पंजाब के जालंधर में होने वाले उपचुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हीं नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं जो अपनी-अपनी पार्टियों से नाराज चल रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में कई वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने सभी की जॉइनिंग करवाई है। आज भी बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रवीण भारती आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। बीजेपी की महिला मोर्चा से जुड़ी प्रवीण भारती ने आज सीएम आवास पर जॉइंन किया। आपको बता दें कि इससे पहले सीएम भगवंत सिंह मान एक दर्जन से ज्यादा पूर्व पार्षदों को आप में शामिल करवा चुके हैं। आप विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को जालंधर पश्चिम सीट से आप विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। पंजाब के जालंधर में होने वाले उपचुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हीं नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं जो अपनी-अपनी पार्टियों से नाराज चल रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में कई वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने सभी की जॉइनिंग करवाई है। आज भी बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रवीण भारती आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। बीजेपी की महिला मोर्चा से जुड़ी प्रवीण भारती ने आज सीएम आवास पर जॉइंन किया। आपको बता दें कि इससे पहले सीएम भगवंत सिंह मान एक दर्जन से ज्यादा पूर्व पार्षदों को आप में शामिल करवा चुके हैं। आप विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को जालंधर पश्चिम सीट से आप विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
होशियारपुर में दो ट्रकों के बीच टक्कर:दिल्ली-जम्मू हाइवे पर हुआ हादसा, सड़क पर बिखरे हजारों चूजों की मौत
होशियारपुर में दो ट्रकों के बीच टक्कर:दिल्ली-जम्मू हाइवे पर हुआ हादसा, सड़क पर बिखरे हजारों चूजों की मौत होशियारपुर के हलका मुकेरियां क्षेत्र में दिल्ली-जम्मू नेशनल हाइवे पर अलीपुर नजदीक मुर्गी के चूज़ों से भरे ट्रक को एक बस ने टक्कर मार दी। बस की टक्कर लगने से ट्रक में भरे हजारों चूजे सड़क पर बिखर गए । जिस कारण कई हजार चूज़ों की सड़क पर अन्य वाहनों की चपेट में आने से मौत हो गई। ट्रक ड्राइवर साहिल कुमार ने बताया कि वह हरियाणा से अपने ट्रक में चूजे भरकर जम्मू के श्रीनगर जा रहा था। गुलजार ढाबे के पास पीछे से आ रही किसी एक बस ने साइड मार दी जिस कारण उसका ट्रक सड़क किनारे खड़े किसी अन्य ट्रक से टकरा गया। सड़क पर बिखरे चूजे टक्कर जोरदार होने के वजह से मेरे ट्रक की जालीदार बाड़ी पूरी पूरी तरह से उखड़ गई और ट्रक में रखे मुर्गी के चूजों के डिब्बे सड़क पर फैल गए। इस कारण हजारों की संख्या में चूज़ों ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया। साहिल का कहना है जो चूज़े जीवित बचे है उन्हें इकठ्ठा कर सड़क के किनारे रखवाया जा रहा है।
पंजाब में सांसद बने 4 विधायकों को देना होगा इस्तीफा:20 जून आखिरी तारीख, 6 को जारी हुई थी नोटिफिकेशन
पंजाब में सांसद बने 4 विधायकों को देना होगा इस्तीफा:20 जून आखिरी तारीख, 6 को जारी हुई थी नोटिफिकेशन लोकसभा चुनाव जीतने वाले पंजाब के चार और पड़ोसी राज्य हरियाणा के एक विधायक को 20 जून से पहले अपने विधायक पद से इस्तीफा देना होगा। यह कानूनी तौर पर जरूरी है। क्योंकि सभी लोकसभा सांसदों के चुनाव से जुड़ी अधिसूचना 6 जून 2024 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित हो चुकी है। इनके इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग उपचुनाव के लिए आगे की कार्रवाई शुरू करेगा। जानकारी के मुताबिक, इस बार लोकसभा चुनाव में गुरदासपुर से कांग्रेस के दो विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और लुधियाना से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वंडिंग चुनाव जीते हैं। ये दोनों क्रमश: डेरा बाबा नानक और गिद्दड़बाहा से विधायक हैं। इसी तरह संगरूर से चुनाव जीतने वाले आप के मंत्री गुरमीत सिंह मीत बरनाला से विधायक हैं। जबकि कांग्रेस छोड़कर आप के टिकट पर होशियारपुर से चुनाव लड़ने वाले राज कुमार चब्बेवाल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्हें भी अपने पद से इस्तीफा देना होगा। इसी तरह पड़ोसी राज्य हरियाणा में अंबाला जिले के मुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के वरुण चौधरी विधायक हैं। जबकि अब वे लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं। ऐसे में उन्हें भी अपने पद से इस्तीफा देना होगा। इस्तीफे के बारे क्या कानूनी माहिरों की क्या राय कानूनी माहिर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के एडवोकेट हेमंत कुमार ने कहते हैं कि सभी पांच मौजूदा विधायकों को 20 जून 2024 से पहले राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना होगा। अन्यथा संबंधित लोकसभा सीट(सीटें), जहां से उपरोक्त पांचों को 4 जून 2024 को लोकसभा सांसद के रूप में निर्वाचित घोषित किया गया है, रिक्त सीटें घोषित कर दी जाएंगी। सभी लोकसभा सांसदों के निर्वाचन से संबंधित अधिसूचनाएं 6 जून 2024 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई हैं। हेमंत ने इस संबंध में समकालिक सदस्यता प्रतिषेध नियम, 1950 के नियम 2 का हवाला दिया। जिसे भारत के राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 101 के खंड (2) तथा अनुच्छेद 190 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तैयार किया है। 1950 के उक्त नियम के नियम 2 में यह प्रावधान है कि वह अवधि जिसके समाप्त होने पर किसी ऐसे व्यक्ति का संसद में स्थान रिक्त हो जाएगा। 2019 में भी ऐसे हुआ था हेमंत ने जून 2019 की एक मिसाल का भी हवाला दिया, जब हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, उस समय अंबाला जिले के नारायणगढ़ (एसी) से विधायक थे, और तत्कालीन मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में राज्य मंत्री भी थे। वह 23 मई 2019 को हरियाणा के कुरुक्षेत्र पीसी से लोकसभा सांसद के रूप में निर्वाचित घोषित किया गया था और सांसद के रूप में उनके चुनाव के दस दिनों के भीतर नायब सिंह ने 3 जून 2019 को मंत्री पद के साथ-साथ 13वीं हरियाणा विधानसभा की सदस्यता (विधायक) से इस्तीफा दे दिया था।
पंजाब में पुलिस ने 2 घंटे तक चलाया स्पेशल ऑपरेशन:4 लोग हिरासत में लिए, 11 वाहन जब्त; 2500 कर्मी अभियान में शामिल थे
पंजाब में पुलिस ने 2 घंटे तक चलाया स्पेशल ऑपरेशन:4 लोग हिरासत में लिए, 11 वाहन जब्त; 2500 कर्मी अभियान में शामिल थे पंजाब में स्वतंत्रता दिवस से पहले पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। मंगलवार को दो घंटे तक पूरे राज्य में एक साथ दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान कुल 195 बस अड्डों की चेकिंग की गई। वहीं, 2493 लोगों से पूछताछ की गई। जबकि चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पुलिस टीमों द्वारा 205 चालान जारी किए गए और 11 वाहन जब्त किए गए। वाहन ऐप का भी किया प्रयोग
विशेष पुलिस महानिदेशक (विशेष डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि इस अभियान में सारे सीनियर अधिकारी शामिल हुए। जिलों के एसएसपी व रेंज अधिकारी भी ऑपरेशन में रहे। वाहन ऐप का उपयोग करके बस स्टैंड के आसपास खड़े सभी वाहनों की जांच की गई। संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के लिए 2500 पुलिसकर्मी के साथ 393 गश्ती दल तैनात किए गए थे। 3174 वाहनों की चेकिंग की गई
डीजीपी ने आगे बताया कि बस स्टैंड के आसपास विभिन्न पार्किंग स्थलों में खड़े 3174 वाहनों की भी जांच की गई। इस दौरान पुलिस टीमों द्वारा 205 चालान जारी किए गए और 11 वाहन जब्त किए गए। विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीमावर्ती राज्य में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अभियान जारी रहेंगे।