जालंधर में ग्रेट खेली के एक प्रशंसक की हैरान कर देने वाली दीवानगी सामने आई है। नांगल श्री आनंदपुर साहिब कस्बा पुनपली में ढाबा चलाने वाले गरीबदास ने चार लाख रुपए खर्च कर अपने पूरे शरीर पर द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। ढाबे पर करता था काम जब गरीबदास से पूछा गया कि उसने अपने शरीर पर ग्रेट खली के टैटू बनवाने का क्या कारण है तो गरीबदास ने बताया कि 2005 में वह जालंधर के एक ढाबे पर काम किया करता था। ढाबे पर खाना खाने के लिए लोग आया करते थे। लोग आपस में बात किया करते थे कि एक पहलवान (खली) है जिसका कद 7 फीट है और वह विदेश में रेसलिंग कर अपने देश का नाम रोशन कर रहा है। जहां भी वह जाता है वहां पर लोगों की भीड़ लग जाती है। तब गरीब दास के मन मे उससे मिलने के बारे मे सोचा। 500 रुपए में खरीदा टिकट गरीबदास ने कहा की उसने ग्रेट खली की फोटो तक नहीं देखी थी, मगर मन में तमन्ना थी कि उसे एक बार मिलना है। गरीबदास ने बताया कि उसे एक बार मालूम हुआ कि नंगल डेम में रेसलिंग करने के लिए द ग्रेट खली का बड़ा शो है। जिसकी टिकट 300 और 500 की बिक रही है। अगले ही दिन गरीबदास ने 500 रुपए की टिकट खरीदकर खली को देखने के लिए वहां पहुंच गया। पहली बार देखकर बन गया फेन ग्राउंड में ग्रेट खली को पहली बार देखा तो वह उसे देखकर खली का फेन हो गया। गरीबदास ने बताया कि वह अभी तक कुंवारा है। उसके पांच भाई-बहन हैं। बड़ा भाई बुधराम छोटा वह और उसकी तीन बहने हैं जो शादीशुदा है। माता-पिता के देहांत के बाद वह अलग ही ढाबा चलाकर अपना गुजर बसर कर रहा है। गरीब दास ने कहा कि उसने अपने शरीर पर चार लाख रुपए खर्च कर ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास की ऐसी दीवानगी देखी नहीं गरीब दास ने अपनी दो मरला जमीन बेचकर वहां से दो लाख लेकर और कुछ जमा किए रूपयों से द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास ने कहा कि उसके गांव में थोड़ी सी जमीन है। वहां पर द ग्रेट खली का मंदिर बनाएगा बस यह आखरी तमन्ना है। जालंधर में ग्रेट खेली के एक प्रशंसक की हैरान कर देने वाली दीवानगी सामने आई है। नांगल श्री आनंदपुर साहिब कस्बा पुनपली में ढाबा चलाने वाले गरीबदास ने चार लाख रुपए खर्च कर अपने पूरे शरीर पर द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। ढाबे पर करता था काम जब गरीबदास से पूछा गया कि उसने अपने शरीर पर ग्रेट खली के टैटू बनवाने का क्या कारण है तो गरीबदास ने बताया कि 2005 में वह जालंधर के एक ढाबे पर काम किया करता था। ढाबे पर खाना खाने के लिए लोग आया करते थे। लोग आपस में बात किया करते थे कि एक पहलवान (खली) है जिसका कद 7 फीट है और वह विदेश में रेसलिंग कर अपने देश का नाम रोशन कर रहा है। जहां भी वह जाता है वहां पर लोगों की भीड़ लग जाती है। तब गरीब दास के मन मे उससे मिलने के बारे मे सोचा। 500 रुपए में खरीदा टिकट गरीबदास ने कहा की उसने ग्रेट खली की फोटो तक नहीं देखी थी, मगर मन में तमन्ना थी कि उसे एक बार मिलना है। गरीबदास ने बताया कि उसे एक बार मालूम हुआ कि नंगल डेम में रेसलिंग करने के लिए द ग्रेट खली का बड़ा शो है। जिसकी टिकट 300 और 500 की बिक रही है। अगले ही दिन गरीबदास ने 500 रुपए की टिकट खरीदकर खली को देखने के लिए वहां पहुंच गया। पहली बार देखकर बन गया फेन ग्राउंड में ग्रेट खली को पहली बार देखा तो वह उसे देखकर खली का फेन हो गया। गरीबदास ने बताया कि वह अभी तक कुंवारा है। उसके पांच भाई-बहन हैं। बड़ा भाई बुधराम छोटा वह और उसकी तीन बहने हैं जो शादीशुदा है। माता-पिता के देहांत के बाद वह अलग ही ढाबा चलाकर अपना गुजर बसर कर रहा है। गरीब दास ने कहा कि उसने अपने शरीर पर चार लाख रुपए खर्च कर ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास की ऐसी दीवानगी देखी नहीं गरीब दास ने अपनी दो मरला जमीन बेचकर वहां से दो लाख लेकर और कुछ जमा किए रूपयों से द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास ने कहा कि उसके गांव में थोड़ी सी जमीन है। वहां पर द ग्रेट खली का मंदिर बनाएगा बस यह आखरी तमन्ना है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में दो सीटों पर कांग्रेस के टिकट का ऐलान:नालागढ़ से बावा हरदीप, हमीरपुर से डॉ. पुष्पेंद्र को बनाया प्रत्याशी, देहरा का टिकट होल्ड कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव के लिए सोमवार को दो टिकटों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने हमीरपुर से डा. पुष्पेंद्र वर्मा और नालागढ़ से बावा हरदीप सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जबकि देहरा सीट पर टिकट को अभी होल्ड रखा गया है। हमीरपुर और नालागढ़ में दोनों प्रत्याशी साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। हमीरपुर में डॉ. पुष्पेंद्र और बीजेपी के आशीष शर्मा में मुकाबला होगा। कांग्रेस द्वारा दो टिकट के ऐलान के बाद नालागढ़ में बावा हरदीप सिंह और बीजेपी के केएल ठाकुर में मुकाबला हो गया है। हमीरपुर में बीजेपी के आशीष शर्मा और कांग्रेस के डॉ. पुष्पेंद्र के बीच कॉटेस्ट है। आशीष शर्मा से पिछला चुनाव हारे थे डॉ. पुष्पेंद्र डॉ. पुष्पेंद्र 2022 के आम चुनाव में निर्दलीय आशीष शर्मा से 12,899 मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे। तब आशीष शर्मा को 25916 वोट, डॉ. पुष्पेंद्र को 13017 वोट और बीजेपी के नरेंद्र ठाकुर को 12794 वोट मिले थे। आशीष शर्मा ने बीते 23 मार्च को बीजेपी ज्वाइन की और पार्टी ने उन्हें हमीरपुर से प्रत्याशी बनाया है। बावा हरदीप पर दूसरी बार जताया भरोसा कांग्रेस ने नालागढ़ से बावा हरदीप सिंह को दूसरी बार टिकट दिया है। बावा हरदीप पिछला चुनाव 13264 मतों के अंतर से केएल ठाकुर से हारे थे। तब निर्दलीय केएल ठाकुर को 33427 वोट, बावा हरदीप को 20163 और बीजेपी के लखविंदर राणा को 17273 वोट मिले थे। इससे पहले 2017 में भी बावा हरदीप कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर साल 2017 में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। तब उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावत की। कांग्रेस ने 20817 में लखविंदर राणा को टिकट दिया था और राणा चुनाव जीत गए थे। CM के राजनीतिक सलाहकार का कटा टिकट हमीरपुर सीट पर मुख्यमंत्री के राजनीति सलाहकार सुनील शर्मा (बिट्टू) का नाम बीते सप्ताह जातीय समीकरण की वजह से टिकट दावेदारों की रेस में आया था। मगर मुख्यमंत्री सुक्खू ने क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से चर्चा के बाद डॉ. पुष्पेंद्र पर ही भरोसा जताया और सुनील बिट्टू को टिकट नहीं दिया। देहरा में पेंच क्यों कांगड़ा जिला की देहरा विधानसभा से डॉ. राजेश शर्मा का टिकट तय माना जा रहा था। पार्टी ने इसे आखिरी वक्त पर होल्ड कर दिया है। इस सीट से मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर, नरदेव कंवर, सुनील कश्यप का नाम भी टिकट दावेदारों की रेस में गिना जा रहा है। उधर, देहरा में आज ब्लाक कांग्रेस कमेटी की मीटिंग संपन्न हुई। इसमें प्रस्ताव पास किया गया कि हाईकमान जिसे भी कैंडिडेट देती है पार्टी एकजुट होकर उसके साथ काम करेगी।
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हिमाचल में खराब रिजल्ट वाले 250 टीचरों को नोटिस:ACR खराब होगी, इनक्रीमेंट रुकेगी; 10वीं में 30 स्कूलों में एक भी बच्चा पास नहीं
हिमाचल में खराब रिजल्ट वाले 250 टीचरों को नोटिस:ACR खराब होगी, इनक्रीमेंट रुकेगी; 10वीं में 30 स्कूलों में एक भी बच्चा पास नहीं हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPSEB) धर्मशाला द्वारा ली गई 10वीं कक्षा की परीक्षा में खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी है। 25 फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले 116 स्कूलों के 250 टीचरों को शिक्षा विभाग ने नोटिस कर दिए है। इनका जवाब आने पर कार्रवाई की जाएगी। नोटिस में शिक्षकों से खराब रिजल्ट के कारण पूछे गए हैं। इनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो शिक्षकों की एनुअल इनक्रीमेंटी रोकी जाएगी। इनकी ACR में भी खराब रिजल्ट को अंकित किया जाएगा। विभाग की इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। 30 स्कूलों में एक भी बच्चा पास नहीं शिक्षा विभाग के अनुसार, प्रदेश में 30 स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी बच्चा 10वीं कक्षा में पास नहीं हुआ। इससे सरकारी स्कूलों में एजुकेशन पर निरंतर सवाल उठ रहे हैं। यही वजह है कि अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी में मुफ्त शिक्षा देने के बजाय प्राइवेट स्कूलों को तवज्जो दे रहे हैं। बता दें कि HPSEB ने बीते मार्च महीने में 10वीं की बोर्ड की परीक्षा ली थी। बीते मई महीने में इनका रिजल्ट आ गया। अब शिक्षा विभाग ने बोर्ड से रिजल्ट लेने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है और नोटिस देकर कार्रवाई की दिशा में पहला कदम बढ़ाया है। क्वालिटी एजुकेशन को टीचरों को विदेश भेज रही सरकार हिमाचल सरकार ने क्वालिटी एजुकेशन के लिए शिक्षकों को विदेश टूर शुरू किए है। इस साल करीब 400 टीचरों को टीचिंग के गुर सीखने के लिए विदेश भेजा गया है। इसका असर आने वाले सालों में नजर आएगा। खराब रिजल्ट का एक कारण ये भी शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो खराब रिजल्ट का कारण टीचर ही नहीं है, बल्कि प्रदेश सरकार की ट्रांसफर पॉलिसी और विभाग की लापरवाही भी जिम्मेदार है। प्रदेश में की स्कूल ऐसे भी चल रहे है जहां एक एक टीचर है। इसी तरह कई बार राजनीति रसूख की वजह से सरकार बीच शैक्षणिक सत्र के दौरान टीचरों को ट्रांसफर कर देती है और कई कई महीनों तक ये पद नहीं भरे जाते। इससे बच्चों की पढ़ाई पर सबसे बुरा असर पड़ रहा है।