जालंधर नगर निगम एडिशनल कमिश्नर होंगे नेत्रहीन IAS अधिकारी:हरियाणा के अंकुरजीत आज संभालेंगे चार्ज; 2017 में क्लियर की थी UPSC परीक्षा

जालंधर नगर निगम एडिशनल कमिश्नर होंगे नेत्रहीन IAS अधिकारी:हरियाणा के अंकुरजीत आज संभालेंगे चार्ज; 2017 में क्लियर की थी UPSC परीक्षा

पंजाब के जालंधर में नए नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर आईएएस अधिकारी अंकुरजीत सिंह होंगे। आज यानी बुधवार को वह जालंधर नगर निगम पहुंच कर चार्ज संभालेंगे। बता दें कि अंकुरजीत सिंह मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर से संबंध रखते हैं। बीते दिनों मंत्री मंडल में बदलाव के बाद राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल किया गया था। जिसमें जालंधर नगर निगम का चार्ज अंकुरजीत सिंह को दिया गया था। आज वह जालंधर पहुंचकर अपना कार्य शुरू करेंगे। बचपन में चली गई थी अंकुरजीत की आंखों की रोशनी हरियाणा के मध्यम वर्ग के परिवार से संबंध रखने वाले अंकुरजीत सिंह देख नहीं सकते, वे जब स्‍कूल में थे, तब उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे वह खोने लगे थे। जिसके बाद उन्हें एक दम से दिखना बंद हो गया था। मगर उन्होंने हार नहीं मानी और भगवान द्वारा दी गई परिस्थिति से लड़े, जिसका नतीजा ये रहा कि वह आईएएस अधिकारी बने और अपने परिवार वह जिले का नाम रोशन किया। 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं अंकुरजीत मिली जाकनारी के अनुसार अंकुरजीत ने दसवीं तक की पढ़ाई गांव के ही एक सरकारी स्कूल में की थी। अंकुरजीत को पढ़ाने में उनकी मां ने अहम रोल निभाया। वह अंकुर को सभी किताबें सुनाकर पढ़ाती थी। अंकुरजीत जब 12वीं के बाद आईआईटी फॉर्म भरा और उनका एडमिशन आईआईटी रुढ़की में हो गया था। वहां से अंकुर ने बीटेक की। अंकुरजीत के आईआईटी में कई दोस्त यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, इसलिए उन्‍होंने भी तैयारी शुरू कर दी। अंकुर ने साल 2017 में UPSC की परीक्षा में 414 रैंक हासिल की। पंजाब के जालंधर में नए नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर आईएएस अधिकारी अंकुरजीत सिंह होंगे। आज यानी बुधवार को वह जालंधर नगर निगम पहुंच कर चार्ज संभालेंगे। बता दें कि अंकुरजीत सिंह मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर से संबंध रखते हैं। बीते दिनों मंत्री मंडल में बदलाव के बाद राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल किया गया था। जिसमें जालंधर नगर निगम का चार्ज अंकुरजीत सिंह को दिया गया था। आज वह जालंधर पहुंचकर अपना कार्य शुरू करेंगे। बचपन में चली गई थी अंकुरजीत की आंखों की रोशनी हरियाणा के मध्यम वर्ग के परिवार से संबंध रखने वाले अंकुरजीत सिंह देख नहीं सकते, वे जब स्‍कूल में थे, तब उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे वह खोने लगे थे। जिसके बाद उन्हें एक दम से दिखना बंद हो गया था। मगर उन्होंने हार नहीं मानी और भगवान द्वारा दी गई परिस्थिति से लड़े, जिसका नतीजा ये रहा कि वह आईएएस अधिकारी बने और अपने परिवार वह जिले का नाम रोशन किया। 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं अंकुरजीत मिली जाकनारी के अनुसार अंकुरजीत ने दसवीं तक की पढ़ाई गांव के ही एक सरकारी स्कूल में की थी। अंकुरजीत को पढ़ाने में उनकी मां ने अहम रोल निभाया। वह अंकुर को सभी किताबें सुनाकर पढ़ाती थी। अंकुरजीत जब 12वीं के बाद आईआईटी फॉर्म भरा और उनका एडमिशन आईआईटी रुढ़की में हो गया था। वहां से अंकुर ने बीटेक की। अंकुरजीत के आईआईटी में कई दोस्त यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, इसलिए उन्‍होंने भी तैयारी शुरू कर दी। अंकुर ने साल 2017 में UPSC की परीक्षा में 414 रैंक हासिल की।   पंजाब | दैनिक भास्कर