पंजाब के जालंधर में शिव विहार के पास एक कांग्रेस के पूर्व पार्षद रोहन सहगल के घर में काम करने वाली एक नौकरानी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान सोढ़ल नगर की रहने वाली निकिता के रूप में हुई है। मृतका मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है। लड़की का परिवार यूपी में ही रहता है और वह अपनी बुआ के पास जालंधर में रह रही थी। 5 साल से यहीं काम कर रही थी निकिता जानकारी के अनुसार निकिता वर्मा पिछले करीब 5 साल से यहीं काम कर रही थी। बुआ कृष्णा वर्मा ने बताया कि कांग्रेस नेता रोहन सहगल के घर में निकिता काम करती थी। सुबह हमें फोन आया कि हमारी बच्ची ने सुसाइड किया है। जिसके बाद वह तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। परिवार ने आरोप लगाए हैं कि जहां हमारी बच्ची लटकी हुई थी, जहां पर कोई भी ऐसी चीज नहीं मिली, जिससे लगे कि उक्त जगह पर सुसाइड हुआ है। परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी बच्ची को मारा गया है। हालांकि परिवार ने किसी पर ये आरोप नहीं लगाए हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जाए। कृष्णा ने सहगल के पूर्व कर्मचारी पर आरोप लगाए हैं। घटना स्थल से मिली संदिग्ध चीजें पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला सुसाइड का है या फिर हत्या का। इस पर पुलिस जांच कर रही है। परिवार के आरोपों के आधार पर पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं। परिवार ने बताया कि जब पर निकिता का शव बरामद हुआ, वहां से एक प्रेगनेंसी स्ट्रिप भी बरामद की गई है। जिससे पता चल रहा है कि वह गर्भवती थी। हालांकि परिवार ने कहा- इस बारे में पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ पता चल पाएगा। लड़की की उम्र करीब 22 साल है जो एक बुजुर्ग महिला की देखरेख करती थी। कृष्णा वर्मा ने कहा- एक हफ्ते पहले उसकी बुजुर्ग महिला के साथ लड़ाई हुई थी। जिसके बाद से वह काफी परेशान थी। सुबह 10 बजे सुसाइड की जानकारी मुझे दी गई। सहगल के वकील बोले- मामले की जांच हो, हमने पुलिस का सहयोग किया घटना स्थल पर जांच के लिए पहुंचे पूर्व पार्षद रोहन सहगल के वकील हरमिंदर सिंह संधू ने बताया कि हमने पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया है। सीसीटीवी भी पुलिस को सौंप दिए गए हैं। मौके से एक प्रेगनेंसी स्ट्रिप बरामद की गई है। पोस्टमार्मट रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। पंजाब के जालंधर में शिव विहार के पास एक कांग्रेस के पूर्व पार्षद रोहन सहगल के घर में काम करने वाली एक नौकरानी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान सोढ़ल नगर की रहने वाली निकिता के रूप में हुई है। मृतका मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है। लड़की का परिवार यूपी में ही रहता है और वह अपनी बुआ के पास जालंधर में रह रही थी। 5 साल से यहीं काम कर रही थी निकिता जानकारी के अनुसार निकिता वर्मा पिछले करीब 5 साल से यहीं काम कर रही थी। बुआ कृष्णा वर्मा ने बताया कि कांग्रेस नेता रोहन सहगल के घर में निकिता काम करती थी। सुबह हमें फोन आया कि हमारी बच्ची ने सुसाइड किया है। जिसके बाद वह तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। परिवार ने आरोप लगाए हैं कि जहां हमारी बच्ची लटकी हुई थी, जहां पर कोई भी ऐसी चीज नहीं मिली, जिससे लगे कि उक्त जगह पर सुसाइड हुआ है। परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी बच्ची को मारा गया है। हालांकि परिवार ने किसी पर ये आरोप नहीं लगाए हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जाए। कृष्णा ने सहगल के पूर्व कर्मचारी पर आरोप लगाए हैं। घटना स्थल से मिली संदिग्ध चीजें पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला सुसाइड का है या फिर हत्या का। इस पर पुलिस जांच कर रही है। परिवार के आरोपों के आधार पर पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं। परिवार ने बताया कि जब पर निकिता का शव बरामद हुआ, वहां से एक प्रेगनेंसी स्ट्रिप भी बरामद की गई है। जिससे पता चल रहा है कि वह गर्भवती थी। हालांकि परिवार ने कहा- इस बारे में पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ पता चल पाएगा। लड़की की उम्र करीब 22 साल है जो एक बुजुर्ग महिला की देखरेख करती थी। कृष्णा वर्मा ने कहा- एक हफ्ते पहले उसकी बुजुर्ग महिला के साथ लड़ाई हुई थी। जिसके बाद से वह काफी परेशान थी। सुबह 10 बजे सुसाइड की जानकारी मुझे दी गई। सहगल के वकील बोले- मामले की जांच हो, हमने पुलिस का सहयोग किया घटना स्थल पर जांच के लिए पहुंचे पूर्व पार्षद रोहन सहगल के वकील हरमिंदर सिंह संधू ने बताया कि हमने पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया है। सीसीटीवी भी पुलिस को सौंप दिए गए हैं। मौके से एक प्रेगनेंसी स्ट्रिप बरामद की गई है। पोस्टमार्मट रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में विवाहिता ने किया सुसाइड:5 साल पहले हुई थी शादी, बच्चा न होने से थी परेशान, पति की ड्यूटी को लेकर विवाद लुधियाना में आज शाम एक महिला ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है। महिला का पति किसी काम से घर से बाहर गया था। जब वह वापस आया तो पंखे से पत्नी का शव झूलता देख सहम गया। पति ने शोर मचा लोगों को इक्ट्ठा किया। फिलहाल शव सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया गया है। 5 साल पहले हुई थी महिला की शादी
जानकारी देते हुए वरिंदर सिंह ने कहा कि वह मूलरुप से हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है। उसकी पत्नी पठानकोट की रहने वाली है। करीब पांच साल पहले उनकी शादी हुई थी। वरिंदर ने कहा कि उसकी डयूटी बाहर होती है। इस कारण ड्यूटी को लेकर भी विवाद रहता था। आज भी कुछ ड्यूटी को लेकर ही मामूली बहस कर रही थी। पति ने पंखे से झूलता शव देख मचाया शोर वरिंदर ने कहा कि वह कुछ देर के लिए घर से बाहर चला गया। करीब 10 मिनट बाद जब कमरे में लौटा तो पत्नी डिंपल का शव फंदे से लटकता मिला। उसने तुरंत आस-पास के लोगों को इक्ट्ठा किया। मौके पर थाना डिवीजन नंबर 6 की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव नीचे उतरवा पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवा दिया। उधर, इस मामले में ASI जोगिंदर सिंह ने कहा कि महिला के कोई बच्चा नहीं था। इस बात की भी उसे टेंशन रहती थी। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद ही अगली कार्रवाई होगी।
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पराली जलाने को लेकर SC में आज सुनवाई:पंजाब-हरियाणा को सौंपने हैं 10 दिनों के आंकड़े; 7 हजार के पार पहुंचे मामले दिल्ली में प्रदूषण और पराली जलाने के मामले में आज (गुरुवार) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है। जिसमें पंजाब और हरियाणा सरकार को 10 दिनों का आंकड़ा शपथ पत्र के साथ देना है। बीती सुनवाई के बाद पंजाब सरकार के साथ-साथ एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) भी एक्टिव हो चुका है। CAQM ने पंजाब के दो सीनियर अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। बीती सनुवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ओका ने भारत सरकार से पंजाब की तरफ से मांगे गए फंड पर निर्णय लेने की बात कही थी। जिसे केंद्र ने ठुकरा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान दोनों राज्यों को आदेश दिया था कि 10 दिनों के दौरान पराली जलाने की घटनाओं का विवरण शपथ पत्र के साथ दाखिल करना होगा। इसके साथ ही आज दिवाली 2024 में बढ़े प्रदूषण पर भी सुप्रीम कोर्ट टिप्पणी कर सकती है। 4 नवंबर को हुई सुनवाई के बाद पंजाब में CAQM भी एक्टिव हुआ है। 13 नवंबर से CAQM की टीम पंजाब में है। बीते दिन ही CAQM ने खेतों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि पर मंगलवार को संगरूर और फिरोजपुर जिलों के डीसी और एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। CAQM उन कारणों को जानने की कोशिश कर रहा है, जिनसे पंजाब में प्रयासों के बाद भी पराली जलाने की घटनाएं कम नहीं हो रहीं। 7 हजार के पार हुए पराली जलाने के मामले पंजाब में पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार पंजाब में 509 पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए। जिनमें सबसे अधिक मामले फरीदकोट व फिरोजपुर में रहे, जो 91-91 थे। सइके अलावा मोगा में 88, मुक्तसर में 79 और बठिंडा में 50 मामले सामने आए हैं। संगरूर में सख्ती के बाद पराली जलाने के मामलों में कमी देखने को मिली। यहां मात्र 7 मामले पराली जलाने के रिपोर्ट हुए। इन घटनों के बाद पंजाब में पराली जलाने के मामले 7621 हो गए हैं। जिनमें सबसे अधिक संगरूर में हैं। यहां 1388 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इसके अलावा फिरोजपुर में 954, तरनतारन में 700, अमृतसर में 651 और मानसा में 486 मामले रिपोर्ट हुए। प्रदूषण पर सीएम मान का पाकिस्तान सीएम को तंज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी में ‘पंजाब विजन 2047’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदूषण के मुद्दे पर राज्यों के बीच दोषारोपण नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका समाधान आपसी सहयोग से खोजना चाहिए। पाकिस्तानी पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मरियम का दावा है कि पंजाब से प्रदूषित धुआं लाहौर पहुंच रहा है। मान ने मजाक में कहा कि पहले एक पाकिस्तानी महिला (संकेत में) उन्हें परेशान कर चुकी हैं, और अब मरियम भी यही कोशिश कर रही हैं। डबल हो चुका पराली जलाने पर जुर्माना सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद केंद्र सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना दोगुना हो चुका है। पर्यावरण मंत्रालय ने गुरुवार को एक नोटिफिकेशन जारी करके इसकी जानकारी दी थी। अब 2 एकड़ से कम जमीन पर 5000 रुपए का जुर्माना लग रहा है। दो से पांच एकड़ तक 10,000 रुपए और पांच एकड़ से ज्यादा जमीन वालों से 30,000 रुपए जुर्माना वसूला जा रहा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली सरकार इन नियमों को लागू करने के लिए बाध्य होंगे। जाने क्या हुआ था पिछली सुनवाइयों में बीती सुनवाइयों में पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी भी कोर्ट में पेश हुए थे। सुप्रीम कोर्ट ने गलत जानकारी देने पर पंजाब सरकार को फटकार लग चुकी है। जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस ए अमानुल्लाह और जस्टिस एजी मसीह की बेंच ने पंजाब और हरियाणा सरकार की खेतों में पराली जलाने से रोकने की कोशिशों को महज दिखावा बताया था। कोर्ट ने कहा कि अगर ये सरकारें वास्तव में कानून लागू करने में रुचि रखती हैं तो कम से कम एक मुकदमा तो चलना ही चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यहां तक कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र, पंजाब और हरियाणा सरकारों को याद दिलाया जाए कि प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहना नागरिकों का मौलिक अधिकार है। प्रदूषण में रहना अनुच्छेद 21 के तहत मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है।
बठिंडा में की टक्कर से एक्टिवा सवार 4 घायल:पिता और दो बेटियों के साथ जा रहा था, अस्पताल में कराया गया भर्ती
बठिंडा में की टक्कर से एक्टिवा सवार 4 घायल:पिता और दो बेटियों के साथ जा रहा था, अस्पताल में कराया गया भर्ती बठिंडा के गोनियाना रोड़ पर एनएफएल चौक के समीप कार की टक्कर से एक्टिवा सवार दो बच्चियों सहित चार लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा की हाइवे एंबुलेंस टीम मौके पर पहुंची तथा चारों घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार गोनियाना निवासी जसवीर सिंह अपनी एक्टिवा पर सवार होकर गोनियाना मंडी से बठिंडा जा रहा था। एक्टिवा पर उसके पिता दविंदर सिंह दो बेटी मनकीरत कौर और परलीन कौर भी सवार थी। बताया जाता है कि जैसे ही वह एनएफएल चौक पर पहुुंचा तो एक कार ने एक्टिवा को टक्कर मार दी। कार की टककर लगने से एक्टिवा सवार सभी चारों सड़क पर गिरकर घायल हो गए। राहगीरों ने हादसे की सूचना समाजसेवी संस्था की एंबुलेंस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस के माध्यम से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।