात्र खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ते थे। बाइकों के उड़े परखच्चे जानकारी के अनुसार, एक छात्र हरसिमरन अपनी बहन को छोड़ने के लिए हलवारा में स्कूल में गया, जबकि नवदीप सिंह घरेलू काम बाहर निकला था। इस दौरान दोनों रास्ते में दोनों मिल गए।दोनों अपनी-अपनी बाइक पर सवार होकर वापस गांव लौट रहे थे। जब वह गांव के निकट पहुंचे तो सामने से आ रहे ट्रैक्टर ट्रॉली ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि छात्रों की मोटरसाइकिलों के परखच्चे उड़ गए। हादसा घनी धुंध के कारण हुआ बताया जा रहा है। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है। दोनों छात्र पक्के दोस्त थे सड़क हादसे में मरे दोनों युवक एक ही कक्षा में पढ़ने के साथ साथ दोनों पक्के दोस्त भी थे। छात्रों की मौत के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिए हैं। मृतक हरसिमरन के पिता की मौत हो चुकी है, जिसके चलते उसकी मां, बेटे के सहारे मुश्किल से घर का गुजारा करती थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कंगना की इमरजेंसी पर कॉमेडियन घुग्गी का बयान:बोले-आपकी नॉलेज में कमी, एजेंडा आधारित मूवी बनाकर सिनेमा का दुरुपयोग न करें
कंगना की इमरजेंसी पर कॉमेडियन घुग्गी का बयान:बोले-आपकी नॉलेज में कमी, एजेंडा आधारित मूवी बनाकर सिनेमा का दुरुपयोग न करें हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कॉमेडियन और एक्टर गुरप्रीत सिंह उर्फ गुरप्रीत घुग्गी ने उक्त फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। धुग्गी ने कहा कि किसी भी फिल्म को किसी एजेंडे के आधार पर नहीं बनाना चाहिए और ना ही सिनेमा का दुरुपयोग किया जाना चाहिए। गुरप्रीत अपनी आगामी पंजाबी फिल्म ‘अरदास सरबत दे भले दी’ के प्रचार के दौरान ये बात कही। दिल्ली में ये बयान उन्होंने दिया। इस दौरा स्टार कलाकार गिप्पी ग्रेवाल और जैसमीन भसीन वहीं पर मौजूद थे। घुग्गी बोले- फिल्म में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जरूरी गुरप्रीत घुग्गी ने आगे कहा- जो खुद को ठीक लगता है, यह सिनेमा है। ऐसी सोच रखना ही गलत बात है। खास तौर पर ऐसा तब हो जब आपके पास सही ऐतिहासिक फैक्स पड़े हों, तो ये गलत बात है। घुग्गी ने कहा कि आपकी रिसर्च में कमी है। इस सूरत में दर्शक या फिर कोई धार्मिक संस्था जिम्मेदार नहीं होती। आगे गुरप्रीत धुग्गी ने कहा- मैं फिल्म तो देखी नहीं, मगर ट्रेलर में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जताना जरूरी है और लोग ऐतराज करेंगे भी। मगर वह सोच रहे हैं कि उक्त फिल्म ऐसे सिनेमा घरों में आएगी तो मुझे इस पर डाउट है। 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी ‘इमरजेंसी’ इससे पहले कंगना के निर्देशन में बनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला। फिल्म में कंगना देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में नजर आएंगी। कई सिख धार्मिक संगठनों ने इस फिल्म की आलोचना की और इसके खिलाफ प्रदर्शन किए। इन संगठनों का दावा है कि यह फिल्म सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है और गलत जानकारी फैला सकती है। इन सब वजहों से फिल्म की रिलीज टाल दी गई है। सेंसर बोर्ड ने इससे विवादित सीन हटाने का आदेश दिया है। इसे लेकर कंगना ने कहा है कि वो अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं।
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया कपूरथला के MLA और कांग्रेसी नेता राणा गुरजीत सिंह सहित के परिवार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बड़ा झटका दिया है। जिससे राणा परिवार की आधिपत्य वाली राणा शुगर लिमिटेड (RSL) की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। सेबी ने RSL के निदेशक मंडल सहित पांच फर्मों को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं RSL सहित 6 फर्मों, चेयरमैन, एमडी, डायरेक्टर और प्रमोटर, राणा परिवार के सदस्य पर 63 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया। सेबी के MD की तरफ से जारी फाइनल ऑर्डर में 45 दिन के अंदर राशि का ऑनलाइन भुगतान करने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही RSL को पांच फर्मों से 15 करोड़ रुपए की जुर्माना राशि 60 दिन में रिकवर करने के भी आदेश जारी किए हैं। SEBI के मुख्य महाप्रबंधक जी रामर की ओर से 27 अगस्त को एक फाइनल ऑर्डर जारी किया गया। इसमें RSLके प्रमोटर्स से संबंधित संस्थाओं की ओर से RSL से फंड के डायवर्जन, RSL के वित्तीय विवरणों में गलत बयानी समेत कई कार्रवाई में आरोपी पाया गया। जिससे सेबी एक्ट-1992, सेबी के पीएफयूटीपी रेगुलेशन-2003 और एलओडीआर रेगुलेशन-2015 के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है। इसकी जांच अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2020-21 तक मानी गई है। कंपनी पर कमाई को डायवर्ट की योजना थी
SEBI की जांच में आरोप लगाया गया कि कंपनी ने अपने प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों सहित अपने प्रमोटर निदेशकों के साथ मिलकर आरएसएल के प्रबंध निदेशक और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित कुछ निजी सीमित कंपनियों का उपयोग करके कंपनी की कमाई को डायवर्ट करने की योजना तैयार की थी। इन निजी कंपनियों को संबंधित पक्ष के रूप में नहीं दिखाया गया, भले ही ये अप्रत्यक्ष रूप से आरएसएल के प्रमोटरों ने इसके प्रबंध निदेशक सहित नियंत्रित थीं। परिणामस्वरूप इन निजी कंपनियों के साथ लेनदेन को भी संबंधित पक्ष के लेनदेन के रूप में नहीं दिखाया गया। इस पर सेबी ने आरएसएल के एमडी-कम-प्रमोटर इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर(राणा परिवार सदस्य), मनोज गुप्ता और पांच फर्म फ्लालेस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जेआर बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरजे टैक्स फैब प्राइवेट लिमिटेड, आरजीएस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्टॉक मार्केट में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इन सभी को इस आदेश के लागू होने की तारीख से दो साल की अवधि के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज मार्केट से खरीद, बिक्री या अन्यथा लेनदेन करने या किसी भी तरह से बाजार से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। राणा परिवार के 8 लोगों पर प्रतिबंध
SEBI चीफ की तरफ से जारी ऑर्डर में RSL के एमडी-कम-प्रमोट इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर को दो साल के के लिए किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी के निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति के रूप में कोई भी पद धारण करने से भी प्रतिबंधित किया गया है। 45 दिन में 63 करोड़ के भुगतान के भी आदेश
SEBI ने नोटिस के मिलने से 45 दिन के भीतर आरएसएल समेत छह फर्मों और राणा परिवार के आठ सदस्यों व एक अन्य व्यक्ति पर लगे 63 करोड़ रुपए के जुर्माने की राशि के ऑनलाइन भुगतान के आदेश जारी किए हैं। जानकारी अनुसार राणा शुगर लिमिटेड को 7 करोड़, इंद्रप्रताप सिंह राणा को 9 करोड़, रणजीत सिंह राणा को 5 करोड़, वीरप्रताप सिंह राणा को 5 करोड़, गुरजीत सिंह राणा को 4 करोड़, करणप्रताप सिंह राणा को 4 करोड़, राजबंस कौर को 4 करोड़, प्रीत इंद्र सिंह राणा को 3 करोड़, सुखजिंदर कौर को 3 करोड़, मनोज गुप्ता को 4 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
रन फॉर वारियर्स के जरिए कारगिल के वीर जवानों को किया नमन
रन फॉर वारियर्स के जरिए कारगिल के वीर जवानों को किया नमन जालंधर| दोआबा कॉलेज द्वारा 25वें कारगिल विजय दिवस को समर्पित रन फॉर वारियर्स हॉक राइर्ड्स के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कर्नल विनोद जोशी, कमांडिंग ऑफिसर, 2 पीबी बीएन, एनसीसी बतौर मुख्यातिथि तथा दमनबीर, एसीपी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुए। कर्नलजोशी ने कहा कि कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती हम सभी में देश प्रेम की अलख जगा रही है। 16000 फीट की ऊंचाई पर -350 तापमान पर लड़ा गया युद्ध 50 दिनों तक चला था। 527 रणबांकुरों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया। वहीं एसीपी दमनबीर ने इस कार्यक्रम में नशे के विरुद्ध जागरुकता का संदेश दिया। कर्नल विनोद जोशी, प्रिंसिपल डॉ. प्रदीप भण्डारी ने दौड़ को फ्लैग ऑफ किया। सामूहिक दौड़ दोआबा कॉलेज से पठानकोट बाइपास, लम्मा पिंड चौंक, किशनपुरा चौक से होते हुए दोआबा कॉलेज में संपन्न हुई। इसमें तकरीबन 700 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान डॉ. सतपाल गुप्ता, डॉ. मंजुला सिंगल, डॉ. पूजा कपूर, सुनिल शर्मा, पियूष, प्रो. साक्षी चोपड़ा, रोहित शर्मा, डॉ. ओमिंदर जौहल, डॉ. सुरेश मागो व प्रो. सुखविन्द्र सिंह मौजूद रहे।