जालंधर देहात पुलिस ने ए कैटेगरी क्रिमिनल गैंग के 7 साथियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक पुलिस मुलाजिम भी शामिल हैं। जो उक्त आरोपियों को क्राइम करने के बाद मदद करता था। आरोपियों से पुलिस ने हथियार, नशा और लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। सभी आरोपी किसी ए कैटेगरी गैंगस्टर के टच में थे। जल्द इसे लेकर जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख प्रेसवार्ता कर जानकारी साझा करेंगे। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किया गया पुलिस मुलाजिम नकोदर की ओर का बताया गया है। जो सभी गैंगस्टरों को लॉजिस्टिक स्पोर्ट देता था। जांच में पुलिस मुलाजिम के शामिल होने की जानकारी पाई गई तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जालंधर देहात पुलिस ने ए कैटेगरी क्रिमिनल गैंग के 7 साथियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक पुलिस मुलाजिम भी शामिल हैं। जो उक्त आरोपियों को क्राइम करने के बाद मदद करता था। आरोपियों से पुलिस ने हथियार, नशा और लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। सभी आरोपी किसी ए कैटेगरी गैंगस्टर के टच में थे। जल्द इसे लेकर जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख प्रेसवार्ता कर जानकारी साझा करेंगे। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किया गया पुलिस मुलाजिम नकोदर की ओर का बताया गया है। जो सभी गैंगस्टरों को लॉजिस्टिक स्पोर्ट देता था। जांच में पुलिस मुलाजिम के शामिल होने की जानकारी पाई गई तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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खन्ना में नहर में कूदा 12वीं पास छात्र:स्कूल की टीचर से प्रेम संबंध, परिवार ने लगाए पति-देवर पर लगाए धमकाने के आरोप
खन्ना में नहर में कूदा 12वीं पास छात्र:स्कूल की टीचर से प्रेम संबंध, परिवार ने लगाए पति-देवर पर लगाए धमकाने के आरोप खन्ना के गांव जटाणा का एक युवक नहर में कूद गया। मामला स्कूल की ही एक टीचर से प्रेम संबंधों का बताया जा रहा है। नहर में बहे युवक के परिवार का आरोप है कि टीचर का पति और देवर उनके बेटे को धमका रहे थे। जिससे डर के कारण करणप्रीत सिंह (19) ने नहर में छलांग लगा दी। उसका कोई सुराग नहीं मिला है। वहीं इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है। रिश्तेदार की बाइक से छलांग लगाकर नहर में कूदा जटाणा गांव निवासी रणधीर सिंह ने बताया कि उनका बेटा करणप्रीत सिंह गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ता था। हाल ही में 12वीं पास की। इस घटना के बाद ही उन्हें पता चला कि करणप्रीत सिंह के स्कूल की एक टीचर के साथ प्रेम संबंध थे। जिसके बारे में टीचर के परिवार को लगा। टीचर का पति तथा देवर कई दिनों से उनके बेटे करणप्रीत सिंह को फोन पर धमकियां दे रहे थे। जिसकी रिकार्डिंग पुलिस को दी गई है। करणप्रीत सिंह कोट गंगूराय से बाइक पर अपने रिश्तेदार के साथ गांव आ रहा था। कटाणी नहर पुल के पास करणप्रीत ने बाइक से छलांग लगाई और नहर में कूद गया। इसे लेकर कटाणी चौकी में पुलिस के पास शिकायत दी गई है। फिलहाल दोराहा नहर में करणप्रीत की तलाश की जा रही है। टीचर और उसके परिवार खिलाफ कार्रवाई की मांग करणप्रीत की दादी सुखदेव कौर और चाची ममता ने कहा कि इस पूरी घटना के लिए टीचर और उसके परिवार के लोग जिम्मेदार हैं। स्कूल में एक टीचर का फर्ज बनता है कि वह बच्चों को अच्छी शिक्षा दे और सही मार्ग पर चलने की नसीहत दी। टीचर ने अपने जाल में करणप्रीत को फंसाया और फिर खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया। उन्हें इंसाफ चाहिए। नहीं तो वे संघर्ष के लिए मजबूर होंगे। तीन थानों से जुड़ा मामला यह मामला तीन थानों से जुड़ा है। करणप्रीत का गांव जटाणा और सरकारी स्कूल थाना सदर खन्ना के अधीन आता है। टीचर दोराहा थाना क्षेत्र की रहने वाली है और दोराहा इलाके में ही करणप्रीत की तलाश की जा रही है। जहां पर छलांग लगाई गई वो हदबंदी लुधियाना कमिश्नरेट कटाणी चौकी की है। इसी कारण पुलिस ने अभी मीडिया को कुछ बताने से इनकार किया। कूमकलां थाना एसएचओ कुलबीर सिंह ने बताया कि दो दिनों से करणप्रीत की तलाश कर रहे हैं। फिलहाल कोई सुराग नहीं मिला। परिवार वालों के बयान दर्ज करके बनती कार्रवाई की जा रही है।
चंडीगढ़ में मेट्रो के अलावा पॉड टैक्सी भी विकल्प:केंद्रीय मंत्री खट्टर ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की, बोले- निजीकरण का फैसला प्रशासन पर
चंडीगढ़ में मेट्रो के अलावा पॉड टैक्सी भी विकल्प:केंद्रीय मंत्री खट्टर ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की, बोले- निजीकरण का फैसला प्रशासन पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज (शुक्रवार) को चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों से मीटिंग की। इस दौरान मेट्रो रेल से लेकर चंडीगढ़ में बिजली के निजीकरण समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। मंत्री ने कहा कि मेट्रो के मुद्दे को लेकर कुछ जानकारियां उनके पास पहले ही थीं, लेकिन कुछ नई जानकारियां मिली हैं। प्रोजेक्ट को लेकर डीपीआर बन रही है। उसी आधार पर हम दिल्ली में बैठकर इस विषय पर स्ट्रेटजी बनाएंगे। उन्होंने साफ किया कि चंडीगढ़ हैरिटज सिटी है। ऐसे में मेट्रो एलिवेटडेट हो या फिर अंडरग्राउंड इस चीज पर भी मंथन किया जा रहा है। वहीं, उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में राइडरशिप उतनी ज्यादा नहीं मिल रही है, जितनी मेट्रो के लिए चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि मीटिंग में कोई और सुझाव भी आया है तो उन्होंने जबाब दिया कि पाॅड टैक्सी का सुझाव आया है। जो कि सड़क के सेंटर वर्ग गज या ग्रीन एरिया में चलाई जा सकती है। जिससे हैरिटेज सिटी को नुकसान नहीं होगा। जिस पर आगे विचार किया जा सकता है। जब पत्रकारों ने कहा कि इसका मतलब है कि मेट्रो नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है। सभी चीजों पर मंथन किया जा रहा है। ऐसी कोई बात नहीं है। वहीं, उन्होंने कहा कि बिजली को लेकर चंडीगढ़ में कोई समस्या नहीं है । आने वाले 5-10 सालों के दौरान जितनी बिजली की जरूरत चंडीगढ़ को होगी वो डिमांड पूरी की जाएगी। हालांकि चंंडीगढ़ में बिजली पैदा नहीं होती है, लेकिन यूटी के बिजली को लेकर अच्छे समझौते हुए हैं। चंडीगढ़ ने 100 इलेक्ट्रिक बसों की मांग रखी
ट्राइसिटी में लोग राेजाना आते जाते हैं। चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली एक कलस्टर है। पच्चीस तीस लाख की आबादी तीनों एरिया की है। ऐसे में इस एरिया पर ज्यादा ई बसें चलाई जा सकती हैं। पंजाब की मीटिंग में इस बारे में सुझाव आया था। जो कि लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा। वहीं, चंडीगढ़ ने पंद्रह साल पुरानी बसों की जगह सौ नई इलेक्टिक बसों की मांग रखी है। उन्होंने उनकी मांग का पूरा समर्थन किया है। निजीकरण का फैसला यूटी को लेना है
बिजली विभाग के निजीकरण के मामले पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट में अपना आदेश दे दिया है। निजीकरण में अगले स्टेप क्या होंगे, इस बारे यूटी प्रशासन अपना निर्णय लेगा। यूटी प्रशासन निजीकरण करना चाहता है। हालांकि इसमें पहले से काम कर रहे मुलाजिमों का नुकसान नहीं होगा। उन्हें पूरे लाभ दिए जाएंगे। मीटिंग में लाल डोरा प्रोजेक्ट के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है। चंडीगढ़ के कूडे़ से बनाएंगे चारकोल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुलाजिमों की हाउसिंग स्कीम पर फैसला कोर्ट के आदेश के मुताबिक लिया जाएगा। वहीं, वेस्ट मैनेजमेंट पर यहां काम चल रहा है। एक डंपिंग साइट पर लोगों को दिक्कत है। इसलिए यहां पर प्रोसेसिंग प्लांट लगाने पर विचार किया जाएगा। वेस्ट से चारकोल बनाने की प्रक्रिया एनटीपीसी करता है। इसको लेकर प्लानिंग की जाएगी। साथ ही चारकोल बनाकर दूसरे इलाकों को भेजा जाएगा। जम्मू कश्मीर से धारा 370 वापस आने की संभावना नहीं
इससे पहले हरियाणा सचिवालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में अनुच्छेद 370 वापस आने की कोई संभावना नहीं है। अगर यह किसी की साजिश है तो इसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली मीटिंग
मनोहर लाल खट्टर की चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों से यह पहली मीटिंग थी। मीटिंग काफी अच्छे माहौल में हुई है। इससे पहले 14 मार्च 2023 को चंडीगढ़ के तत्कालीन प्रशासक बनबारी लाल पुरोहित ने जब पंजाब और हरियाणा की मीटिंग बुलाई थी। तो मनोहर लाल हरियाणा के सीएम के रूप में मीटिंग में शामिल हुए थे। साथ ही उन्होंने मेट्रो प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई थी।
बरनाला में कर्मचारियों की रोष रैली:सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, कच्चे कर्मचारी नहीं हुए रेगुलर, पेंशनर्स को नहीं मिला डीए
बरनाला में कर्मचारियों की रोष रैली:सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, कच्चे कर्मचारी नहीं हुए रेगुलर, पेंशनर्स को नहीं मिला डीए पंजाब के बरनाला में गवर्नमेंट मुलाजिम और पेंशनर सांझा फ्रंट की की ओर से आज रोष रैली का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार पर वादा खिलाफी के आरोप लगाए गए। प्रदर्शनकारी पंजाब गवर्नमेंट पेंशनर व मुलाजिम सांझा फ्रंट के कन्वीनर भजन सिंह और धनवंत सिंह भट्ठल ने कहा कि आज पंजाब के मुलायम पेंशनर सांझा फ्रंट की तरफ से बरनाला की अनाज मंडी में एक बड़ा इकट्ठा करके और रोष रैली की जा रही है। जिसमें पेंशनरों की लंबित मांगों पर विचार चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार पिछले 2 वर्षों से मुलाजिमों व पेंशनरों की कोई भी मांग नहीं मान रही। जिस कारण इन मांगों को मनवाने के लिए और राज्य वर्ग की पेंशन संघर्ष का रास्ता अपना रहे हैं। किया वादा पूरा नहीं कर रही सरकार उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने नई सरकार बनने से पहले वादा किया था कि समूह कच्चे के कर्मचारियों को रेगुलर किया जाएगा, परंतु अभी तक इस मांग को पूरा नहीं किया गया। जिन मुलाजिमों को रेगुलर किया गया है, उनकी बहुत कम सेलरी बढ़ाई गई है, जबकि अन्य कोई भी सहूलियत उन्हें नहीं दी जा रही। सरकार ने अपने वादे के अनुसार पुरानी पेंशन बहाली पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। पेंशनर्स की लटकी डीए किस्त पेंशनरों की तीन डीए की किस्तें अभी तक लटक रही है जिन्हें जारी नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा मुलाजिम और पेंशनरों की और भी अन्य कई मांगों को सरकार नहीं सुन रही है। जिसे पूरा करवाने के लिए समूह पंजाब के पेंशनर्स इकट्ठे होकर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगों को पूरा ना किया गया तो आने वाली पंजाब की उप चुनाव में सरकार का विरोध किया जाएगा।