पंजाब के पूर्व CM के हत्यारे पर सुनवाई आज:तिहाड़ से पंजाब शिफ्ट करने की मांग, केंद्र-राज्य सरकार देगी जवाब, 28 साल से जेल में

पंजाब के पूर्व CM के हत्यारे पर सुनवाई आज:तिहाड़ से पंजाब शिफ्ट करने की मांग, केंद्र-राज्य सरकार देगी जवाब, 28 साल से जेल में

पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए आतंकी जगतार हवारा की ओर से दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब की जेल में ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका पर आज (21 अक्टूबर) सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र, दिल्ली और पंजाब सरकार की ओर से कोर्ट में जवाब दाखिल किया जाएगा। पिछली सुनवाई में सरकार ने तीनों पक्षों से जवाब मांगा था। 2010 में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदला था ट्रायल कोर्ट ने 27 मार्च, 2007 को हवारा को दोषी ठहराया और उसे मृत्युदंड की सजा सुनाई। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने 12 अक्टूबर, 2010 को एक आदेश जारी करके उसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया। देशद्रोह के एक मामले में हो चुका है बरी 22 जनवरी 2004 को वह अपने साथियों के साथ सुरंग खोदकर चंडीगढ़ बुड़ेल जेल से फरार हो गया था। भागने के एक साल बाद उसे पकड़ लिया गया। वह 2005 से जेल में है। आज उसकी उम्र 54 साल है। याचिकाकर्ता की जेल से भागने के बाद दोबारा गिरफ्तारी से लेकर आज तक 19 साल बीत चुके हैं। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता ने जेल अधिकारियों से दिल्ली जेल में उसके आचरण पर रिपोर्ट मांगी है। जो उसे अभी तक नहीं दी गई है। वहीं, देशद्रोह के एक मामले में उसे बरी किया जा चुका है। फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला याचिका में दलील दी गई कि वह तिहाड़ जेल में बंद एक सजायाफ्ता कैदी है और उसके खिलाफ दिल्ली में कोई मामला दर्ज नहीं है। वर्तमान में वह पंजाब में दर्ज एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वह पंजाब राज्य के फतेहगढ़ साहिब जिले का मूल निवासी है। उसे पंजाब की जेल में ही रखा जाना चाहिए। 28 साल से जेल में बंद हवारा को 21 सितंबर 1995 को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उस पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का मुकदमा चला और उसे दोषी ठहराया गया। वह अपनी गिरफ्तारी की तारीख से लेकर आज तक जेल में है। वह 28 साल से ज़्यादा समय से जेल में है। पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए आतंकी जगतार हवारा की ओर से दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब की जेल में ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका पर आज (21 अक्टूबर) सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र, दिल्ली और पंजाब सरकार की ओर से कोर्ट में जवाब दाखिल किया जाएगा। पिछली सुनवाई में सरकार ने तीनों पक्षों से जवाब मांगा था। 2010 में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदला था ट्रायल कोर्ट ने 27 मार्च, 2007 को हवारा को दोषी ठहराया और उसे मृत्युदंड की सजा सुनाई। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने 12 अक्टूबर, 2010 को एक आदेश जारी करके उसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया। देशद्रोह के एक मामले में हो चुका है बरी 22 जनवरी 2004 को वह अपने साथियों के साथ सुरंग खोदकर चंडीगढ़ बुड़ेल जेल से फरार हो गया था। भागने के एक साल बाद उसे पकड़ लिया गया। वह 2005 से जेल में है। आज उसकी उम्र 54 साल है। याचिकाकर्ता की जेल से भागने के बाद दोबारा गिरफ्तारी से लेकर आज तक 19 साल बीत चुके हैं। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता ने जेल अधिकारियों से दिल्ली जेल में उसके आचरण पर रिपोर्ट मांगी है। जो उसे अभी तक नहीं दी गई है। वहीं, देशद्रोह के एक मामले में उसे बरी किया जा चुका है। फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला याचिका में दलील दी गई कि वह तिहाड़ जेल में बंद एक सजायाफ्ता कैदी है और उसके खिलाफ दिल्ली में कोई मामला दर्ज नहीं है। वर्तमान में वह पंजाब में दर्ज एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वह पंजाब राज्य के फतेहगढ़ साहिब जिले का मूल निवासी है। उसे पंजाब की जेल में ही रखा जाना चाहिए। 28 साल से जेल में बंद हवारा को 21 सितंबर 1995 को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उस पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का मुकदमा चला और उसे दोषी ठहराया गया। वह अपनी गिरफ्तारी की तारीख से लेकर आज तक जेल में है। वह 28 साल से ज़्यादा समय से जेल में है।   पंजाब | दैनिक भास्कर