भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली की ओर से ली जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 के लिए आवेदन करने की आज आखिरी तारीख है। उम्मीदवार 11 अक्टूबर 2024 तक इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। जैम-205 का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। दो सेशन में यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए नवंबर से शुरुआत होगी। जिसमें परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कंपनसेटरी टाइम या स्क्रीब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। 2025-26 अकेडेमिक सेशन के लिए 22 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट https://jam2025.iit d .ac.in/ पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा। पंजाब में जालंधर में सेंटर बनाया जाएगा। इस परीक्षा में सात विषयों बायोटेक्नोलॉजी, कैमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, जियोलॉजी, मैथेमेटिकल स्टेटिस्टिक्स, मैथेमेटिक्स और फिजिक्स के विषयों में कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी राष्ट्रीयता के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार 2025 में बैचलर डिग्री के फाइनल इयर में अपीयर हो रहे हैं वो भी इसके लिए आवेदन करने के लिए योग्य होंगे। भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली की ओर से ली जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 के लिए आवेदन करने की आज आखिरी तारीख है। उम्मीदवार 11 अक्टूबर 2024 तक इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। जैम-205 का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। दो सेशन में यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए नवंबर से शुरुआत होगी। जिसमें परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कंपनसेटरी टाइम या स्क्रीब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। 2025-26 अकेडेमिक सेशन के लिए 22 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट https://jam2025.iit d .ac.in/ पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा। पंजाब में जालंधर में सेंटर बनाया जाएगा। इस परीक्षा में सात विषयों बायोटेक्नोलॉजी, कैमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, जियोलॉजी, मैथेमेटिकल स्टेटिस्टिक्स, मैथेमेटिक्स और फिजिक्स के विषयों में कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी राष्ट्रीयता के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार 2025 में बैचलर डिग्री के फाइनल इयर में अपीयर हो रहे हैं वो भी इसके लिए आवेदन करने के लिए योग्य होंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फाजिल्का में ड्रक ड्राइवर की मौत:दुकानों में घुसा अनियंत्रित ट्रक, फिरोपुर से आ रहा था, हेल्पर घायल
फाजिल्का में ड्रक ड्राइवर की मौत:दुकानों में घुसा अनियंत्रित ट्रक, फिरोपुर से आ रहा था, हेल्पर घायल फाजिल्का में फिरोजपुर रोड पर ओवरब्रिज के पास एक ट्रक अनियंत्रित होकर दुकानों में जा घुसा। इस हादसे में ट्रक चालक की मौत हो गई और हेल्पर घायल हो गया। ट्रक की टक्कर से दुकानों का भारी नुकसान हो गया। जानकारी मुताबिक, शुक्रवार की सुबह करीब 3 बजे फिरोजपुर की तरफ से आ रहा एक ट्रक ओवरब्रिज के पास दो दुकानों में घुस गया। इस हादसे में एक दुकान का भारी नुकसान हो गया। वहीं, ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा रेस्क्यू शुरू कर दिया गया। करीब तीन घंटे तक यह रेस्क्यू चला और ट्रक चालक के शव को बाहर निकाला गया। इस हादसे में एक दुकान का भारी नुकसान हो गया और उसके साथ में एक खाली पड़ी दुकान को भी भारी क्षति पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा हाइड्रा की मदद से ट्रक को दुकान से बाहर निकाला गया और ट्रक चालक के शव को सिविल अस्पताल फाजिल्का में भेज कर आगे की कार्यवाई शुरू कर दी गई है।
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लुधियाना में आज वकीलों की हड़ताल:MLA गैरी वड़िंग के भाई पर वकील से मारपीट करने का आरोप, पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई पंजाब भर में आज वकील हड़ताल पर है। जिला लुधियाना में भी आज वकीलों ने मुकम्मल हड़ताल की हुई है। फतेहगढ़ साहिब में अमलोह नगर कौंसिल चुनावों के दौरान एडवोकेट हसन सिंह पर हमला हुआ था। इस केस को हुए 17 दिन हो गए लेकिन पुलिस ने कोई सख्त एक्शन नहीं लिया जिस कारण आज वकीलों में पुलिस खिलाफ रोष है। एडवोकेट हसन सिंह जोकि खन्ना, समराला बार एसोसिएशन के भी सदस्य है, को इंसाफ दिलाने के लिए खन्ना, समराला में आज हड़ताल है। इस मामले में आज 9 जनवरी को पंजाब भर के वकील हड़ताल पर है। फतेहगढ़ साहिब में एसएसपी दफ्तर के बाहर आज धरना भी लगाया जाएगा। MLA वड़िंग के भाई पर मारपीट के आरोप खन्ना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजप्रीत सिंह अटवाल और सीनियर एडवोकेट जगजीत सिंह औजला ने मीडिया को बताया कि नगर कौंसिल चुनावों में एडवोकेट हसन सिंह की भाभी भी उम्मीदवार थी। वोटिंग वाले दिन जब एडवोकेट हसन सिंह पोलिंग बूथ पर मौजूद थे। इसी दौरान विधायक गैरी वड़िंग का भाई मनी वड़िंग ने अपने साथियों समेत वहां आया। रिवाल्वर का बट सिर पर था मारा एडवोकेट हसन सिंह पर उसने हमला कर दिया। रिवाल्वर का बट एडवोकेट हसन सिंह के सिर पर मारा। तेजधार हथियारों से हमला भी किया गया, जिसके बाद एडवोकेट हसन सिंह को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनकी एमएलआर कटवाई गई। इंसाफ के लिए वकीलों ने हड़ताल की लेकिन फतेहगढ़ साहिब की पुलिस ने शहीदी सभा में व्यस्त होने का हवाला देते हुए इस कोई कार्रवाई नहीं की थी। DGP को भी भेज चुके है पत्र इस मामले को लेकर पंजाब DGP को भी पत्र लिखा गया। एसएसपी से मुलाकात भी की गई लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। वकील भाईचारे ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि हमलावरों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो वह फतेहगढ़ साहिब एसएसपी दफ्तर के बाहर धरना देंगे। इस मामले में अदालत की भी शरण ली जाएगी। सियासी दबाव के तले पुलिस दब कर काम कर रही है।
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किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है
किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है खनौरी बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को तैनात हरियाणा पुलिस जवानों के पास पैलेट गन भी है। बॉर्डर पर किसानों की तरफ सबसे पहले घेरे में तैनात पुलिसकर्मियों को यह बंदूकें दी गई हैं। इनके आसपास का आधा किमी एरिया पूरी तरह सील है। जहां पुलिस के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं। दैनिक भास्कर के पास ऐसी 2 तस्वीरें आईं हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों के हाथ में पैलेट गन दिखाई दे रही है। यह वही गन है, जिसका इस्तेमाल सेना जम्मू एंड कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए करती है। इसे वहां अंतिम हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इससे आदमी के टिश्यू डैमेज हो जाते हैं। इनका इस्तेमाल आंदोलनकारी किसानों पर होगा?, यह पूछे जाने पर जींद के DSP (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र सिंह का कहना है कि अभी आंदोलन शांतिप्रिय चल रहा है। बॉर्डर पर स्थिति सामान्य है। पैलेट गन के इस्तेमाल का सवाल ही नहीं उठता। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 21 कंपनियां तैनात हैं। मिर्ची बम से असरदार पैलेट गन
पहले पुलिस अंतिम हथियार के रूप में मिर्ची बम का इस्तेमाल करती थी, इसे प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर फेंकने पर त्वचा और आंखों में जलन होने लगती है, लेकिन यह कुछ ही लोगों पर असर करता है। पैलेट गन मिर्ची बम से ज्यादा असरदार है। भारत ही नहीं बल्कि कई दूसरे देश भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल करते हें। देखा जाए तो ये एक गैर घातक हथियार है, यानी इसे गैर-जानलेवा हथियार माना जाता है। किसानों का आरोप- पुलिस इस्तेमाल कर चुकी पैलेट गन
किसानों ने सबसे पहले 13 फरवरी को हरियाणा और पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली कूच की कोशिश की थी। तब हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को रोक लिया था। इस दौरान उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। शंभू बॉर्डर पर भी हालात काफी तनावपूर्ण हुए। यहां किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल किया। 16 फरवरी को जब पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलबीर सिंह अस्पताल में पहुंच घायल किसानों से मिले तो उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की कि 10 से ज्यादा किसानों पर पैलेट गन से हमला हुआ है। इसके बाद 21 फरवरी को दिल्ली कूच के दौरान खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण (22) की मौत हो गई थी। किसानों ने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस ने उसके सिर में गोली मारी है। हालांकि, पुलिस ने इस बात को नकार दिया था। खनौरी बॉर्डर पर सरकार के इंतजाम पुख्ता
खनौरी बॉर्डर पर अभी तक प्रदर्शन शांतिपूर्वक तरीके से चल रहा है। यहां किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 41 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। अगर खनौरी बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच के लिए निकलते हैं या फिर किसान किन्हीं हालातों में एक साथ बॉर्डर को पार करने की प्लानिंग करते हैं तो पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है। ******************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में हडि्डयां बचीं, किडनी-लीवर, फेफड़ों में खराबी आई हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। डॉक्टर का दावा है कि उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है। पढ़ें पूरी खबर