<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand HC Acting Chief Justice:</strong> जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद को गुरुवार (18 जुलाई) को झारखंड हाईकोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. हाईकोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश विद्युत रंजन सारंगी लगभग एक पखवाड़े के बहुत छोटे से कार्यकाल के बाद इस पद से रिटायर हो रहे हैं. जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद (Justice Sujit Narayan Prasad) 20 जुलाई को अपना पदभार संभालेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कानून मंत्रालय की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद 20 जुलाई को पदभार ग्रहण करेंगे. 3 जुलाई को झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त, जस्टिस सारंगी 19 जुलाई को पद छोड़ देंगे. उनका कार्यकाल काफी छोटा रहा. 19 जुलाई को हाईकोर्ट परिसर में उन्हें विदाई दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले जस्टिस विद्युत रंजन सारंगी (Justice Bidyut Ranjan Sarangi) उड़ीसा हाईकोर्ट के जज थे. उन्हें झारखंड हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस बनाए जाने को लेकर पिछले साल सिफारिश की गई थी. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले साल दिसंबर में उनके नाम की सिफारिश की थी. जिसके बाद उन्हें एक छोटे से कार्यकाल के लिए झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर नियुक्ति की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल के दिनों में ऐसे कई उदाहरण हैं, जब चीफ जस्टिस के रूप में पदोन्नत न्यायाधीशों का कार्यकाल बहुत छोटा रहा. हाल के दिनों में जिनका कार्यकाल काफी कम समय का रहा उनमें जस्टिस रमेश देवकीनंदन धानुका को बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. वहीं, जस्टिस सोनिया गोकानी को गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही जस्टिस जसवंत सिंह को त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया, उनका कार्यकाल संक्षिप्त था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के जज 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं, वहीं हाईकोर्ट के जज 62 वर्ष की आयु में पद छोड़ते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
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