जींद में जिला बागवानी अधिकारी विजय पन्नू समेत तील लोग पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने रंगे हाथ गिरफ्तार हुए। आरोपियों ने पॉली हाऊस लगाने के बाद दी जाने वाली सब्सिडी जारी करने के एवज में पांच लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम की शिकायत मिली थी। जिसे में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना के तहत पोली हाउस इंस्टॉल करवाया था। यह योजना बागवानी विभाग द्वारा संचालित की जाती है, जिसके तहत पोली हाउस लगाने पर राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी के एवज में मांगे पांच लाख शिकायतकर्ता ने बताया कि जिला बागवानी अधिकारी विजय पन्नू द्वारा सब्सिडी उपलब्ध करवाने के बदले में उससे पांच लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। एसीबी की टीम ने तथ्यों की जांच पड़ताल करते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई। आरोपी निजी व्यक्ति कुलवंत तथा ड्राइवर पवन को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। करनाल के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मामला दर्ज करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जींद में जिला बागवानी अधिकारी विजय पन्नू समेत तील लोग पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने रंगे हाथ गिरफ्तार हुए। आरोपियों ने पॉली हाऊस लगाने के बाद दी जाने वाली सब्सिडी जारी करने के एवज में पांच लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम की शिकायत मिली थी। जिसे में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना के तहत पोली हाउस इंस्टॉल करवाया था। यह योजना बागवानी विभाग द्वारा संचालित की जाती है, जिसके तहत पोली हाउस लगाने पर राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी के एवज में मांगे पांच लाख शिकायतकर्ता ने बताया कि जिला बागवानी अधिकारी विजय पन्नू द्वारा सब्सिडी उपलब्ध करवाने के बदले में उससे पांच लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। एसीबी की टीम ने तथ्यों की जांच पड़ताल करते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई। आरोपी निजी व्यक्ति कुलवंत तथा ड्राइवर पवन को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। करनाल के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मामला दर्ज करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट बोलीं-भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा
विनेश फोगाट बोलीं-भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था, यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई। विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थी। विनेश से हुए सवाल-जवाब पढ़िए सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया?
विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे एप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं। सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की?
विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए। सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता।
विनेश: यह सच है। दुर्भाग्य है देश का है। ये इतनी इगो पर बात ले गए कि वह मेडल मेरा था। वह मेरा नहीं देश का मेडल था। देश चाहता तो ला सकता था। वह कौन नहीं लेकर आए, सबको पता है। सवाल: विनेश का कैसे, वह मेडल तो भारत का था?
जवाब: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली। मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का
कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है। बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा
पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जाती। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देगी। विनेश फोगाट मामले में क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. पेरिस ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। 6. खेल कोर्ट ने याचिका खारिज की
विनेश फोगाट की याचिका पर खेल कोर्ट में सुनवाई चली। हालांकि पेरिस ओलिंपिक के बाद इसका फैसला आया। जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद विनेश बिना मेडल के ही देश वापस लौटी। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पैतृक गांव बलाली तक उनका काफिले के तौर पर स्वागत किया गया।
सोनीपत ड्रेन में डूबे छात्र का शव मिला:भारी मशीनों से पानी निकालकर सीवरेज सुखाया, फिर दिखी लाश; पोस्टमार्टम आज
सोनीपत ड्रेन में डूबे छात्र का शव मिला:भारी मशीनों से पानी निकालकर सीवरेज सुखाया, फिर दिखी लाश; पोस्टमार्टम आज हरियाणा के सोनीपत में मुरथल रोड पर मंगलवार को खुले नाले में 13 वर्षीय छात्र डूब गया। देर रात तक उसकी तलाश की गई। नगर निगम ने नाले से पानी निकालने के लिए भारी मशीनों का इस्तेमाल किया। जिसके बाद छात्र नाले में बेहोश पड़ा मिला। इसके बाद उसे बाहर निकाला गया। बाहर निकालने के बाद उसे तुरंत नागरिक अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव का पंचनामा भरकर शवगृह में रखवा दिया गया। शव का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। पिता खुद उतरे बेटे को तलाशने, लेकिन नहीं मिली सफलता नाले में गिरे विवेक के पिता राजू ने बताया कि उनका बेटा सीमेंटेड नाले से होकर मुरथल अड्डा चौक की तरफ जा रहा था। वह अचानक खुले मेन हॉल से नीचे गिर गया और पानी में डूब गया। इस दौरान जब उनके छोटे बेटे ने उन्हें बताया तो वह मौके पर पहुंचे और खुद नाले में उतरकर 13 वर्षीय बच्चे विवेक को तलाशने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहे। पिता ने बताया कि अगर खुले मेन हॉल को ढक्कन से ढक दिया जाता तो वह गिरने से बच सकते थे। गोताखोरों और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को मौके पर बुलाया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले नगर निगम के जरिए ड्रेन नंबर 6 को पक्का किया गया था। जिसके बाद इस सीवरेज का ढक्कन नहीं लगाया गया। राजकीय स्कूल में पढ़ता था छात्र
उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं के गांव मयाऊ निवासी राजू उर्फ चेतन करीब आठ साल से परिवार सहित मुरथल रोड स्थित आदर्श नगर में रहते हैं। उनका बेटा विवेक (13) मुरथल अड्डा के पास स्थित राजकीय स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ता है। विवेक मंगलवार दोपहर बाद स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर पर अपना बैग रखकर छोटे भाई पवन और पड़ोस के एक अन्य बच्चे के साथ मुरथल रोड की तरफ मंडी से खाने का सामान लेने गया था। वापस आते समय वह ड्रेन पर खुले मैनहोल में गिर गया। उनके साथ चल रहा उनका भाई पवन रोने लगा। राहगीरों ने पूछा तो उसने भाई के मैनहोल में गिरने की बात कही। पिता राजू मौके पर पहुंचे और खुद मैनहोल में उतर गए। पुलिस, नगर निगम और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। ड्रेन में एक तरफ का पानी रोक कर ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ ड्रेन में उतरे गोताखोरों ने बालक की तलाश की। देर रात छात्र का शव बरामद किया गया।
रोहतक में जीजा-साले को मोटरसाइकिल ने मारी टक्कर:2 बच्चों के पिता की मौत, 3 घायल, ससुराल आया था मृतक कार मैकेनिक
रोहतक में जीजा-साले को मोटरसाइकिल ने मारी टक्कर:2 बच्चों के पिता की मौत, 3 घायल, ससुराल आया था मृतक कार मैकेनिक रोहतक के गांव फरमाणा में सड़क किनारे बैठे जीजा-साले को मोटरसाइकिल ने टक्कर मार दी। इस एक्सीडेंट में जीजा-साले व मोटरसाइकिल सवार 2 युवकों को चोटें आई। जिन्हें घायल अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। चिकित्सकों ने 2 बच्चों के पिता कार मैकेनिक को मृत घोषित कर दिया। मृतक सोनीपत के गांव बनवासा से अपनी पत्नी के साथ ससुराल आया हुआ था। रोहतक के गांव फरमाणा खास निवासी बंटी ने महम पुलिस थाने में एक्सीडेंट की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि उसके चाचा की लड़की प्रवीण की शादी करीब 8 साल पहले सोनीपत के गांव बनवासा में हो रखी है। 11 जुलाई को उसके चाचा की लड़की प्रवीण अपने पति विजय के साथ अपने मायके में आई हुई थी। इसके बाद वह अपने जीजा विजय व चचेरे भाई नवीन के साथ तीनों गांव फरमाणा से सैमाण रोड की तरफ घूमने गए थे। इसी दौरान तीनों का कुएं पर नहाने का मन हुआ तो बंटी अपने जीजा विजय व चचेरे भाई नवीन को सैमाण रोड पर ही छोड़कर नहाने का समान लेने चला गया। रोड पर बैठे जीजा-साले को मारी टक्कर
बंटी ने बताया कि जब वह रात करीब साढ़े 8 बजे वापस आ रहा था तो देखा कि उसका भाई नवीन व जीजा विजय रोड के किनारे बैठे थे। इसी दौरान गांव सैमाण की तरफ से एक मोटरसाइकिल आई, जिस पर 2 युवक सवार थे। मोटरसाइकिल चालक ने तेज रफ्तार में लापरवाही से मोटरसाइकिल चलाते हुए नवीन व विजय को सीधी टक्कर मार दी। जिसके कारण विजय व नवीन को काफी चोटें लगी। वहीं मोटरसाइकिल सवार आगे चलकर गिर गए। जिसके कारण मोटरसाइकिल सवार दोनों युवक गांव फरमाणा निवासी जतिन व रोहित भी घायल हो गए। 2 बच्चों के पिता थे कार मैकेनिक
उन्होंने बताया कि प्राइवेट वाहन का इंतजाम करके चारों घायलों को उपचार के लिए महम अस्पताल में भर्ती करवाया। महम अस्पताल से विजय व नवीन को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। रोहतक पीजीआई में इलाज के दौरान शुक्रवार को उसके जीजा विजय ने दम तोड़ दिया। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। उन्होंने बताया कि उसके जीजा विजय कार मैकेनिक थे और वे दो बच्चों के पिता थे। बड़ा लड़का करीब 6 साल का और छोटी बेटी करीब 2 साल की हैं। मोटरसाइकिल चालक के खिलाफ केस दर्ज
महम थाना के जांच अधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव फरमाणा में मोटरसाइकिल ने दो युवकों को टक्कर मार दी। इस हादसे में 4 लोग घायल हुए थे। जिनमें से एक की मौत हो गई। वहीं अन्य तीन लोगों को चोटें आई है। जिसके बाद मृतक विजय के साले बंटी की शिकायत के आधार पर मोटरसाइकिल चालक के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।