हरियाणा के झज्जर में कोऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और उन्हें पद से हटा दिया गया। दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव में उन्हें 9 में से मात्र 3 वोट ही मिले। वहीं उनके खिलाफ 6 डायरेक्टर्स ने वोटिंग की। सचिवालय स्थित बैंक शाखा में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और नीलम अहलावत को पद से हटा दिया गया। अब चेयरपर्सन के तारीख तय होगी और चुनाव के माध्यम से नया चेयरपर्सन के लिए वोटिंग की जाएगी। झज्जर कोऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत के खिलाफ सोसाइटी के डायरेक्टर्स ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसके आधार पर रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में सारी कार्यवाही हुई और चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले बोर्ड ऑफ मेंबर 6 होने के कारण उनको पद से हटा दिया गया। दिसंबर 2021 में बनी थी चेयरपर्सन
कोऑपरेटिव बैंक झज्जर में डायरेक्टर्स में से नीलम अहलावत को 24 दिसंबर 2021 को चेयरपर्सन चुना गया था। जिसके बाद से ही चुने हुए डायरेक्टर्स में से कुछ नीलम अहलावत के खिलाफ रहे हैं। पिछले वर्ष 20 दिसंबर को भी डायरेक्टर्स चेयरपर्सन के कामों से नाखुश होकर उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। लेकिन उस मीटिंग में 4 डायरेक्टर्स को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके कारण मीटिंग में उनके खिलाफ डायरेक्टर्स वोट नहीं कर पाए। हाई कोर्ट से लाए अविश्वास प्रस्ताव की तारीख
कोऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर जयवीर मोर ने बताया कि चेयरपर्सन के खिलाफ हाई कोर्ट में अविश्वास प्रस्ताव के लिए याचिका लगाई गई थी। जिस पर मुहर लगाते हुए 5 फरवरी की तारीख हाईकोर्ट की ओर से अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित की गई। बैंक में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और नीलम अहलावत को चेयरपर्सन के पद मुक्त कर दिया गया। चेयरपर्सन के काम काज से नाखुश डायरेक्टर्स अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए । हरियाणा के झज्जर में कोऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और उन्हें पद से हटा दिया गया। दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव में उन्हें 9 में से मात्र 3 वोट ही मिले। वहीं उनके खिलाफ 6 डायरेक्टर्स ने वोटिंग की। सचिवालय स्थित बैंक शाखा में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और नीलम अहलावत को पद से हटा दिया गया। अब चेयरपर्सन के तारीख तय होगी और चुनाव के माध्यम से नया चेयरपर्सन के लिए वोटिंग की जाएगी। झज्जर कोऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत के खिलाफ सोसाइटी के डायरेक्टर्स ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसके आधार पर रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में सारी कार्यवाही हुई और चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले बोर्ड ऑफ मेंबर 6 होने के कारण उनको पद से हटा दिया गया। दिसंबर 2021 में बनी थी चेयरपर्सन
कोऑपरेटिव बैंक झज्जर में डायरेक्टर्स में से नीलम अहलावत को 24 दिसंबर 2021 को चेयरपर्सन चुना गया था। जिसके बाद से ही चुने हुए डायरेक्टर्स में से कुछ नीलम अहलावत के खिलाफ रहे हैं। पिछले वर्ष 20 दिसंबर को भी डायरेक्टर्स चेयरपर्सन के कामों से नाखुश होकर उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। लेकिन उस मीटिंग में 4 डायरेक्टर्स को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके कारण मीटिंग में उनके खिलाफ डायरेक्टर्स वोट नहीं कर पाए। हाई कोर्ट से लाए अविश्वास प्रस्ताव की तारीख
कोऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर जयवीर मोर ने बताया कि चेयरपर्सन के खिलाफ हाई कोर्ट में अविश्वास प्रस्ताव के लिए याचिका लगाई गई थी। जिस पर मुहर लगाते हुए 5 फरवरी की तारीख हाईकोर्ट की ओर से अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित की गई। बैंक में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और नीलम अहलावत को चेयरपर्सन के पद मुक्त कर दिया गया। चेयरपर्सन के काम काज से नाखुश डायरेक्टर्स अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए । हरियाणा | दैनिक भास्कर