‘झारखंड में कभी भी घट सकती है बंगाल जैसी घटना’, चंपाई सोरेन का हेमंत सरकार पर हमला

‘झारखंड में कभी भी घट सकती है बंगाल जैसी घटना’, चंपाई सोरेन का हेमंत सरकार पर हमला

<p style=”text-align: justify;”><strong>Champai Soren On Hemant Soren Governemt:</strong> झारखंड के सरायकेला पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शनिवार (19 अप्रैल) को मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर चिंता जताई. चंपाई सोरेन ने ममता बनर्जी की सरकार को निशाने पर लिया. इसके अलावा उन्होंने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को भी घेरा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चंपाई सोरेन ने कहा, “ममता सरकार की चौपट व्यवस्थाओं ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के हिम्मत को बढ़ाने का काम किया है. जहां एक ओर खुली आंखों से मुर्शिदाबाद जैसी घटना को हम लोग देख रहे हैं, वहीं पश्चिम बंगाल से सटे पाकुड़ में अगले 15 मई तक राज्य सरकार द्वारा धारा 144 लगाना यह साफ संकेत देता है कि कभी भी झारखंड में मुर्शिदाबाद जैसी घटना घट सकती है.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दिल्ली जाकर बताएंगे दर्द'</strong><br />उन्होंने आगे कहा कि अगर हम अभी सतर्क नहीं होंगे तो देशावली, सरना स्थल, जाहेर थान जाने के लिए एक भी आदिवासी व्यक्ति नहीं मिलेगा. चंपाई सोरेन ने कहा कि 10 लाख से ज्यादा संथाल परगना के पीड़ितों के साथ दिल्ली जाकर अपना दर्द बताएंगे. बता दें कि अनुमंडल दंडाधिकारी, पाकुड़ द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 18 अप्रैल से 15 मई 2025 तक पूरे अनुमंडल क्षेत्र में भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के अंतर्गत विशेष प्रतिबंध लागू रहेंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक होने की अपील की</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “हर एक आदिवासियों एवं झारखंडवासियों से अपील की है कि अब वह समय आ गया है जब एकजुट होने की आवश्यकता है और बांग्लादेशी घुसपैठियों से बचने की आवश्यकता है.” उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा जामताड़ा से शुरू किया गया अभियान चार-पांच महीने चलेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संविधान से पहले शरियत को देते हैं तवज्जो'</strong><br />वहीं जब उनसे झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा किए गए बयान को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “इंडी गठबंधन और वर्तमान राज्य सरकार के अंदर ऐसी ही दुर्भावना है, जो संविधान से पहले शरियत को तवज्जो देती हो इस तरह की विचारधारा वाले को सरकार का प्रतिनिधि बनाना राज्य सरकार की दुर्भावनाओं को साफ दिखता है. कल पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे चाकुलिया में वे अपनी जबरदस्त मौजूदगी दर्ज करवाने वाले हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Champai Soren On Hemant Soren Governemt:</strong> झारखंड के सरायकेला पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शनिवार (19 अप्रैल) को मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर चिंता जताई. चंपाई सोरेन ने ममता बनर्जी की सरकार को निशाने पर लिया. इसके अलावा उन्होंने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को भी घेरा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चंपाई सोरेन ने कहा, “ममता सरकार की चौपट व्यवस्थाओं ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के हिम्मत को बढ़ाने का काम किया है. जहां एक ओर खुली आंखों से मुर्शिदाबाद जैसी घटना को हम लोग देख रहे हैं, वहीं पश्चिम बंगाल से सटे पाकुड़ में अगले 15 मई तक राज्य सरकार द्वारा धारा 144 लगाना यह साफ संकेत देता है कि कभी भी झारखंड में मुर्शिदाबाद जैसी घटना घट सकती है.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दिल्ली जाकर बताएंगे दर्द'</strong><br />उन्होंने आगे कहा कि अगर हम अभी सतर्क नहीं होंगे तो देशावली, सरना स्थल, जाहेर थान जाने के लिए एक भी आदिवासी व्यक्ति नहीं मिलेगा. चंपाई सोरेन ने कहा कि 10 लाख से ज्यादा संथाल परगना के पीड़ितों के साथ दिल्ली जाकर अपना दर्द बताएंगे. बता दें कि अनुमंडल दंडाधिकारी, पाकुड़ द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 18 अप्रैल से 15 मई 2025 तक पूरे अनुमंडल क्षेत्र में भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के अंतर्गत विशेष प्रतिबंध लागू रहेंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक होने की अपील की</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “हर एक आदिवासियों एवं झारखंडवासियों से अपील की है कि अब वह समय आ गया है जब एकजुट होने की आवश्यकता है और बांग्लादेशी घुसपैठियों से बचने की आवश्यकता है.” उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा जामताड़ा से शुरू किया गया अभियान चार-पांच महीने चलेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संविधान से पहले शरियत को देते हैं तवज्जो'</strong><br />वहीं जब उनसे झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा किए गए बयान को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “इंडी गठबंधन और वर्तमान राज्य सरकार के अंदर ऐसी ही दुर्भावना है, जो संविधान से पहले शरियत को तवज्जो देती हो इस तरह की विचारधारा वाले को सरकार का प्रतिनिधि बनाना राज्य सरकार की दुर्भावनाओं को साफ दिखता है. कल पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे चाकुलिया में वे अपनी जबरदस्त मौजूदगी दर्ज करवाने वाले हैं.”</p>  झारखंड भूकंप के 2 झटकों से कांपी जम्मू कश्मीर की धरती, इन शहरों में हुआ असर