<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajouri News:</strong> राजौरी में प्रशासन ने सभी डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. उनकी छुट्टी बढ़ाल गांव में 17 लोगों की रहस्यमयी बीमारी से हुई मौत की घटना को देखते हुए रद्द की गई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अब तक राजौरी में 230 लोगों को क्वारनटाइन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि लखनऊ में टॉक्सीकोलोजी लैब द्वारा की गई शुरुआत जांच में पता चला है कि यह मौत किसी इन्फेक्शन, वायरस या फिर बैक्टिरिया से नहीं हुई है बल्कि इसका कारण टॉक्सिन है. अब टॉक्सिन की जांच हो रही है. और जल्द ही रहस्य से पर्दा हट जाएगा.” 7 जनवरी को रहस्यमयी बीमारी से पहली मौत की पुष्टि हुई थी और उसके बाद पहली बार इस तरह केंद्र की ओर से कुछ ठोस बयान सामने आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरीजों में नजर आ रहे थे ये लक्षण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राजौरी के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 11 मरीजों को भर्ती कराया गया है और उनमें से 9 की हालत स्थिर है. राजौरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. अमरजीत ने बताया कि यहां आए कई मरीजों में बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण थे और जिनकी हालत आगे गंभीर हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. अमरजीत ने बताया, ”दो लड़कियों को छोड़कर बाकी की हालत स्थिर है. इलाज के प्रोटोकॉल में कुछ बदलाव किया गया है.” उधर, गांव के 100 से अधिक लोगों को राजौरी अस्पताल लाया गया जिससे भर्ती होने वालों की संख्या 300 हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीमार लोगों को एयरलिफ्ट करने की मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बढ़ाल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने उमर अब्दुल्ला सरकार से मांग की है कि वह इस गांव में मेडिकल इमर्जेंसी घोषित कर दें और गंभीर रूप से बीमार लोगों को इलाज के लिए चंडीगढ़ या फिर दिल्ली एयरलिफ्ट करने की सुविधा उपलब्ध की जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिसंबर की शुरुआत में एक परिवार के सात सदस्यों ने बुखार और उल्टी की शिकायत की थी. जनवरी की समाप्ति तक 17 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई. अब तक इसके पीछे का कारण जानने के लिए केंद्र और जम्मू-कश्मीर की कई एजेंसियां लगाई गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”जम्मू-कश्मीर की पहली कैडेट को जानिए, जो गणतंत्र दिवस परेड में NCC की टुकड़ी का करेंगी नेतृत्व” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/ekta-kumari-republic-day-2025-parade-jammu-kashmir-ncc-girls-in-delhi-2869947″ target=”_self”>जम्मू-कश्मीर की पहली कैडेट को जानिए, जो गणतंत्र दिवस परेड में NCC की टुकड़ी का करेंगी नेतृत्व</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajouri News:</strong> राजौरी में प्रशासन ने सभी डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. उनकी छुट्टी बढ़ाल गांव में 17 लोगों की रहस्यमयी बीमारी से हुई मौत की घटना को देखते हुए रद्द की गई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अब तक राजौरी में 230 लोगों को क्वारनटाइन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि लखनऊ में टॉक्सीकोलोजी लैब द्वारा की गई शुरुआत जांच में पता चला है कि यह मौत किसी इन्फेक्शन, वायरस या फिर बैक्टिरिया से नहीं हुई है बल्कि इसका कारण टॉक्सिन है. अब टॉक्सिन की जांच हो रही है. और जल्द ही रहस्य से पर्दा हट जाएगा.” 7 जनवरी को रहस्यमयी बीमारी से पहली मौत की पुष्टि हुई थी और उसके बाद पहली बार इस तरह केंद्र की ओर से कुछ ठोस बयान सामने आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरीजों में नजर आ रहे थे ये लक्षण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राजौरी के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 11 मरीजों को भर्ती कराया गया है और उनमें से 9 की हालत स्थिर है. राजौरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. अमरजीत ने बताया कि यहां आए कई मरीजों में बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण थे और जिनकी हालत आगे गंभीर हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. अमरजीत ने बताया, ”दो लड़कियों को छोड़कर बाकी की हालत स्थिर है. इलाज के प्रोटोकॉल में कुछ बदलाव किया गया है.” उधर, गांव के 100 से अधिक लोगों को राजौरी अस्पताल लाया गया जिससे भर्ती होने वालों की संख्या 300 हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीमार लोगों को एयरलिफ्ट करने की मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बढ़ाल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने उमर अब्दुल्ला सरकार से मांग की है कि वह इस गांव में मेडिकल इमर्जेंसी घोषित कर दें और गंभीर रूप से बीमार लोगों को इलाज के लिए चंडीगढ़ या फिर दिल्ली एयरलिफ्ट करने की सुविधा उपलब्ध की जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिसंबर की शुरुआत में एक परिवार के सात सदस्यों ने बुखार और उल्टी की शिकायत की थी. जनवरी की समाप्ति तक 17 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई. अब तक इसके पीछे का कारण जानने के लिए केंद्र और जम्मू-कश्मीर की कई एजेंसियां लगाई गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”जम्मू-कश्मीर की पहली कैडेट को जानिए, जो गणतंत्र दिवस परेड में NCC की टुकड़ी का करेंगी नेतृत्व” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/ekta-kumari-republic-day-2025-parade-jammu-kashmir-ncc-girls-in-delhi-2869947″ target=”_self”>जम्मू-कश्मीर की पहली कैडेट को जानिए, जो गणतंत्र दिवस परेड में NCC की टुकड़ी का करेंगी नेतृत्व</a></strong></p> जम्मू और कश्मीर बिहार के 11 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट, नालंदा की हवा सबसे खराब, इस पूरे महीने कैसा रहेगा मौसम?