हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें बधाई दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, नड्डा प्रदेश की कठिन भौगोलिक स्थितियों से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह प्रदेश के लोगों की विकासात्मक मांगों को पूरा करने के लिए कार्य करेंगे। केंद्रीय मंत्री बने जेपी नड्डा को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी बधाई दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, महामंत्री त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा, राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार, मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, त्रिलोक जम्वाल, संदीपनी भारद्वाज, विनोद कुमार, जनक राज, हर्ष महाजन, इंदु गोस्वामी, विपिन सिंह परमार, बिक्रम ठाकुर, गोविंद ठाकुर, सुखराम चौधरी, रीना कश्यप, सूरत नेगी, वीरेंद्र कश्यप, लखविंदर राणा, राकेश शर्मा, संजय शर्मा, सुधीर शर्मा, लोकिंदर कुमार, दीपराज कपूर, दिलीप ठाकुर ने भी यहां जारी संयुक्त बयान में नड्डा के मंत्री बनने पर खुशी जाहिर की और उन्हें बधाई दी। यही नहीं हिमाचल भाजपा के 200 से ज्यादा पदाधिकारी प्रधानमंत्री मोदी कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। नड्डा ने ABVP से जुड़कर राजनीतिक करियर की शुरुआत नड्डा ने 1978 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के सरदार बने। अब वह दूसरी बार केंद्र में मंत्री बनने हैं। 3 बार विधायक, 3 बार राज्यसभा सांसद चुने गए जेपी नड्डा हिमाचल की बिलासपुर सदर सीट से तीन बार 1994, 1998 और 2007 में विधायक रह चुके हैं। तीन बार राज्यसभा सांसद, 1998 और 2007 में हिमाचल में दो बार कैबिनेट मंत्री, 1994 में हिमाचल में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। अध्यक्ष के तौर पर 30 जून को कार्यकाल पूरा हो रहा बतौर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने नड्डा को कैबिनेट में जगह दी है। इससे प्रदेश भाजपा नेताओं में खुशी की लहर है। हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें बधाई दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, नड्डा प्रदेश की कठिन भौगोलिक स्थितियों से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह प्रदेश के लोगों की विकासात्मक मांगों को पूरा करने के लिए कार्य करेंगे। केंद्रीय मंत्री बने जेपी नड्डा को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी बधाई दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, महामंत्री त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा, राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार, मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, त्रिलोक जम्वाल, संदीपनी भारद्वाज, विनोद कुमार, जनक राज, हर्ष महाजन, इंदु गोस्वामी, विपिन सिंह परमार, बिक्रम ठाकुर, गोविंद ठाकुर, सुखराम चौधरी, रीना कश्यप, सूरत नेगी, वीरेंद्र कश्यप, लखविंदर राणा, राकेश शर्मा, संजय शर्मा, सुधीर शर्मा, लोकिंदर कुमार, दीपराज कपूर, दिलीप ठाकुर ने भी यहां जारी संयुक्त बयान में नड्डा के मंत्री बनने पर खुशी जाहिर की और उन्हें बधाई दी। यही नहीं हिमाचल भाजपा के 200 से ज्यादा पदाधिकारी प्रधानमंत्री मोदी कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। नड्डा ने ABVP से जुड़कर राजनीतिक करियर की शुरुआत नड्डा ने 1978 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के सरदार बने। अब वह दूसरी बार केंद्र में मंत्री बनने हैं। 3 बार विधायक, 3 बार राज्यसभा सांसद चुने गए जेपी नड्डा हिमाचल की बिलासपुर सदर सीट से तीन बार 1994, 1998 और 2007 में विधायक रह चुके हैं। तीन बार राज्यसभा सांसद, 1998 और 2007 में हिमाचल में दो बार कैबिनेट मंत्री, 1994 में हिमाचल में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। अध्यक्ष के तौर पर 30 जून को कार्यकाल पूरा हो रहा बतौर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने नड्डा को कैबिनेट में जगह दी है। इससे प्रदेश भाजपा नेताओं में खुशी की लहर है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर उपचुनाव की जंग आशीष बनाम पुष्पेंद्र:सीएम सुखविंदर ने फीडबैक को बनाया आधार, 5 दिनों से जारी थी माथापच्ची हमीरपुर विधानसभा उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा का नाम फाइनल कर दिया है। अब हमीरपुर में डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा और आशीष शर्मा ही एक बार फिर आमने-सामने होंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भी तिकोना मुकाबला हुआ था। तब 12000 से ज्यादा मतों से आशीष जीते थे। इस बार मुकाबला सीधा होगा। इसीलिए मुकाबला दिलचस्प होगा। कुछ दिनों से कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा को लेकर जो माहौल बना था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने तमाम नेताओं से जो फीडबैक लिया, उसी को फिर से आधार बनाया और अब पुष्पेंद्र वर्मा को ही फिर से चुनावी जंग में उतारा गया है। डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने टिकट फाइनल होने की खुद पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से इस बाबत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने फोन करके उन्हें इसकी सूचना दी है कि उन्हें फाइनल कर दिया गया है। पिता रणजीत सिंह भी रह चुके विधायक पुष्पेंद्र के पिता रणजीत सिंह वर्मा भी विधायक रह चुके हैं। लंबे समय के बाद फिर से हमीरपुर में डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा भाजपा उम्मीदवार से चुनावी जंग में उतरेंगे। पिछले विधानसभा चुनावों में आशीष शर्मा से हार जाने के बावजूद पुष्पेंद्र ने जमीनी हकीकत को समझते हुए लोगों से जुड़े रहे। उनके कार्यक्रमों का सिलसिला लगातार जारी रहा। हालांकि पिछली बार नामांकन दाखिल करने के आखिरी रोज 2 घंटे पहले उनका टिकट फाइनल हुआ था। तब कांग्रेस का सारा कुनबा इसी लेट लतीफी पर बेहद नाराज था। उसके बावजूद तिकोने मुकाबले में डॉक्टर पुष्पेंद्र ने भाजपा के उम्मीदवार को तीसरे नंबर पर धकेला था। इधर, भाजपा के उम्मीदवार और पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले आशीष शर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। डिनर डिप्लोमेसी का दौर जारी है।कारण यह है कि उसे समय उनकी और नाराज भाजपा की टीम में अलग-अलग थी और उन्हीं के समन्वय के करण जीत सुनिश्चित हुई थी इस बार परिस्थितियों अलग हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का यह गृह जिला है। सुनील शर्मा पीछ रह गए इसीलिए टिकट बदलने का जोखिम जमीनी हकीकत को समझ कर नहीं लिया गया है। ग्राउंड रिपोर्ट पुष्पेंद्र के हक में गई है। इसमें सुनील शर्मा बिट्टू पीछे रह गए। हालांकि चार दिन पहले शिमला में हमीरपुर शहर के ही कई प्रमुख लोगों के प्रतिनिधि मंडल भी मुख्यमंत्री से मिले थे। इसमें भी चाहे बिट्टू पर्दे के पीछे ही रहे हों, मगर पुष्पेंद्र की जमीनी हकीकत बिट्टू पर भारी पड़ी। अब हमीरपुर में विधानसभा चुनाव की जंग बेहद रोचक मरहले में दिखेगी। क्योंकि भाजपा के कुनबे के भीतर समन्वय बनाना भी भाजपा उम्मीदवार के लिए बेहद चुनौती पूर्ण होगा।
सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे बेरोजगार:20 सितंबर को करेंगे सचिवालय मार्च; सीएम को देंगे ज्ञापन, प्रियंका का वादा याद दिलाया
सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे बेरोजगार:20 सितंबर को करेंगे सचिवालय मार्च; सीएम को देंगे ज्ञापन, प्रियंका का वादा याद दिलाया हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के नारे वाली सुक्खू सरकार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कर्मचारी , पेंशनरों के बाद अब प्रदेश के बेरोजगार युवाओं ने भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। बुधवार को राजधानी शिमला में हिमाचल प्रदेश बेरोजगार युवा संघ ने आगामी 20 सितंबर को सचिवालय कूच करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 20 सितम्बर को प्रदेश का बेरोजगार युवा शांतिपूर्ण तरीके से सचिवालय मार्च करेगा और सीएम सुक्खू को अपना मांग पत्र सौंपेगा। बेरोजगार युवा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ऑउटसोर्स का विरोध करती थी। आउटसोर्स के आधार पर भर्तियां ना करने की बात करती थी। लेकिन अब सत्ता में होने के बाद प्रदेश सरकार स्थायी नौकरियों को भी आउटसोर्स करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बीते लगभग दो वर्षों में सरकार 28 से 30 हजार रोजगार देने के दावा कर रही है। लेकिन सरकार ने किसको और कैसे रोजगार दिया है। इसके बारे में सरकार को आंकड़े सार्वजनिक करने चाहिये । उन्होंने कहा कि उन्हें RTI व अन्य सोर्स से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने दो सालों में कमीशन के माध्यम से मात्र 1400 के करीब पद व 10 हजार के करीब आउटसोर्स आधार पर भरे हैं। इसके अलावा वन मित्र एमटीएस वोटर कार्ड गेस्ट टीचर एंटी जैसे पदों को सरकार द्वारा आउटसोर्स या अन्य अस्थाई तरीकों से भरने का प्रयास कर रही है। जो प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है। बेरोजगार युवाओं ने सुक्खू सरकार याद दिलाया प्रियंका गांधी का वादा युवाओं ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान सोलन में किया वादा भी सरकार को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि प्रियंका गया गया गांधी ने सोलन में एक साल में एक लाख रोजगार देने का वादा किया था और कांग्रेस ने 5 साल में 5 लाख रोजगार मुहैया करवाने की गारंटी युवाओं को दी थी। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने वादों को पूरा करना चाहिये । दो सालों में लम्बित पड़ी भर्ती प्रक्रियाओं को शुरू करना चाइये। उन्होंने कहा कि युवाओं को कई परीक्षाओं के फॉर्म भरे डेढ़ डेढ़ साल हो गए है लेकिन अभी तक परीक्षा नही हुई है। कैबिनेट द्वारा स्वीकृत सभी पदों को जल्द भरे सरकार युवाओं ने कहा कि दो वर्ष में भरे तथा परीक्षा दो वर्षों में हिमाचल प्रदेश सरकार ने लगभग 6500 पदों को स्वीकृत किया गया है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इसकी भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नही हो पाई है। कैबिनेट ने नायब तहसीलदार 19 पद ,टीजीटी 1200 , जेबीटी 1150 , पटवारी 874 , पुलिस कांस्टेबल 1226, सचिवालय क्लर्क 50 , वन रक्षक 100 , जेओए लाइब्रेरियन 767 , कार्य निरीक्षक पीडब्ल्यूडी तथा कार्य निरीक्षक जल शक्ति विभाग 135 पद, कनिष्ठ अभियंता पीडब्ल्यूडी 40 पद, कनिष्ठ अभियंता आईपीएच 50 पद, शारीरिक शिक्षा शिक्षक 700 पद, तहसील कल्याण अधिकारी आदि के पदों को मंजूरी दी है लेकिन प्रक्रिया शुरू नही कर पाई है। युवाओं ने कहा कि स्वीकृत पदों की भर्ती प्रक्रिया सरकार को जल्द शुरू करनी चाइये। उन्होंने कहा कि यूपीएससी और एसएससी की तरह परीक्षा का एक वर्षीय कैलेंडर जारी किया जाए, ताकि अभ्यर्थी इन कैलेंडर के अनुसार तैयारी कर सकें। परीक्षा में देरी के लिए दीपक सानन कमेटी की बड़ी भूमिका युवाओं ने कहा कि प्रदेश में परीक्षाओं में हो रही देरी में दीपक सानन कमेटी की बड़ी भूमिका है उन्होंने कहा कि सानन कमेटी द्वारा की गई प्रतियोगी परीक्षाओं को ऑनलाइन करने जैसी सिफारिशों की वजह से परीक्षाओं में देरी हो रही है। जिसकी वजह से राज्य चयन आयोग अभी भी सुचारु रूप से नही चल पा रहा है क्योंकि आयोग के पास सानन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए बुनियादी ढांचा नही है। RTI में मिली जानकारी प्रदेश में 60 हजार पद खाली युवाओं ने कहा कि प्रदेश उन्हें RTI व अन्य सोर्स से जानकारी मिली कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी विभागों में लगभग 60000 पद रिक्त हैं जिसमें सचिवालय क्लर्क 50 पद बिजली बोर्ड 9000 पंचायत सचिव 500 और जेओए-आईटी 5000 ,शिक्षक जेबीटी , 4457 पद , टीजीटी 2500, पीजीटी 500 , भाषा शिक्षक 238 पद, एपीआर ओ 300 पद , रेंज वन अधिकारी 76 पद कई पद खाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खाली चल रहे पदों को तुंरत भरें । 20 सितंबर को सीएम से करेंगे मुलाकात संघ के अध्यक्ष बाल कृष्ण ने बताया कि आगामी 20 सितंबर को बेरोजगार युवा केबिनेट से स्वीकृत पदों को भरने की मांग , नई भर्तियां निकलाने व ऑउट सौर्स को बंद करने इत्यादि मांगों को लेकर सचिवालय कूच करेंगे और सीएम सुक्खू को एक ज्ञापन देंगे। दरअसल आपको बता दें हमीरपुर चयन आयोग में परीक्षाओं में धांधलियों के मामले आने पर प्रदेश सरकार ने चयन आयोग को भंग कर करके भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए सेवा निवृत्त आई एस अधिकारी दीपक सानन कि अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जिसने ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करने जैसी कई सिफारिशें की थी। सरकार ने हमीरपुर चयन आयोग का नाम बदल कर राज्य चयन आयोग कर दिया लेकिन भर्ती प्रक्रिया नही शुरू कर पाई है। जिसके कारण युवाओं में आक्रोश है।
हिमाचल विधानसभा पहली बार पहुंची CM की पत्नी:मुख्यमंत्री को बोले सत्ती-हम चाहते हैं कि आप पर हमले न हो, भाभी को बुरा लग जाएगा
हिमाचल विधानसभा पहली बार पहुंची CM की पत्नी:मुख्यमंत्री को बोले सत्ती-हम चाहते हैं कि आप पर हमले न हो, भाभी को बुरा लग जाएगा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी एवं देहरा से कांग्रेस विधायक कमलेश ठाकुर आज पहली बार विधानसभा पहुंची। भारतीय जनता पार्टी के ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती ने कमलेश ठाकुर को सदन में देख मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा, अब भाभी जी सदन के अंदर बैठे हैं। सत्तपाल सत्ती ने कहा, हम नहीं चाहते कि आप पर हमले हो और भाभी जी को बुरा लग जाए। भाभी जी को ऐसा न लगे कि सदन में नहीं जाना। इसलिए सत्ता पक्ष को बढ़ा मन रखना होगा। सत्ती की इस बात पर सदन में सभी सदस्य ने हंसी के खूब ठहाके लगाए। स्पीकर ने किया कमलेश का स्वागत सत्तपाल सत्ती के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने पहली बार सदन में पहुंची कमलेश ठाकुर का स्वागत किया। स्पीकर ने मुख्यमंत्री को मजाकिया अंदाज में कहा, क्या आप भी पत्नी से डरते हैं। इसके बाद सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विधानसभा में बोलने के लिए खड़े हुए। उन्होंने भी स्पीकर मजाकिया अंदाज में कहा, आप मुझे पत्नी का नाम लेकर डराने की कोशिश न करें। देहरा से उप चुनाव जीतकर आईं कमलेश बता दें कि कमलेश ठाकुर देहरा से विधानसभा उप चुनाव जीतकर आई हैं। आज वह पहली बार विधानसभा पहुंची हैं। कमलेश ठाकुर सुबह मुख्यमंत्री सुक्खू के साथ गाड़ी में विधानसभा पहुंची। सदन में वह लाहौल स्पीति से महिला विधायक अनुराधा राणा के साथ बैठी। पति-पत्नी पहली बार एक साथ विधानसभा पहुंचे हिमाचल में यह पहला अवसर है जब पत्नी और पत्नी एक साथ विधानसभा में नजर आए। इससे पहले पिता-पुत्र के तौर पर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह जरूर विधानसभा में एक साथ बैठे हैं। मगर पत्नी-पत्नी पहली बार सदन में एक साथ चुन कर आए हैं।