पंजाब के जालंधर के सोढल नगर में स्थित प्राचीन काली माता मंदिर में चोरों ने सेंध लगाकर दानपात्र व अन्य सामान चुरा लिया और फरार हो गए। थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है। आरोपी दानपात्र में पड़ी सारी नकदी भी ले गए हैं। मंदिर के पुजारी चंद्र भूषण ने बताया कि यह मंदिर 40 साल पुराना है, लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। लेकिन गुरुवार को रात 9:30 बजे आरती करने के बाद वह मंदिर के दरवाजे बंद करके सोने चले गए। चोरों ने रात करीब 1 बजे इस चोरी को अंजाम दिया। मंदिर पहुंचे तो पता चला चोरी का मामला मंदिर के पुजारी चंद्र भूषण ने बताया कि सुबह जब वह उठे तो नहा धोकर मंदिर पहुंचे। मंदिर के बाहर पड़े दान पत्र फटे हुए थे। उन्होंने मंदिर प्रबंधक को इसकी जानकारी दी। जब सीसीटीवी कैमरे देखने के लिए कमरा खोला तो सीसीटीवी कैमरे का प्लग भी हटा हुआ था। पुजारी चंद्र भूषण का कहना है कि अभी नकदी का कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता। आरोपियों को पता था कि मंदिर के कैमरे कहां बंद होंगे, इसलिए पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है। फिलहाल किसी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है और न ही पंडित ने किसी पर कोई शक जताया है। पंजाब के जालंधर के सोढल नगर में स्थित प्राचीन काली माता मंदिर में चोरों ने सेंध लगाकर दानपात्र व अन्य सामान चुरा लिया और फरार हो गए। थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है। आरोपी दानपात्र में पड़ी सारी नकदी भी ले गए हैं। मंदिर के पुजारी चंद्र भूषण ने बताया कि यह मंदिर 40 साल पुराना है, लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। लेकिन गुरुवार को रात 9:30 बजे आरती करने के बाद वह मंदिर के दरवाजे बंद करके सोने चले गए। चोरों ने रात करीब 1 बजे इस चोरी को अंजाम दिया। मंदिर पहुंचे तो पता चला चोरी का मामला मंदिर के पुजारी चंद्र भूषण ने बताया कि सुबह जब वह उठे तो नहा धोकर मंदिर पहुंचे। मंदिर के बाहर पड़े दान पत्र फटे हुए थे। उन्होंने मंदिर प्रबंधक को इसकी जानकारी दी। जब सीसीटीवी कैमरे देखने के लिए कमरा खोला तो सीसीटीवी कैमरे का प्लग भी हटा हुआ था। पुजारी चंद्र भूषण का कहना है कि अभी नकदी का कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता। आरोपियों को पता था कि मंदिर के कैमरे कहां बंद होंगे, इसलिए पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है। फिलहाल किसी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है और न ही पंडित ने किसी पर कोई शक जताया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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