झांसी के मऊरानीपुर में एक किसान तहसील में बनी पानी की टंकी पर चढ़ कर कूदने का प्रयास करने लगा। उसका आरोप था कि तहसील के कर्मियों ने उसकी जमीन धोखे से दूसरे के नाम कर दी। अब मेरे कोई सुनवाई नहीं हो रही, अधिकारी तारीख पर तारीख दे रहे। यहां टंकी पर चढ़े किसान को देख अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। इसके बाद एसडीएम ने उसे कार्रवाई का भरोसा दिया, तब किसान नीचे आया। दरअसल, टीकमगढ़ के पलेरा थाना क्षेत्र के रहने वाले देवी दीन अहिरवार ने मऊरानीपुर के चितावत और सिंगरवारा इलाके में अपने व पत्नी के नाम से 11 बीघे जमीन 12 साल पहले खरीदी थी। यहां दोनों पति पत्नी खेती करते रहे हैं। जब खेती नहीं होती तो देवी दीन और उनकी पत्नी रामदेवी दिल्ली में मजदूरी के लिए चले जाते हैं। देवी दीन अहिरवार ने बताया कि बीती 3 मई को वह अपनी पत्नी के साथ खेत जोतने आए थे। लेकिन जिन लोगों से उन्होंने जमीन खरीदी थी, उन्होंने खेत जोतने से रोक दिया। उनका कहना था कि ये जमीन अब हमारी है। देवी दीन अहिरवार का कहना है कि उसे विपक्षी ने चप्पल मार कर खेत से भगा दिया। जब वह अपनी शिकायत लेकर तहसील पहुंचे तो यहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और एक महीने से केवल तारीख दी जा रही है। गुरुवार को उन्हें तारीख दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान का आरोप है कि जब वह एसडीएम के पास पहुंचे तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की और आगे की तारीख देते हुए फिर आने को कह दिया। तारीख मिलते ही पानी टंकी पर चढ़ गया किसान मऊरानीपुर अपनी जमीन गलत तरीके से हथियाने की शिकायत करने देवी दीन अपनी पत्नी के साथ मऊरानीपुर एसडीएम कार्यालय पहुंचे तो यहां उनके सब्र का बांध टूट गया और वह तहसील परिसर में एसडीएम कार्यालय के पास ही बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए। यहां से उन्होंने कहा कि मैं पिछले एक महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रहा हूं, मेरी जमीन यहां के अधिकारियों की मिलीभगत से दूसरे के नाम कर दी गई। मुझे लगातार तारीख मिल रही हैं। हर बार अधिकारी बोलते हैं कि करवाते हैं आपका काम। किसान ने कहा कि आज मेरी जमीन का मामला नहीं सुलझाया गया तो मैं टंकी से कूद जाऊंगा। वहीं, जब एसडीएम ने उन्हें 10 मिनट में मामला दिखवाने की भरोसा दिया, तब जाकर किसान टंकी से नीचे आया। झांसी के मऊरानीपुर में एक किसान तहसील में बनी पानी की टंकी पर चढ़ कर कूदने का प्रयास करने लगा। उसका आरोप था कि तहसील के कर्मियों ने उसकी जमीन धोखे से दूसरे के नाम कर दी। अब मेरे कोई सुनवाई नहीं हो रही, अधिकारी तारीख पर तारीख दे रहे। यहां टंकी पर चढ़े किसान को देख अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। इसके बाद एसडीएम ने उसे कार्रवाई का भरोसा दिया, तब किसान नीचे आया। दरअसल, टीकमगढ़ के पलेरा थाना क्षेत्र के रहने वाले देवी दीन अहिरवार ने मऊरानीपुर के चितावत और सिंगरवारा इलाके में अपने व पत्नी के नाम से 11 बीघे जमीन 12 साल पहले खरीदी थी। यहां दोनों पति पत्नी खेती करते रहे हैं। जब खेती नहीं होती तो देवी दीन और उनकी पत्नी रामदेवी दिल्ली में मजदूरी के लिए चले जाते हैं। देवी दीन अहिरवार ने बताया कि बीती 3 मई को वह अपनी पत्नी के साथ खेत जोतने आए थे। लेकिन जिन लोगों से उन्होंने जमीन खरीदी थी, उन्होंने खेत जोतने से रोक दिया। उनका कहना था कि ये जमीन अब हमारी है। देवी दीन अहिरवार का कहना है कि उसे विपक्षी ने चप्पल मार कर खेत से भगा दिया। जब वह अपनी शिकायत लेकर तहसील पहुंचे तो यहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और एक महीने से केवल तारीख दी जा रही है। गुरुवार को उन्हें तारीख दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान का आरोप है कि जब वह एसडीएम के पास पहुंचे तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की और आगे की तारीख देते हुए फिर आने को कह दिया। तारीख मिलते ही पानी टंकी पर चढ़ गया किसान मऊरानीपुर अपनी जमीन गलत तरीके से हथियाने की शिकायत करने देवी दीन अपनी पत्नी के साथ मऊरानीपुर एसडीएम कार्यालय पहुंचे तो यहां उनके सब्र का बांध टूट गया और वह तहसील परिसर में एसडीएम कार्यालय के पास ही बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए। यहां से उन्होंने कहा कि मैं पिछले एक महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रहा हूं, मेरी जमीन यहां के अधिकारियों की मिलीभगत से दूसरे के नाम कर दी गई। मुझे लगातार तारीख मिल रही हैं। हर बार अधिकारी बोलते हैं कि करवाते हैं आपका काम। किसान ने कहा कि आज मेरी जमीन का मामला नहीं सुलझाया गया तो मैं टंकी से कूद जाऊंगा। वहीं, जब एसडीएम ने उन्हें 10 मिनट में मामला दिखवाने की भरोसा दिया, तब जाकर किसान टंकी से नीचे आया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
झांसी में तहसील की पानी की टंकी पर चढ़ा किसान:बोला- आज जान दे दूंगा, मेरी जमीन दूसरे के नाम कर दी, उसने चप्पल मारकर भगाया, अधिकारी दे रहे तारीख पर तारीख
