जालंधर में किराए के मकान में रहेंगे CM मान:वेस्ट हलके में उपचुनाव को लेकर हुआ फैसला, परिवार भी रहेगा साथ

जालंधर में किराए के मकान में रहेंगे CM मान:वेस्ट हलके में उपचुनाव को लेकर हुआ फैसला, परिवार भी रहेगा साथ

पंजाब में लोकसभा चुनाव में मिशन 13-0 की विफलता के बाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की साख दांव पर लगी है। महज 3 लोकसभा सीटें जीतने के बाद अब सिर्फ एक विधानसभा सीट ही आप की छवि को सुधार सकती है। यह सीट जालंधर पश्चिम विधानसभा की है। जालंधर के उक्त उपचुनाव के लिए सीएम भगवंत सिंह मान ने तैयारियां कड़ी कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार सीएम भगवंत सिंह मान अब चुनाव संपन्न होने तक जालंधर कैंट के दीप नगर में किराए के मकान में रहेंगे। उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बहन मनप्रीत कौर भी उनके साथ रहेंगी। सीएम मान जल्द ही दीप नगर में शिफ्ट हो जाएंगे। यह फैसला कल चंडीगढ़ में हुई बैठक के बाद लिया गया है। यह उनका नया ठिकाना सिर्फ उपचुनाव तक एक महीने के लिए नहीं बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव तक रहेगा। मिली जानकारी के अनुसार सीएम मान हफ्ते में तीन दिन इसी घर में मौजूद रहेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि इससे दोआबा और मांझा इलाके के नेताओं और लोगों के साथ वह नजदीकी संपर्क में रहेंगे। सरकार आप के द्वार कार्यक्रम को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि लोकसभा उप चुनाव के दौरान सीएम मान और उनकी टीम होटलों में ही रुकी थी। मगर इस बार उप चुनाव के लिए सीएम मान ने जालंधर में किराए पर घर लेने का फैसला लिया है। आप के सबसे प्रमुख दावेदार हैं भगत चुन्नी लाल बता दें कि जालंधर वेस्ट हलके में उप चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की तैयारियां जोरो पर हैं। क्योंकि राज्य में आप की सरकार है और इस्तीफा देने वाले एमएलए शीतल अंगुराल (अब बीजेपी में) भी आप का ही था। उन्होंने बीजेपी जॉइंन कर ली थी। जिसके बाद उक्त सीट पर उप चुनाव होंगे। 14 जून यानी आज से करीब 21 जून तक सभी पार्टियों के नेता नामांकन भरेंगे। आम आदमी पार्टी के सबसे प्रमुख दावेदार हलका प्रभारी और भाजपा के पूर्व मंत्री भगत चुन्नी लाल के बेटे मोहिंदर भगत हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेता भी उक्त सीट को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। जिसमें जिला संयोजक स्टीवन क्लेर और जिला योजना समिति के चेयरमैन अमृतपाल सिंह का नाम शामिल है। पंजाब में विधानसभा की 117 में से 92 सीटें जीती थी AAP पंजाब विधानसभा में कुल 117 विधानसभा क्षेत्र हैं। पंजाब विधानसभा का पिछला चुनाव मार्च 2022 में हुआ था। उक्त चुनाव में आप को 92 और कांग्रेस को 18 सीटें मिली थीं। जबकि 7 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। विधानसभा चुनाव में आप की ऐसी लहर चली कि आप ने 92 सीटें जीत लीं। कई ऐसे उम्मीदवार जीते] जिन्हें कोई राजनीतिक अनुभव ही नहीं था। उप चुनाव वाले जालंधर वेस्ट से पहले से तीसरे पर खिसकी आप लोकसभा चुनाव में वेस्ट हलके में भाजपा के को 42,827 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को वेस्ट हलके से करीब 44,394 वोट मिले थे। भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू और पूर्व विधायक शीतल अंगुराल का गृह क्षेत्र ही वेस्ट हलका है। दोनों बीजेपी में हैं, मगर फिर भी अपने गृह हलके से करीब साढ़े 1,567 वोटों से पीछे रहे। मगर जालंधर वेस्ट हलके से पिछले चुनाव में विधायकी जीतने वाली आम आदमी पार्टी पहले नंबर से खिसक कर तीसरे नंबर पर आ गई है। आप को जालंधर वेस्ट हलके से महज 15629 वोट पड़े थे। आप वेस्ट हलके में कांग्रेस से करीब 27 हजार 765 वोट से पीछे रही। जालंधर लोकसभा सीट में 9 विधानसभा हलके हैं, आप किसी भी हलके में अपनी बढ़त नहीं बना सकी थी। बता दें कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा पंजाब के हर राज्य में कई रोड शो और रैलियां की गई। मगर उसका कोई असर लोकसभा चुनावों में नहीं नजर आया। लोकसभा चुनाव के इन आंकड़ों ने आप नेताओं की नींद उड़ा दी है। पंजाब में लोकसभा चुनाव में मिशन 13-0 की विफलता के बाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की साख दांव पर लगी है। महज 3 लोकसभा सीटें जीतने के बाद अब सिर्फ एक विधानसभा सीट ही आप की छवि को सुधार सकती है। यह सीट जालंधर पश्चिम विधानसभा की है। जालंधर के उक्त उपचुनाव के लिए सीएम भगवंत सिंह मान ने तैयारियां कड़ी कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार सीएम भगवंत सिंह मान अब चुनाव संपन्न होने तक जालंधर कैंट के दीप नगर में किराए के मकान में रहेंगे। उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बहन मनप्रीत कौर भी उनके साथ रहेंगी। सीएम मान जल्द ही दीप नगर में शिफ्ट हो जाएंगे। यह फैसला कल चंडीगढ़ में हुई बैठक के बाद लिया गया है। यह उनका नया ठिकाना सिर्फ उपचुनाव तक एक महीने के लिए नहीं बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव तक रहेगा। मिली जानकारी के अनुसार सीएम मान हफ्ते में तीन दिन इसी घर में मौजूद रहेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि इससे दोआबा और मांझा इलाके के नेताओं और लोगों के साथ वह नजदीकी संपर्क में रहेंगे। सरकार आप के द्वार कार्यक्रम को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि लोकसभा उप चुनाव के दौरान सीएम मान और उनकी टीम होटलों में ही रुकी थी। मगर इस बार उप चुनाव के लिए सीएम मान ने जालंधर में किराए पर घर लेने का फैसला लिया है। आप के सबसे प्रमुख दावेदार हैं भगत चुन्नी लाल बता दें कि जालंधर वेस्ट हलके में उप चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की तैयारियां जोरो पर हैं। क्योंकि राज्य में आप की सरकार है और इस्तीफा देने वाले एमएलए शीतल अंगुराल (अब बीजेपी में) भी आप का ही था। उन्होंने बीजेपी जॉइंन कर ली थी। जिसके बाद उक्त सीट पर उप चुनाव होंगे। 14 जून यानी आज से करीब 21 जून तक सभी पार्टियों के नेता नामांकन भरेंगे। आम आदमी पार्टी के सबसे प्रमुख दावेदार हलका प्रभारी और भाजपा के पूर्व मंत्री भगत चुन्नी लाल के बेटे मोहिंदर भगत हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेता भी उक्त सीट को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। जिसमें जिला संयोजक स्टीवन क्लेर और जिला योजना समिति के चेयरमैन अमृतपाल सिंह का नाम शामिल है। पंजाब में विधानसभा की 117 में से 92 सीटें जीती थी AAP पंजाब विधानसभा में कुल 117 विधानसभा क्षेत्र हैं। पंजाब विधानसभा का पिछला चुनाव मार्च 2022 में हुआ था। उक्त चुनाव में आप को 92 और कांग्रेस को 18 सीटें मिली थीं। जबकि 7 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। विधानसभा चुनाव में आप की ऐसी लहर चली कि आप ने 92 सीटें जीत लीं। कई ऐसे उम्मीदवार जीते] जिन्हें कोई राजनीतिक अनुभव ही नहीं था। उप चुनाव वाले जालंधर वेस्ट से पहले से तीसरे पर खिसकी आप लोकसभा चुनाव में वेस्ट हलके में भाजपा के को 42,827 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को वेस्ट हलके से करीब 44,394 वोट मिले थे। भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू और पूर्व विधायक शीतल अंगुराल का गृह क्षेत्र ही वेस्ट हलका है। दोनों बीजेपी में हैं, मगर फिर भी अपने गृह हलके से करीब साढ़े 1,567 वोटों से पीछे रहे। मगर जालंधर वेस्ट हलके से पिछले चुनाव में विधायकी जीतने वाली आम आदमी पार्टी पहले नंबर से खिसक कर तीसरे नंबर पर आ गई है। आप को जालंधर वेस्ट हलके से महज 15629 वोट पड़े थे। आप वेस्ट हलके में कांग्रेस से करीब 27 हजार 765 वोट से पीछे रही। जालंधर लोकसभा सीट में 9 विधानसभा हलके हैं, आप किसी भी हलके में अपनी बढ़त नहीं बना सकी थी। बता दें कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा पंजाब के हर राज्य में कई रोड शो और रैलियां की गई। मगर उसका कोई असर लोकसभा चुनावों में नहीं नजर आया। लोकसभा चुनाव के इन आंकड़ों ने आप नेताओं की नींद उड़ा दी है।   पंजाब | दैनिक भास्कर