शुक्रवार रात 9.42 बजे पर्दे के पीछे से जैसे ही मेरी चौखट पे चल के आज चारो धाम आए हैं…बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आए हैं…भक्ति गाने की आवाज आई, वैसे ही सर्द रातों में गर्मी का माहौल दिखने लगा। बहुत आईं-गईं यादेंं, मगर इस बार तुम्ही आना…इस सॉग के साथ सिर पर स्कार्फ, कार्गो जींस और ब्लैक जैकेट में जैसे ही जुबिन नौटियाल स्टेज पर आए यूथ्स से लेकर बच्चे-बड़े, लड़कियों और महिलाओं के शोर-शराबा और सीटियों से पूरा चंपा देवी पार्क गूंज उठा। मौका था ‘गोरखपुर महोत्सव-2025’ के पहले बॉलीवुड नाइट में जुबिन नौटियाल के लाइव कॉन्सर्ट का। ऐसा नहीं लग रहा मैं पहली बार गोरखपुर आया हूं…
अगले ही पल जुबिन बोले- मैं गोरखपुर पहली बार आया हूं। पर ऐसा लग ही नहीं रहा कि यहां मेरा पहली बार आना हुआ है। इसके बाद, मैं जिस दिन भुला दूं तेरा प्यार दिल से…गजब का है दिन, सोचो जरा…गाने से उन्होंने सुर छेड़ने के सिलसिले को आगे बढ़ाया तो महफिल में रंग आने में जरा भी देर नहीं लगी। फुल जोश के साथ जब पब्लिक और फैन्स का साथ मिला तो जुबिन भी पूरे रौ में आ गए और एक के बाद अपने सुरीले और हिट गीतों को सुनाने लगे। फैन्स ने फ्लैश लाइट जलाकर किया स्वागत
इसके बाद जब जुबिन के फेमस गानों का दौर शुरू हुआ तो एक के बाद एक फेमस सॉग्स एक मुलाकात हो, तुम मेरे पास हो…चमकती सैकड़ों फ्लैश लाइट के जवाब में जुबिन ने जब ‘तेरे मेरे सपने सभी बंद आंखों के ताले में है…मैं तेरे काबिल हूं या तेरे काबिल नहीं…गाकर अपने फैन्स में जोश जगा दिया। जुबिन के फैन्स कुर्सियों पर चढ़कर नाचने लगे। जुबिन ने जब कल आशिकी में गम मिल गया… गीत सुनाया तो पब्लिक भी हाथ उठाकर सुर से सुर मिलाने लगी। फिर तो वह पंजाबी गानों और डांस का माहौल बनाने लगे। आजा मां तेनु अंखियां उड़ीकदीयां, दिल वाजा मारदा…से इसकी शुरुआत की और किन्ना सोना तेनु रब ने बनाया…सारी रात नींद न आवे मैनु, बड़ा तड़पावे…सुनाकर जुबिन इस सिलसिले को आगे बढ़ाया। जुबिन के गानों पर झूमा गोरखपुर
वहीं, प्रोग्राम के लास्ट में जुबिन ने रीमिक्स गाने, रूप तेरा मस्ताना, प्यार मेरा दिवाना…अंख लड़ जावे…गुलाबी आंखें जो तेरी देखी, शराबी ये दिल हो गया… गाकर सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस बीच जुबिन सुर छेड़ते रहे और लोग गुनगुना कर उनका साथ देते रहे। देर रात करीब 12 बजे तक यह क्रम तबतक चलता रहा, जबतक महोत्सव का मंच जुबिन के गीतों से सजा रहा। देर रात तक लोग वंस मोर भी कहते रहे। शुक्रवार रात 9.42 बजे पर्दे के पीछे से जैसे ही मेरी चौखट पे चल के आज चारो धाम आए हैं…बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आए हैं…भक्ति गाने की आवाज आई, वैसे ही सर्द रातों में गर्मी का माहौल दिखने लगा। बहुत आईं-गईं यादेंं, मगर इस बार तुम्ही आना…इस सॉग के साथ सिर पर स्कार्फ, कार्गो जींस और ब्लैक जैकेट में जैसे ही जुबिन नौटियाल स्टेज पर आए यूथ्स से लेकर बच्चे-बड़े, लड़कियों और महिलाओं के शोर-शराबा और सीटियों से पूरा चंपा देवी पार्क गूंज उठा। मौका था ‘गोरखपुर महोत्सव-2025’ के पहले बॉलीवुड नाइट में जुबिन नौटियाल के लाइव कॉन्सर्ट का। ऐसा नहीं लग रहा मैं पहली बार गोरखपुर आया हूं…
अगले ही पल जुबिन बोले- मैं गोरखपुर पहली बार आया हूं। पर ऐसा लग ही नहीं रहा कि यहां मेरा पहली बार आना हुआ है। इसके बाद, मैं जिस दिन भुला दूं तेरा प्यार दिल से…गजब का है दिन, सोचो जरा…गाने से उन्होंने सुर छेड़ने के सिलसिले को आगे बढ़ाया तो महफिल में रंग आने में जरा भी देर नहीं लगी। फुल जोश के साथ जब पब्लिक और फैन्स का साथ मिला तो जुबिन भी पूरे रौ में आ गए और एक के बाद अपने सुरीले और हिट गीतों को सुनाने लगे। फैन्स ने फ्लैश लाइट जलाकर किया स्वागत
इसके बाद जब जुबिन के फेमस गानों का दौर शुरू हुआ तो एक के बाद एक फेमस सॉग्स एक मुलाकात हो, तुम मेरे पास हो…चमकती सैकड़ों फ्लैश लाइट के जवाब में जुबिन ने जब ‘तेरे मेरे सपने सभी बंद आंखों के ताले में है…मैं तेरे काबिल हूं या तेरे काबिल नहीं…गाकर अपने फैन्स में जोश जगा दिया। जुबिन के फैन्स कुर्सियों पर चढ़कर नाचने लगे। जुबिन ने जब कल आशिकी में गम मिल गया… गीत सुनाया तो पब्लिक भी हाथ उठाकर सुर से सुर मिलाने लगी। फिर तो वह पंजाबी गानों और डांस का माहौल बनाने लगे। आजा मां तेनु अंखियां उड़ीकदीयां, दिल वाजा मारदा…से इसकी शुरुआत की और किन्ना सोना तेनु रब ने बनाया…सारी रात नींद न आवे मैनु, बड़ा तड़पावे…सुनाकर जुबिन इस सिलसिले को आगे बढ़ाया। जुबिन के गानों पर झूमा गोरखपुर
वहीं, प्रोग्राम के लास्ट में जुबिन ने रीमिक्स गाने, रूप तेरा मस्ताना, प्यार मेरा दिवाना…अंख लड़ जावे…गुलाबी आंखें जो तेरी देखी, शराबी ये दिल हो गया… गाकर सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस बीच जुबिन सुर छेड़ते रहे और लोग गुनगुना कर उनका साथ देते रहे। देर रात करीब 12 बजे तक यह क्रम तबतक चलता रहा, जबतक महोत्सव का मंच जुबिन के गीतों से सजा रहा। देर रात तक लोग वंस मोर भी कहते रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर