जालंधर के बस्ती दानिश मंदा इलाके में आज (मंगलवार को) एडवोकेट परमिंदर सिंह ढींगरा की गोली लगने से मौत हो गई है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूरे घर को सील कर दिया गया। फिलहाल ढींगरा का शव उनके ही घर के भीतर मौजूद है, जिसे अभी तक बाहर नहीं लाया गया है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। दरअसल, परमिंदर सिंह ढींगरा ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के प्रधान भी थे। घटना के बाद सिख संगठन भी वहां पहुंच गए और मृतक को न्याय दिलाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी जत्थेबंदियों ने इस मौत को संदिग्ध बताते हुए पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप लगाए हैं और मांग की है कि इस घटना की गहराई से जांच की जाए और यदि यह हत्या है, तो दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। ये भी आरोप लगाया कि पुलिस घटना के ढाई घंटे बाद पहुंची है और इसकी पारदर्शिता से जांच नहीं हो रही है। पड़ोसी से मिलकर वापस लौटे थे घर स्थानीय लोगों ने बताया कि परमिंदर सिंह घटना से पहले पड़ोसियों से मिले थे। उनके घर जाने के बाद गोली की आवाज आई। काफी समय तक कोई बाहर ना निकला तो पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस पहुंची और जांच शुरू की गई है। कुछ दिन पहले मनाया था जन्मदिन AISSF के पदाधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि मरने वाले परमिंदर सिंह ढींगरा ने कुछ दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था। जन्मदिन वाले दिन वह गोल्डन टेंपल गए थे। कुछ इसे आत्महत्या से जोड़ रहे हैं, लेकिन वे ऐसा कदम नहीं उठा सकते हैं। फोरेंसिक टीमें भी जांच के लिए पहुंची पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है जो घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र कर रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आत्महत्या है या किसी साजिश के तहत की गई हत्या। पुलिस ने मृतक के परिवार और पड़ोसियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, सिख संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रशासन फिलहाल स्थिति पर नजर बनाए हुए है और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। जालंधर के बस्ती दानिश मंदा इलाके में आज (मंगलवार को) एडवोकेट परमिंदर सिंह ढींगरा की गोली लगने से मौत हो गई है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूरे घर को सील कर दिया गया। फिलहाल ढींगरा का शव उनके ही घर के भीतर मौजूद है, जिसे अभी तक बाहर नहीं लाया गया है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। दरअसल, परमिंदर सिंह ढींगरा ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के प्रधान भी थे। घटना के बाद सिख संगठन भी वहां पहुंच गए और मृतक को न्याय दिलाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी जत्थेबंदियों ने इस मौत को संदिग्ध बताते हुए पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप लगाए हैं और मांग की है कि इस घटना की गहराई से जांच की जाए और यदि यह हत्या है, तो दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। ये भी आरोप लगाया कि पुलिस घटना के ढाई घंटे बाद पहुंची है और इसकी पारदर्शिता से जांच नहीं हो रही है। पड़ोसी से मिलकर वापस लौटे थे घर स्थानीय लोगों ने बताया कि परमिंदर सिंह घटना से पहले पड़ोसियों से मिले थे। उनके घर जाने के बाद गोली की आवाज आई। काफी समय तक कोई बाहर ना निकला तो पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस पहुंची और जांच शुरू की गई है। कुछ दिन पहले मनाया था जन्मदिन AISSF के पदाधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि मरने वाले परमिंदर सिंह ढींगरा ने कुछ दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था। जन्मदिन वाले दिन वह गोल्डन टेंपल गए थे। कुछ इसे आत्महत्या से जोड़ रहे हैं, लेकिन वे ऐसा कदम नहीं उठा सकते हैं। फोरेंसिक टीमें भी जांच के लिए पहुंची पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है जो घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र कर रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आत्महत्या है या किसी साजिश के तहत की गई हत्या। पुलिस ने मृतक के परिवार और पड़ोसियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, सिख संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रशासन फिलहाल स्थिति पर नजर बनाए हुए है और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
