भास्कर न्यूज | जालंधर जमीन विवाद को लेकर लोहियां में शनिवार को तीन घरों में हमला करने वाले तीन आरोपियों को थाना लोहियां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान बिलगा निवासी सुख जीवन सिंह उर्फ गग्गू, अमनदीप सिंह उर्फ अमना और गोराया निवासी पुपिंदर सिंह उर्फ पिंडू के रूप में हुई है। एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। तीन अगस्त की शाम को हमलावरों की एक भीड़ ने पिपली गांव में कश्मीर कौर के घर में जबरन प्रवेश कर परिवार के सदस्यों पर हमला किया था, जिसमें उन्हें काफी चोटें आईं थीं। आरोपियों ने पीड़ित के भाइयों की संपत्ति और आस-पास के घरों में भी तोड़फोड़ की थी। एसएसपी ने बताया कि बलविंदर सिंह की पत्नी कश्मीर कौर के बयानों पर बीएनएस की धाराओं 333, 109, 118(1), 115(2), 309, 61(2), 351(2), 191(3) और 190 तथा शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत दर्ज किया गया था। इसके िलए तीन विशेष टीमें गठित की गईं थीं। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह हमला दो एनआरआई भाइयों दारा सिंह और दरबारा सिंह द्वारा करवाया गया था, जो तलवंडी बूटियां के निवासी हैं और वर्तमान में इंग्लैंड में रहते हैं। दोनों भाइयों ने स्थानीय गैंगस्टर अमनदीप सिंह अमना को हमले के लिए सुपारी दी थी, जिसका उद्देश्य लगभग 10.5 एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा करना था। एसएसपी खख ने बताया कि “हमारी जांच से पता चला है कि सुपारी पर आए हमलावरों को दो लाख रुपए का अग्रिम भुगतान किया गया था, जिसमें कुल तीन लाख रुपए देने का वादा था। पुलिस ने घटना के वक्त इस्तेमाल की गई एक ऑल्टो कार और एक मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है। पुलिस दोनों एनआरआई भाइयों को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। भास्कर न्यूज | जालंधर जमीन विवाद को लेकर लोहियां में शनिवार को तीन घरों में हमला करने वाले तीन आरोपियों को थाना लोहियां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान बिलगा निवासी सुख जीवन सिंह उर्फ गग्गू, अमनदीप सिंह उर्फ अमना और गोराया निवासी पुपिंदर सिंह उर्फ पिंडू के रूप में हुई है। एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। तीन अगस्त की शाम को हमलावरों की एक भीड़ ने पिपली गांव में कश्मीर कौर के घर में जबरन प्रवेश कर परिवार के सदस्यों पर हमला किया था, जिसमें उन्हें काफी चोटें आईं थीं। आरोपियों ने पीड़ित के भाइयों की संपत्ति और आस-पास के घरों में भी तोड़फोड़ की थी। एसएसपी ने बताया कि बलविंदर सिंह की पत्नी कश्मीर कौर के बयानों पर बीएनएस की धाराओं 333, 109, 118(1), 115(2), 309, 61(2), 351(2), 191(3) और 190 तथा शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत दर्ज किया गया था। इसके िलए तीन विशेष टीमें गठित की गईं थीं। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह हमला दो एनआरआई भाइयों दारा सिंह और दरबारा सिंह द्वारा करवाया गया था, जो तलवंडी बूटियां के निवासी हैं और वर्तमान में इंग्लैंड में रहते हैं। दोनों भाइयों ने स्थानीय गैंगस्टर अमनदीप सिंह अमना को हमले के लिए सुपारी दी थी, जिसका उद्देश्य लगभग 10.5 एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा करना था। एसएसपी खख ने बताया कि “हमारी जांच से पता चला है कि सुपारी पर आए हमलावरों को दो लाख रुपए का अग्रिम भुगतान किया गया था, जिसमें कुल तीन लाख रुपए देने का वादा था। पुलिस ने घटना के वक्त इस्तेमाल की गई एक ऑल्टो कार और एक मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है। पुलिस दोनों एनआरआई भाइयों को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में पुलिस की नशा तस्करों पर रेड:घोड़ा छाप कॉलोनी में कार्रवाई, लोग बोले- छापामारी से पहले सप्लायरों को मिल जाती है सूचना
लुधियाना में पुलिस की नशा तस्करों पर रेड:घोड़ा छाप कॉलोनी में कार्रवाई, लोग बोले- छापामारी से पहले सप्लायरों को मिल जाती है सूचना पंजाब के लुधियाना की जिला पुलिस ने आज घोडा छाप कॉलोनी और छावनी मोहल्ला में कई लोगों के घरों की तलाशी ली. पुलिस ने कुछ लोगों के घरों से नशीली दवाएं भी बरामद की. अगर घोडा छाप कॉलोनी की बात करें तो सुबह साढ़े सात बजे ही पूरी कॉलोनी को पुलिस बल ने घेर लिया था. चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी गई थी. पुलिस कर्मियों ने हर आने-जाने वाले व्यक्ति की तलाशी ली। पुलिस की छापेमारी के दौरान कॉलोनी के लोगों ने कई अहम खुलासे किए. लोगों ने बताया कि पुलिस की छापेमारी से पहले ही कुछ पुलिस कर्मी नशा तस्करों को छापेमारी की सूचना दे देते हैं। इस कारण बड़े नशे के मगरमच्छ पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाते। आम लोगों के घरों में चेकिंग की जाती है, जबकि असली नशा सप्लायर भाग जाते हैं या फिर नशे को इधर-उधर छिपा देते हैं। 100 से अधिक पुलिस बल ने की सर्च
घोड़ा छाप कालोनी में अलग-अलग थानों के पुलिस कर्मचारी 100 से अधिक सर्च करने पहुंचे। मौके का जायजा पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल और ADGP प्रवीण कुमार ने लिया। ADGP प्रवीण कुमार ने कहा कि आज पूरे पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। लुधियाना में घोड़ा छाप कालोनी और छावनी मोहल्ला में चैकिंग की गई है। कालोनी के कुछ लोगों ने अपनी दिक्कतें बताई है उन पर भी ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी हाल में नशा तस्करों को छोड़ना नहीं है। लुधियाना के अभी कई और भी संदिग्ध इलाके है जहां आने वाले दिनों में भी रेड करवाई जाएगी। कालोनी निवासियों में रोष
घोड़ा छाप कालोनी में रहते विनोद घई ने कहा कि पूरी कालोनी में 10 प्रतिशत लोग ऐसे है जो चिट्टा बेचते है। इन लोगों को पुलिस कर्मचारी पहले ही सुचेत कर देते है जिस कारण छापामारी के वक्त ये तस्कर पुलिस के हाथ नहीं आते। विनोद ने कहा कि पहले कई बार उसने पुलिस को नशा तस्करों की शिकायत दी लेकिन उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। नशा तस्कर और पुलिस कर्मी गाडियों में बैठ करते सेटिंग रोजाना पुलिस कर्मचारी नशा तस्करों के साथ गाड़ियों में बैठकर सेटिंग करते है। आज वह पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से भी मिले है। उन्हें भी मामला संबंधी जानकारी दी है। कालोनी में रहने वाले अच्छे सामाजिक लोगों की छवि खराब होती है जब पुलिस बेवजह उनके घरों की सर्च करती है। जबकि असल नशा तस्कर पहले ही भाग जाते।

पंजाब सरकार हाईकोर्ट में आज दाखिल करेगी जवाब:मोहाली का गांव छोड़ने का प्रस्ताव हुआ था पास, लक्खा सिधाना आए थे पक्ष में
पंजाब सरकार हाईकोर्ट में आज दाखिल करेगी जवाब:मोहाली का गांव छोड़ने का प्रस्ताव हुआ था पास, लक्खा सिधाना आए थे पक्ष में पंजाब के मोहाली जिले में स्थित गांव मुद्दू संगतियां में कुछ समय पहले प्रवासी लोगों को गांव छोड़ने संबंधी एक प्रस्ताव पास किया गया था। अब यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में आज पंजाब सरकार की तरफ से अदालत में जवाब दाखिल किया जाएगा। एडवोकेट वैभव वत्स की ओर से कोर्ट में इस संबंध में याचिका दायर की गई है। उनका कहना है कि संविधान हर नागरिक को अपनी पसंद की जगह पर रहने का अधिकार देता है। इस तरह प्रवासी मजदूरों को गांव से निकालकर उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। जो एक गंभीर मुद्दा है। गांव के सरपंच सहमत नहीं थे उन्होंने याचिका में मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया है। उनका कहना है कि यह मामला 1 अगस्त को उनके संज्ञान में आया। उन्हें पता चला कि गांव में एक प्रस्ताव पारित किया गया है। इसमें प्रवासी लोगों को गांव छोड़ने के लिए कहा गया है। हालांकि, गांव के सरपंच इस पर सहमत नहीं थे। इस वजह से गांव में रह रहे प्रवासी परिवार मुश्किल में है। उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य चीजें प्रभावित हो रही हैं। लोगों को रोजगार मिलने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रस्ताव पास करने को दिया था यह तर्क गांव में जब यह प्रस्ताव पास गया तो यह तर्क दिया गया था कि प्रवासी लोगों के रहने के कारण इलाके में आपराधिक और असामाजिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। कुछ आपराधिक घटनाओं में प्रवासी लोगों को संलिप्तता पाई गई थी। ऐसे में गांव वालों ने मजबूरी प्रस्ताव पास किया गया है। इनकी वजह से आने वाली पीढ़ी पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। गांव में किसको रहना है और किसको नहीं, इसका फैसला करना पंचायत का अधिकार क्षेत्र है। इसी कारण ग्रामीणों ने मिलकर इस तरह का फैसला लिया है। ऐसे हुई लक्खा सिधाना की एंट्री मामले ने जब तूल पकड़ा तो पुलिस-प्रशासन एक्टिव हो गया। पुलिस ने इस मामले में पंचायत से पड़ताल शुरू की थी तो किसान आंदोलन में भाग ले चुके लक्खा सिधाना ग्रामीणों के पक्ष में पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों के फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में यह लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पंजाब की सभी पंचायतों को इस तरह का फैसला लेना चाहिए। भंग हो चुकी पंचायत गांव मुद्दों संगतियां समेत पूरे पंजाब में पंचायतें भंग हो चुकी हैं। क्योंकि पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो गया था। अभी तक चुनाव की नई तारीख घोषित नहीं हुई है। हालांकि इससे यह बात साफ है कि पंचायत की तरफ से इस बारे में प्रस्ताव नहीं डाला गया है। पुलिस भी कर रही है मामले की जांच यह मामला सामने आया था उसके बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल की थी। उस समय डीएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया था कि गांव के मौजूदा सरपंच से बात हुई है। उनका कहना है कि गांव में कोई भी व्यक्ति आकर रह सकता है। इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि पूरा मामला उच्च अधिकारियों के ध्यान में है। इस मामले में जांच की रिपोर्ट आने के बाद जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।

पंजाब की गलियों में दिखे बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त:टी-स्टॉल पर फैंस ने घेरा; गाड़ी में बैठकर चाय पीनी पड़ी, गोल्डन टेंपल भी जाएंगे
पंजाब की गलियों में दिखे बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त:टी-स्टॉल पर फैंस ने घेरा; गाड़ी में बैठकर चाय पीनी पड़ी, गोल्डन टेंपल भी जाएंगे बॉलीवुड के मशहूर एक्टर संजय दत्त पंजाब में अमृतसर की गलियों में देखे गए। यहां शहर की मशहूर ज्ञानी टी स्टॉल पर चाय पीने के दौरान उन्हें फैंस ने घेर लिया। जब भीड़ ज्यादा हो गई तो उन्हें गाड़ी में बैठकर चाय की चुस्कियां लीं। संजय दत्त के आने से भंडारी पुल पर भी लोगों का जमावड़ा रहा। इससे पुलिस को उन्हें सावधानी के साथ वहां से निकालना पड़ा। जाने से पहले संजय दत्त ने ज्ञानी की दुकान के समोसे, पकौड़े और कचौरियां भी खाईं। यह दुकान करीब 80 साल पुरानी है। यहां अक्सर राजनीतिक लोगों का भी आना जाना रहता है। संजय दत्त की अमृतसर से 3 PHOTOS… रविवार को अमृतसर आए संजय
एक्टर संजय दत्त रविवार शाम से अमृतसर में हैं। शाम की फ्लाइट से वह अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे थे। वहां से वह सीधे होटल चले गए। बताया जा रहा है कि संजय दत्त यहां अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे हैं। काम से थोड़ा समय मिला तो वह सोमवार को चाय पीने शहर में निकल आए। यहां चाय की दुकान पर उन्हें देखते ही न केवल दुकान के अंदर बैठे लोग, बल्कि बाहर से गुजर रहे उनके फैंस भी उनसे मिलने के लिए लालायित रहे। जैसे ही संजय दत्त दुकान से बाहर निकले तो लोग उनके साथ सेल्फी लेने के लिए भागे। संजय दत्त ने भी आराम से लोगों के साथ समय बिताया। फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे हैं संजय दत्त
संजय दत्त आजकल एक्टर रणवीर सिंह के साथ आने वाली नई फिल्म को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म का अब तक टाइटल तय नहीं हुआ है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि फिल्म का नाम धुरंधर होगा। यह फिल्म फिलहाल प्री-प्रोडक्शन में है। बताया जा रहा है कि यह फिल्म मुंबई के अंडरवर्ल्ड पर आधारित एक मल्टी-स्टारर प्रोजेक्ट है। यह एक स्पाई थ्रिलर फिल्म होगी, जिसमें संजय दत्त और रणवीर सिंह के अलावा आर. माधवन, अक्षय खन्ना और अर्जुन रामपाल होंगे। इस फिल्म के निर्देशक आदित्य धर हैं। इसी फिल्म की शूटिंग को लेकर ही संजय दत्त पंजाब पहुंचे हैं। उनसे पहले रणवीर सिंह यहां पहुंच चुके हैं और 24 नवंबर को उन्होंने गोल्डन टेंपल में माथा भी टेका था। संजय दत्त भी गोल्डन टेंपल में माथा टेकने जाएंगे, लेकिन अब तक उनका शेड्यूल जारी नहीं किया गया है।