केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने CM योगी को लेटर लिखा है। ब्रज क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित किसानों की फसलों के नुकसान पर चिंता जाहिर की है। किसानों को राहत देने की मांग की है। जयंत ने लेटर में लिखा- पिछले दिनों मैंने उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया। जहां देखा कि बाढ़ के कारण किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। उन्हें तत्काल राहत पहुंचाए जाने की जरूरत है। जयंत ने योगी से अपील की है कि पूरे उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ब्रज क्षेत्र के प्रभावित गांवों का भी प्राथमिकता के आधार पर सर्वे कराया जाए। किसानों को फसल बीमा योजना के तहत उचित मुआवजा दिया जाए। ब्रज के जिलों में बाढ़ से बर्बादी देखिए- मथुरा में किसान बोले- हम बर्बाद हो गए मथुरा में खेतों में पानी भरने से धान की फसलें डूब गई हैं। छाता क्षेत्र के खायरा गांव के खेतों में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया है। किसान बनवारी पांडेय ने बताया- हमारी फसल डूब गई है। हम तो बर्बाद हो गए हैं। अब गेहूं की फसल की बुवाई भी नहीं हो पाएगी। एटा में फसल देखकर किसान को आया हार्ट अटैक, मरने से पहले बोले- मैं बर्बाद हो गया एटा में 21 सितंबर को किसान बलवीर सिंह (52) खेत गए। बारिश से खराब फसल देखकर उन्हें हार्ट अटैक आ गया। बेटे रोहित ने बताया- खेत में खड़ी मिर्च और बाजरे की फसल में पानी भर गया था। पिता जी फसल की हालत देखकर रोने लगे। कहा- अब तो मैं बर्बाद हो गया, इतने में वो खेत में गिर पड़े। रोहित ने थाना सकरौली में तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। अलीगढ़ में धन की फसल पकते ही गिर गई अलीगढ़ में 11 से 13 सितंबर तक भारी बारिश हुई। इसके बाद फिर 17 और 18 सितंबर को मूसलाधार बारिश हुई। खेत पानी से भर गए। धान की फसल पक चुकी है, इसी बीच बारिश में कहीं फसल डूब गई तो कहीं गिर गईं। किसानों के नुकसान का जायजा लेने के लिए DM विशाख जी. खेतों पर पहुंचे। उनसे किसानों ने जल्द मुआवजा देने की मांग की है। आगरा में पानी में डूबी फसलें सड़ गईं आगरा में बारिश की वजह से किरावली के ब्यारा समेत कई गांवों में धान, बाजरा की फसलें पानी में डूब गई हैं। अब फसलें सड़ रही हैं। ब्यारा नयावास में किसानों की करीब 300 बीघा धान, बाजरा और कपास की फसलें बर्बाद हो गईं। किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर पीड़ित किसानों को लेकर किरावली में SDM से मिले और उन्हें खराब फसलों की फोटो दिखाकर, किसानों के लिए मुआवजा मांगा। मैनपुरी में हवा से फसलें गिरकर खराब हुईं मैनपुरी में बारिश और हवा से धान, मक्का, बाजरा आदि की फसलें गिर गई हैं। किशनी के ग्राम पंचायत बसैत के किसान सलीम अली ने कहा- मैंने 25 से 30 बीघा धान साझेदारी पर लगाया था। उधार लेकर खेती की, अब फसल गिर गई। किसान विमल जाटव ने कहा- मैंने धान, मक्का, बाजरे की फैसलें बोई थी, लेकिन अब पूरी फसल चौपट हो गई। किसान रामकुमार ने कहा- 12 से 15 बीघा धान रोपा था। बाली भी बहुत अच्छी आई थी। इसी बीच आंधी-पानी में फसल चौपट हो गई। फसल बीमा के लिए 72 घंटे में सूचना देनी होगी
अलीगढ़ के उप कृषि निदेशक कृषि यशराज सिंह का कहना है कि बारिश या अन्य कारणों से फसलों को नुकसान हुआ है तो किसान नुकसान की सूचना लिखित रूप से दें। किसान जिले की बीमा कंपनी के प्रतिनिधि या कृषि विभाग के विकास खंड, तहसील और जिला स्तरीय किसी भी कार्यालय में सूचना दे सकते हैं। यह सूचना नुकसान के 72 घंटे के भीतर देना जरूरी है। इसके साथ ही फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 14447 पर फोन करके भी सूचना दे सकते हैं। ये भी पढ़ें:- यूपी में खाने की दुकानों पर नेमप्लेट अनिवार्य: योगी ने कहा- खाने की चीजों में मानव अपशिष्ट मिलाना वीभत्स योगी सरकार ने खाने की दुकानों पर नेमप्लेट यानी दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है। सीएम योगी ने मंगलवार को यह आदेश दिए। उन्होंने कहा- खाने-पीने की चीजों में मानव अपशिष्ट मिलाना वीभत्स है। यह कतई बर्दाश्त नहीं। ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई होगी। मंगलवार को योगी ने खाद्य विभाग के साथ बैठक की। सीएम ने कहा- प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट की गहन जांच की जाए। हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। पढ़ें पूरी खबर… केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने CM योगी को लेटर लिखा है। ब्रज क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित किसानों की फसलों के नुकसान पर चिंता जाहिर की है। किसानों को राहत देने की मांग की है। जयंत ने लेटर में लिखा- पिछले दिनों मैंने उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया। जहां देखा कि बाढ़ के कारण किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। उन्हें तत्काल राहत पहुंचाए जाने की जरूरत है। जयंत ने योगी से अपील की है कि पूरे उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ब्रज क्षेत्र के प्रभावित गांवों का भी प्राथमिकता के आधार पर सर्वे कराया जाए। किसानों को फसल बीमा योजना के तहत उचित मुआवजा दिया जाए। ब्रज के जिलों में बाढ़ से बर्बादी देखिए- मथुरा में किसान बोले- हम बर्बाद हो गए मथुरा में खेतों में पानी भरने से धान की फसलें डूब गई हैं। छाता क्षेत्र के खायरा गांव के खेतों में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया है। किसान बनवारी पांडेय ने बताया- हमारी फसल डूब गई है। हम तो बर्बाद हो गए हैं। अब गेहूं की फसल की बुवाई भी नहीं हो पाएगी। एटा में फसल देखकर किसान को आया हार्ट अटैक, मरने से पहले बोले- मैं बर्बाद हो गया एटा में 21 सितंबर को किसान बलवीर सिंह (52) खेत गए। बारिश से खराब फसल देखकर उन्हें हार्ट अटैक आ गया। बेटे रोहित ने बताया- खेत में खड़ी मिर्च और बाजरे की फसल में पानी भर गया था। पिता जी फसल की हालत देखकर रोने लगे। कहा- अब तो मैं बर्बाद हो गया, इतने में वो खेत में गिर पड़े। रोहित ने थाना सकरौली में तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। अलीगढ़ में धन की फसल पकते ही गिर गई अलीगढ़ में 11 से 13 सितंबर तक भारी बारिश हुई। इसके बाद फिर 17 और 18 सितंबर को मूसलाधार बारिश हुई। खेत पानी से भर गए। धान की फसल पक चुकी है, इसी बीच बारिश में कहीं फसल डूब गई तो कहीं गिर गईं। किसानों के नुकसान का जायजा लेने के लिए DM विशाख जी. खेतों पर पहुंचे। उनसे किसानों ने जल्द मुआवजा देने की मांग की है। आगरा में पानी में डूबी फसलें सड़ गईं आगरा में बारिश की वजह से किरावली के ब्यारा समेत कई गांवों में धान, बाजरा की फसलें पानी में डूब गई हैं। अब फसलें सड़ रही हैं। ब्यारा नयावास में किसानों की करीब 300 बीघा धान, बाजरा और कपास की फसलें बर्बाद हो गईं। किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर पीड़ित किसानों को लेकर किरावली में SDM से मिले और उन्हें खराब फसलों की फोटो दिखाकर, किसानों के लिए मुआवजा मांगा। मैनपुरी में हवा से फसलें गिरकर खराब हुईं मैनपुरी में बारिश और हवा से धान, मक्का, बाजरा आदि की फसलें गिर गई हैं। किशनी के ग्राम पंचायत बसैत के किसान सलीम अली ने कहा- मैंने 25 से 30 बीघा धान साझेदारी पर लगाया था। उधार लेकर खेती की, अब फसल गिर गई। किसान विमल जाटव ने कहा- मैंने धान, मक्का, बाजरे की फैसलें बोई थी, लेकिन अब पूरी फसल चौपट हो गई। किसान रामकुमार ने कहा- 12 से 15 बीघा धान रोपा था। बाली भी बहुत अच्छी आई थी। इसी बीच आंधी-पानी में फसल चौपट हो गई। फसल बीमा के लिए 72 घंटे में सूचना देनी होगी
अलीगढ़ के उप कृषि निदेशक कृषि यशराज सिंह का कहना है कि बारिश या अन्य कारणों से फसलों को नुकसान हुआ है तो किसान नुकसान की सूचना लिखित रूप से दें। किसान जिले की बीमा कंपनी के प्रतिनिधि या कृषि विभाग के विकास खंड, तहसील और जिला स्तरीय किसी भी कार्यालय में सूचना दे सकते हैं। यह सूचना नुकसान के 72 घंटे के भीतर देना जरूरी है। इसके साथ ही फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 14447 पर फोन करके भी सूचना दे सकते हैं। ये भी पढ़ें:- यूपी में खाने की दुकानों पर नेमप्लेट अनिवार्य: योगी ने कहा- खाने की चीजों में मानव अपशिष्ट मिलाना वीभत्स योगी सरकार ने खाने की दुकानों पर नेमप्लेट यानी दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है। सीएम योगी ने मंगलवार को यह आदेश दिए। उन्होंने कहा- खाने-पीने की चीजों में मानव अपशिष्ट मिलाना वीभत्स है। यह कतई बर्दाश्त नहीं। ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई होगी। मंगलवार को योगी ने खाद्य विभाग के साथ बैठक की। सीएम ने कहा- प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट की गहन जांच की जाए। हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर