पंजाब के जालंधर में पैसों के लेन-देन को लेकर एक व्यापारी ने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना जालंधर हाइट्स-1 के अर्बन एस्टेट फेज-2 में हुई। व्यापारी ने ब्लॉक ए से छलांग लगा दी। उसे खून से लथपथ देखकर लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान तरुण मरवाहा के रूप में हुई है। तरुण अर्बन एस्टेट का रहने वाला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया जानकारी देते हुए थाना सदर के सब इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह ने बताया कि पुणे जालंधर हाइट्स-1 में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली थी, मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने बताया कि उक्त व्यापारी ने कार पार्किंग में खड़ी की और कहा कि वह ब्लॉक-ए में किसी से मिलेगा। कुछ देर बाद उक्त व्यापारी ने ब्लॉक ए से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान अर्बन एस्टेट फेज 2 निवासी तरुण मरवाहा के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पंजाब के जालंधर में पैसों के लेन-देन को लेकर एक व्यापारी ने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना जालंधर हाइट्स-1 के अर्बन एस्टेट फेज-2 में हुई। व्यापारी ने ब्लॉक ए से छलांग लगा दी। उसे खून से लथपथ देखकर लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान तरुण मरवाहा के रूप में हुई है। तरुण अर्बन एस्टेट का रहने वाला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया जानकारी देते हुए थाना सदर के सब इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह ने बताया कि पुणे जालंधर हाइट्स-1 में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली थी, मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने बताया कि उक्त व्यापारी ने कार पार्किंग में खड़ी की और कहा कि वह ब्लॉक-ए में किसी से मिलेगा। कुछ देर बाद उक्त व्यापारी ने ब्लॉक ए से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान अर्बन एस्टेट फेज 2 निवासी तरुण मरवाहा के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना का CETP प्लांट नहीं होगा बंद:डायरेक्टर चौहान बोले- हमारे पास NGT से स्टे, झूठी खबरें न फैलाएं पंजाब के लुधियाना में कल काला पानी मोर्चा के सदस्यों ने रंगाई उद्योग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। ये नेता पुराने नाले को बंद करने के लिए बांध बनाने आ रहे थे ताकि केमिकल युक्त पानी सतलुज नदी में न गिरे। पुलिस ने काला पानी मोर्चा के नेता लक्खा सिधाना, सोनिया मान समेत 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया था। कल फिरोजपुर रोड पर पूरा दिन जाम लगा रहा। इस बीच सीईटीपी प्लांट बंद होने की बात सामने आई, जिसके बाद प्रदर्शन हटा लिया गया। लेकिन देर रात पंजाब डाइंग एसोसिएशन के डायरेक्टर कमल चौहान ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने साफ कहा है कि सीईटीपी प्लांट बंद होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। कोई भी सीईटीपी प्लांट बंद नहीं होगा। उनके पास एनजीटी का स्टे ऑर्डर है। 20 मार्च 2025 तक है स्टे ऑर्डर कमल चौहान ने बताया कि इस मामले में 2 दिसंबर 2024 को तारीख थी। चौहान के मुताबिक इस ऑनलाइन तारीख में काला पानी मोर्चा के सदस्य कपिल अरोड़ा और जसकीरत सिंह भी मौजूद थे। डाइंग इंडस्ट्री का स्टे 20 मार्च 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इसके चलते अब कोई भी एसटीपी प्लांट बंद नहीं होगा। चौहान ने बताया कि वह इस मुद्दे पर कानूनी तौर पर अपनी बात रख रहे हैं।
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पंजाब मंत्रिमंडल फेरबदल के चार कारण:लोकसभा नतीजों की परफॉर्मेंस, जातीय समीकरण और सीएम का वायदा पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल तो करीब तीन महीने पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों के ठीक बाद ही तय माना जा रहा था। लेकिन जालंधर विधानसभा उपचुनाव के चलते यह टलता रहा। हालांकि हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच और पंचायत चुनाव से ठीक पहले इस बदलाव ने सबको चौंका दिया। मंत्रिमंडल में फेरबदल मंत्रियों की परफॉरमेंस और उनके इलाकों की रिपोर्ट को देखकर भी यह फैसला लिया गया है। वहीं, नए चेहरे शामिल करते हुए जातीय समीकरण और बड़े जिलों को अगुवाई दी गई है। इसके अलावा मोहिंदर भगत को मंत्री बनाकर सीएम ने जालंधर को रिटर्न गिफ्ट दिया है। क्योंकि उन्होंने कहा था कि आप इन्हें विधायक बनाओं, मंत्री तो खुद बना देंगे। आज शाम को पांच नए मंत्री राजभवन में शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में फेरबदल की वजह सिर्फ बेदाग छवि वाले चेहरों को प्राथमिकता पंजाब मंत्रिमंडल से जिन चार मंत्रियों की छुट्टी हुई है। उसमें बलकार सिंह, अनमोल गगन मान, चेतन सिंह जोड़माजरा और ब्रहम शंकर जिंपा शामिल है। जहां तक बलकार सिंह का अश्लील वीडियो वायरल होने की प्रमुख वजह मानी जा रही है। क्योंकि इस वजह से विपक्षी दल लगातार सरकार पर हमला कर रहे थे। दूसरा उनके पास लोकल बॉडी जैसा प्रमुख विभाग था। लेकिन अपने मंत्री और विधायक विभाग उनके विभाग से खुश नहीं थे। विधानसभा में अमृतसर के विधायक कुंवर विजय प्रताप ने सवाल उठाए थे। जबकि आगे निगम चुनाव भी होने है। इसी तरह अनमोल गगन भी हलके में एक्टिव भी नहीं थी। हलके में उनको लेकर गुस्सा भी है। वहीं, गत दिनों ने उन्होंने यह बयान देकर चौंका दिया था अफसर उनके नाम पर पैसे लेते हैं। जबकि हलका उनके परिजन संभाल रहे थे। वहीं, चेतन सिंह जोड़माजरा और ब्रहम शंकर जिंपा को बदलना चौंकाने वाला है। क्योंकि जोड़माजरा सीएम के करीबियों में माने जाते है। जबकि जिंपा काफी सक्रिय मंत्री थे। दोनों पर कोई सवाल नहीं था। हालांकि माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें संगठन में शामिल करना चाहती है। जातिगत समीकरण साधने की कोशिश मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल कर सीएम मान ने जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की है। क्योंकि अब सरकार के कार्यकाल को ढाई साल शेष हैं। ऐसे में सरकार की कोशिश यही है कि हर वर्ग को साधा जाए। इसी कड़ी में लहरा के विधायक बरिंदर गोयल को शामिल किया गया है। वह पेशे से एडवोकेट है। भ्रष्टाचार के आरोपों में विजय सिंगला को स्वास्थ्य मंत्री के पद से बर्खास्त करने कोई बनिया समुदाय से मंत्री नहीं था। इसी तरह जालंधर वेस्ट के विधायक मोहिंदर भगत को मंत्री बनाया गया है। जबकि शाम चौरासी के विधायक डॉ. रवजोत के नाम की चर्चा है। इनके बहाने सरकार की कोशिश अनुसूचित जाति के वोट बैंक को साधने और दोआबा में पार्टी को मजबूत करने की है। सूत्र बताते हैं कि जिंपा को इसी कड़ी में रिप्लेस किया गया। लुधियाना को ढाई साल बाद कैबिनेट में एंट्री लुधियाना और फतेहगढ़ साहिब जिले पंजाब के अहम जिलों में से एक है। लेकिन लोकसभा चुनावों में इन हलकों में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे में पार्टी ने करीब ढाई साल बाद इन हलकों में मंत्रिमंडल में प्राथमिकता दी है। साहनेवाल के विधायक हरदीप सिंह मुंडिया और खन्ना के विधायक तरुण प्रीत सिंह शामिल किया है। दोनों पेशे से बिजनेसमैन और सिख चेहरा है। कोशिश यही है कि आने वाले समय में पार्टी को मजबूत किया जा सकें। इन सभी हलकों कांग्रेस मजबूत है। सीएम ने दिया वायदा निभाने का संदेश सीएम का मोहिंदर भगत को मंत्रिमंडल में शामिल शामिल करने के साथ साफ संदेश है कि जो उन्होंने वायदा किया वह पूरा किया है। ऐसे में भविष्य में आप से जुड़ने वाले नेताओं को एक संदेश उन्होंने दिया है। चुनाव के समय सीएम ने कहा था कि मोहिंदर भगत को एक सीढ़ी चढ़ा दें, दूसरी सीढ़ी वह खुद चढ़ा देंगे। यहां सीएम मान के कहने का मकसद मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने से जोड़ा गया था। पांच अनुसूचित मंत्री हो जाएंगे कैबिनेट में पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल का यह चाैथी बार विस्तार होने जा रहा है। अगर मोहिंदर भगत के साथ डॉ. रवजोत की एंट्री हो जाती है तो अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले पांच मंत्री कैबिनेट में हो जाएंगे। अन्य कैबिनेट सदस्यों में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक शामिल हैं। 4 जुलाई 2022 को उन्होंने अमन अरोड़ा, डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर, फौजा सिंह सरारी, चेतन सिंह जौरामाजरा और अनमोल गगन मान को मंत्री बनाया था। बाद में 7 जनवरी 2023 को सरारी ने इस्तीफा दे दिया और डॉ. बलबीर सिंह को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया।
अमृतसर में मेयर की कुर्सी के लिए कांग्रेस की बैठक:5 पार्षदों का समर्थन जुटाने में जुटी, AAP के साथ 35 सदस्य
अमृतसर में मेयर की कुर्सी के लिए कांग्रेस की बैठक:5 पार्षदों का समर्थन जुटाने में जुटी, AAP के साथ 35 सदस्य अमृतसर में मेयर की कुर्सी के लिए कांग्रेस के सीनियर लीडर्स ने आज बैठक की। बैठक में प्रदेश प्रधान राजा वडिंग, ऑब्जर्वर हरीश चौधरी, विपक्ष नेता प्रताप बाजवा और पूर्व मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। मेयर पद के लिए 46 पार्षदों का समर्थन आवश्यक है, जबकि कांग्रेस के पास अभी 41 पार्षद हैं। पिछले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर चार बैठकें हो चुकी हैं। पहली बैठक में केवल एक गुट के पार्षद शामिल हुए थे। दूसरी बैठक अमृतसर देहाती ऑफिस में हुई, जहां राजा वडिंग ने पार्टी में एकजुटता का संदेश दिया। स्थानीय नेताओं में जुगल किशोर शर्मा, ओम प्रकाश सोनी, अश्वनी पप्पू, सुनील दत्ती, दिनेश बस्सी, इंद्रबीर सिंह बुलारिया और डॉ. नवजोत कौर भी बैठक में शामिल हैं। तीसरी बैठक गोपनीय रखी गई थी, जिसमें मीडिया को प्रवेश नहीं दिया गया। अभी बैठक दोपहर 1 बजे से जारी है और मेयर पद के लिए अंतिम नाम पर निर्णय की प्रतीक्षा है। आप को 35 पार्षदों का समर्थन
मेयर के नाम का खुलासा शायद इसलिए भी नहीं किया जा रहा कि कहीं जो गुटबाजी अभी तक घर के अंदर है वह बाहर ना आ जाए। क्योंकि कांग्रेस का ग्राफ बहुत सालों से नीचे जा रहा था और अगर अब जब ऊपर जा रहा है तो फिर से गुटबाजी इसे खराब ना कर दे। कांग्रेस की ओर से मेयर को चुनने के लिए सीनियर नेता और पंजाब के इंचार्ज रहे हरीष चौधरी को ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है, जो कि तीन दिन से यहीं पर है और सबका सुझाव ले रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम चुनावों में दूसरे नंबर पर रही आम आदमी पार्टी का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। आम आदमी पार्टी ने 24 सीटें हासिल की थी, विधायक मिलाकर 30 सीटें हैं और उसके बाद 4 पार्षद शामिल करवाए गए थे और आंकड़ा 34 पहुंच गया था और उसके बाद एक बीजेपी की पार्षद भी शामिल हो चुकी हैं। अब आप के पास 35 सीटें हैं और अन्य को लाने की कोशिश की जा रही है।