जालंधर में शाहकोट के पास सतलुज नदी के पास अवैध खनन को रोकने गई माइनिंग टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसे लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा ये हमला किया गया। अब पुलिस को चाहिए कि वह मामले में बाइनेम केस दर्ज करे। चन्नी ने कहा कि, इस वक्त इलेक्शन कमीशन के अधीन पुलिस और माइनिंग टीम काम कर रही है। पहले आम आदमी पार्टी द्वारा दोनों के हाथ बांधे हुए थे। जब माइनिंग अधिकारी जब शाहकोट में रेड के लिए गए तो आरोपियों ने टीम जानलेवा हमला कर दिया। अधिकारियों ने हवाई फायरिंग कर किसी तरह अपनी जान बचाई। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस को आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए था। चन्नी ने आरोप लगाया गया है कि ये सारा काम आप नेताओं के कहने पर हो रहा है। चंडीगढ़ से आदेश मिलने पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी टीम जिला खनन अधिकारी फरीदकोट जगसीर सिंह ने कहा था कि चंडीगढ़ से मिले निर्देशों के आधार पर खनन स्थान के आधार पर उनकी टीम ने रात को शाहकोट के साथ लगते नदी क्षेत्र में औचक जांच की। इसी दौरान उन्होंने देखा कि दो ट्रॉली में रेत भरी जा रही है। जब वे मौके पर पहुंचे तो उनकी टीम को देखकर जयकार कर रहे लोग छिप गये और इसी दौरान मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों पर सवार होकर 30-35 अज्ञात लोग आए और टीम के वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद टीम ने हवाई फायरिंग कर अपनी जान बचाई। जालंधर में शाहकोट के पास सतलुज नदी के पास अवैध खनन को रोकने गई माइनिंग टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसे लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा ये हमला किया गया। अब पुलिस को चाहिए कि वह मामले में बाइनेम केस दर्ज करे। चन्नी ने कहा कि, इस वक्त इलेक्शन कमीशन के अधीन पुलिस और माइनिंग टीम काम कर रही है। पहले आम आदमी पार्टी द्वारा दोनों के हाथ बांधे हुए थे। जब माइनिंग अधिकारी जब शाहकोट में रेड के लिए गए तो आरोपियों ने टीम जानलेवा हमला कर दिया। अधिकारियों ने हवाई फायरिंग कर किसी तरह अपनी जान बचाई। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस को आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए था। चन्नी ने आरोप लगाया गया है कि ये सारा काम आप नेताओं के कहने पर हो रहा है। चंडीगढ़ से आदेश मिलने पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी टीम जिला खनन अधिकारी फरीदकोट जगसीर सिंह ने कहा था कि चंडीगढ़ से मिले निर्देशों के आधार पर खनन स्थान के आधार पर उनकी टीम ने रात को शाहकोट के साथ लगते नदी क्षेत्र में औचक जांच की। इसी दौरान उन्होंने देखा कि दो ट्रॉली में रेत भरी जा रही है। जब वे मौके पर पहुंचे तो उनकी टीम को देखकर जयकार कर रहे लोग छिप गये और इसी दौरान मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों पर सवार होकर 30-35 अज्ञात लोग आए और टीम के वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद टीम ने हवाई फायरिंग कर अपनी जान बचाई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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किसान मजदूर मोर्चा का पंजाब सरकार को अल्टीमेटम:बोले- DAP की कमी और धान लिफ्टिंग की दिक्कत करें, वरना 11 को करेंगे संघर्ष का ऐलान
किसान मजदूर मोर्चा का पंजाब सरकार को अल्टीमेटम:बोले- DAP की कमी और धान लिफ्टिंग की दिक्कत करें, वरना 11 को करेंगे संघर्ष का ऐलान शंभू बॉर्डर पर 270 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने पंजाब सरकार को 3 दिन में धान की खरीद व लिफ्टिंग और DAP की कमी को दूर करने का अल्टीमेटम दिया है। मोर्चे ने साफ किया है कि अगर 10 तारीख तक स्थिति नहीं सुधरी तो 11 को मीटिंग कर अगले संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इससे पहले इन्हीं मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों की आज (वीरवार) अनाज भवन में पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई है। इसमें उन्होंने किसानों की सारी दिक्कतों को प्रमुखता से उठाया है। पराली से ज्यादा पटाखों से हुआ पॉल्यूशन
इससे पहले चंडीगढ़ में पहुंचे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुआई में किसानों ने सेक्टर-39 स्थित अनाज भवन में सरकार के अधिकारी विकास गर्ग के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि मीटिंग में धान में नमी के मुद्दे को उठाया। मंडियों में किसानों के धान पर कट का मुद्दा उठाया। उन्होंने अधिकारियों को वीडियो और सारी जानकारी मुहैया करवाई है। सरकार से मांग की है कि किसानों की भरपाई की जाए। मंडियों की समय सीमा बढ़ाई जाए। जब उनसे पराली जलाने संबंधी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह किसी के भी त्योहारों के खिलाफ नहीं है। लेकिन पराली की अपेक्षा पटाखे जलाने से अधिक पॉल्यूशन हुआ है। पटाखे चलाने वालों पर क्यों सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट आई है। उससे यह बात साफ हो गई है कि खेती से एक फीसदी पॉल्यूशन होता है, जबकि पॉल्यूशन के कई अन्य कारण है। बीकेयू उगराहां का संघर्ष जारी
दूसरी तरफ भारतीय किसान एकता (उगराहां) की तरफ से डीएपी की कमी और धान की खरीद के मुद्दे को लेकर अभी तक संघर्ष किया जा रहा है। यूनियन में शामिल किसान भाजपा और आप के विधानसभा उपचुनाव में उतरे उम्मीदवारों के घर के बाहर पक्के मोर्चे लगाकर बैठे हैं। इसके अलावा 25 जगह उनकी तरफ से टोल प्लाजा फ्री करवाएं गए हैं।
लुधियाना देश के 100 प्रदूषित शहरों में शामिल:CREA रिपोर्ट में हुआ खुलासा, प्रदेश में दूसरे नंबर पर, मंडी गोबिंदगढ़ पहले स्थान पर
लुधियाना देश के 100 प्रदूषित शहरों में शामिल:CREA रिपोर्ट में हुआ खुलासा, प्रदेश में दूसरे नंबर पर, मंडी गोबिंदगढ़ पहले स्थान पर देश के 100 प्रदूषित शहरों में लुधियाना 51वें नंबर पर है। पंजाब प्रदेश के प्रदूषित शहरों में मंडी गोबिंदगढ़ पहले नंबर है तो लुधियाना दूसरे नंबर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 6 जुलाई को लुधियाना में AQI 40 दर्ज किया गया था, जो स्वास्थ्य पर न्यूनतम प्रभाव के साथ अच्छी वायु गुणवत्ता श्रेणी में आता है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा किए गए एक अध्ययन ने लुधियाना को 2024 की पहली छमाही में देश के शीर्ष 100 सबसे प्रदूषित शहरों में रखा। लुधियाना की वायु गुणवत्ता का आंकलन PM 2.5 मान के आधार पर किया गया, जो माइक्रोन (हवा के प्रति घन मीटर माइक्रोग्राम) का एक माप है। CREA अध्ययन में सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) से पीएम 2.5 मान का इस्तेमाल किया गया। देश के 256 शहरों में लुधियाना का 51वां नंबर CREA के अनुसार, 1 जनवरी से 30 जून 2024 तक लुधियाना में पीएम 2.5 का औसत मान 61 माइक्रोन था, जिसने देश के 256 शहरों में लुधियाना को 51वें स्थान पर रखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहर बर्नीहाट (मेघालय), फरीदाबाद, दिल्ली, गुड़गांव और भागलपुर (बिहार) हैं। CREA रिपोर्ट प्रदूषण के मामले में शहर की एक बेहत चिंताजन तस्वीर पेश करती है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि लुधियाना ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दैनिक पीएम 2.5 दिशा निर्देश 15 माइक्रोन को पार कर लिया है। लुधियाना में पीएम 2.5 का मान 82 दिनों के लिए राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों (एनएएक्यूएस) के तहत 60 माइक्रोन की दैनिक सीमा से भी अधिक हो गया। पंजाब में दूसरे नंबर पर लुधियाना वायु प्रदूषण के मामले में पंजाब में मंडी गोबिंदगढ़ पहले और मंडी गोबिंदगढ़ दूसरे नंबर पर है। बठिंडा प्रदेश में आठवें स्थान पर रहा। 2018 के बाद से जनवरी से जून तक पीएम 2.5 के औसत पर CREA डेटा के अनुसार, लुधियाना में 2018 में 64 माइक्रोन का उच्चतम मूल्य था, जबकि 2023 और 2024 में मान 61 माइक्रोन था। 35 माइक्रोन का न्यूनतम मूल्य जनवरी और जून, 2020 के बीच दर्ज किया गया था। औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास को ठहराया जिम्मेवार लुधियाना के छह महीने में 182 दिनों में से प्रत्येक पर दैनिक पीएम 2.5 का मूल्य डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों से अधिक था, जबकि 40% से अधिक दिनों में, ऐसा मूल्य एनएएक्यूएस सीमा से अधिक था।
उन्होंने इसके लिए औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास (सर्दियों में गांवों में इसका उपयोग खाना पकाने और अपशिष्ट जलाने के लिए किया जाता है) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उच्च पीएम 2.5 मान का मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और सांस रोग आदि होते हैं।
बठिंडा में सीआईए प्रभारी लाइन हाजिर:ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर 3 कर्मचारी निलंबित, दिया गया टॉस्क नहीं किया पूरा
बठिंडा में सीआईए प्रभारी लाइन हाजिर:ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर 3 कर्मचारी निलंबित, दिया गया टॉस्क नहीं किया पूरा बठिंडा में ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एसएसपी की बड़ी कार्रवाई करते हुए दिए गए सीआईए स्टाफ के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया और प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसएसपी बठिंडा अमनीत कौर कोंडल द्वारा आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने के आदेश भी दिए हैं। एसएसपी अवनीत कौर कोंडल ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा पूरे पंजाब में बड़े-बड़े ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। नशे को लेकर बठिंडा पुलिस को कुछ टास्क भी दिए गए हैं, लेकिन सीआईए स्टाफ-1 के एएसआई हरिंदर सिंह, सीनियर कांस्टेबल लखबीर सिंह और अमरीक सिंह ने इन कार्यों को पूरा न करके अपने कर्तव्य की अनदेखी की है। यह कर्मचारी सीआईए प्रभारी जसविंदर सिंह की निगरानी में आ रहे थे, जिन्होंने इन कर्मचारियों से कार्यों को पूरा करने का प्रयास नहीं किया, जिसके बाद एसपीडी अजय द्वारा एक पत्र लिखा गया था और कार्रवाई की संस्तुति की गई थी। जिसके बाद एएसआई हरिंदर सिंह, सीनियर कांस्टेबल लखबीर सिंह और अमरीक सिंह को निलंबित कर दिया गया है। प्रभारी जसविंदर सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।