जबरन इंजेक्शन लगाकर महिला को किया HIV पॉजिटिव:पिता बोले-ससुराल में बेटी जिंदा लाश बन गई, दवा का नहीं होता असर

जबरन इंजेक्शन लगाकर महिला को किया HIV पॉजिटिव:पिता बोले-ससुराल में बेटी जिंदा लाश बन गई, दवा का नहीं होता असर

हम लोगों ने बेटी की शादी में सबकुछ दिया। कोई कमी नहीं छोड़ी थी। ससुराल वाले आए दिन पैसों की डिमांड करते थे। बेटी को तंग करते थे। जब बेटी की हालत बिगड़ने लगी, तो उसका भाई उसे देखने गया। वो मरी हालत में थी, उसे घर लेकर आए। वो ससुराल में जिंदा लाश बन गई थी। उस पर दवाओं का असर होना बंद हो गया था। जब उसे डॉक्टर के पास ले गए, तो कई टेस्ट लिखे। जांच में वो HIV पॉजिटिव निकली। बेटी ने बताया कि ससुराल वालों ने ही उसे जबरन इंजेक्शन लगाया था।’ ये दर्द है सहारनपुर के पिता का है। जिसकी बेटी को ससुराल वालों ने HIV पॉजिटिव बना दिया। दैनिक भास्कर की टीम उनके घर पहुंची, परिवार से बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले देखिए शादी की 2 तस्वीरें… दैनिक भास्कर की टीम गंगोह थाना क्षेत्र में पीड़िता के घर पहुंची। घर के बाहर पीड़िता के पिता मिले। उन्होंने बताया- 15 फरवरी 2023 को बेटी की शादी उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी अभिषेक से की थी। बेटी की खुशी के लिए अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया। 15 लाख रुपए नकद, ज्वैलरी और एक कार दी। लेकिन यह भी उन लालची ससुरालियों के लिए काफी नहीं था। कुछ ही महीनों बाद बेटी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। 25 लाख रुपए और स्कॉर्पियो कार की मांग करने लगे। जब परिवार ने इन मांगों को पूरा करने से मना कर दिया, तो बेटी को घर से निकाल दिया गया। पंचायत के फैसले के बाद लौटी ससुराल
पिता ने कहा- बेटी के साथ हो रहे अत्याचार से परेशान परिवार ने गांव की पंचायत बुलाई। पंचायत ने बेटी को दोबारा ससुराल भेजने का फैसला किया। लेकिन, उसके बाद भी कुछ नहीं बदला। ससुराल में उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। जब पीड़िता ने अपनी तकलीफ मायके में बताई, तो उसे दिलासा देकर समझा लिया गया। जब बेटी की हालत बिगड़ने लगी, तो उसका भाई उसे देखने गया। वहां बहन को गंभीर हालत में देखकर उसने तुरंत परिवार को बताया। मां बोली-बेटी को मरी हालत में लाए थे
पीड़िता की मां ने कहा- मेरी बेटी तो हमेशा हंसती-खेलती थी। लेकिन, उन लोगों ने उसे बेजुबान बना दिया। हम तो बेटी को मरी हुई हालत में लेकर आए थे। जब बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो डॉक्टरों ने कई जांचें कीं। रिपोर्ट आई कि बेटी HIV पॉजिटिव है। यह सुनते ही परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। सबसे बड़ा सवाल यह उठा कि उसका पति तो HIV नेगेटिव निकला, फिर बेटी को यह संक्रमण कैसे हुआ? यहीं से संदेह गहराने लगा कि ससुराल वालों ने उसे जानबूझकर संक्रमित किया है। बेटी ने खुद बताया कि उसे जबरदस्ती गलत दवाइयां और इंजेक्शन दिए गए थे। पीड़िता के दादा ने कहा- जो मेरी पोती के साथ हुआ, वह किसी के साथ न हो। उन दरिंदों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए, जो मिसाल बन जाए। अब जानिए पुलिस की कार्रवाई
परिवार की शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरकार, 10 फरवरी को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने हस्तक्षेप किया। 11 फरवरी को गंगोह थाने में पति, देवर समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा से महिलाओं के संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल, अभी तक सभी आरोपी फरार हैं। दाऊ बोले-बेटी को न्याय मिले
पीड़िता के ताऊ ने बताया- बेटी की शादी के लिए परिवार ने कर्ज लिया था, लेकिन दहेज लोभियों की मांगें खत्म नहीं हुईं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में त्वरित न्याय मिले और आरोपियों को सजा दी जाए। ————————– ये भी पढ़ें: मंत्री संजय निषाद ने धर्मात्मा को मंच पर थप्पड़ मारा:गाली देकर भगाया, तब वो बागी हुआ; दोस्त ने बताई, सुसाइड के पहले की कहानी धर्मात्मा की लोकप्रियता खटकने लगी थी। ये लोग उसको बेइज्जत करते थे। एक बार तो मंत्री संजय निषाद ने धर्मात्मा को मंच पर थप्पड़ मारकर उनको नीचे गिरा दिया था। गाली देते हुए बेइज्जत करके भगाया। उस समय धर्मात्मा निषाद पार्टी के लिए बागी हो गए था। दैनिक भास्कर से ये बातें धर्मात्मा के 10 साल पुराने दोस्त अजय निषाद ने कही। धर्मात्मा निषाद ने मंत्री संजय निषाद और दोनों बेटों पर आरोप लगाकर सुसाइड कर लिया था। अजय ने कहा- धर्मात्मा दोस्त नहीं मेरा भाई था। उसके आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। तभी उसकी आत्मा को शांति मिलेगी। (पढ़ें पूरी खबर) हम लोगों ने बेटी की शादी में सबकुछ दिया। कोई कमी नहीं छोड़ी थी। ससुराल वाले आए दिन पैसों की डिमांड करते थे। बेटी को तंग करते थे। जब बेटी की हालत बिगड़ने लगी, तो उसका भाई उसे देखने गया। वो मरी हालत में थी, उसे घर लेकर आए। वो ससुराल में जिंदा लाश बन गई थी। उस पर दवाओं का असर होना बंद हो गया था। जब उसे डॉक्टर के पास ले गए, तो कई टेस्ट लिखे। जांच में वो HIV पॉजिटिव निकली। बेटी ने बताया कि ससुराल वालों ने ही उसे जबरन इंजेक्शन लगाया था।’ ये दर्द है सहारनपुर के पिता का है। जिसकी बेटी को ससुराल वालों ने HIV पॉजिटिव बना दिया। दैनिक भास्कर की टीम उनके घर पहुंची, परिवार से बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले देखिए शादी की 2 तस्वीरें… दैनिक भास्कर की टीम गंगोह थाना क्षेत्र में पीड़िता के घर पहुंची। घर के बाहर पीड़िता के पिता मिले। उन्होंने बताया- 15 फरवरी 2023 को बेटी की शादी उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी अभिषेक से की थी। बेटी की खुशी के लिए अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया। 15 लाख रुपए नकद, ज्वैलरी और एक कार दी। लेकिन यह भी उन लालची ससुरालियों के लिए काफी नहीं था। कुछ ही महीनों बाद बेटी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। 25 लाख रुपए और स्कॉर्पियो कार की मांग करने लगे। जब परिवार ने इन मांगों को पूरा करने से मना कर दिया, तो बेटी को घर से निकाल दिया गया। पंचायत के फैसले के बाद लौटी ससुराल
पिता ने कहा- बेटी के साथ हो रहे अत्याचार से परेशान परिवार ने गांव की पंचायत बुलाई। पंचायत ने बेटी को दोबारा ससुराल भेजने का फैसला किया। लेकिन, उसके बाद भी कुछ नहीं बदला। ससुराल में उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। जब पीड़िता ने अपनी तकलीफ मायके में बताई, तो उसे दिलासा देकर समझा लिया गया। जब बेटी की हालत बिगड़ने लगी, तो उसका भाई उसे देखने गया। वहां बहन को गंभीर हालत में देखकर उसने तुरंत परिवार को बताया। मां बोली-बेटी को मरी हालत में लाए थे
पीड़िता की मां ने कहा- मेरी बेटी तो हमेशा हंसती-खेलती थी। लेकिन, उन लोगों ने उसे बेजुबान बना दिया। हम तो बेटी को मरी हुई हालत में लेकर आए थे। जब बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो डॉक्टरों ने कई जांचें कीं। रिपोर्ट आई कि बेटी HIV पॉजिटिव है। यह सुनते ही परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। सबसे बड़ा सवाल यह उठा कि उसका पति तो HIV नेगेटिव निकला, फिर बेटी को यह संक्रमण कैसे हुआ? यहीं से संदेह गहराने लगा कि ससुराल वालों ने उसे जानबूझकर संक्रमित किया है। बेटी ने खुद बताया कि उसे जबरदस्ती गलत दवाइयां और इंजेक्शन दिए गए थे। पीड़िता के दादा ने कहा- जो मेरी पोती के साथ हुआ, वह किसी के साथ न हो। उन दरिंदों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए, जो मिसाल बन जाए। अब जानिए पुलिस की कार्रवाई
परिवार की शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरकार, 10 फरवरी को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने हस्तक्षेप किया। 11 फरवरी को गंगोह थाने में पति, देवर समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा से महिलाओं के संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल, अभी तक सभी आरोपी फरार हैं। दाऊ बोले-बेटी को न्याय मिले
पीड़िता के ताऊ ने बताया- बेटी की शादी के लिए परिवार ने कर्ज लिया था, लेकिन दहेज लोभियों की मांगें खत्म नहीं हुईं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में त्वरित न्याय मिले और आरोपियों को सजा दी जाए। ————————– ये भी पढ़ें: मंत्री संजय निषाद ने धर्मात्मा को मंच पर थप्पड़ मारा:गाली देकर भगाया, तब वो बागी हुआ; दोस्त ने बताई, सुसाइड के पहले की कहानी धर्मात्मा की लोकप्रियता खटकने लगी थी। ये लोग उसको बेइज्जत करते थे। एक बार तो मंत्री संजय निषाद ने धर्मात्मा को मंच पर थप्पड़ मारकर उनको नीचे गिरा दिया था। गाली देते हुए बेइज्जत करके भगाया। उस समय धर्मात्मा निषाद पार्टी के लिए बागी हो गए था। दैनिक भास्कर से ये बातें धर्मात्मा के 10 साल पुराने दोस्त अजय निषाद ने कही। धर्मात्मा निषाद ने मंत्री संजय निषाद और दोनों बेटों पर आरोप लगाकर सुसाइड कर लिया था। अजय ने कहा- धर्मात्मा दोस्त नहीं मेरा भाई था। उसके आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। तभी उसकी आत्मा को शांति मिलेगी। (पढ़ें पूरी खबर)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर