ट्रेड फेयर से चोरी 5 करोड़ साल पुराने जीवाश्म को दिल्ली पुलिस ने किया बारामद, क्या है गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म?

ट्रेड फेयर से चोरी 5 करोड़ साल पुराने जीवाश्म को दिल्ली पुलिस ने किया बारामद, क्या है गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली में&nbsp; इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर से चोरी हुए 50 मिलियन साल पुराने गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस स्टेशन IITF की टीम ने मामले की गहराई से जांच के बाद आरोपी को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी ट्रेड फेयर सुमित कुमार झा ने कहा कि 21 नवंबर को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने ट्रेड फेयर के हॉल नंबर 4 में स्थित माइन मंत्रालय के पवेलियन से गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म चोरी की सूचना दी. जिसके आधार पर पुलिस ने चोरी की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने आरोपी को टेक्निकल इंटेलिजेंस की मदद से पकड़ा</strong><br />जांच के दौरान पुलिस ने हॉल नंबर 4 के पवेलियन और आसपास के पवेलियनों के 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. टेक्निकल इंटेलिजेंस के जरिए आरोपी की पहचान की गई और उसे नोएडा के सेक्टर 22 में पकड़ा गया. पुलिस ने आरोपी मनोज कुमार मिश्रा जिसकी उम्र 49 साल है उसको गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया और उसके पास से चोरी किए गए गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म बरामद किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी जीवाश्म को मंहगे दामों में बेचना चाहता था<br /></strong>उसके पास से 21 नवंबर 2024 का ट्रेड फेयर का टिकट भी बरामद हुआ. पूछताछ में आरोपी मनोज ने बताया कि वो नोएडा के क्राउन प्लाजा में कर्मचारी है और ट्रेड फेयर में नियमित जाता है. कला और पुरातन धरोहरों में उसकी रुचि रही है. जांच से सामने आया कि उसने जीवाश्म को चोरी कर ऊंचे दाम पर बेचने की प्लानिंग थी. फिलहाल पुलिस ये जानना की कोशिश कर रही है कि वो जीवाश्म किसे बेचने वाला था और इस चोरी में उसके साथ कोई और भी तो शामिल नहीं था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म क्या है?</strong><br />जीवाश्म का अर्थ हजारों-लाखों साल पुराने जीवों और पौधों के सुरक्षित रखे गए अवशेष (भाग). इनकी कीमत की बात की जाए तो वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ये बेहद कीमती होते हैं. गैस्ट्रोपॉड के बारे में आसान भाषा में कहें तो ये जीवों का एक वर्ग है, जिसमें घोंघे जैसे जीव शामिल है. जीएसआई के मुताबिक इस जीवाश्म का वजन 1 किलो से भी ज्यादा था. इसकी लंबाई 14 सेमी, ऊंचाई 12 सेमी और चौड़ाई 10 सेमी थी. गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म एक बेहद पुराना घोंघा जिसका संरक्षित अवशेष है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली में&nbsp; इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर से चोरी हुए 50 मिलियन साल पुराने गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस स्टेशन IITF की टीम ने मामले की गहराई से जांच के बाद आरोपी को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी ट्रेड फेयर सुमित कुमार झा ने कहा कि 21 नवंबर को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने ट्रेड फेयर के हॉल नंबर 4 में स्थित माइन मंत्रालय के पवेलियन से गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म चोरी की सूचना दी. जिसके आधार पर पुलिस ने चोरी की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने आरोपी को टेक्निकल इंटेलिजेंस की मदद से पकड़ा</strong><br />जांच के दौरान पुलिस ने हॉल नंबर 4 के पवेलियन और आसपास के पवेलियनों के 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. टेक्निकल इंटेलिजेंस के जरिए आरोपी की पहचान की गई और उसे नोएडा के सेक्टर 22 में पकड़ा गया. पुलिस ने आरोपी मनोज कुमार मिश्रा जिसकी उम्र 49 साल है उसको गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया और उसके पास से चोरी किए गए गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म बरामद किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी जीवाश्म को मंहगे दामों में बेचना चाहता था<br /></strong>उसके पास से 21 नवंबर 2024 का ट्रेड फेयर का टिकट भी बरामद हुआ. पूछताछ में आरोपी मनोज ने बताया कि वो नोएडा के क्राउन प्लाजा में कर्मचारी है और ट्रेड फेयर में नियमित जाता है. कला और पुरातन धरोहरों में उसकी रुचि रही है. जांच से सामने आया कि उसने जीवाश्म को चोरी कर ऊंचे दाम पर बेचने की प्लानिंग थी. फिलहाल पुलिस ये जानना की कोशिश कर रही है कि वो जीवाश्म किसे बेचने वाला था और इस चोरी में उसके साथ कोई और भी तो शामिल नहीं था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म क्या है?</strong><br />जीवाश्म का अर्थ हजारों-लाखों साल पुराने जीवों और पौधों के सुरक्षित रखे गए अवशेष (भाग). इनकी कीमत की बात की जाए तो वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ये बेहद कीमती होते हैं. गैस्ट्रोपॉड के बारे में आसान भाषा में कहें तो ये जीवों का एक वर्ग है, जिसमें घोंघे जैसे जीव शामिल है. जीएसआई के मुताबिक इस जीवाश्म का वजन 1 किलो से भी ज्यादा था. इसकी लंबाई 14 सेमी, ऊंचाई 12 सेमी और चौड़ाई 10 सेमी थी. गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म एक बेहद पुराना घोंघा जिसका संरक्षित अवशेष है.</p>  दिल्ली NCR महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायकों की पहली बैठक, हार की समीक्षा, EVM पर भी होगी चर्चा