<p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal News:</strong> आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित ‘जनता की अदालत’ में शामिल हुए. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी आगाज कर दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा, “इन नेताओं को फर्क नहीं पड़ता, इनकी तरह मेरी मोटी चमड़ी नहीं है. मैं नेता नहीं हूं, मुझे फर्क पड़ता है. मुझे चोर और भ्रष्टाचारी कहा जाता है तो फर्क पड़ता है. मैं बहुत दुखी हूं इसलिए इस्तीफा दिया. मैंने अपने जीवन में केवल इज्जत और ईमानदारी कमाई है. मेरे बैंक में कोई पैसा नहीं है. मेरे पास घर भी नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा 10 साल के बाद मैंने सीएम के पद से इस्तीफा दिया है. कुछ देर में मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ दूंगा. आज दिल्ली में रहने के लिए मेरे पास घर भी नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव योजनाओं के तहत दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जनता की अदालत लगाएंगे. साथ ही जनता से सवाल पूछेंगे कि इस चुनाव में आप सबको बताना होगा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ईमानदार सरकार है या नहीं. वह जनता ये भी भी पूछेंगे कि मैं, ईमानदार हूं या नहीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के तिहाड़ जेल से रिहा हो गए थे. उन्होंने 15 सितंबर को ऐलान किया था कि दो दिन बाद मैं, अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा. 17 सितंबर को उन्होंने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक जनता की अदालत में उन्हें ईमानदार साबित नहीं किया, तब तक वह दिल्ली में सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal News:</strong> आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित ‘जनता की अदालत’ में शामिल हुए. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी आगाज कर दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा, “इन नेताओं को फर्क नहीं पड़ता, इनकी तरह मेरी मोटी चमड़ी नहीं है. मैं नेता नहीं हूं, मुझे फर्क पड़ता है. मुझे चोर और भ्रष्टाचारी कहा जाता है तो फर्क पड़ता है. मैं बहुत दुखी हूं इसलिए इस्तीफा दिया. मैंने अपने जीवन में केवल इज्जत और ईमानदारी कमाई है. मेरे बैंक में कोई पैसा नहीं है. मेरे पास घर भी नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा 10 साल के बाद मैंने सीएम के पद से इस्तीफा दिया है. कुछ देर में मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ दूंगा. आज दिल्ली में रहने के लिए मेरे पास घर भी नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव योजनाओं के तहत दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जनता की अदालत लगाएंगे. साथ ही जनता से सवाल पूछेंगे कि इस चुनाव में आप सबको बताना होगा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ईमानदार सरकार है या नहीं. वह जनता ये भी भी पूछेंगे कि मैं, ईमानदार हूं या नहीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के तिहाड़ जेल से रिहा हो गए थे. उन्होंने 15 सितंबर को ऐलान किया था कि दो दिन बाद मैं, अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा. 17 सितंबर को उन्होंने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक जनता की अदालत में उन्हें ईमानदार साबित नहीं किया, तब तक वह दिल्ली में सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. </p>
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