<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने गठबंधन के तहत चिराग पासवान को चतरा सीट दी थी, जिस पर चिराग पासवान की पार्टी ने जनार्दन पासवान को बनाया है. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने गठबंधन के तहत चिराग पासवान को चतरा सीट दी थी, जिस पर चिराग पासवान की पार्टी ने जनार्दन पासवान को बनाया है. </p> झारखंड विदर्भ को लेकर कांग्रेस और उद्धव गुट के बीच पड़ रही दरार? इन 12 पर अटक रही बात
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पंजाब विधानसभा के स्पीकर एक्शन मोड में:होम सेक्रेटरी को लिखा पत्र, गैर कानूनी कामों में जुटे मुलाजिमों की रिपोर्ट मांगी
पंजाब विधानसभा के स्पीकर एक्शन मोड में:होम सेक्रेटरी को लिखा पत्र, गैर कानूनी कामों में जुटे मुलाजिमों की रिपोर्ट मांगी पंजाब के एक पुलिस कर्मी द्वारा गैंगस्टर से रिश्वत लेने के मामले के बाद पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने पंजाब के होम सेक्रेटरी से सभी विभागों से इस संबंध में डिटेल रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि उन्हें विभिन्न विभागों में उन मुलाजिमों की जानकारी दी जाए, जिनकी पहचान काली भेड़ों (गैर कानूनी कार्यों में लगे) के रूप में हुई। वहीं, उन पर क्या कार्रवाई की गई है। इस बारे में भी बताया जाए। इसमें पुलिस, माइनिंग, एक्साइज समेत सभी विभाग शामिल है। इस संबंधी आज होम सेक्रेटरी को पत्र जारी कर दिया गया है। यह रिपोर्ट तीन दिन में मांगी गई है। हालांकि आज डीजीपी की तरफ से रिपोर्ट नहीं दी गई। स्पीकर ने कहा कि उन्होंने डीजीपी को इस संबंधी इनकार कर दिया था। अब डिटेल रिपोर्ट में उसका जिक्र भी आएगा। स्पीकर ने खुद उठाया था मुद्दा दरअसल, पंजाब विधानसभा में शून्य काल के दौरान सोमवार को स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने खुद पुलिस में मौजूद काली भेड़ों काम मु्द्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि रिश्वत के पैसे बैंक खाते में डलवाने वाले पुलिस अधिकारी को बचाया जा रहा है। स्पीकर ने कहा कि ऐसे कौन से नेता, अधिकारी है, जो भ्रष्ट अफसर को बचा रहे हैं। ASI बोहड़ सिंह ने एक मामले में पहले एक लाख रुपए कैश और फिर 50 हजार का चेक रिश्वत के रूप में लिया है। ASI पर 20 अगस्त को कोटकपूरा थाने में केस दर्ज हुआ था। लेकिन मीडिया को जाने वाले बुलेटिन में 180 नंबर एफआईआर का जिक्र तक नहीं था अधिकारियों के ट्रांसफर का दिया था सुझाव इस मामले में अमृतसर के विधायक व पूर्व पुलिस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने स्पीकर के पूछने पर कहा था कि हर सरकार के समय में माफिया बड़े स्तर पर काम करता है। यह भी उसकी का बड़ा हिस्सा है। कुंवर ने कहा कि यह नेक्सस तोड़ना होगा। लगातार अंतराल के बाद ट्रांसफर होनी चाहिए। वह भी एक जिले से दूसरे जिले में। उन्होंने ट्रांसफर का एक उदाहरण भी दिया है।
सिरसा में 33 करोड़ की ठगी:6 क्रिकेट सट्टा बुकीज गिरफ्तार, रिमांड अवधि में बरामद की जाएगी राशि
सिरसा में 33 करोड़ की ठगी:6 क्रिकेट सट्टा बुकीज गिरफ्तार, रिमांड अवधि में बरामद की जाएगी राशि बवाली रोड स्थित राइस मिल मशीनरी उपकरण निर्माण कंपनी एसएफ फूड प्रो टेक लिमिटेड के निदेशक एवं सी ब्लॉक निवासी संजीव गुप्ता के साथ 33 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में विशेष पुलिस टीम ने फतेहाबाद व सिरसा से 6 क्रिकेट सट्टा बुकियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राहुल पुत्र परमानंद निवासी रानिया गेट सिरसा, संजय उर्फ डेजी पुत्र टेकचंद निवासी अग्रवाल कॉलोनी फतेहाबाद, दिनेश उर्फ बंटी उर्फ डीजे पुत्र प्रीतम पाल निवासी शिव चौक सिरसा, शुभम उर्फ मोनू पुत्र रमेश कुमार निवासी बेगू रोड सिरसा, अजय उर्फ गोलू पुत्र राजेंद्र कुमार नोहरिया बाजार सिरसा तथा हरपाल उर्फ पाली पुत्र सुरेंद्र कुमार निवासी गोल डिग्गी सिरसा के रूप में हुई है। सभी आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी 6 आरोपियों को अदालत में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान गिरफ्तार आरोपियों की पहचान होने पर गबन व धोखाधड़ी की रकम बरामद की जाएगी, वहीं इस घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि गिरफ्तार सभी आरोपी क्रिकेट सट्टे से जुड़े हुए हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि इस संबंध में कंपनी (फैक्ट्री) संचालक सी ब्लॉक निवासी संजीव गुप्ता की शिकायत पर शहर के सिविल लाइन थाने में एक जून 2024 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। आरोपी मुनीम साकेत पहले ही हो चुका है गिरफ्तार पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए आरोपियों को फतेहाबाद व शहर सिरसा से काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के मुनीम साकेत कुमार निवासी ईरा- कॉलोनी बरनाला रोड सिरसा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जोकि फिलहाल सिरसा जेल में बंद है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुनीम साकेत कुमार उक्त कंपनी में पिछले करीब 15 सालों से कार्यरत था, तथा कंपनी का करीब 50 अन्य कंपनियों से लेनदेन का कार्य होता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुनीम साकेत कुमार ने कंपनी संचालक व अन्य पारिवारिक सदस्यों के विश्वास का नाजायज फायदा उठाया तथा गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों के साथ षड्यंत्र रचकर उनके खातों में पैसे ट्रांसफर करवाता था व क्रिकेट सट्टा लगाता था। कंपनी का पैसा क्रिकेट सट्टे में लगा देता था मुनीम पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपी राहुल,हरपाल,बंटी,डीजे व शुभम उर्फ मोनू कंपनी के मुनीम साकेत कुमार को क्रिकेट सट्टा की फेयरवेट-7 की आईडी उपलब्ध करवाते थे, जबकि आरोपी संजय उर्फ डेजी निवासी फतेहाबाद,राहुल बंटी,दिनेश,हरपाल व शुभम उर्फ मोनू को क्रिकेट सट्टा की फेयरवेट-7 आईडी उपलब्ध करवाता था। उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार किया गया मुनीम साकेत कुमार उपरोक्त पकड़े गए सभी आरोपियों के संपर्क में था व उनसे मिल कर कंपनी का पैसा क्रिकेट सट्टा में इनवेस्ट करता था। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि अभियोग की जांच जारी है और जो भी व्यक्ति इस मामले में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मेरिटोरियस व SOI स्टूडेंट्स करा सकेंगे सीटें रद्द:पंजाब शिक्षा विभाग का फैसला, आज ही करना होगा आवेदन
मेरिटोरियस व SOI स्टूडेंट्स करा सकेंगे सीटें रद्द:पंजाब शिक्षा विभाग का फैसला, आज ही करना होगा आवेदन पंजाब के स्कूल ऑफ एमिनेंस (एसओई) और मेरिटोरियस स्कूलों में जो विद्यार्थी अपनी सीट रद्द करवाना चाहते हैं या अपनी सीट बदलना चाहते हैं, शिक्षा विभाग ने उन्हें ऐसा करने का मौका दिया है। लेकिन उन्हें आज ही आवेदन करना होगा। 5 जून के बाद मिलने वाले आवेदनों पर विभाग द्वारा विचार नहीं किया जाएगा। हालांकि मेरिटोरियस और स्कूल ऑफ एमिनेंस में सीटें खाली रहने पर ही सीटें आवंटित की जाएंगी। बता दें कि प्रदेश के 10 मेरिटोरियस और 118 स्कूलों में 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए काउंसलिंग चल रही है। काउंसलिंग में कई विद्यार्थियों ने मेरिटोरियस और स्कूल ऑफ एमिनेंस में बदलने की मांग की। साथ ही उन्होंने विभाग के समक्ष अपने कई तर्क भी रखे। इन विद्यार्थियों की संख्या काफी ज्यादा थी। तब यह मामला उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाया गया। इसके बाद विभाग की ओर से इस फैसले को मंजूरी दे दी गई है। सीट रद्द होने पर दोबारा नहीं मिलेगा मौका जिन स्टूडेंट्स को अपनी सीट रद्द करवानी होगी, उन्हें पहले अपने पेरेंट्स के साइन की हुई एप्लीकेशन संबंधित स्कूल में जमा करवानी होगी। वहीं, विभाग ने साफ किया है कि जिस स्टूडेंट की मेरिटोरियस स्कूल या फिर स्कूल ऑफ एमिनेंस में सीट रद्द हो जाएगी। वह दोबारा उस स्कूल में दाखिला नहीं ले पाएगा। उसके क्लेम पर विभाग द्वारा विचार नहीं किया जाएगा। वहीं, चौथी काउंसिलिंग तय शेड्यूल पर होगी। 4600 सीटों के लिए इन स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है।