पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त रंगला पंजाब अभियान को लेकर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया आज जालंधर पहुंचे। इस अभियान के तहत जालंधर के ब्यास पिंड में पैदल मार्च निकाला गया। यह मार्च ब्यास पिंड से करतारपुर तक चलेगा। मार्च में शामिल सभी लोग पैदल ही करतारपुर जाएंगे। उक्त अभियान में कई बुजुर्ग लोगों ने भी हिस्सा लिया। चार दिन पहले अमृतसर से शुरू हुआ था यह अभियान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने चार दिन पहले अमृतसर में नशा मुक्त-रंगला पंजाब अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर घर की रीढ़ होती हैं और नशा मुक्ति अभियान में अहम भूमिका निभाती हैं। महिलाओं ने नशे की लत की 80% समस्याओं को कम किया है। अभियान का एक प्रमुख आकर्षण ‘नशे के खिलाफ जन पदयात्रा’ है, जिसे रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया है। फौजा सिंह बोले- सरकार चाहे तो 1 दिन में नशा खत्म हो जाएगा पदयात्रा 10 दिसंबर को महान धावक सरदार फौजा सिंह के घर ब्यास गांव से शुरू की गई है। शाम तक जालंधर जिले के बाथे गांव में समाप्त होगी। 11 दिसंबर को प्रतिभागी बाथे से करतारपुर में जंग-ए-आजादी स्मारक तक जाएंगे और नशे के खिलाफ लड़ाई में एकता का संदेश फैलाएंगे। फौजा सिंह ने कहा- नशे को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। नशा खत्म करने को सिर्फ एक ही दिन में खत्म किया जा सकता है। नशा कहीं से उड़कर नहीं आता है। पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त रंगला पंजाब अभियान को लेकर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया आज जालंधर पहुंचे। इस अभियान के तहत जालंधर के ब्यास पिंड में पैदल मार्च निकाला गया। यह मार्च ब्यास पिंड से करतारपुर तक चलेगा। मार्च में शामिल सभी लोग पैदल ही करतारपुर जाएंगे। उक्त अभियान में कई बुजुर्ग लोगों ने भी हिस्सा लिया। चार दिन पहले अमृतसर से शुरू हुआ था यह अभियान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने चार दिन पहले अमृतसर में नशा मुक्त-रंगला पंजाब अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर घर की रीढ़ होती हैं और नशा मुक्ति अभियान में अहम भूमिका निभाती हैं। महिलाओं ने नशे की लत की 80% समस्याओं को कम किया है। अभियान का एक प्रमुख आकर्षण ‘नशे के खिलाफ जन पदयात्रा’ है, जिसे रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया है। फौजा सिंह बोले- सरकार चाहे तो 1 दिन में नशा खत्म हो जाएगा पदयात्रा 10 दिसंबर को महान धावक सरदार फौजा सिंह के घर ब्यास गांव से शुरू की गई है। शाम तक जालंधर जिले के बाथे गांव में समाप्त होगी। 11 दिसंबर को प्रतिभागी बाथे से करतारपुर में जंग-ए-आजादी स्मारक तक जाएंगे और नशे के खिलाफ लड़ाई में एकता का संदेश फैलाएंगे। फौजा सिंह ने कहा- नशे को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। नशा खत्म करने को सिर्फ एक ही दिन में खत्म किया जा सकता है। नशा कहीं से उड़कर नहीं आता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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