कुशीनगर में पिता ने जमीन के लिए बेटे को मार डाला। पहले मैगी में जहर दिया,फिर फांसी पर लटका दिया। बहन ने देखते ही शोर मचाया तो पिता उसे उतार के खुद सीएचसी ले गया। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान तौफीक (15) और आरोपी पिता मंसूर अंसारी के रूप में हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पूरा मामला तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के छहूं गांव का है। अस सिलसिलेवार जानिए घटनाक्रम… मृतक की दादी मदीना खातून ने बताया कि मेरे बेटे मंसूर अंसारी ने कुल कुल चार शादियां की है। दो पत्नी की मौत हो चुकी है। मेरी दो बहुएं अभी हैं। मेरी एक बहू को तीन बेटी फरीदा (20), आफरीन (12) एक छोटी है। एक बेटा तौफीक था। जिसे मेरे बेटे ने मार डाला। मेरा बेटा घर की जमीन और खेत बेचना चाहता था। वह पहले भी दो बीघा खेत बेच चुका था। जिसके लिए तौफीक उसे मना करता था। आए दिन जिसके लिए दोनों में विवाद होता था। मंसूर खेती गृहस्थी का काम करता है। मेरा पोता अभी पढ़ता था। मैं अपनी बहू के साथ अलग रहती थी। मैं मजदूरी करके बच्चों को खिलाती थी। मंसूर को बच्चों से कोई मतलब नहीं था। इनका खर्चा वह नहीं देखता था। वह अपनी पत्नी के साथ रहता था। जमीन के लिए ही उसने मेरे पोते को मार डाला। तौफीक रात में गांव के चौराहे पर बने मकान में सोने गया था। वहीं मंसूर ने उसे जहर मिली मैगी खिलाई। जब वह बेहोश हो गया, तो उसे फांसी पर लटका दिया। मृतक की बड़ी बहन फरीदा ने बताया कि मैं फोन फर बात कर रही थी। तभी मेरी छोटी बहन की चीखने की आवाज सुनी। मैं मौके पर जाकर देखी तो भाई फंदे लटकता दिखा। मैंने शोर मचाया तो पिता घर के बहर ही बैठे। वो दौड़कर आए और भाई को फंदे से उतार कर सीएचसी ले गए। उन्होंने ने ही उसे मारा फिर खुद इलाज कराने ले जा रहे थे। मेरा इकलौता भाई था। उन्होंने उसे मार डाला। हम तीन बहने हैं अब कोई भाई नहीं बचा। जमीन को लेकर ही पूरा झगड़ा था। पिता बार बार धमकी देते कि जमीन बेच दूंगा। हम लोगों को हिस्सा ने देना पड़े इस लिए मार दिया। मृतक की छोटी बहन आफरीन बोली रात में हम लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए। मेरे भाई दूसरे घर में सोने चला गया। वहां पापा के शिवा कोई नहीं था। मैं उसे घर सोने के लिए तकिया लेने गई थी। जैसे में कमरे में गई तो देखा भाई फांसी पर लटक रहा है। मैंने शोर मचाना शुरू किया। आवाज सुनकर पापा, दीदी मेरी दादी आस पास के लोग पहुंच गए। सभी ने जल्दी से उसे नीचे उतारा। फिर अस्पताल ले गए। लेकिन मेरा भाई नहीं बचा। किसी ने पुलिस को फोन कर दिया था। थोड़ी देर बात मेरे घर पर पुलिस पहुंच गई। पिता को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। ग्रामीण ने बताया कि वह तो बच्चे को मार कर घर के बाहर ही बैठा था। फिर खुद बच्चे को अस्पताल ले गया। बच्चे को मृत घोषित करने के बाद वह बच्चे को घर नहीं लाना चाहता था। वह उसे रास्ते में फेंक कर भागना चाहता था। लेकिन गांव के जो लड़के साथ गए थे। वह उसे जबरदस्ती घर लेकर आए। गांव वालों ने पुलिस बुला ली। तुर्कपट्टी एसएचओ आशुतोष सिंह का कहना है कि बाप शराब के नशे में था। बाप बेटे में विवाद हुआ। फिर बेटे ने फांसी लगा ली। जानकारी होने पर लोग अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते मे मौत हो गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। ……………………………. कानपुर में 3 साल की रेप पीड़ित बच्ची की मौत, प्राइवेट पार्ट पर चोट के 6 निशान; बांदा में पड़ोसी ने की थी वारदात बांदा की 3 वर्षीय रेप पीड़िता की कानपुर में मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम 7 दिन से मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती थी। मासूम के सिर, चेहरा, पेट और हाथ समेत पूरे शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी 6 चोट के निशान मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के यूरिन में इन्फेक्शन फैल गया था। बच्ची को 3 जून को रात में कानपुर लाया गया था। बच्ची की हालत गंभीर थी। 6 डॉक्टरों की टीम मासूम को बचाने के लिए मशक्कत कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर… कुशीनगर में पिता ने जमीन के लिए बेटे को मार डाला। पहले मैगी में जहर दिया,फिर फांसी पर लटका दिया। बहन ने देखते ही शोर मचाया तो पिता उसे उतार के खुद सीएचसी ले गया। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान तौफीक (15) और आरोपी पिता मंसूर अंसारी के रूप में हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पूरा मामला तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के छहूं गांव का है। अस सिलसिलेवार जानिए घटनाक्रम… मृतक की दादी मदीना खातून ने बताया कि मेरे बेटे मंसूर अंसारी ने कुल कुल चार शादियां की है। दो पत्नी की मौत हो चुकी है। मेरी दो बहुएं अभी हैं। मेरी एक बहू को तीन बेटी फरीदा (20), आफरीन (12) एक छोटी है। एक बेटा तौफीक था। जिसे मेरे बेटे ने मार डाला। मेरा बेटा घर की जमीन और खेत बेचना चाहता था। वह पहले भी दो बीघा खेत बेच चुका था। जिसके लिए तौफीक उसे मना करता था। आए दिन जिसके लिए दोनों में विवाद होता था। मंसूर खेती गृहस्थी का काम करता है। मेरा पोता अभी पढ़ता था। मैं अपनी बहू के साथ अलग रहती थी। मैं मजदूरी करके बच्चों को खिलाती थी। मंसूर को बच्चों से कोई मतलब नहीं था। इनका खर्चा वह नहीं देखता था। वह अपनी पत्नी के साथ रहता था। जमीन के लिए ही उसने मेरे पोते को मार डाला। तौफीक रात में गांव के चौराहे पर बने मकान में सोने गया था। वहीं मंसूर ने उसे जहर मिली मैगी खिलाई। जब वह बेहोश हो गया, तो उसे फांसी पर लटका दिया। मृतक की बड़ी बहन फरीदा ने बताया कि मैं फोन फर बात कर रही थी। तभी मेरी छोटी बहन की चीखने की आवाज सुनी। मैं मौके पर जाकर देखी तो भाई फंदे लटकता दिखा। मैंने शोर मचाया तो पिता घर के बहर ही बैठे। वो दौड़कर आए और भाई को फंदे से उतार कर सीएचसी ले गए। उन्होंने ने ही उसे मारा फिर खुद इलाज कराने ले जा रहे थे। मेरा इकलौता भाई था। उन्होंने उसे मार डाला। हम तीन बहने हैं अब कोई भाई नहीं बचा। जमीन को लेकर ही पूरा झगड़ा था। पिता बार बार धमकी देते कि जमीन बेच दूंगा। हम लोगों को हिस्सा ने देना पड़े इस लिए मार दिया। मृतक की छोटी बहन आफरीन बोली रात में हम लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए। मेरे भाई दूसरे घर में सोने चला गया। वहां पापा के शिवा कोई नहीं था। मैं उसे घर सोने के लिए तकिया लेने गई थी। जैसे में कमरे में गई तो देखा भाई फांसी पर लटक रहा है। मैंने शोर मचाना शुरू किया। आवाज सुनकर पापा, दीदी मेरी दादी आस पास के लोग पहुंच गए। सभी ने जल्दी से उसे नीचे उतारा। फिर अस्पताल ले गए। लेकिन मेरा भाई नहीं बचा। किसी ने पुलिस को फोन कर दिया था। थोड़ी देर बात मेरे घर पर पुलिस पहुंच गई। पिता को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। ग्रामीण ने बताया कि वह तो बच्चे को मार कर घर के बाहर ही बैठा था। फिर खुद बच्चे को अस्पताल ले गया। बच्चे को मृत घोषित करने के बाद वह बच्चे को घर नहीं लाना चाहता था। वह उसे रास्ते में फेंक कर भागना चाहता था। लेकिन गांव के जो लड़के साथ गए थे। वह उसे जबरदस्ती घर लेकर आए। गांव वालों ने पुलिस बुला ली। तुर्कपट्टी एसएचओ आशुतोष सिंह का कहना है कि बाप शराब के नशे में था। बाप बेटे में विवाद हुआ। फिर बेटे ने फांसी लगा ली। जानकारी होने पर लोग अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते मे मौत हो गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। ……………………………. कानपुर में 3 साल की रेप पीड़ित बच्ची की मौत, प्राइवेट पार्ट पर चोट के 6 निशान; बांदा में पड़ोसी ने की थी वारदात बांदा की 3 वर्षीय रेप पीड़िता की कानपुर में मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम 7 दिन से मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती थी। मासूम के सिर, चेहरा, पेट और हाथ समेत पूरे शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी 6 चोट के निशान मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के यूरिन में इन्फेक्शन फैल गया था। बच्ची को 3 जून को रात में कानपुर लाया गया था। बच्ची की हालत गंभीर थी। 6 डॉक्टरों की टीम मासूम को बचाने के लिए मशक्कत कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
जमीन के लिए पिता ने बेटे को मार डाला:कुशीनगर में मां बोली-पहले मैगी में जहर खिलाया, फिर फांसी पर लटका दिया
