जीत के बाद नसीम सोलंकी का पहला इंटरव्यू:बोलीं- सीसामऊ सीट इरफान की थी, उन्हीं की रहेगी; बड़े संघर्ष से जीत पाई हूं

जीत के बाद नसीम सोलंकी का पहला इंटरव्यू:बोलीं- सीसामऊ सीट इरफान की थी, उन्हीं की रहेगी; बड़े संघर्ष से जीत पाई हूं

कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी ने जीत दर्ज की। सबसे पहले नसीम सोलंकी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- ये चुनाव बहुत संघर्ष के बाद जीत पाई हूं। यह सीट इरफान की थी, उन्हीं की है और आगे भी उन्हीं की रहेगी। पुलिस और प्रशासन की दखल न होती तो जीत और बड़ी होती। अभी 8-साढ़े आठ हजार वोटों से जीती हूं, वरना 28 हजार वोटों से जीतती। दैनिक भास्कर ने नसीम सोलंकी से बात की। पढ़िए बातचीत के अंश… सवाल: पहली जीत पर क्या कहेंगी?
जवाब: ऊपर वाले का धन्यवाद करती हूं। मेरे सभी समर्थकों ने बहुत मेहनत की। जनता सहित सभी का धन्यवाद। सवाल: इरफान सोलंकी से कब मुलाकात करने जा रहीं?
जवाब: सीसामऊ की जनता ने मेरे साथ इंसाफ किया है। सबसे पहले पति से मुलाकात करने जाऊंगी। कल रविवार है, मुलाकात नहीं हो सकती, लेकिन कल यहां से महाराजगंज जाऊंगी। सवाल: पूरे चुनाव आपने इरफान सोलंकी को विधायकजी कहकर पुकारा, आगे क्या कहेंगी?
जवाब: अब मैं विधायक जरूर बन गई हूं, लेकिन वो जिंदगीभर मेरे लिए विधायकजी ही रहेंगे। क्योंकि उन्हीं से मैंने सबकुछ सीखा। सवाल: भाजपा के कटोगे-बंटोगे के नारे पर क्या कहेंगी?
जवाब: मेरे खिलाफ बहुत साजिश रची गई। लेकिन मेरे साथ लोग जुड़े, तभी हम जीते हैं। कोई बंटा नहीं, इसके लिए सीसामऊ की जनता का बहुत-बहुत आभार। सवाल: जीत गई हैं तो सबसे पहले शुक्रिया कहां अदा करेंगी, मजार तो जा ही रहीं, क्या मंदिर भी जाएंगी?
जवाब: सबसे पहले मेरे अल्लाह और ऊपर वाले का शुक्रिया। इसके बाद मेरी जनता जनार्दन, सीसामऊ की जनता ने बहुत साथ दिया। इतना मार खाए। प्रशासन के डंडे खाए। लोग वोट दे पाए होते तो और बड़ी जीत होती। समाजवादी, इंडिया गठबंधन और सोलंकी परिवार का धन्यवाद। सवाल: मतदान के दिन जो हुआ, उस पर क्या कहती हैं?
जवाब: अगर लोग थोड़ा जल्दी निकलते तो परसेंटेज और बढ़ता। बाद में प्रशासन ने सख्ती दिखाई। हम लोगों ने बहुत लड़ाई रही। ——————- सीसामऊ उपचुनाव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए- हारने के बाद सुरेश अवस्थी भावुक, बोले- हिंदू न बंटते, तो ऐसा ना होता कानपुर की सीसामऊ सीट पर हुए उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी ने शुरूआत से बढ़त बनाए रखी। सिर्फ बैलेट वोट में भाजपा के सुरेश अवस्थी आगे दिखे। नसीम सोलंकी ने 8669 वोटों से जीतीं, 20 राउंड की काउंटिंग के बाद यह नतीजे सामने आए। इरफान सोलंकी की सीट पर उनकी पत्नी पहली बार चुनाव लड़ीं। सुरेश अवस्थी ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा- लोकसभा चुनाव से ज्यादा हमें वोट मिला है। हिंदू वोटों में कहीं न कहीं बंटवारा हुआ है। वही हमारी हार की वजह है। यह वोट अगर नहीं बंटता, तो ऐसा नहीं होता। पढ़ें पूरी खबर… सीसामऊ में सपा की नसीम सोलंकी जीतीं, 8629 वोटों से BJP को हराया कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी 8629 वोटों से जीत गई हैं। इरफान सोलंकी को सजा हुई तो उनकी विधायकी चली गई। इसके बाद उपचुनाव हुआ। पहली बार घर से बाहर निकलीं नसीम सोलंकी चुनावी कार्यक्रम में कई बार रो पड़ीं। लोगों का मानना है कि नसीम के आंसू ने वोटर्स को भावुक कर दिया। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी ने जीत दर्ज की। सबसे पहले नसीम सोलंकी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- ये चुनाव बहुत संघर्ष के बाद जीत पाई हूं। यह सीट इरफान की थी, उन्हीं की है और आगे भी उन्हीं की रहेगी। पुलिस और प्रशासन की दखल न होती तो जीत और बड़ी होती। अभी 8-साढ़े आठ हजार वोटों से जीती हूं, वरना 28 हजार वोटों से जीतती। दैनिक भास्कर ने नसीम सोलंकी से बात की। पढ़िए बातचीत के अंश… सवाल: पहली जीत पर क्या कहेंगी?
जवाब: ऊपर वाले का धन्यवाद करती हूं। मेरे सभी समर्थकों ने बहुत मेहनत की। जनता सहित सभी का धन्यवाद। सवाल: इरफान सोलंकी से कब मुलाकात करने जा रहीं?
जवाब: सीसामऊ की जनता ने मेरे साथ इंसाफ किया है। सबसे पहले पति से मुलाकात करने जाऊंगी। कल रविवार है, मुलाकात नहीं हो सकती, लेकिन कल यहां से महाराजगंज जाऊंगी। सवाल: पूरे चुनाव आपने इरफान सोलंकी को विधायकजी कहकर पुकारा, आगे क्या कहेंगी?
जवाब: अब मैं विधायक जरूर बन गई हूं, लेकिन वो जिंदगीभर मेरे लिए विधायकजी ही रहेंगे। क्योंकि उन्हीं से मैंने सबकुछ सीखा। सवाल: भाजपा के कटोगे-बंटोगे के नारे पर क्या कहेंगी?
जवाब: मेरे खिलाफ बहुत साजिश रची गई। लेकिन मेरे साथ लोग जुड़े, तभी हम जीते हैं। कोई बंटा नहीं, इसके लिए सीसामऊ की जनता का बहुत-बहुत आभार। सवाल: जीत गई हैं तो सबसे पहले शुक्रिया कहां अदा करेंगी, मजार तो जा ही रहीं, क्या मंदिर भी जाएंगी?
जवाब: सबसे पहले मेरे अल्लाह और ऊपर वाले का शुक्रिया। इसके बाद मेरी जनता जनार्दन, सीसामऊ की जनता ने बहुत साथ दिया। इतना मार खाए। प्रशासन के डंडे खाए। लोग वोट दे पाए होते तो और बड़ी जीत होती। समाजवादी, इंडिया गठबंधन और सोलंकी परिवार का धन्यवाद। सवाल: मतदान के दिन जो हुआ, उस पर क्या कहती हैं?
जवाब: अगर लोग थोड़ा जल्दी निकलते तो परसेंटेज और बढ़ता। बाद में प्रशासन ने सख्ती दिखाई। हम लोगों ने बहुत लड़ाई रही। ——————- सीसामऊ उपचुनाव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए- हारने के बाद सुरेश अवस्थी भावुक, बोले- हिंदू न बंटते, तो ऐसा ना होता कानपुर की सीसामऊ सीट पर हुए उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी ने शुरूआत से बढ़त बनाए रखी। सिर्फ बैलेट वोट में भाजपा के सुरेश अवस्थी आगे दिखे। नसीम सोलंकी ने 8669 वोटों से जीतीं, 20 राउंड की काउंटिंग के बाद यह नतीजे सामने आए। इरफान सोलंकी की सीट पर उनकी पत्नी पहली बार चुनाव लड़ीं। सुरेश अवस्थी ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा- लोकसभा चुनाव से ज्यादा हमें वोट मिला है। हिंदू वोटों में कहीं न कहीं बंटवारा हुआ है। वही हमारी हार की वजह है। यह वोट अगर नहीं बंटता, तो ऐसा नहीं होता। पढ़ें पूरी खबर… सीसामऊ में सपा की नसीम सोलंकी जीतीं, 8629 वोटों से BJP को हराया कानपुर के सीसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी 8629 वोटों से जीत गई हैं। इरफान सोलंकी को सजा हुई तो उनकी विधायकी चली गई। इसके बाद उपचुनाव हुआ। पहली बार घर से बाहर निकलीं नसीम सोलंकी चुनावी कार्यक्रम में कई बार रो पड़ीं। लोगों का मानना है कि नसीम के आंसू ने वोटर्स को भावुक कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर