जालंधर में BJP-कांग्रेस का वोटिंग से पहले हंगामा:भाजपा बोली-स्कॉर्पियो में AAP नेताओं की शराब; MP चन्नी ने कहा-आप नेता सूट बांट रहे

जालंधर में BJP-कांग्रेस का वोटिंग से पहले हंगामा:भाजपा बोली-स्कॉर्पियो में AAP नेताओं की शराब; MP चन्नी ने कहा-आप नेता सूट बांट रहे

जालंधर में विधानसभा उप चुनाव से पहले एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी के अंदर से बीजेपी के प्रत्याशी शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल द्वारा शराब पकड़ ली गई और एरिया में जमकर हंगामा कर दिया गया। साथ ही चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा सूट बांटे जा रहे हैं। गाड़ी के अंदर से आम आदमी पार्टी के पोस्टर पड़े थे। साथ ही आरोप लगाया गया कि उक्त गाड़ी में एक पेटी शराब की पड़ी थी। मौके पर पहुंचे डीएसपी संजय द्वारा किसी तरह मामला शांत करवाया गया। पूर्व विधायक शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल ने आरोप लगाया है कि उक्त गाड़ी के ड्राइवर द्वारा एससी भाईचारे को आपत्तिजनक शब्दावली भी बोली गई। इस दौरान राजन अंगुराल ने कहा कि, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस ने मौके पर जब गाड़ी चेक की तो उसके अंदर से कुछ शराब की बोतलें भी मिली हैं। हालांकि गाड़ी के अंदर बैठे व्यक्ति ने कहा कि वह सूट लेने के लिए आया था, गाड़ी के अंदर से सूट भी बरामद किए गए थे। गाड़ी के ऊपर भारतीय वायु सेना का स्टीकर भी लगा हुआ था। चन्नी बोले- ये सूट आम आदमी पार्टी बांट रही पूर्व सीएम और जालंधर से नव निर्वाचित सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने अवतार नगर के पास सूट बांटते हुए पकड़ा। चन्नी ने आरोप लगाया है कि उक्त सूट लोगों को आम आदमी पार्टी द्वारा बांटे जा रहा है। चन्नी ने कहा कि, आप को सूट लेकर वोट नहीं पड़ेंगे। इसलिए काम करना पड़ता है, जोकि आप ने नहीं किया। हालांकि बाद में चन्नी ने जो लोग सूट लेने आए थे, उन्हें सूट लेकर जाने दिया। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उप चुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं। जालंधर में विधानसभा उप चुनाव से पहले एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी के अंदर से बीजेपी के प्रत्याशी शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल द्वारा शराब पकड़ ली गई और एरिया में जमकर हंगामा कर दिया गया। साथ ही चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा सूट बांटे जा रहे हैं। गाड़ी के अंदर से आम आदमी पार्टी के पोस्टर पड़े थे। साथ ही आरोप लगाया गया कि उक्त गाड़ी में एक पेटी शराब की पड़ी थी। मौके पर पहुंचे डीएसपी संजय द्वारा किसी तरह मामला शांत करवाया गया। पूर्व विधायक शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल ने आरोप लगाया है कि उक्त गाड़ी के ड्राइवर द्वारा एससी भाईचारे को आपत्तिजनक शब्दावली भी बोली गई। इस दौरान राजन अंगुराल ने कहा कि, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस ने मौके पर जब गाड़ी चेक की तो उसके अंदर से कुछ शराब की बोतलें भी मिली हैं। हालांकि गाड़ी के अंदर बैठे व्यक्ति ने कहा कि वह सूट लेने के लिए आया था, गाड़ी के अंदर से सूट भी बरामद किए गए थे। गाड़ी के ऊपर भारतीय वायु सेना का स्टीकर भी लगा हुआ था। चन्नी बोले- ये सूट आम आदमी पार्टी बांट रही पूर्व सीएम और जालंधर से नव निर्वाचित सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने अवतार नगर के पास सूट बांटते हुए पकड़ा। चन्नी ने आरोप लगाया है कि उक्त सूट लोगों को आम आदमी पार्टी द्वारा बांटे जा रहा है। चन्नी ने कहा कि, आप को सूट लेकर वोट नहीं पड़ेंगे। इसलिए काम करना पड़ता है, जोकि आप ने नहीं किया। हालांकि बाद में चन्नी ने जो लोग सूट लेने आए थे, उन्हें सूट लेकर जाने दिया। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उप चुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर