पंजाब में नगर निगम चुनावों को लेकर आज आम आदमी पार्टी के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और मंत्री मोहिंदर भगत की देखरेख में अहम बैठक हुई। आज डीसी ऑफिस जालंधर में आगामी नगर निगम चुनावों के मद्देनजर शहर के विकास कार्यों को लेकर डीसी, निगम कमिश्नर और विभिन्न विभागों के मुख्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें लोगों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में जिले के सभी विधायक, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, चेयरमैन और कैबिनेट मंत्रियों समेत पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सुप्रीम कोर्ट ने 10 हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है पंजाब में लंबे समय से लंबित निकाय चुनाव का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (11 नवंबर) को पंजाब सरकार को कुल दस हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है। शीर्ष अदालत ने 15 दिन में चुनाव की अधिसूचना जारी करने और अगले आठ हफ्ते में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा छह नवंबर को दिए गए आदेश को राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, यह मामला 28 नवंबर को फिर चुनाव आयोग के पास पहुंचा। कहा गया कि सरकार ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है, लेकिन आयोग ने चुनाव तय नहीं किए हैं। इसके बाद सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया था कि जल्द ही जवाब दाखिल किया जाएगा। पंजाब में नगर निगम चुनावों को लेकर आज आम आदमी पार्टी के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और मंत्री मोहिंदर भगत की देखरेख में अहम बैठक हुई। आज डीसी ऑफिस जालंधर में आगामी नगर निगम चुनावों के मद्देनजर शहर के विकास कार्यों को लेकर डीसी, निगम कमिश्नर और विभिन्न विभागों के मुख्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें लोगों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में जिले के सभी विधायक, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, चेयरमैन और कैबिनेट मंत्रियों समेत पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सुप्रीम कोर्ट ने 10 हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है पंजाब में लंबे समय से लंबित निकाय चुनाव का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (11 नवंबर) को पंजाब सरकार को कुल दस हफ्ते में चुनाव कराने को कहा है। शीर्ष अदालत ने 15 दिन में चुनाव की अधिसूचना जारी करने और अगले आठ हफ्ते में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा छह नवंबर को दिए गए आदेश को राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, यह मामला 28 नवंबर को फिर चुनाव आयोग के पास पहुंचा। कहा गया कि सरकार ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है, लेकिन आयोग ने चुनाव तय नहीं किए हैं। इसके बाद सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया था कि जल्द ही जवाब दाखिल किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कारोबारी ने मंदिर को 21 करोड़ दान किए:तिरुपति बालाजी में चेक सौंपा; पंजाब के सबसे अमीर इंडस्ट्रियलिस्ट, पद्मश्री सम्मान मिल चुका
कारोबारी ने मंदिर को 21 करोड़ दान किए:तिरुपति बालाजी में चेक सौंपा; पंजाब के सबसे अमीर इंडस्ट्रियलिस्ट, पद्मश्री सम्मान मिल चुका टैक्स्टाइल इंडस्ट्री ट्राइडेंट के मालिक पद्मश्री राजिंदर गुप्ता ने तिरूपति बालाजी मंदिर को 21 करोड़ की राशि दान की है। यह राशि राजिंदर गुप्ता ने मंदिर पहुंचकर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के एसवी प्राणदान ट्रस्ट को दी। उनके साथ उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। सभी की मौजूदगी में राजिंदर गुप्ता ने TTD के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी वैंकैया चौधरी को उनके कार्यालय में 21 करोड़ का चेक सौंपा। TTD ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसकी जानकारी दी है। गरीबों के इलाज और बेसहारा लोगों की सहायता को समर्पित राशि
राजिंदर गुप्ता ने बताया है कि उन्होंने यह राशि जन कल्याण के लिए समर्पित की है। ट्रस्ट इस राशि से गरीब व बेसहारा लोगों की सहायता करेगा, और उनका मुफ्त इलाज भी हो सकेगा। पंजाब के सबसे अमीर इंडस्ट्रियलिस्ट हैं राजिंदर गुप्ता
ट्राइडेंट के मालिक राजिंदर गुप्ता पंजाब के सबसे अमीर उद्योगपतियों में से एक हैं। ट्राइडेंट ग्रुप की ओर से बनाए जाने वाले उत्पाद आज देश के अलावा विदेश में भी जा रहे हैं। पंजाब व MP में हैं ट्राइडेंट के यूनिट
ट्राइडेंट ग्रुप के यूनिट्स पंजाब के लुधियाना, बरनाला, धौला में स्थित हैं। लुधियाना में कंपनी का कॉर्पोरेट ऑफिस है, जबकि बरनाला, धौला और मध्य प्रदेश के बुदनी, भोपाल में कंपनी द्वारा उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। कंपनी के चंडीगढ़, दिल्ली, यूपी, राजस्थान समेत देश-विदेश में शाखाएं हैं। इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर करीब 5 हजार करोड़ रुपए का है। राजिंदर गुप्ता को पंजाब का धीरूभाई अंबानी भी कहा जाता है। दुनिया के अमीर मंदिरों में तिरूपति बालाजी मंदिर
तिरूपति बालाजी मंदिर दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। एक अनुमान के मुताबिक, यह ट्रस्ट दुनिया का सबसे अमीर ट्रस्ट है, जोकि पिछले 12 सालों से 5 सौ करोड़ रूपए तक का दान ले रहा है। टॉवेल, बेडशीट और कॉटन पेपर बनाती है कंपनी
टैक्स्टाइल कंपनी ट्राइडेंट में तैयार हो रहे उत्पाद आज देश के अलावा विदेश में एक्सपोर्ट हो रहे हैं। हाल ही में USA में भी कंपनी ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई थी, जहां विदेशी ग्राहकों ने उत्पादों की सराहना की। ट्राइडेंट द्वारा कॉटन पेपर के अलावा टॉवेल, बेडशीट, आदि तैयार किया जाता है। उद्योगपति के साथ समाजसेवी हैं राजिंदर गुप्ता
राजिंदर गुप्ता मशहूर उद्योगपति तो हैं ही, उसके साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। वह कई धार्मिक व समाजसेवी संगठनों को दान देते हैं। कोरोना काल में भी ट्राइडेंट की तरफ से देश में लाखों PPT किटें और मास्क तैयार कर मुफ्त बांटे गए थे। बाप-बेटा संभाल रहे बिजनेस
ट्राइडेंट के मालिक राजिंदर गुप्ता और उनका बेटा अभिषेक गुप्ता मिलकर बिजनेस को संभाल रहे हैं। अभिषेक कंपनी में प्रबंध निदेशक के पद हैं। वह ब्रिटेन के वारविक विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। राजिंदर गुप्ता की एक बेटी नेहा गुप्ता है, जिसने लंदन के कैस बिजनेस स्कूल से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। PM मोदी सराहना कर चुके
ट्राइडेंट कंपनी की तारीफ खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। सरकार की तरफ से उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। साल 2007 में उन्हें व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति से पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है।
लुधियाना में 5 नशा तस्कर गिरफ्तार:हेरोइन नशीली गोलियां व कैप्सूल बरामद, सप्लाई करने जा रहे थे आरोपी
लुधियाना में 5 नशा तस्कर गिरफ्तार:हेरोइन नशीली गोलियां व कैप्सूल बरामद, सप्लाई करने जा रहे थे आरोपी पंजाब के लुधियाना में देहात पुलिस ने नशा तस्करों पर शिकंजा कसते हुए पांच नशा तस्करों को पकड़ा है। तीन थानों की पुलिस ने अलग अलग जगहों से पकड़े तस्करों से हेरोइन से लेकर नशीली गोलियां व कैप्सूल आदि बरामद कर अलग अलग थानों में केस दर्ज किए है। कार सवार तस्कर 85 नशीली गोलियों के साथ काबू थाना सदर की पुलिस ने कार सवार तस्कर को नशीली गोलियों के साथ काबू किया है। इस सबंधी जानकारी देते हुए थाना सदर के एसआई जगजीत सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ गांव गालिब कलां से गांव गालिब रन सिंह वाला की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान एक गाडी सवार युवक पुलिस की गाड़ी देख कर अपनी कार को पीछे की तरफ भगाने लगा। पुलिस ने शक होने पर कार सवार युवक को पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस ने जब तलाशी ली तो आरोपी से 85 नशीली गोलियां बरामद हो गई। इस सबंधी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना सदर में आरोपी रघबीर सिंह पर नशा तस्करी को लेकर मामला दर्ज कर लिया । हेरोइन के साथ पकड़ा तस्कर थाना सिटी की पुलिस ने हेरोइन की तस्करी करने वाले एक तस्कर को 3 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा है। इस सबंधी जानकारी देते हुए थाना सिटी के एएसआई कुलवंत सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ गश्त के दौरान अलीगढ़ चौक से कोठे खजूरा रोड की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान सेम नाले की पटड़ी पर बैठा एक युवक दिखाई दिया। जोकि पुलिस को देख कर भाग निकला। पुलिस ने शक होने पर आरोपी को दबोच लिया। इस दौरान पुलिस ने जब आरोपी की तलाशी ली। तो उसकी जेब से 3 ग्राम हेरोइन बरामद हो गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना सिटी में आरोपी राहुल लूंबा पर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को देख फेंकी हेरोइन सीआईए स्टाफ की पुलिस ने नशा तस्करी का धंधा करने वाले एक तस्कर को 10 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा है। इस सबंधी जानकारी देते हुए सीआईए स्टाफ में तैनात एसआई गुरसेवक सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ गश्त के दौरान रायकोट रोड से सूआ पुल से होते हुए कोठे राहला की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान कोठे राहला की तरफ से आ रहे युवक ने पुलिस को देख कर अपने हाथ में पकड़ा लिफाफा झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने शक होने पर नजदीक जाकर लिफाफा उठा कर चेक किया। तो उसमें हेरोइन बरामद हो गई। जिसका वजन 10 ग्राम था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी सागर को पकड़ कर थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया। सप्लाई करने जा रहा तस्कर काबू थाना सिटी की पुलिस ने नशे की गोलियां व कैप्सूल की सप्लाई देने जा रहे तस्कर को काबू किया है। पुलिस ने आरोपी से 45 नशे की गोलियां व 200 कैप्सूल बरामद किए है। इस सबंधी जानकारी देते हुए थाना सिटी के एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि नशा तस्करी का धंधा करने वाले तस्कर को पुलिस ने उस समय पकड़ा। जब आरोपी नशे की गोलियां व कैप्सूल सप्लाई करने जा रहा था। पुलिस ने इस सबंधी कार्रवाई करते हुए आरोपी धर्म सिंह पर थाना सिटी में मामला दर्ज कर लिया। जमानत पर चल रहे तस्कर को किया काबू जेल से जमानत पर बाहर निकले आरोपी ने फिर नशा तस्करी का धंधा शुरू कर दिया। जिसके चलते आरोपी नशे की गोलियां बेचने लगा। इस दौरान पुलिस ने आरोपी बख्शीश सिंह को नशे की 50 गोलियों के साथ पकड़ा है। इस सबंधी जानकारी देते हुए थाना सिधवां बेट के एएसआई हरप्रीत सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ गश्त के दौरान सिधवां बेट से गांव भैणी आरिया की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रहे आरोपी ने पुलिस को देख अपने हाथ में पकड़ा लिफाफ फेंक दिया। पुलिस ने शक होने पर आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने जब लिफाफे की जांच की तो उसमें 50 नशे की गोलियां बरामद हो गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना सिधवां बेट में आरोपी बख्शीश सिंह पर मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी पर पहले भी 4 नशा तस्करी के मामले दर्ज है। जिसके चलते आरोपी जमानत पर बाहर चल रहा है।
पंजाब में 6 दिसंबर को सरकारी छुट्टी का ऐलान:गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस को लेकर फैसला; स्कूल-कॉलेज और सरकारी संस्थान रहेंगे बंद
पंजाब में 6 दिसंबर को सरकारी छुट्टी का ऐलान:गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस को लेकर फैसला; स्कूल-कॉलेज और सरकारी संस्थान रहेंगे बंद पंजाब में 6 दिसंबर को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की गई है। इसके चलते राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, बोर्ड, निगम और अन्य संस्थान बंद रहेंगे। 6 दिसंबर को गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस है। इस मौके पर पंजाब में छुट्टी रहने वाली है। पंजाब से पहले चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा भी 6 दिसंबर को छुट्टी का ऐलान किया गया था। गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में इस विशेष छुट्टी को पंजाब सरकार ने महत्व देते हुए संशोधित किया है। सिख धर्म के 9वें गुरु थे गुरु तेग बहादुर गुरु तेग बहादुर जी सिख धर्म के 9वें गुरु थे। जिन्हें उनके साहस, त्याग और धर्म की रक्षा के लिए याद किया जाता है। गुरु तेग बहादुर का जन्म 1 अप्रैल 1621 को पंजाब के अमृतसर में गुरु हरगोबिंद और माता नानकी के घर हुआ। उनका मूल नाम ‘त्याग मल’ था। लेकिन उनके साहसिक कार्यों और अद्वितीय बलिदान के कारण उन्हें ‘तेग बहादुर’ की उपाधि दी गई। जिसका अर्थ है ‘तेज तलवार के धनी।’ धर्म और मानवता की रक्षा के लिए प्रयास गुरु तेग बहादुर जी ने अपने जीवन को मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए समर्पित किया। जब मुगल शासक औरंगजेब ने हिंदू धर्म को समाप्त करने और जबरन धर्मांतरण का अभियान शुरू किया, तो गुरु जी ने इन अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई। 1675 में, कश्मीरी पंडितों ने गुरु जी से सहायता की अपील की। क्योंकि उन्हें जबरन इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था। गुरु जी ने उनकी रक्षा का बीड़ा उठाया और मुगल सम्राट औरंगजेब के सामने खड़े हुए थे।