पंजाब में जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट पर आज बुधवार को उपचुनाव हो रहा है। बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। यह शाम 6 बजे तक चलेगा। इस सीट पर कुल 1,71,963 मतदाता हैं। इनमें 89,629 पुरुष और 82,326 महिलाएं शामिल हैं। साथ ही, उक्त क्षेत्र में आठ थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं। कुल 181 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां 700 जवानों की तैनाती की गई है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। जिसमें BJP से पूर्व विधायक शीतल अंगुराल, AAP से पूर्व BJP मंत्री के बेटे मोहिंदर भगत और कांग्रेस से पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट की खासियत यह है कि हर बार यहां से नई पार्टी चुनाव जीतती रही है। 2012 में BJP, 2017 में कांग्रेस तो 2022 में AAP ने यहां से सीट जीती थी। पंजाब में जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट पर आज बुधवार को उपचुनाव हो रहा है। बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। यह शाम 6 बजे तक चलेगा। इस सीट पर कुल 1,71,963 मतदाता हैं। इनमें 89,629 पुरुष और 82,326 महिलाएं शामिल हैं। साथ ही, उक्त क्षेत्र में आठ थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं। कुल 181 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां 700 जवानों की तैनाती की गई है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। जिसमें BJP से पूर्व विधायक शीतल अंगुराल, AAP से पूर्व BJP मंत्री के बेटे मोहिंदर भगत और कांग्रेस से पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट की खासियत यह है कि हर बार यहां से नई पार्टी चुनाव जीतती रही है। 2012 में BJP, 2017 में कांग्रेस तो 2022 में AAP ने यहां से सीट जीती थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोगा में नहर की पटरी टूटी:सैकड़ों एकड़ फसल में भरा पानी, मौके पर अधिकारी के नहीं पहुंचने पर किसानों में रोष
मोगा में नहर की पटरी टूटी:सैकड़ों एकड़ फसल में भरा पानी, मौके पर अधिकारी के नहीं पहुंचने पर किसानों में रोष पंजाब के मोगा जिले के कस्बा बाघा पुराना के अधीन गांव मंडीरा के पास नहर की पटरी टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। जिससे किसानों की फसल खराब हो गई है। नहर विभाग की ओर से लापरवाही को लेकर लोगों में रोष बना हुआ है। नहर विभाग पर लगाए आरोप गांव के किसानों ने कहा कि गांव मंडीरा के पास नहर टूट गई और नहर का पानी खेतों में चला गया। जिससे हमारी फसल पानी में डूबने के कारण बर्बाद हो गई। किसानों का कहना है कि अभी तो बारिश शुरू भी नहीं हुई है। पहले ही नहर टूट गई, आगे जब बारिश शुरू होगी तो क्या होगा। जो नुकसान हुआ है इसमें नहर विभाग की ओर से लापरवाही सामने आ रही है। अगर पहले ही इसी सही से जांच और सफाई करवाई जाती तो ऐसी स्थिति नहीं आती। किसान तो पहले ही काफी मुश्किलों का सहमना करते आ रहे है। वहीं प्रशासन के किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने से लोगों में रोष बना हुआ है। किसानों का कहना है कि जो फसल का नुकसान हुआ है। उसकी भरपाई कैसे होगी।
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लुधियाना में बडे़ ड्रग रैकेट का भंडाफोड़:22.41 लाख की ड्रग मनी- ढाई किलो अफीम बरामद, पुलिस ने जब्त किए लाखों के जेवर लुधियाना पुलिस ने ड्रग तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आज एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से लाखों रुपए की ड्रग मनी, एक कार और अन्य कीमती सामान बरामद हुआ है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ गांधी निवासी बीआरएस नगर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के पास से 2.5 किलो अफीम, 22.41 लाख रुपए की ड्रग मनी, स्विफ्ट कार, पांच मोबाइल फोन, सोने के आभूषण जिसमें दो जेंट्स कड़े, दो लेडीज चूड़ियां, एक ब्रेसलेट, दो लेडीज चेन, दो अंगूठियां, एक हार, दो जोड़ी बालियां, एक जेंट्स चेन, लेडीज पेंडेंट आदि बरामद किए हैं। अप्रैल 2023 में जमानत पर आरोपी आया बाहर DCP इन्वेस्टिगेशन शुभम अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी अमरजीत एक कुख्यात जुआरी है और वह जुआ खेलने के लिए दूसरे जुआरियों को भी जगह देता है और बदले में मोटी रकम वसूलता है। पिछले साल लुधियाना पुलिस ने उसे जुआ खेलने के मामले में भी गिरफ्तार किया था, जिसमें वह अप्रैल 2023 में जमानत पर बाहर आया था। लंबे समय से चल रहा नशा तस्करी का नेटवर्क DCP शुभम अग्रवाल ने कहा कि आरोपी लंबे समय से औद्योगिक क्षेत्र में नशा तस्करी का नेटवर्क चला रहा था और उसने नशे के पैसों से कार और कीमती सामान भी खरीदा था। इसी के तहत एसएचओ सराभा नगर नीरज चौधरी के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने आरोपी के ठिकानों पर छापा मारा और उसके पास से 2.5 किलो अफीम बरामद की गई। बाद में उसके घर पर छापेमारी के दौरान सोने के गहने, कार, नशे के पैसे और जुए के उपकरण भी बरामद किए गए। कुछ बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं की पुलिस को हुई पहचान DCP अग्रवाल ने कहा कि पुलिस को संदेह है कि आरोपी पंजाब और अन्य राज्यों के कुछ अन्य बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं के संपर्क में है। आरोपी से पूछताछ में कुछ बड़े अफीम आपूर्तिकर्ताओं की पहचान भी हुई है, पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेगी। आरोपी को कभी भी नशे के मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया, क्योंकि वह बहुत ही चतुराई से रैकेट चला रहा था। इस बीच लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि आरोपी द्वारा नशे के पैसों से बनाई गई संपत्तियों की जांच की जाएगी और उन्हें कुर्क किया जाएगा।
पंजाब में नहीं दिखाई गई फिल्म ‘इमरजेंसी’:PVR ने 80 थिएटरों में शो रोके; कंगना रनोट बोलीं- यह कला और कलाकार का उत्पीड़न
पंजाब में नहीं दिखाई गई फिल्म ‘इमरजेंसी’:PVR ने 80 थिएटरों में शो रोके; कंगना रनोट बोलीं- यह कला और कलाकार का उत्पीड़न बॉलीवुड एक्टर एवं हिमाचल के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी शुक्रवार को रिलीज हो गई। पहले ही दिन पंजाब में सिख संगठन इसके विरोध में उतर आए। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और मोहाली में थिएटर्स के बाहर सिख संगठनों के सदस्य काले झंडे लेकर विरोध किया। राज्य के किसी भी थिएटर में फिल्म नहीं दिखाई गई। PVR ग्रुप के 70 से 80 थिएटरों पर ये फिल्म दिखाई जानी थी, विरोध के बाद इन थिएटरों पर फिल्म नहीं लगी। लॉ स्टूडेंट सफल हरप्रीत सिंह की तरफ से कंगना को कानूनी नोटिस भेजा गया है, जिसमें 5 दिन में पूरे पंजाब व सिख कम्युनिटी से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर वे लीगल नोटिस का जवाब नहीं देतीं, तो इस मामले में कानून का सहारा लेंगे। उधर, कंगना ने X पर लिखा- ‘यह पूरी तरह से कला और कलाकार का उत्पीड़न है। पंजाब से कई शहरों से खबरें आ रही हैं कि ये लोग इमरजेंसी को चलने नहीं दे रहे। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। चंडीगढ़ में पढ़ाई और बड़े होने के बाद मैंने सिख धर्म को करीब से देखा और उसका पालन किया है। यह मेरी छवि खराब करने और मेरी फिल्म इमरजेंसी को नुकसान पहुंचाने के लिए सरासर झूठ और दुष्प्रचार है।’ SGPC का सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ और सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। इसके बाद ही शुक्रवार को सिख संगठनों ने PVR सिनेमा के बाहर प्रदर्शन किया। SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने गुरुवार को पंजाब CM भगवंत मान को लेटर भी लिखा था। लेटर में धामी ने कहा था- ‘इमरजेंसी’ को पंजाब में बैन किया जाए। फिल्म में 1975 के आपातकाल के दौरान सिखों और उनके संघर्ष को जैसा दिखाया गया है, वह इतिहास से मेल नहीं खाता और सिखों की गलत छवि बना रहा है। धामी का आरोप है, फिल्म में सिखों के बलिदान और योगदान को नजरअंदाज किया गया। उन्हें नकारात्मक दिखाया गया। सिखों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पंजाब में फिल्म रिलीज रोकी जाए।’ पंजाब व केंद्र सरकार को भेजा पत्र SGPC के सेक्रेटरी प्रताप सिंह ने कहा- ‘आज पंजाब में कंगना की फिल्म इमरजेंसी रिलीज न किए जाने को लेकर भारत सरकार और पंजाब सरकार को पत्र भेजा गया था। लेकिन सरकारों ने ऐसा कुछ नहीं किया। कल भी SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को पत्र लिखकर सिनेमाघरों में फिल्म न दिखाए जाने की मांग की थी। फिल्म को रोकने के लिए सिख जत्थों ने प्रदर्शन किया। अमृतसर के तीनों सिनेमा घरों में फिल्म नहीं रिलीज की जा रही है। हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं। मगर इस फिल्म में सिखों को गलत दिखाया गया है। इससे पंजाब का माहौल खराब हो सकता है।’ कंगना रनोट ने कहा था- फिल्म में सिखों का अपमान नहीं कंगना रनोट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी फिल्म में सिख समुदाय के प्रति किसी भी तरह की अपमानजनक बात नहीं कही गई है। उन्होंने दावा किया कि ‘इमरजेंसी’ ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है और इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में लगे आपातकाल के दौरान की सच्चाई को दिखाने का प्रयास किया गया है। बांग्लादेश में बैन हो चुकी फिल्म फिल्म के पहले रिलीज किए गए ट्रेलर में पंजाब के आतंकवाद के दौर के साथ-साथ बांग्लादेश की आजादी के दौर को भी दिखाया गया था। जिसके चलते ये फिल्म बांग्लादेश में बैन हो चुकी है। ट्रेलर में आतंकवाद, ऑपरेशन ब्लू स्टार और जरनैल सिंह भिंडरांवाला के बारे में कोई सीन नहीं दिखाया गया। इसके बावजूद SGPC ने फिल्म को बैन करने की मांग रखी। SGPC ने कहा कि फिल्म रिलीज से पहले उसे किसी भी धार्मिक संस्था से पास नहीं करवाया गया। SGPC को फिल्म के इन सीन पर आपत्ति फिल्म में 1975-77 के दौरान इंदिरा गांधी के पीएम रहते हुए लगाए गए आपातकाल के समय की घटनाओं को दिखाया गया है। खासतौर पर इसमें सिखों के खिलाफ हुई ज्यादतियों, गोल्डन टेंपल पर सेना की कार्रवाई और बाकी घटनाओं को दिखाया गया है। SGPC का दावा है कि फिल्म में इन घटनाओं को गलत रूप में पेश किया है। पंजाब सरकार का कोई बयान नहीं पंजाब सरकार की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमन वर्मा ने कहा- पंजाब की अमन शांति को नुकसान पहुंचाने वाला कोई काम करने की इजाजत नही दी जाएगी। फिल्म पर रोक लगाने का फैसला मुख्यमंत्री को लेना है। पहले ट्रेलर के बाद शुरू हुआ था विवाद फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह के अलावा सिखों की सर्वोच्च संस्था SGPC ने सबसे पहले इस फिल्म पर एतराज जताया था। इससे पहले ये फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विरोध के बाद इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला था। 5 महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके सुरक्षाकर्मी बेअंत सिंह के बेटे एवं फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए सीन्स पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। सरबजीत ने कहा था कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में करवाए तीन कट व 10 बदलाव **************** कंगना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- SGPC की कंगना की फिल्म इमरजेंसी को लेकर चेतावनी: सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप कंगना की फिल्म इमरजेंसी रिलीज होने से पहले गुरुवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर से मिले थे। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग की थी। उनका आरोप था कि यह फिल्म सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करती है। पढ़ें पूरी खबर