जमात-ए-इस्लामी हिंद का वक्फ कानून पर बड़ा बयान, ‘SC से अभी भले ही फौरी राहत मिली हो लेकिन…’

जमात-ए-इस्लामी हिंद का वक्फ कानून पर बड़ा बयान, ‘SC से अभी भले ही फौरी राहत मिली हो लेकिन…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Supreme Court News:</strong> जमात ए इस्लामी हिंद ने वक्फ कानून के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों और कुछ बिंदुओं पर हुए अंतरिम आदेश का स्वागत किया है. जमात की तरफ से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट में दो दिनों में हुई सुनवाई में मुस्लिम पक्ष को फौरी राहत मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जमात के लोग सर्वोच्च अदालत के फैसले से न सिर्फ खुश हैं बल्कि इसका स्वागत भी कर रहे हैं. साथ ही यह उम्मीद भी जता रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला उनके हक में आएगा और वक्फ कानून रद्द होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अदालत के अंतिम फैसले का इंतजार रहेगा</strong><br />जमात ए इस्लामी हिंद की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद नाजिम और प्रेस सेक्रेटरी डॉक्टर नासिर समेत अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से अभी भले ही फौरी राहत मिली हो, लेकिन उन्हें अदालत के अंतिम फैसले का इंतजार रहेगा. असली राहत तभी होगी जब सुप्रीम कोर्ट वक्फ कानून को पूरी तरह रद्द कर देगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कुछ जगहों पर होगा प्रदर्शन'</strong><br />जमात के प्रदेश अध्यक्ष &nbsp;मोहम्मद नाजिम और प्रेस सेक्रेटरी डॉक्टर नासिर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने अभी कोई अंतिम फैसला नहीं दिया है, इस वजह से वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ मिलकर चलाया जा रहा उनका आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा. कल शुक्रवार (18 अप्रैल) को आठ दिनों के वक्फ बचाओ आंदोलन का समापन होगा. इस दौरान मस्जिदों में वक्फ कानून को लेकर विशेष तकरीर होगी और साथ ही कुछ जगहों पर प्रदर्शन भी होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सुप्रीम कोर्ट से है अपेक्षा'</strong><br />जमात के पदाधिकारियों के मुताबिक सरकार द्वारा थोपा गया वक्फ कानून भारत के संविधान की भावनाओं के खिलाफ है. ऐसे में सभी को इसका विरोध करना चाहिए. जमात इसे लेकर लगातार जन जागरूकता अभियान चला रहा है और साथ ही लोकतांत्रिक तरीके से विरोध भी कर रहा है. प्रदेश अध्यक्ष नाजिम ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में आम मुसलमानो की भावनाओं का सम्मान करने की भी अपेक्षा की है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Supreme Court News:</strong> जमात ए इस्लामी हिंद ने वक्फ कानून के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों और कुछ बिंदुओं पर हुए अंतरिम आदेश का स्वागत किया है. जमात की तरफ से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट में दो दिनों में हुई सुनवाई में मुस्लिम पक्ष को फौरी राहत मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जमात के लोग सर्वोच्च अदालत के फैसले से न सिर्फ खुश हैं बल्कि इसका स्वागत भी कर रहे हैं. साथ ही यह उम्मीद भी जता रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला उनके हक में आएगा और वक्फ कानून रद्द होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अदालत के अंतिम फैसले का इंतजार रहेगा</strong><br />जमात ए इस्लामी हिंद की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद नाजिम और प्रेस सेक्रेटरी डॉक्टर नासिर समेत अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से अभी भले ही फौरी राहत मिली हो, लेकिन उन्हें अदालत के अंतिम फैसले का इंतजार रहेगा. असली राहत तभी होगी जब सुप्रीम कोर्ट वक्फ कानून को पूरी तरह रद्द कर देगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कुछ जगहों पर होगा प्रदर्शन'</strong><br />जमात के प्रदेश अध्यक्ष &nbsp;मोहम्मद नाजिम और प्रेस सेक्रेटरी डॉक्टर नासिर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने अभी कोई अंतिम फैसला नहीं दिया है, इस वजह से वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ मिलकर चलाया जा रहा उनका आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा. कल शुक्रवार (18 अप्रैल) को आठ दिनों के वक्फ बचाओ आंदोलन का समापन होगा. इस दौरान मस्जिदों में वक्फ कानून को लेकर विशेष तकरीर होगी और साथ ही कुछ जगहों पर प्रदर्शन भी होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सुप्रीम कोर्ट से है अपेक्षा'</strong><br />जमात के पदाधिकारियों के मुताबिक सरकार द्वारा थोपा गया वक्फ कानून भारत के संविधान की भावनाओं के खिलाफ है. ऐसे में सभी को इसका विरोध करना चाहिए. जमात इसे लेकर लगातार जन जागरूकता अभियान चला रहा है और साथ ही लोकतांत्रिक तरीके से विरोध भी कर रहा है. प्रदेश अध्यक्ष नाजिम ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में आम मुसलमानो की भावनाओं का सम्मान करने की भी अपेक्षा की है.</p>  राजस्थान ‘2030 से पहले हटाए जाएंगे कूड़े के सभी पहाड़’, मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा का बड़ा वादा