जेल विभाग के अधिकारियों को हिंदी और वित्तीय नियम जानने की जरूरत, परीक्षा में आधे से ज्यादा फेल

जेल विभाग के अधिकारियों को हिंदी और वित्तीय नियम जानने की जरूरत, परीक्षा में आधे से ज्यादा फेल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News: </strong>हरियाणा में जेल विभाग की आंतरिक परीक्षाओं के नतीजे चौंकाने वाले आये हैं. परीक्षाओं में शामिल हुए आधे से ज्यादा अधिकारी असफल हो गये. असफल होने वाले अधिकारियों में डिप्टी जेल सुप्रिटेंडेंट, असिस्टेंट जेल सुप्रिटेंडेंट और सब असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट जेल शामिल हैं. दरअसल, जेल विभाग ने पांच विषयों की परीक्षाओं का आयोजन किया था. पंजाब जेल मैनुअल, जेल मैनुअल, वित्तीय नियम, आपराधिक कानून और हिंदी विषय की परीक्षाएं जून में हुई थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>परीणाम हैरान करने वाले रहे. हिंदी की परीक्षा में आधे से ज्यादा अधिकारी फेल हो गये. 24 में से मात्र 9 अधिकारी ही सफल हो सके जबकि 15 को असफल घोषित कर दिया गया. क्रिमिनल लॉ के पेपर में 18 अधिकारी शामिल हुए थे. चार अधिकारी असफल हो गये. जेल मैनुअल की परीक्षा में शामिल होने वाले अधिकारियों की संख्या 31 थी. 3 अधिकारियों को असफल घोषित कर दिया गया. पंजाब जेल मैनुअल की परीक्षा पास नहीं करने वाले अधिकारियों की संख्या 19 रही. परीक्षा में कुल 33 अधिकारी शामिल हुए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जेल अधिकारियों के लिए विभागीय परीक्षा बनी चुनौती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नतीजे में आधे से ज्यादा अधिकारी नाकाम साबित हुए. 17 सहायक सुपरिंटेंडेंट और 2 डिप्टी सुपरिटेंडेंट पास नहीं हो पाए. वित्तीय नियम की परीक्षा 27 अधिकारियों में से महज एक ही पास हो सका है. वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए जेल विभाग अधिकारियों की परीक्षा लेता है. परीक्षा पास नहीं करने की सजा प्रमोशन रोक कर दी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेल विभाग की आंतरिक परीक्षा पास करने के बाद रैंकिंग में अंतर पड़ता है. जूनियर को सीनियर अधिकारी बनने का मौका मिलता है.&nbsp;परीक्षा परिणाम ने जेल प्रशासन के सामने चुनौतियां खड़ी कर दी हैं. जेलों में प्रशासनिक सुधारों की जरूरत महसूस की जा रही है. अधिकारियों के प्रशिक्षण पर भी सवाल उठने लगे हैं. अब जरूरत इस बात की है कि अधिकारियों को नये सिरे से ट्रेनिंग दी जाये.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Haryana News: ECI पर बयानबाजी के बाद भाई जगताप को हरियाणा के मंत्री राजेश नागर की नसीहत, ‘कुछ बोलने से पहले…'” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/haryana-minister-rajesh-nagar-reacts-on-congress-bhai-jagtap-remarks-on-eci-2833559″ target=”_self”>Haryana News: ECI पर बयानबाजी के बाद भाई जगताप को हरियाणा के मंत्री राजेश नागर की नसीहत, ‘कुछ बोलने से पहले…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News: </strong>हरियाणा में जेल विभाग की आंतरिक परीक्षाओं के नतीजे चौंकाने वाले आये हैं. परीक्षाओं में शामिल हुए आधे से ज्यादा अधिकारी असफल हो गये. असफल होने वाले अधिकारियों में डिप्टी जेल सुप्रिटेंडेंट, असिस्टेंट जेल सुप्रिटेंडेंट और सब असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट जेल शामिल हैं. दरअसल, जेल विभाग ने पांच विषयों की परीक्षाओं का आयोजन किया था. पंजाब जेल मैनुअल, जेल मैनुअल, वित्तीय नियम, आपराधिक कानून और हिंदी विषय की परीक्षाएं जून में हुई थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>परीणाम हैरान करने वाले रहे. हिंदी की परीक्षा में आधे से ज्यादा अधिकारी फेल हो गये. 24 में से मात्र 9 अधिकारी ही सफल हो सके जबकि 15 को असफल घोषित कर दिया गया. क्रिमिनल लॉ के पेपर में 18 अधिकारी शामिल हुए थे. चार अधिकारी असफल हो गये. जेल मैनुअल की परीक्षा में शामिल होने वाले अधिकारियों की संख्या 31 थी. 3 अधिकारियों को असफल घोषित कर दिया गया. पंजाब जेल मैनुअल की परीक्षा पास नहीं करने वाले अधिकारियों की संख्या 19 रही. परीक्षा में कुल 33 अधिकारी शामिल हुए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जेल अधिकारियों के लिए विभागीय परीक्षा बनी चुनौती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नतीजे में आधे से ज्यादा अधिकारी नाकाम साबित हुए. 17 सहायक सुपरिंटेंडेंट और 2 डिप्टी सुपरिटेंडेंट पास नहीं हो पाए. वित्तीय नियम की परीक्षा 27 अधिकारियों में से महज एक ही पास हो सका है. वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए जेल विभाग अधिकारियों की परीक्षा लेता है. परीक्षा पास नहीं करने की सजा प्रमोशन रोक कर दी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेल विभाग की आंतरिक परीक्षा पास करने के बाद रैंकिंग में अंतर पड़ता है. जूनियर को सीनियर अधिकारी बनने का मौका मिलता है.&nbsp;परीक्षा परिणाम ने जेल प्रशासन के सामने चुनौतियां खड़ी कर दी हैं. जेलों में प्रशासनिक सुधारों की जरूरत महसूस की जा रही है. अधिकारियों के प्रशिक्षण पर भी सवाल उठने लगे हैं. अब जरूरत इस बात की है कि अधिकारियों को नये सिरे से ट्रेनिंग दी जाये.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Haryana News: ECI पर बयानबाजी के बाद भाई जगताप को हरियाणा के मंत्री राजेश नागर की नसीहत, ‘कुछ बोलने से पहले…'” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/haryana-minister-rajesh-nagar-reacts-on-congress-bhai-jagtap-remarks-on-eci-2833559″ target=”_self”>Haryana News: ECI पर बयानबाजी के बाद भाई जगताप को हरियाणा के मंत्री राजेश नागर की नसीहत, ‘कुछ बोलने से पहले…'</a></strong></p>  हरियाणा मेरठ से अपहरण के बाद लापता दो लड़कियां बेहोशी की हालत में अलीगढ़ से बरामद