पंजाब के जालंधर में नए सीएम हाउस के पास बाइक सवार लुटेरों ने एक युवक पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उसका फोन लूट लिया। वारदात के भाग रहे हमलावरों का एक कार सवार व्यक्ति ने उनका पीछा किया। आरोपी रॉन्ग साइड पर भागे तो उसने अपनी कार रॉग साइड पर भगाई और लुटेरों की बाइक को पीछे से टक्कर मारकर उन्हें गिरा दिया। घटना स्थल पर आरोपी अपने धारदार हथियार छोड़कर भागे। इस पर कार सवार ने भागकर आरोपियों का पीछा किया और एक लुटेरे को पकड़ लिया। जिसकी उसने जमकर धुनाई कर दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची थाना डिवीजन नंबर-4 की पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। 3 लुटेरों ने की वारदात, एक पकड़ा मिली जानकारी के अनुसार घटना रात करीब 10 बजे की है। पीड़ित युवक बीएमसी चौक की ओर जा रहा था। इतने में एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक पर 3 लुटेरे आए थे। सबसे पीछे बैठे आरोपी के हाथ में दातर (तेजधार हथियार) था। आरोपी ने उक्त हथियार को घर लौट रहे युवक के सिर पर मार दिया। जिसके बाद आरोपी पीड़ित युवक का फोन छीन कर फरार होने लगे। वारदात देखी तो कार सवार ने पीछा कर पकड़ा लुटेरा बता दें कि ये वारदात आई-20 कार में सवार एक युवक ने देखी तो उसने तुरंत आरोपियों का पीछा शुरू किया। आरोपियों ने अपनी बाइक रॉग साइड पर मोड़ ली और भागने लगे। कार सवार युवक लुटेरों का पीछा करता हुआ रॉन्ग साइड पर चला गया। जिसके बाद आरोपियों की बाइक को कार सवार युवक ने टक्कर मार दी और उन्हें रोड पर गिरा दिया। तीनों आरोपी मौके पर बाइक और अपना दातर छोड़कर भागे। जिसके बाद कार सवार युवक के साथी ने लुटेरे का पीछा किया और नामदेव चौक के पास उक्त लुटेरे को पड़ लिया। फिर लोगों ने जमकर लुटेरे की धुनाई कर दी और पूछताछ शुरू कर की। नए सीएम हाउस से 200 मीटर की दूरी पर हुई वारदात बता दें कि जहां ये वारदात हुई, वहां से नया सीएम हाउस सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर था। जिसके बाद राहगीरों द्वारा मामले की जानकारी पुलिस को दी गई तो पुलिस ने क्राइम सीन पर पहुंच कर आरोपी को हिरासत में लिया और तेजाधार हथियार व बाइक भी अपने कब्जे में लिया। आरोपियों की पहचान बूटा पिंड के रहने वाले राहुल, रजत और एक अन्य के रूप में हुई है। पंजाब के जालंधर में नए सीएम हाउस के पास बाइक सवार लुटेरों ने एक युवक पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उसका फोन लूट लिया। वारदात के भाग रहे हमलावरों का एक कार सवार व्यक्ति ने उनका पीछा किया। आरोपी रॉन्ग साइड पर भागे तो उसने अपनी कार रॉग साइड पर भगाई और लुटेरों की बाइक को पीछे से टक्कर मारकर उन्हें गिरा दिया। घटना स्थल पर आरोपी अपने धारदार हथियार छोड़कर भागे। इस पर कार सवार ने भागकर आरोपियों का पीछा किया और एक लुटेरे को पकड़ लिया। जिसकी उसने जमकर धुनाई कर दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची थाना डिवीजन नंबर-4 की पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। 3 लुटेरों ने की वारदात, एक पकड़ा मिली जानकारी के अनुसार घटना रात करीब 10 बजे की है। पीड़ित युवक बीएमसी चौक की ओर जा रहा था। इतने में एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक पर 3 लुटेरे आए थे। सबसे पीछे बैठे आरोपी के हाथ में दातर (तेजधार हथियार) था। आरोपी ने उक्त हथियार को घर लौट रहे युवक के सिर पर मार दिया। जिसके बाद आरोपी पीड़ित युवक का फोन छीन कर फरार होने लगे। वारदात देखी तो कार सवार ने पीछा कर पकड़ा लुटेरा बता दें कि ये वारदात आई-20 कार में सवार एक युवक ने देखी तो उसने तुरंत आरोपियों का पीछा शुरू किया। आरोपियों ने अपनी बाइक रॉग साइड पर मोड़ ली और भागने लगे। कार सवार युवक लुटेरों का पीछा करता हुआ रॉन्ग साइड पर चला गया। जिसके बाद आरोपियों की बाइक को कार सवार युवक ने टक्कर मार दी और उन्हें रोड पर गिरा दिया। तीनों आरोपी मौके पर बाइक और अपना दातर छोड़कर भागे। जिसके बाद कार सवार युवक के साथी ने लुटेरे का पीछा किया और नामदेव चौक के पास उक्त लुटेरे को पड़ लिया। फिर लोगों ने जमकर लुटेरे की धुनाई कर दी और पूछताछ शुरू कर की। नए सीएम हाउस से 200 मीटर की दूरी पर हुई वारदात बता दें कि जहां ये वारदात हुई, वहां से नया सीएम हाउस सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर था। जिसके बाद राहगीरों द्वारा मामले की जानकारी पुलिस को दी गई तो पुलिस ने क्राइम सीन पर पहुंच कर आरोपी को हिरासत में लिया और तेजाधार हथियार व बाइक भी अपने कब्जे में लिया। आरोपियों की पहचान बूटा पिंड के रहने वाले राहुल, रजत और एक अन्य के रूप में हुई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब की आठ जेलों में AIE कैमरे लगेंगे:बठिंडा जेल की सुरक्षा बढाई, नई सीआरपीएफ की कंपनी तैनात, 1200 पदों पर होगी भर्ती
पंजाब की आठ जेलों में AIE कैमरे लगेंगे:बठिंडा जेल की सुरक्षा बढाई, नई सीआरपीएफ की कंपनी तैनात, 1200 पदों पर होगी भर्ती पंजाब की जेलों में अब कैदियों पर एआई आधारित कैमरों से नजर रखी जाएगी। सरकार ने 8 केंद्रीय जेलों में एआई कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया है। जबकि 6 और जेलों में कैमरे लगाने का प्लान तैयार किया गया है। कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि जेलों में कैमरे लगने से उनमें फैंके जाने वाले प्रतिबंधित सामान और मोबाइल आदि का आसानी से पता लग पाएगा। वहीं, बठिंडा जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बठिंडा जेल में बंद एक कैटेगरी के अपराधी सरकार की तरफ से केंद्रीय जेल बठिंडा में वी-कवच जैमर को सफलतापूर्वक लागू करने के बाद 12 संवेदनशील जेलों में इसे स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। बठिंडा जेल में सुरक्षा के लिए एक अतिरिक्त सीआरपीएफ कंपनी भी तैनात की गई है। सीआरपीएफ की कंपनी में करीब 135 जवान रहते हैं। इस जेल में सारे हॉर्ड कोर अपराधियों को रखा गया है। इसके चलते सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। लुधियाना में बनेगी अति आधुनिक जेल सरकार द्वारा लुधियाना के निकट 50 एकड़ क्षेत्र में 100 करोड़ रुपए की लागत से उच्च सुरक्षा जेल की स्थापना की जा रही है। इस जेल का काम सम्पूर्ण होने के बाद यहां 300 खतरनाक कैदियों को रखा जाएगा। इसके अलावा अनधिकृत मोबाइल उपयोग को रोकने के साथ-साथ संचार की आधुनिक तकनीकों के तहत जेलों में 750 से अधिक कॉलिंग सिस्टम स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि कैदी अपने परिवारों और वकीलों से बात कर सकें। जेलों में पढ़ाई कर रहे 2200 कैदी विभाग द्वारा सभी 13 संवेदनशील जेलों को एक्स-रे बैगेज स्कैनर से लैस करने सहित उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों, जहां खतरनाक कैदी रखे गए हैं। जेलों में शिक्षा दात परियोजना” के तहत 2200 कैदी शैक्षिक कोर्स कर रहे हैं। जबकि 513 कैदी इस साल दिसंबर में शुरू होने वाले इलेक्ट्रिकल वर्क, प्लंबिंग और टेलरिंग सहित विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों में पंजीकृत किए जा रहे हैं। 1220 पदों किए जाएंगे सृजन नाभा और फाजिल्का में दो नए पेट्रोल पंप स्थापित करके अपनी व्यावसायिक पहल कदमियों का विस्तार भी किया गया है और वर्तमान में पेट्रोल पंपों की कुल संख्या 8 हो गई है। हाल ही में 738 वार्डन और 25 मैट्रन भर्ती किए गए हैं और 179 अतिरिक्त सुरक्षा स्टाफ के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विभिन्न कैडरों की 1220 पदों को सृजित करने की स्वीकृति दे दी गई है, जिसके संबंध में जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
डल्लेवाल की हालत नाजुक, रिपोर्ट्स आज आएंगी:किसान नेता सार्वजनिक करेंगे; SKM नेताओं ने खनौरी बॉर्डर पर मुलाकात की
डल्लेवाल की हालत नाजुक, रिपोर्ट्स आज आएंगी:किसान नेता सार्वजनिक करेंगे; SKM नेताओं ने खनौरी बॉर्डर पर मुलाकात की पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 47वां दिन है। गुरुवार को हुए उनकी टेस्ट की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। आज किसान नेता रिपोर्ट्स को जनता के सामने रखेंगे। इससे पहले, शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, दर्शनपाल सिंह व अन्य खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे और उन्होंने डल्लेवाल से मुलाकात की। किसान नेताओं ने 9 जनवरी को मोगा में हुई महापंचायत में पास प्रस्ताव को मोर्चे के नेताओं को सौंपा। किसान नेताओं ने इस आंदोलन को मजबूत करने के लिए सभी का सहयोग मांगा और केंद्र सरकार से MSP गारंटी कानून की मांग को जल्द पूरा करने का आह्वान किया। यूपी में प्रदर्शन से पहले किसान नेता नजरबंद
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को देशभर में गांव स्तर पर मोदी सरकार के पुतले जलाए गए। उत्तर प्रदेश में इस आंदोलन को रोकने के लिए बुलंदशहर और अलीगढ़ समेत कई जिलों में किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया, जिससे किसानों में रोष बढ़ गया है। किसान नेताओं ने इसे लोकतंत्र का दमन बताया और चेतावनी दी कि अगर डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर कोई अनहोनी हुई, तो पूरे देश में किसानों का बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा। डल्लेवाल ने कहा- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा
शुक्रवार सुबह डल्लेवाल ने वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है। हमें यहां पर यह सूचना मिली कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब से अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का सत्कार करता हूं। सवाल ये है कि पंजाब भाजपा इकाई के जो लोग हैं, पंजाब के लोग हैं, पंजाब के निवासी हैं। और यह जो हम लड़ाई लड़ रहे हैं। यह जो हम मांग उठा रहे हैं। वह पूरे पंजाब के लिए हैं। तो आप को जाना है तो मोदी जी के पास जाइए। आपको उपराष्ट्रपति के पास जाना चाहिए। वह बड़ा साफ किसानों के बारे में बोले हैं। एग्रीकल्चर मिनिस्टर व अमित शाह के पास जाना चाहिए, लेकिन आप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास जा रहे हैं। इसका मतलब क्या निकलता है। आपके अंदर क्या है। मैं आपको फिर से हाथ जोड़ता हूं कि अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने के बजाय आप कृपया मोदी जी से कहें कि वह हमारी मांगें मान लें, तो हम अनशन छोड़ देंगे। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारा शौक है। धन्यवाद। मैं पंजाब की भाजपा इकाई को विनती करता हूं कि वह मोदी जी से बात करें। डल्लेवाल मामले की सुप्रीम कोर्ट में 8 सुनवाई, अब तक क्या-क्या हुआ… 1. 13 दिसंबर- तत्काल डॉक्टरी मदद दें
डल्लेवाल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे। 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में आमरण अनशन को लेकर सुनवाई हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार से कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी पहुंच डल्लेवाल से मुलाकात की। 2. 18 दिसंबर- पंजाब सरकार को कुछ करना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे। 3. 19 दिसंबर- बिना टेस्ट 70 साल के आदमी को कौन ठीक बता रहा
पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई। 4. 20 दिसंबर- अधिकारी अस्पताल में भर्ती करने पर फैसला लें
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो अधिकारी निर्णय लें। 5. 28 दिसंबर- केंद्र की मदद से अस्पताल में शिफ्ट करें
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के 20 दिसंबर के आदेश को लागू न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका पर हुई। इसमें कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। 6. 31 दिसंबर को पंजाब सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली
पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था, जिस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार पहल करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया। 7. 2 जनवरी- हमने अनशन तोड़ने को नहीं कहा
कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते। हमने कमेटी बनाई है। किसानों से उसी कमेटी के जरिए बात करेंगे।” 8. 6 जनवरी- किसान मुलाकात के लिए तैयार
पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन पर चल रहे किसान हाई पावर कमेटी से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी तय की। इसके बाद कमेटी ने मुलाकात की। किसान आंदोलन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… डल्लेवाल बोले- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार (10 जनवरी) को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है।’ पूरी खबर पढ़ें…
दिलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट में तेलंगाना सरकार पर कटाक्ष:शराब-हिंसा के गानों पर लगाया था प्रतिबंध; बोले- विदेशी मनमर्जी करें, अपने कलाकारों को रोक क्यों
दिलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट में तेलंगाना सरकार पर कटाक्ष:शराब-हिंसा के गानों पर लगाया था प्रतिबंध; बोले- विदेशी मनमर्जी करें, अपने कलाकारों को रोक क्यों पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने शनिवार को हैदराबाद में आयोजित अपने कॉन्सर्ट के दौरान अपने गानों पर लगे प्रतिबंधों को लेकर तेलंगाना सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने मंच से अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि भारत के कलाकारों को अपने ही देश में गाने से रोका जाता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय कलाकारों को पूरी आजादी दी जाती है। दिलजीत दोसांझ ने इस दौरान लोगों को साइबर क्राइम के प्रति भी सजग किया और टिकट स्कैम को लेकर क्लैरिफिकेशन भी दी। दलजीत ने मंच से कहा- कुछ लोगों को हजम नहीं होता कि उनकी टिकट इतनी जल्दी बिक क्यों जाती हैं। वे कई सालों से काम कर रहे हैं, एक दिन में फेमस नहीं हुए। तेलंगाना सरकार ने उन्हें कहा कि अगर साइबर क्राइम होता है तो पहला घंटा गोल्डन आवर होता है। तुरंत 1930 पर कॉल करें। कुछ लोग उनकी टिकट पहले खरीद कर बाद में महंगी बेचती हैं। ये मुश्किल विदेशों में भी है। वहां भी इसका हल नहीं निकला। लेकिन इस चीज को भी धीरे-धीरे ठीक कर लिया जाएगा। तेलंगाना सरकार ने लगाई है गीतों पर रोक तेलंगाना सरकार ने हाल ही में दिलजीत दोसांझ के कुछ गानों पर आपत्ति जताई थी, जो शराब और हिंसा जैसे विषयों से जुड़े माने जाते हैं। इन गानों को राज्य के कार्यक्रमों में प्रस्तुत करने पर प्रतिबंध लगाया गया था। सरकार का मानना था कि ऐसे गाने समाज पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। अपने कॉन्सर्ट के दौरान जवाब देते हुए कहा कि कइयों को टांग अड़ाने की आदत होती है। कोई बात नहीं, वे भी दोसांझा वाला हूं बुग्गे। मैं इतनी जल्दी नहीं छोड़ता। श्रोताओं ने किया समर्थन दिलजीत के इस बयान के बाद कॉन्सर्ट में मौजूद दर्शकों ने जोरदार तालियों और उत्साह से उनका समर्थन किया। उनके फैंस ने सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि देश के कलाकारों को अभिव्यक्ति की आज़ादी होनी चाहिए। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब दिलजीत दोसांझ या किसी अन्य पंजाबी कलाकार को उनके गानों के विषयों को लेकर विवादों का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी कई पंजाबी गायक हिंसा, शराब और अन्य विवादित विषयों वाले गानों को लेकर निशाने पर आ चुके हैं। टिकट विवाद पर ईडी ले चुका एक्शन पंजाबी पॉप सिंगर दिलजीत दोसांझ और ब्रिटिश रॉक बैंड कोल्डप्ले के अपकमिंग कॉन्सर्ट के टिकट की कालाबाजारी पर एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने तकरीबन तीन महीने पहले 5 राज्यों में 13 लोकेशन पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया। दैनिक भास्कर ने टिकटों की कालाबाजारी करने वालों का स्टिंग ऑपरेशन करके कोल्ड प्ले टिकट स्कैम का खुलासा किया था, जिसके बाद बुक माय शो ने केस की FIR कराई थी। जयपुर में मैं पंजाबी हूं पर दिया था जवाब जयपुर शो के दौरान दिलजीत मंच पर पहुंचे तो फैंस के हाथों में “मैं हूं पंजाब” के पोस्टर्स थे। जिसे देखकर उन्होंने कहा था- यहां लोग जब कहीं बाहर जाते हैं तो ‘खम्मा घणी’ कहते हैं और गर्व से बोलते हैं कि वे जयपुर से हैं। लेकिन जब मैं ‘मैं हूं पंजाब’ कहता हूं तो कुछ लोगों को दिक्कत होती है।