हरियाणा के जींद में एक युवक से उत्तर प्रदेश में फोरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपए हड़प लिए। उसे फर्जी जॉइनिंग लैटर थमा दिया। जींद सिटी थाना में पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जींद सिटी थाना में दी शिकायत में गांव बिशनपुरा निवासी दीपक ने बताया कि उनके संपर्क में पटियाला चौक जींद निवासी अनिल पाल व सुनील पाल आए थे। दोनों ने कहा कि वे नौकरी लगवाने का काम करते हैं और उनकी उत्तर प्रदेश में नौकरी लगवा देंगे। वह उनकी बातों में आ गए और खुद समेत गांव के ही विनोद और घिमाना गांव निवासी साहिल को नौकरी लगवाने के लिए बात की। दोनों को विनोद ने 12 लाख, साहिल ने 12 लाख व दीपक ने एक लाख रुपए दे दिए। रुपए लेने के बाद वे उनको लखनऊ ले गए। वहां पर तीन माह तक रखा और इसी दौरान उनको फोरेस्ट गार्ड का जॉइनिंग लेटर व आई कार्ड दे दिया। जब उन्होंने इनकी जांच करवाई तो वे फर्जी मिले। बाद में आरोपियों ने यह कहकर वापस भेज दिया कि उनका काम करवाने में कुछ समय लगेगा, लेकिन उसके बाद उनकी नौकरी नहीं लगवाई। बाद में उनसे रुपए वापस मांगे तो देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने पटियाला चौक निवासी अनिलपाल व सुनीलपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। हरियाणा के जींद में एक युवक से उत्तर प्रदेश में फोरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपए हड़प लिए। उसे फर्जी जॉइनिंग लैटर थमा दिया। जींद सिटी थाना में पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जींद सिटी थाना में दी शिकायत में गांव बिशनपुरा निवासी दीपक ने बताया कि उनके संपर्क में पटियाला चौक जींद निवासी अनिल पाल व सुनील पाल आए थे। दोनों ने कहा कि वे नौकरी लगवाने का काम करते हैं और उनकी उत्तर प्रदेश में नौकरी लगवा देंगे। वह उनकी बातों में आ गए और खुद समेत गांव के ही विनोद और घिमाना गांव निवासी साहिल को नौकरी लगवाने के लिए बात की। दोनों को विनोद ने 12 लाख, साहिल ने 12 लाख व दीपक ने एक लाख रुपए दे दिए। रुपए लेने के बाद वे उनको लखनऊ ले गए। वहां पर तीन माह तक रखा और इसी दौरान उनको फोरेस्ट गार्ड का जॉइनिंग लेटर व आई कार्ड दे दिया। जब उन्होंने इनकी जांच करवाई तो वे फर्जी मिले। बाद में आरोपियों ने यह कहकर वापस भेज दिया कि उनका काम करवाने में कुछ समय लगेगा, लेकिन उसके बाद उनकी नौकरी नहीं लगवाई। बाद में उनसे रुपए वापस मांगे तो देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने पटियाला चौक निवासी अनिलपाल व सुनीलपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नारनौल में आई हॉस्पिटल पर रेड, बंद कराया:हेल्थ विभाग टीम को नहीं मिला लाइसेंस; अस्पताल की प्रदेश में चार ब्रांचें हरियाणा के नारनौल में बिना स्वास्थ्य विभाग के लाइसेंस के एक आंखों का अस्पताल चलता पाया गया। इस अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेड की है। टीम ने जब अस्पताल संचालक से लाइसेंस मांगा तो उसके पास लाइसेंस नहीं मिला। वहीं अस्पताल के अंदर अनेक अनियमितताएं भी पाई गई। बताया जा रहा है कि अस्पताल में प्रशिक्षित स्टाफ भी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की छापामारी के बाद अस्पताल बंद कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने जल्द रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही है। जानकारी अनुसार नारनौल शहर के सिंघाना रोड स्थित राजा गार्डन के सामने कृष्णा आई केयर के नाम से अस्पताल चल रहा है। यह अस्पताल पहले महेंद्रगढ़ रोड पर चल रहा था। इस अस्पताल की हरियाणा में चार ब्रांच हैं। राजा गार्डन के सामने चल रहे इस अस्पताल के चिकित्सक ने हरियाणा मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन नही करवाया था। जिसकी शिकायत किसी ने स्वास्थ्य विभाग ने कर दी। शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वहां पर दो दिन पूर्व छापेमारी की। छापेमारी के दौरान अस्पताल में एक चिकित्सक आंखों का आपरेशन करता पाया गया। जिससे हरियाणा में प्रैक्टिस करने का लाइसेंस मांगा गया तो वह वैध लाइसेंस नहीं दिखा पाया। वहीं टीम को यह भी पाया गया कि अस्पताल में प्रशिक्षित स्टाफ भी नहीं था। जिसके बाद टीम ने अस्पताल संचालक को लाइसेंस आने तक अस्पताल बंद रखने के लिए कहा गया। इस पर अस्पताल को बंद कर दिया गया। वही इस बारे में अस्पताल के एचआर राजेश गिरी ने बताया कि हरियाणा में चिकित्सक को प्रैक्टिस करने के लिए हरियाणा मेडिकल काउंसिल से लाइसेंस लेना पड़ता है। लेकिन हमारे यहां काम करने वाले डॉक्टर ने अभी हरियाणा का लाइसेंस नहीं लिया था, जबकि उसके पास अन्य जगह का लाइसेंस है। उनकी किसी ने स्वास्थ्य विभाग को शिकायत की थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आकर वहां पर जांच की है। इसके बाद अस्पताल को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। वही इस बारे में सीएमओ रमेश आर्य ने बताया कि उनके पास अस्पताल की शिकायत आई थी। जिसके बाद उन्होंने वहां पर इंस्पेक्शन टीम को भेजा था। अभी उनके पास इंस्पेक्शन टीम की रिपोर्ट नहीं आई है। जब इंस्पेक्शन टीम की रिपोर्ट आएगी तब ही वे इस बारे में कुछ कह सकते हैं।
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हरियाणा में मंत्री बनते ही एक्शन में आए अनिल विज:अफसरों के बैठक में नहीं आने पर भड़के; कहा- क्या पहली बार मंत्री बन रहा हूं, लीव द रूम हरियाणा में नई सरकार का गठन हो गया है। सीएम नायब सैनी के अलावा कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली। अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है। अपने अंदाज के लिए मशहूर अनिल विज मंत्री बनते ही एक्शन में नजर आए। कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अनिल विज अंबाला कैंट पहुंचे और यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। हालांकि बाद में अफसरों के साथ मीटिंग में अनिल विज अपने पुराने तेवर में दिखे और नाराज हो गए। दरअसल, अनिल विज ने अफसरों के साथ मीटिंग बुलाई थी, लेकिन एडीसी और एसडीएम के अलावा कुछ ही अफसर मीटिंग में पहुंचे थे और इस पर विज नाराज हो गए। विज एक्शन में दिखे और उन्होंने अफसरों से जवाब मांगा तो अफसर इधर-उधर देखने लगे। आपको बता दें कि मीटिंग में एडीसी अपराजिता और एसडीएम सितिंदर सिवाच के अलावा कोई और प्रशासनिक अफसर नहीं पहुंचा था। विज बोले- मैं पहली बार मंत्री नहीं बना इस दौरान विज ने अधिकारियों से साफ कहा, मैं पहली बार मंत्री नहीं बना हूं। उन्होंने यह भी कहा कि अब सब ऑफिसर कमरे से बाहर चले जाएं। ’लीव द रूम, हम बाद में देख लेंगे। अनिल विज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा और पूछा जाएगा कि वे बैठक में क्यों नहीं आए। अगर लापरवाही मिली तो कार्रवाई भी होगी। विज ने कहा वो चाहते थे कि अधिकारी मौजूद रहे, ताकि काम पर बात हो सके। शासन और प्रशासन को मिलकर ही विकास का पहिया चलाना होता है। 2 बजे ही विज ने कर दिया था मैसेज विज ने कहा कि 2 बजे सभी को मैसेज भेज दिया गया था, लेकिन 6 बजे तक भी अधिकारी यहां नहीं पहुंच सके। विज ने बाद में मीटिंग कैंसल कर दी। उन्होंने कहा कि मैं पता करूंगा कि अधिकारी क्यों नहीं आए, जबकि सभी अधिकारियों को आना चाहिए था। बाद में मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने कहा कि तीसरी बार प्रदेश में बीजेपी ने अपने दम पर सरकार बनाई है। उन्होंने इसे देश और प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। हम जनता की नब्ज पहचानते हैं विज ने कहा, आजादी के बाद से आज तक जो भी सरकारें बनी है वो एक दूसरे नकारात्मक कामों को उजागर करके ही बनीं और पहली बार कोई सरकार काम के आधार पर बनी है। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया और कहा कि आगे भी हमने काम करना है। इस दौरान विज ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि हम चुनाव के दौरान जनता की नब्ज को पहचानते हैं। उन्होंने कहा कि वो क्या डॉक्टर है, जो जनता की नब्ज न पहचान सके। उसे तो अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए।