जींद जिले के उचाना विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के दिलबाग संडील को धमकी की मिली है कि वह चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो जान से मार देंगे। बुधवार रात रास्ता रोककर बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें धमकी दी है। इसके बाद दिलबाग संडील अपने समर्थकों के साथ लघु सचिवालय में पहुंचे। यहां उन्होंने एसपी को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। निर्दलीय प्रत्याशी दिलबाग संडील ने एसपी को दी शिकायत में बताया कि 11 सितंबर को गांव लुदाना निवासी काला गाड़ी में सवार होकर आया और गाड़ी के ऊपर लगे लाउडस्पीकर पर उसके बारे में गलत शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि वह लोगों के पैसे ठगता है। उसे बदनाम करने की नीयत से इस तरह का दुर्व्यवहार किया है। जबकि उसके साथ मेरा कोई लेना देना नहीं है। उसने बताया कि फरवरी माह में भी उनके डीपी ग्रुप के कार्यालय में आया था और उसने कहा था कि चुनाव नहीं लड़ना है, नहीं तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा देंगे। चुनावी कार्यालय से घर जा रहा था दिलबाग दिलबाग ने बताया कि 11 सितंबर की रात को वह उचाना में अपने चुनावी कार्यालय से घर पर आ रहा था। जब वह हुडा के जलघर के पास पहुंचा तो रास्ते में मोटरसाइकिल सवार दो युवक मिले और उन्होंने गाड़ी रोक ली। जहां पर आरोपियों ने उसको नीचे आने के लिए कहा। दिलबाग ने काला पर जताया शक उनके कहने पर वह नीचे उतर गया और साइड में ले गए। युवकों ने धमकी दी कि वह उचाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो सको जान से मार देंगे। उसने बताया कि उसको शक है कि युवकों के पास उस समय हथियार था और उसको धमकी गांव लुदाना निवासी काला ने दिलाई है। जींद जिले के उचाना विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के दिलबाग संडील को धमकी की मिली है कि वह चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो जान से मार देंगे। बुधवार रात रास्ता रोककर बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें धमकी दी है। इसके बाद दिलबाग संडील अपने समर्थकों के साथ लघु सचिवालय में पहुंचे। यहां उन्होंने एसपी को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। निर्दलीय प्रत्याशी दिलबाग संडील ने एसपी को दी शिकायत में बताया कि 11 सितंबर को गांव लुदाना निवासी काला गाड़ी में सवार होकर आया और गाड़ी के ऊपर लगे लाउडस्पीकर पर उसके बारे में गलत शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि वह लोगों के पैसे ठगता है। उसे बदनाम करने की नीयत से इस तरह का दुर्व्यवहार किया है। जबकि उसके साथ मेरा कोई लेना देना नहीं है। उसने बताया कि फरवरी माह में भी उनके डीपी ग्रुप के कार्यालय में आया था और उसने कहा था कि चुनाव नहीं लड़ना है, नहीं तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा देंगे। चुनावी कार्यालय से घर जा रहा था दिलबाग दिलबाग ने बताया कि 11 सितंबर की रात को वह उचाना में अपने चुनावी कार्यालय से घर पर आ रहा था। जब वह हुडा के जलघर के पास पहुंचा तो रास्ते में मोटरसाइकिल सवार दो युवक मिले और उन्होंने गाड़ी रोक ली। जहां पर आरोपियों ने उसको नीचे आने के लिए कहा। दिलबाग ने काला पर जताया शक उनके कहने पर वह नीचे उतर गया और साइड में ले गए। युवकों ने धमकी दी कि वह उचाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो सको जान से मार देंगे। उसने बताया कि उसको शक है कि युवकों के पास उस समय हथियार था और उसको धमकी गांव लुदाना निवासी काला ने दिलाई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में विधायक और SDO के बीच घमासान:नरेश सेलवाल बोले- दुर्व्यवहार किया, चीफ सेक्रेटरी को लिखा पत्र; एसडीओ ने कहा- मुझे धमकाया हरियाणा में हिसार जिले की उकलाना विधानसभा में कांग्रेस विधायक और बिजली निगम के SDO के बीच घमासान मच गया है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ उच्च अधिकारियों को पत्र लिख दिया है। कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने उकलाना में बिजली विभाग के SDO पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने, अपमानित करने, जनता को परेशान करने के गम्भीर आरोप लगाए हैं और SDO के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री, मुख्य सचिव, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर शिकायत की है। वहीं दूसरी ओर SDO ने भी बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता को पत्र लिखकर विधायक नरेश सेलवाल पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। दोनों की ओर से लिखे पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। विधायक की ओर से मुख्य सचिव को लिखा पत्र… विधायक बोले- SDO नहीं उठाता फोन उकलाना के नव निर्वाचित कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने बताया कि क्षेत्र में बिजली विभाग की कई समस्याएं आ रही हैं। इसको लेकर SDO को बार-बार कॉल कर रहे थे, लेकिन बार-बार कॉल करने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं किया और ना ही बैक कॉल की। जनता की आ रही बार-बार शिकायतों के बाद आखिरकार वह 22 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे SDO के कार्यालय में पहुंचे। जब वह कार्यालय के पास पहुंचे तो देखा कि वहां पर उकलाना हलके के विभिन्न गांव के 10-15 लोग खड़े थे। जब उन्होंने कार्यालय के बाहर खड़े लोगों से बातचीत की तो इन लोगों ने आरोप लगाया कि वह बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर यहां पहुंचे थे, लेकिन SDO उनसे ना तो मिल रहे हैं और ना ही कार्यालय के अंदर जाने दिया जा रहा। कार्यालय में घुसने नहीं दिया, बदमीजी की विधायक ने बताया कि मैंने SDO से मुलाकात का समय मांगा तो उसने समय नहीं दिया। इसके बाद जनता के काम के लिए मुझे जबरन कार्यालय घुसना पड़ा। मुझे देखकर SDO आग बबूला हो गया और कहने लगा कि आप किससे पूछकर अंदर आए हो। मैंने उसे अपना परिचय दिया और कहा कि मैं जनता द्वारा चुना प्रतिनिधि हूं। आप मेरे फोन नहीं उठाते और जब मैं मिलने आया हूं तो अंदर नहीं आ रहे यह क्या उचित है। इसके बाद SDO ने ऊंची आवाज में कहा कि मैं आप लोगों के लिए यहां नहीं बैठा हूं। रही बात विधायकों के फोन उठाने की तो 90 विधायक हैं किस-किस के फोन उठाऊंगा। क्या किसे चुने गए प्रतिनिधि को जनता के सामने अपमानित करना उचित है?। SDO की ओर से XEN को लिखा पत्र… SDO ने XEN को लिखा पत्र, कहा- विधायक ने धमकी दी वहीं, विधायक के पत्र के जवाब में SDO ने भी अपने सीनियर अधिकारी XEN को पत्र लिखा है। SDO ने लिखा कि विधायक 8 से 10 लोगों के साथ मेरे कार्यालय आए और मैं उनसे कुछ पाता इससे पहले ही उन्होंने बिना बातचीत के कहा कि मैं विधायक हूं 2 मिनट में घर बैठा दूंगा, तरीके से रहना सीख लो। उनके साथ आए लोगों ने कहा कि हमारे गांव में आना बिजली वालों को पकड़ कर पीटेंगे कोई बचाने नहीं आएगा। उनके द्वारा कार्यालय में आकर धमकी दी गई। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनके बातचीत करने का तरीका सही नहीं था।
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इस सीट पर पूर्व में देवीलाल भी विधायक रहे हैं। बाद में यह सीट आरक्षित हो गई। 2009 अनारक्षित हुई तो देवीलाल के पोते अजय चौटाला यहां से विधायक बने। जेबीटी भर्ती मामले में उन्हें जेल होने पर 2014 में उनकी पत्नी नैना चौटाला यहां से इनेलो के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचीं। 2019 में मुकाबले अमित सिहाग और आदित्य देवीलाल में रहा, जिसमें अमित जीते। यानी इस सीट पर लगभग हर बार देवीलाल परिवार का ही कब्जा रहा है।
नायब सैनी के शपथ ग्रहण में NDA का शक्ति प्रदर्शन:33 एकड़ का होगा समारोह स्थल; पूर्व CM ओपी चौटाला, हुड्डा, दुष्यंत को भी न्योता
नायब सैनी के शपथ ग्रहण में NDA का शक्ति प्रदर्शन:33 एकड़ का होगा समारोह स्थल; पूर्व CM ओपी चौटाला, हुड्डा, दुष्यंत को भी न्योता हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा 17 अक्टूबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को यादगार बनाने की तैयारी कर रही है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा अन्य शीर्ष केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा भाजपा शासित 11 राज्यों और NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, एनडीए में शामिल घटक दलों के प्रमुख और भाजपा के दिग्गज नेता भी मौजूद रहेंगे। भाजपा इस शपथ समारोह के जरिये इंडिया गठबंधन (INDIA) के मुकाबले एनडीए की एकजुटता और शक्ति का प्रदर्शन करेगी। हरियाणा के नतीजों से भाजपा को अगले कुछ महीनों में तीन राज्यों महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में होने वाले चुनावों के लिए संजीवनी मिल गई है। इस जीत का संदेश भाजपा पूरे देश में देना चाहती है, ताकि महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में उसे फायदा मिल सके। 33 एकड़ का है ग्राउंड भाजपा के प्रदेश मीडिया सलाहकार अरविंद सैनी ने बताया कि शपथ ग्रहण यादगार बनाने के लिए 33 एकड़ के ग्राउंड में समारोह किया जा रहा है। इस समारोह में 50 हजार से एक लाख लोग आएंगे। सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। चूंकि समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं, इसलिए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। समारोह में थ्री लेयर सिक्योरिटी होगी। चंडीगढ़ और हरियाणा पुलिस मिलकर सुरक्षा के इंतजामों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। विपक्षी दलों के नेता भी होंगे मेहमान सैनी ने बताया कि देश में पहली बार किसी राज्य में इतना भव्य शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है। विपक्षी नेताओं को भी समारोह में बुलाया जाएगा। इनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला, इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व अन्य नेता शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा को आगे बढ़ाने में हर किसी का योगदान रहा है। राजनीति अपनी जगह है। इसलिए विपक्ष के नेताओं को भी शपथ समारोह में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया है। ड्रोन दीदी, प्रगतिशील किसान को भी निमंत्रण समारोह को यादगार बनाने के लिए भाजपा ने पूरी तैयारी की है। भाजपा प्रवक्ता व सीएम के पूर्व मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय ने बताया कि समारोह में ड्रोन दीदी, प्रगतिशील किसान, सफाई कर्मचारी, उद्योगपतियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। इन सभी के बैठने के लिए अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं। सरकार की योजनाओं के लाभार्थी और प्रमुख खिलाड़ियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। इसलिए चुना गया 17 अक्टूबर का दिन 17 अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती है। इस दिन शपथ ग्रहण समारोह रखकर भाजपा दलित वर्ग को बड़ा संदेश देना चाहती है। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में झटका खा चुकी बीजेपी इस बार दलित वर्ग पर विशेष ध्यान दे रही है। विधानसभा चुनाव में सभी दलों ने दलितों को साधने के लिए पूरे प्रयास किए थे। दलों ने आरक्षण खत्म करने और संविधान में बदलाव को लेकर चुनावी तीर एक दूसरे पर साधे थे।